[संगीत] बिस्मिल्लाह रहमान अलाम वालेकुम प्रम लाफ के साथ मैं काजमी और मार्शल से लेकर इमरजेंसी और इमरान खान साहब की राई समे बहुत सी अहम खबरें चल रही है लेकिन इस दौरान कुछ और आहम खबरें भी सामने आई है जो इस पूरी सूरते हाल को यकसर ही मुख्तलिफ अंदाज में पेश कर रही है सबसे अहम खबर यह है कि नवाज शरीफ मान गए हैं मुस्लिम लीग नून हकूमत बनाने जा रही है पीपल पार्टी के साथ उसके मामलात त आ गए हैं और वह तमाम केस जो हुकूमत साजी के हवाले से पाया जा रहा था वह लगता है कि दूर कर लिया गया है इसके बलाव भुट्टू मंजर आम पर आ गए हैं और उन्होंने हकीकत हाल बयान कर दिया कि उनको 2 साल के लिए प्राइम मिनिस्टरशिप की ऑफर की गई थी लेकिन व चाहते ही है कि उन्हें 5 साल के लिए आवाम मुंतखाब करें और जितना मैंडेट उन्हें दिया गया है इस हवाले से वह 2 साल के लिए प्राइम मिनिस्टर बनने पर राजी नहीं थे तो एक फॉर्मेशन गवर्नमेंट की जो है वह सामने आ गई है यानी वो जो कस हुकूमत साजी के हवाले से पाया जा रहा था वह खत्म हो गया पीएमएल एन और पीपल पार्टी में इत्तफाक हो गया है मामला तय पा गए हैं कुछ लो और कुछ दो की बुनियाद पर हुकूमत बनने जा रही है अगले 48 घंटों में आजाद उम्मीदवारों को अपनी अपनी सियासी जमां के साथ एफीलिएशन का मामला तय करना है कि कौन किस सियासी जमात का हिस्सा बनेगा तो बहुत कुछ होने जा रहा है क्योंकि अब आजाद उम्मीदवारों के असल इम्तिहान शुरू हुए हैं कि वह किस सियासी जमात के साथ जाते हैं और अब हर उस सियासी जमात का दावा भी खुलने वाला है जिनका ख्याल यह कि सारे आजाद उम्मीदवार उनके हैं तो आजाद उम्मीदवारों की मंडी जो लगना थी लग चुकी और अब खेल असल मरहले में दाखिल हो गया है आठ नेशनल असेंबली की सीटों का नोटिफिकेशन रोक दिया गया है तो यह क्या मामला है नया वजीर आला बलूचिस्तान कौन होगा किस जमात का होगा वो आपको बताएंगे और पीटीआई ने एक नहीं बैक टू बैक दो यूटर्न आज लिए हैं और यह बड़े ही हैरान कुन यूटर्न है कमिश्नर कराची इसके अलावा साबिक कमिश्नर रावलपिंडी किधर हैं और वह क्या कह रहे हैं क्या बयान दे रहे हैं और उनके बयानात की रोशनी में कहां पर छापे पड़े हैं और छापों का नतीजा क्या बरामद हुआ है तो बहुत कुछ है आपको बताने के लिए हमारे साथ रहिएगा इसके अलावा पांच वीडियोस ऐसे है जो कि अपनी जगह खुद बड़ी खबर है अब वो भी आपको बताएंगे तो इसके लिए आपको को आखिर तक हमारे साथ रहना होगा अ सबसे पहले आपको खबर बताते हैं कि हुकूमत किसकी बनने जा रही है तय यह पाया है कि मुस्लिम लीग नून और पीपल्स पार्टी दोनों मिलकर वि फाक में हुकूमत बनाएंगे एमकेएम उनका साथ देगी तो इन तीन जमां के तमाम लोगों को मिलाने के बाद वह नंबर गेम हासिल हो जाता है जिससे वह हुकूमत बना सकते हैं इसमें पीपल पार्टी ने कबीना में शूलय पर अमादी जाहिर कर ली है इससे पहले