जानिए Suhas Lalinakere Yathiraj ki संघर्ष की कहानी | Tokyo para Olympics Silver Medallist |

मैं अदिति आपका स्वागत करती हूं इस वीडियो में हम बात करने वाले हैं एक इंजीनियर एक आईएएस ऑफिसर और एक नंबर वन पैरा शटलर के बारे में जी हां दोस्तों उनका नाम है सुहास यथिराज सुहास यथिराज ने अपने जीवन में तमाम उतार चढ़ाव देखे पर अपनी मेहनत लगन और सच्ची निष्ठा से भारत का नाम भी रोशन किया सुहास एलवाई का जन्म सेकंड जुलाई 1983 को कर्नाटक में हुआ था उन्होंने अपनी स्कूलिंग बेंगलुरु में कंप्लीट की फिर कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की एनआईटी कर्नाटक से और फिर इंडिया का सबसे टफ एग्जाम आईएस क्वालीफाई किया वह भी फर्स्ट अटेंप्ट में फिर यूपी में पोस्टिंग मिलने के बाद सुहास की अलग-अलग डिस्ट्रिक्ट में पोस्टिंग हुई पर उनका खेल नहीं छूटा बर्न विद द पैशन फॉर स्पोर्ट्स वह रात में टाइम निका कर बैडमिंटन की प्रैक्टिस किया करते थे उन्होंने 2016 में चाइना में हुए एशियन पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में इंडोनेशिया को हराकर गोल्ड मेडल जीता और ऐसा करने वाले वह फर्स्ट इंडियन ब्यूरोक्रेट जो प्रोफेशनल इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप जीते हो सुहास को अर्जुन अवार्ड भी मिल चुका है और वह टोक्यो पैरा ओलंपिक 20121 में सिल्वर मेडलिस्ट भी रह चुके हैं इनकी जर्नी बस मेडल और रैंकिंग की ही नहीं है सुहास एलवाई से हमें प्रेरणा मिलती है कि लाइफ में जो भी परेशानी हो हमें हिम्मत नहीं हार चाहिए इतने बिजी शेड्यूल होने के बावजूद भी वह स्पोर्ट्स के लिए टाइम मैनेज कर पाते हैं यह बहुत बड़ी बात है भारत को वर्ल्ड लेवल पर प्रेजेंट करना अपने आप में प्राउड मूमेंट होता है जैसा 2021 में टोक्यो पैरा ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीत करर उन्होंने यह प्रूफ कर दिया था कि नथिंग इज इंपॉसिबल अब 2024 में पेरिस पैरा ओलंपिक में उनसे गोल्ड की पूरी उम्मीद है हम आशा करते हैं कि वह एक बार फिर भारत का नाम रोशन करें स्पोर्ट्स से जुड़ी लेटेस्ट न्यूज़ के लिए हमें लाइक और सब्सक्राइब करें बेल आइकन प्रेस करना ना भूलें जय हिंद

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