अट समंदर अपना अंबर खोज ले अब तू अपने दम पर भूख मार के धूल जाड़ ले छोड़ छड़ के सारे चप्पर आठ समंदर अपना अंबर खोज ले अब तू अपने दम पर भूख मार के धूल जाड़ ले छोड़ छड़ के सारे चप्पर खोल दे पर खोल दे पर खोल दे पर खोल दे पर खोल दे पर खोल दे पर खोलले पर खोले [संगीत] पर बंद घड़ी की भी रुकी हुई सुई होती सही दो दफा होती सही दो दफा चुप क्यों है रहना मन का तू कहना रोके चाहे हिचकियां