पीपल पार्टी पार्टी के जराय यह दावा कर रहे थे कि व पहले मरहले में काबीना में शामिल नहीं होंगे लेकिन अब जब से सियासी मामलात में कुछ तेजी आई है तो पीपल पार्टी और मुस्लिम लीग नून को इस बात का एहसास हो गया कि यह मामला ज्यादा देर लटकाया नहीं जा सकता तो आज जराए ने इस बात का दावा कर दिया है कि हुकूमत किसकी बनने जा रही है और पीपल पार्टी ने डिमांड क्या की है पीपल पार्टी ने सदर का ओहदा डिमांड किया है इसके अलावा स्पीकर शिप मांगी है और बलूचिस्तान में वजीर आला का ओहदा मागा है तो प्राइम मिनिस्टर शबा शिफ के नाम पर इत्तफाक पहले हो चुका है जबकि सदर के लिए आसफ जरदारी पर भी तकरीबन इत्तफाक हो चुका है और स्पीकर के लिए राजा प्रवेज अशरफ ही दोबारा मजबूत उम्मीदवार है जबक बलूचिस्तान में पीपल पार्टी की जानिब से सरफराज बुटी वजीरे आला के लिए नामजद हो रहे हैं और उनका नाम सामने आ रहा है सरफराज बुटी के बारे में यह आपको लाफे राय खबर दे चुका है कि उनको पीपल पार्टी में शामिल होने का जो मौका मिला था उसके पीछे बड़ी वजह यही थी कि उनके पास विजारत आला का एक ओहदा मौजूद था और यह पहले से तय शुदा था कि अगर पीत पार्टी को बलूचिस्तान में कामयाबी मिलती है तो सरफराज बुगी वजर आला बलूचिस्तान के उम्मीदवार होंगे और उनको उम्मीदवार बनाने की मंजूरी दिए जाने पर ही पीपल पार्टी को बलोच में इतनी कामयाबी मिली है कि वह बलूचिस्तान में हुकूमत बनाने की पोजीशन में आ चुकी है तो यह भी गिव एंड टेक के तहत बलूचिस्तान के अंदर हुकूमत साजी होने जा रही है और मुस्लिम लीग नून उनका साथ देगी तो यह मामला यह चैप्टर क्लोज हो गया है कि फेडरल गवर्नमेंट किसकी बनेगी इमरान खान की बनेगी या किसी और की बनेगी ये लीडिंग नंबर जो है मोस्ट ऑफ द नंबर्स वो इस वक्त मुस्लिम लीग नून के पास है उनके पास इस वक्त 84 सीटें हैं और मुस्लिम लीग नून के पास और 54 सीटें हैं पीपल पार्टी के पास और 17 सीटें इस वक्त जो है वो एमक्यूएम के पास है और कुछ आजाद अराकी की शूलय के बाद यह सीटें और बढ़ जाएंगी तो नंबर गेम पूरा हो गया दूसरी जानिब जो तहरीक इंसाफ ने यूटर्न लिया है उन्होंने भी विजारत उजमा का इलेक्शन कांटेस्ट करने का ऐलान कर दिया इससे पहले पीटीआई ने जुम्मे को इस बात का ऐलान किया था कि वो अपोजिशन में बैठेंगे मरकज और पंजाब में उनकी अपोजिशन होगी ये ऐलान इमरान खान की जानिब से बैरिस्टर सैफ ने किया था जब मुलाकात करके बाहर आए थे तो अब क्या ऐसा हुआ कि दोबारा से तहरीक इंसाफ ये इलेक्शन लड़ने जा रही है और दोबारा वो वजार उजमा के खेल में शामिल हो गई है इस बात को बहुत से लोग जो है वो कुछ मुख्तलिफ रंग देने की कोशिश कर रहे हैं कि शायद एस्टेब्लिशमेंट मान गई है इसलिए दरा इलेक्शन लड़ने जा रहे हैं तो स्टैब्स की वजह से तहरीक इंसाफ हुकूमत बना सके और तहरीक इंसाफ ने ऐसा कोई ऐलान भी नहीं किया कि वह किस सियासी जमात के साथ मिलकर हुकूमत बनाने जा रहे हैं ताकि उनके नंबर गेम पूरे हो जाए अगर व पीएमएल एन के साथ जाते हैं तो वो हुकूमत बना सकते हैं अगर वह पीपल्स पार्टी के साथ जाते हैं तो व हुकूमत बना सकते हैं और खाली आजाद अराकी के साथ वह हुकूमत बनाने की पोजीशन में नहीं है तो फिर उनका यह दावा की इस्टैब्लिशमेंट जो है वो शायद राजी हो गई है कि गोहर यूप जो है उन का बेटा उमर अयूब और इनका दादा अयूब खान जो कि पाकिस्तान के पहले अ डिक्टेटर कहलाए और जिन्होंने पहला मार्शला लगाया उनके पोते अब यानी जम्हूरियत के दावेदार और पाकिस्तान के वजीराम बनेंगे और उमर अयूब जो कि 24 मुकदमा में संगीन नत के मुकदमा में रूपशिर रहने के बाद बिलख पेशावर हाई कोर्ट से जमानत लेने के बाद मंजर आम पर आने के काबिल हुए हैं तो अब वो बगैर किसी की मदद के इलेक्शन जीतने का दावा कर रहे हैं तो चले बड़ी अच्छी बात है लेकिन इसके साथ एक और पीटीआई ने आज कलाबाजी ली है और वह कलाबाजी यह के मजलिस वहदत मुस्लिमीन की जगह पर उन्होंने अ अब फैसला य किया कि वह सुन्नी इतहाद कौंसिल की अ जमात में शामिल हो जाएंगे अ यह अगले तीन रोज में तमाम आजाद अराकन को किसी ना किसी सियासी जमात का हिस्सा बनना है और पीटीए चकि उसके पास सिंबल नहीं है और व वसीयत जमात उन्होंने इलेक्शन भी नहीं लड़ा तो अब उन्हें किसी ना किसी स जमात के साथ शामिल होकर वो मख सूस नि शिस्त क्लेम करना है जो कि नंबर गेम के हिसाब से उन्हें मिलेंगी इससे ठीक 24 घंटे पहले तहरीक इंसाफ की पीटीआई पार्लियामेंटेरियन से सुला हो गई और प्रवेश टक ने एक अंडरस्टैंडिंग के तहत पार्टी की चेयरमैनशिप से इस्तीफा दे दिया और पार्टी को सुलह का पैगाम भिजवाया और कहा कि यह भी पीटीए के नाम से पार्टी मौजूद है तो इसको इस्तेमाल कह रहे पीटीआई का नाम भी रहेगा और जमात भी रहेगी और मैं चेयरमैनशिप छोड़ता हूं आप जिसको चाहे चेयरमैन बना लें चाहे इमरान खान को चेयरमैन बना ले चाहे किसी और को चेयरमैन बना ले लेकिन इनके जो दूसरे पार्टनर थे महमूद खान वोह चेयरमैनशिप छोड़ने पर तैयार नहीं हुए और मजाक के बाद जो है वो अ पीटीआई ने पीटीआई पार्लियामेंटेरियन के साथ इल्हा करने से इंकार कर दिया है तो अब उन्होंने सुन्नी इतहाद कांसिल के साथ जाने का फैसला किया है तो पहले जमात इस्लामी उसके बाद मजलिस मुस्लिमीन और उसके बाद जो है पीटीआई पार्लियामेंटेरियन इन तीनों जमां को ट्रक की बत्ती के पीछे लगाने के बाद हसबे आदत इन्होंने एक और यूटर्न लिया और अब जा रहे हैं सुन्नी इतहाद कांसिल के साथ वजह सब लोगों के सामने है और कोई ज्यादा डकी चुपी वजह नहीं है मजलिस वहदत मुस्लिमीन में उनकी शमू पर तराज किए जा रहे थे और इसको ईरानी गलबा कहा जा रहा था और सुन्नी इतहाद कौंसिल में शूलय के बाद इसको कोई और गलबा कहा जाएगा तो बहरहाल ये जो भी मामला हुआ है इसमें अब पीटीआई ने एक पोजीशन ले लिया है क्योंकि अब इनके पास कोई जमात बची नहीं जिसके साथ जाकर ये अपने आपको अपनी जो फीलिएशन है वो शो कर सके और अपना ओथ ले सके इसके अलावा एक और डेवलपमेंट अलीमन गंडापुर के हवाले से हुई अली मीन गंडापुर को वजीर आला के उम्मीदवार के तौर पर पीटीआई ने नामजद कर रखा है और उन्होंने पहले ही अपनी कार्रवाइयों डाल रखी है शुरू कर रखी है वो यत वरला केपीके एक्ट करना शुरू हो गए हैं एनए 45 से उन्होंने कौमी असेंबली की और पीके 113 से उन्होंने सुबाई असेंबली की सीट जीती थी उनकी कामयाबी का नोटिफिकेशन रोक दिया गया है जारी नहीं किया गया है बल्कि नेशनल असेंबली में उन समेत आठ हल्के ऐसे हैं कौमी असेंबली के खैबर पखत के जिनके नोटिफिकेशन रोक दिए गए हैं वैसे तो तमाम जो नोटिफिकेशन है पूरे पाकिस्तान में जो जो उम्मीदवार कामयाब हुए हैं उनके नोटिफिकेशन जारी किए गए हैं लेकिन केपीके में असेंबली के आठ हलकों के नोटिफिकेशन रोके गए हैं और कुछ सुबाई संलियों को भी रोके गए हैं और इसकी वजह मैं आपको बताऊंगा लेकिन जो तो इसकी वजू हात में आपको बताऊंगा लेकिन पहले आपको बता दूंगा किसकिस हलके का रिजल्ट रोका गया एनए 44 जहां से यह अलीन गंडापुर थे एनए 15 नवाज शरीफ जहां से खड़े थे मानसरा की सीट उसका भी नोटिफिकेशन रोका गया है यहां से नवाज शरीफ हार गए थे एनए 27 28 38 40 43 इनम से अमीर मुकाम भी यहां से खड़े थे उनका भी रिजल्ट रोका गया है तो आठ हलके जिनका रिजल्ट रोका गया अब इन परे तो सर मड़ते ही ले पड़े हैं अब पीटीआई के लोग हो और किसी तकरीब में शरीक हो या उनको कोई ओहदा मिल रहा हो या मिलने वाला हो वह कोई झक ना मारे ये हो नहीं सकता तो दो वीडियो मैंने आपको दिखानी है जो इन दोनों अफराद के हवाले से जिनको अभी होद मिले नहीं जिनका सिर्फ नाम अनाउंस हुआ है यानी उमर अयूब अभी वजीर आजम बने नहीं बनेंगे या बनने के लिए जो मुकाबला हो रहा वो उसमें हिस्सा लेंगे और अली अमीन गंडापुर जो अभी वजीर आला केपी के बने नहीं बन जाएंगे अभी उसका इंतखाब होगा जब उनका नोटिफिकेशन हो जाएगा तो उससे पहले जो यह गुफ्तगू कर रहे हैं तो पहली वीडियो उमर अयूब साहब की है जिसमें उन्होंने यह जाहिर करने की कोशिश की है के य तमाम कामयाबी है यह किस वजह से मिली है जरा गुफ्तगू सुन ले तो फिर मैं उसके बा बात करूंगा यह इस वजह से हुए कि अल्ला ताला ने हुकम किया और फरिश्तों ने लोगों के दिलों में यह जगह बनाई प्राइम मिनिस्टर इमरान खान साहब की नजरिए की और उसकी वजह से आवाम ने वोट डाला पाकिस्तान तहरीक इंसाफ के उम्मीदवार के हक में तो अब बाज लोग सोशल मीडिया पर इस बयान के ऊपर यह कहकर तराज कर रहे हैं कि यह सीधा-सीधा जो है वो नज बिल्ला नज बिल्लाह यह नबूवत का दावा तो नहीं कर रहे हैं मगर ये जो कह रहे हैं उसकी वजह से इन पर कुफर के फतवे नहीं लगेंगे तो और क्या लगेगा अगर आप इनकी जो गुफ्तगू को सुने और जिस तरह कि यह दावे कर रहे हैं कि शायद इमरान खान को बहुत बड़ा आदमी है को वली अल्लाह है कि जिसकी वजह से जिसका नाम अल्लाह लोगों के दिलों में डाल रहा है तो यह इसीलिए फतवे लगते हैं कि इनकी जो लाइन ऑफ थिंकिंग है ना वो दुरुस्त नहीं है अ वो मुनासिब नहीं है अ इसमें कोई आपको आलम द फतवा दे सकता लेकिन इस वीडियो के ऊपर मैं आपको सिर्फ बता रहा हूं कि क्रिटिक्स बहुत ज्यादा है तन कीद बहुत हो रही है दूसरी वीडियो आप देखें अली अमीन गंडापुर साहब की यह सोने पर सुहा गए इनको अभी हुकूमत मिली नहीं और इन्होंने पहले से सबको सबक सिखाना शुरू कर दिया और यह कहते मैं छा नहीं शाह से जदा शाह का वफादार जो भी होगा मदीना की रियासत के अंदर है हमने उनको ऑन करना है हा य अदा बात है एक बंदा इलाह के लिए तैयार नहीं है और उसने कुछ काम ऐसे किए हैं जो कहते है ना शाह से ज्यादा शाह का वफादार तो फिर उसको सजा इसलिए देनी पड़ेगी कि सजा इस्लाम में भी है इसलिए कि अ लोगों को उससे एक रिसाल बनाया जाता है एक प्रेसिडेंट बनाया जाता है ताकि दोबारा ऐसा काम कोई ना करे तो वो भी करना पड़ेगा साब तो ये अली बन गंडापुर की जो गुफ्तगू है यह ब्यूरोक्रेसी के हवाले से है तो ब्यूरोक्रेसी ने भी चीखें मारना शुरू कर दिए है शिका शुरू हो गई नाब कौन बदा यह तो पहले से हमें कह र कि मैं आक टांग दूंगा पीडीई के अंदर भी और एस्टेब्लिशमेंट के बाद हल्को में भी यह तासुर मौजूद है कि इस शख्स कोर केपीके का वजीर आला बना दिया गया तो केपीके जो है वो फिर किसी और रास्ते पर चल निकलेगा तो इनकी मुखालफत इतनी शदीद है कि इनका वजीर आला बनना इस वक्त खासा मुश्किल हुआ हुआ है अगर कोई मामला जो है वो लो और दो के तहत नहीं तह पाए तो फिर यह गए अगली खबर कमिश्नर रावलपिंडी जो कि अब साबिक कमिश्नर हो चुके हैं उनके हवाले से है वो बेचारा कमिश्नर यह तरा करके या यह इल्जाम लगा के के इलेक्शन में धांधली हुई है और उन्होंने करवाई है खुद तो वो गिरफ्तार हो गया तो उसकी बाजया बी के लिए किसी एक जमात ने भी आवाज नहीं उठाई सारी जमात कमिशनर रावलपिंडी के बयान के ऊपर सियासत तो कर रही है लेकिन कोई पूछ नहीं रहा कि वो कमिश्नर गया कहां पे पुलिस तो दावा कर र कि उसने गिरफ्तार ही नहीं किया और किसी और इदार ने भी उसकी यानी उसको गिरफ्तार करने का दावा नहीं किया तो फिर उसे जमीन खा गई है कि आसमान खा गया है तो यह कहा गया सीसीपीओ साब उ ले गए है और सीसीपीओ ने कहां लेकर गए के सदार उन्होने तहवील में रखा और सीसीपी उने अपनी तहवील में कैसे रख सकते हैं लेकिन उस मजलूम के लिए कोई आवाज बुलंद नहीं करा लेकिन वो मजलूम यकीनी तौर पर किसी ना किसी की तहवील में है और जरा ने बताया कि जिनकी भी वो तहवील में है उसने बड़े अहम इंक शफात किए और उन इंक शफात की रोशनी में उसके पीए की घर पर छापा मारा गया है वजीराबाद में उसका पीए रहता है उसका नाम है इफाक ताड और पुलिस उसके घर पर घुसी है तलाशी ली है उसको गिरफ्तार करने की कोशिश की है लेकिन वो अपने घर पर मौजूद नहीं था तो शफक तारण के घर पर छापा यह लियाकत चट्ठा साहब की बयान की रोशनी में मारा गया क्योंकि इन्होंने दावा किया था कि मेरे जितने मामलात हैं या मुझ पर जो भी किसी ने दबाव डाला है या मुझसे जो फरमाइश की है व मेरे पीए के जरिए मुझे पैगाम दिए गए हैं इनसे इनके फोन ले लिए गए हैं और फोन को फ्रांस के लिए भेज दिया गया है अब इन्होंने मुद्दा पीए प डाला है या उसको भगा दिया क्योंकि वो तो कहीं मिल नहीं रहा और इफाक तार उनका पीए है अगर उसने कोई गलत काम नहीं किया तो उसको भागने की जरूरत नहीं है और बाजरा कहते हैं कि इनका राफी वीडियो बयान भी रिकॉर्ड कर लिया गया है और इनके बारे में बहुत सारी बातें सामने आ चुकी है कुछ मैं आपको बता चुका हूं कुछ अभी और सामने आ रही हैं कुछ नई इंफॉर्मेशन सामने आई कि इनकी जो बहू है वो लंदन में रहती है और उनके बेटे भी लंदन में रहते हैं और हाल ही में उनकी शादी हुई है और इनकी बहू जो है वो लंदन में उस ग्रुप की बड़े ही एक्टिव कारकुन है जिन्होंने एवन फील्ड के बाहर नवाज शरीफ को सलवा सुनाने का एक सिलसिला शुरू कर रखा था और कई साल तक वो इस पर कायम रही और उनकी बहुत सारी वीडियो सोशल मीडिया पर अवेलेबल है तो इनका पीटीए से किसी ने किसी हद तक ताल्लुक भी साबित होता है फिर इनके फैमिली के लोग भी शामिल हैं अ इस हवाले से आज इंक्वायरी कमेटी का एक इजलास भी हुआ है और कल इंक्वायरी कमेटी ने यानी पीर के रोज तमाम आरस को तलब कर लिया है अ तमाम जो रावलपिंडी के इला के आरस है उनका स्टेटमेंट लिया जाएगा तीन दिन यह कमेटी तहकीकात करेगी उसके बास रिपोर्ट देगी हफ्ते और इतवार की रात को भी तमाम आरो ने टेलीविजन पर यह आकर बता दिया था कि उन्होंने कोई धांधली नहीं की ना ही उनसे किसी ने धांधली के लिए कहा था और कमिश्नर राहुल पिंडी के बयान को उन्होंने बिल्कुल गलत करार दिया है अ कमिशनर राल पिडी जवाब से हटा भी दिए गए तो राजा रया साहब ने दावा किया कि उस्मान बुजदार ने लकत चट्ठा की आखिरी पोस्टिंग के लिए 5 करोड़ लिए थे सावक अपोजिशन लीडर हैं राजा रियाज और वो फैसलाबाद में रहते हैं तो फैसलाबाद में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की इस हवाले से और उन्होने कहा मैं बड़ी अच्छी तरह जानता हूं यह 20 साल तक फैसलाबाद में इन्होंने नौकरी की है और यह करप्ट तरीन मजिस्ट्रेट थे जिनकी आखिरी पोस्टिंग के लिए उस्मान बुजदार ने 5 करोड़ लिए थे अब इनकी जो आखिरी पोस्टिंग रावलपिंडी में हुई है वो उस्मान बुजदार ने तो नहीं की वो तो की है जनाब मोसन नकवी साहब ने तो लेकिन ये साबिक कमिशनर रावलपिंडी लियाकत चट्टा साहब ये जहां भी पोस्टिंग कराते ने बड़ी अच्छी अच्छी पोस्टिंग ली है और पोस्टिंग के एवज ये भारी रकम देने वालों में शामिल थे तो जाहिर है जो इतनी बड़ी रकम देकर पोस्टिंग लेता है वो फिर माल भी कमाता है तो राजा रयाल साहब ने इन पर यह इल्जाम लगाया कि इनको 2 करोड़ में खरीदा गया है और इन्होंने पैसे लेकर चीफ जस्टिस और चीफ इलेक्शन कमिशनर दोनों पर इल्जा मात लगाए गए हैं और दूसरा नेय कहा कि इनकी जहां भी पोस्टिंग हुई है इन्होने हमेशा करप्शन की है इनको न्यूयॉर्क में ओवरसीज के जरिए एक फ्लैट दिया गया है इनका नाम ईसीएल में डालकर इनकी पूरी छानबीन की जाए इनकी तहकीकात की जाए तो यह कमिश्नर साहब के हवाले से एक और स्टेटमेंट सामने आ गया और एक और आहम चीज यह कि साफी हमद मीर पर बहुत गर्म है मुस्लिम लीग नून के लोग और वह यह दावा कर रहे हैं कि हमद मर साहब ने काफी इस मामले में नेगेटिव रोल प्ले किया है और वो ममद मर साहब ये दावा कर रहे थे कि और भी लोग हैं जो कि लाइन में लगे हुए हैं जो ये दावा कर ें कि धांधली हुई है और फिर उन्होंने साक डार साब के बारे में नाबा कलमा भी अदा किए तो अब जो मुसलिम लीग नून के जो एक्चुअली सोशल मीडिया के लोग नहीं है लेकिन वो वॉलंटिज्म मीर साहब बिक गए हैं और इन्होंने पैसे पकड़ लिए हैं तहरीक इंसाफ से या कोई गड़बड़ की है लेकिन मेरा जो ख्याल है वह यह कि हमद मर साहब इस किस्म के काम नहीं करते वो किसी सियासी जमात के साथ नहीं है लात से आपको इख्तिलाफ हो सकता है नजरिया से हो सकता है अ वो किसी के सान मन जरूर है जो मेरी तलात है कि अगर किसी शख्स ने मुश्किल वक्त में उनकी मदद की है उनको कोमेट किया है तो फिर वक्त आने पर उसके एहसान का बदला भी उतारा जा सकता है तो मुझे यह मामला जो है ना वो पैसों से ज्यादा वो एहसान मंदी का नजर आता है और मुश्किल वक्त में जो उनके साथ था जो लोग खड़े हुए थे शायद उन्होंने डिमांड की है हाद मीर साहब से कि आप हमें सपोर्ट कर दे तो वो कर रहे हैं तो एक वीडियो और सामने आई है जो कि के मुबला तौर पर धांधली के हवाले से है एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई है मुस्लिम लीग नून के लोगों ने की है उन्होंने को whatsapp2 के कोई क्लिप शेयर की है जिसमें यह सारी कमिशनर रावलपिंडी के साथ जो भी मामला थे इनके हवाले से जो कंस्पिरेशन थ्योरी है कि इनको किसने लॉन्च किया वो कुछ उन्होंने एविडेंस दी है और दावा ये किया है मुस्लिम ली नून के लोगों ने कि ये 9 मई टू करना चाहते थे तो 9 मई टू करने की जो कोशिश है वो ज्यादा कामयाब नहीं हुई और जो वीडियो है यह फाटा के इलाके की है जहां पर पीटीआई के लोगों ने वो पूरा जो बैलेट बॉक्स है वही उठाकर ले गए तो खैबर बना में जो पीटीआई को कामयाबी मिली है ना उसके पीछे जो हका सामने आ रहे हैं वो यह है कि वहां पर धांधली शायद उससे कहीं ज्यादा हुई है जिस तरह की धांधली का इल्जाम वो पाकिस्तान के दीगर हिस्सों में लगा रहे हैं खैरना पाकिस्तान का वो इलाका रहा है इस इलेक्शन के दौरान जहां पर शायद इंतजाम नाम की कोई चीज थी नहीं और वहां पर पीडीए ने जिस तरह चाहा जैसे चाहा वो डाला और जीता इलेक्शन जीता तो इसीलिए एनपी और जे यूआई फे वहां पे शोर मचा रहे हैं कि धांधली हुई है और जिस तरह की वीडियो सामने आई पहली वीडियो है जो कि बताती है और जिसको डिसऑन भी नहीं किया जा रहा कि ये वाकई वो वीडियो है जिसमें फाटा के लोग जो है वो बैलेट बॉक्स उठा के ले जा रहे हैं तो इस तरह कितने और इलाको में हुआ होगा तो इसलिए जो खैबर पखत के रिजल्ट है सिर्फ वही रोके गए हैं तो यह वो वीडियो है जिसको आपने देख लिया है इसके बारे में आप अब खुद राय कम कर सकते हैं इसके अलावा पीटीआई के लोगों ने दावा किया कि शेर अफदल मरवत को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई है और ये कोशिश कामयाब नहीं हुई और व किसी जगह पे जा रहे थे और रास्ते में पेट्रोल पंप से वो पेट्रोल डलवा रहे होंगे अपने डाले के अंदर और फिर वहां पे पुलिस की गाड़ियां आती हैं वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह उनको गिरफ्तार करने कोशिश की लेकिन उनके ड्राइवर ने या खुद उन्होंने गाड़ी रिवर्स की भगाई और वहां से निकल गए जिस तरह भी है तो इस पर बड़ी जाजे का हो रही क्या बात है शेर अफजल मरवत जो है वो पूरा जेम्स बंड बन गया 007 लेकिन अगर शेर अफजल मरवत साहब जो सियासी रहनुमा है वो गिरफ्तार हो भी जाते हैं तो उन्हें अव्वल तो किसी ने ज्यादा देर अंदर रखना नहीं है इससे पहले भी वो गिरफ्तार हु थे 24 घंटे से पहले छूट गए थे एक तो वो वकील है और दूसरा वो खैबर पखत से ताल्लुक रख हैं तो ऐसे लोगों को ज्यादा देर अंदर आजकल रखा नहीं जाता उसकी वजह जो भी आप समझे अ कि वहां पे जज्बात को ज्यादा हवा दी नहीं जा रही नहीं हुए और जिस तरह उन्होंने गाड़ी पीछे मारी दूसरी गाड़ी को अगर कोई खुदाना कैजल हो जाती तो लेने के देने पड़ सकते थे तो ये बड़ा ही उन्होंने रिस्की काम किया और फिर अगर पुलिस फायरिंग कर देती तो शेरल मरवत जो है वो कहां रहते वैसे तो उनका दावा ये है कि बलूल प्रीफ गाड़ी में होते हैं क्योंकि इससे पहले भी उनकी गाड़ी में फायरिंग हुई थी तो उनको कोई गोली नहीं लगी थी तो यह उनकी एक वीडियो भी सामने आई है इसके पाकिस्तान में और उसके पीछे दो वजू हात है एक तो मुस्लिम लीग नून के लोगों ने यह दावा किया था कि फैमिली की जो या उनकी जाती जो निजी जिंदगी की वीडियोस है तसवीर है वो शेयर करके उन पर दबाव डालकर उनको एक्सप्लोइट किया जा रहा हो तो twitter4j इससे पहले का नतीजा जो है वो रोक लिया गया था तब तक के लिए इतना ही आपसे मुलाकात होती है अगले लॉग में अपना गिर्द उनवा के लोगों का बहुत ख्याल रखिएगा