MICHIGAN LOTTERY FRAUD |एक MATHS GENIUS जिसने एक अद्भुत LOTTERY SCAM को अंजाम दिया |27 MILLION$ SCAM

हेलो दोस्तों मेरा नाम है यश स्वागत है आपका मेरे चैनल द ट्रेलर में आज मैं आपको एक ऐसे जीनियस मैथमेटिशियन की कहानी सुनाने जा रहा हूं जो अपने कैलकुलेशंस की वजह से कई सालों तक लॉटरी कंपनीज को ठक रहा और उसने 27 मिलियन डॉलर यानी 2210 करोड़ कमाए हालांकि मैथमेटिशियन डिस्लेक्सिया नाम की बीमारी का शिकार था जिसमें अल्फाबेट्स को समझने में परेशानी होती थी मगर किसी भी ऑब्जेक्ट और मैथ्स की मुश्किल से मुश्किल प्रॉब्लम को वह चुटकियों में सॉल्व कर देता था उसके मुताबिक नंबर्स को लेकर उसके अंदर एक जुनून था और इसी जुनून और प्यार की वजह से उसने लॉटरी टिकट्स के वो नंबर सॉल्व किए जिसने उसे एक मिलियनेयर बना दिया हालांकि ये कभी पकड़ा नहीं गया मगर एक न्यूज़ चैनल की रिपोर्टर को एक दिन वो टिप मिलती है जिसकी वजह से उसका यह पूरा ऑपरेशन पकड़ा गया और तब उस जीनियस मैथमेटिशियन का वह सच सबके सामने आया जिसने सभी को हैरान करके रख दिया तो आखिर कौन था यह जीनियस मैथमेटिशियन कैसे वोह इन लॉटरी के नंबर्स को फोर्स करता था और वह कौन सी टिप थी जिसकी वजह से उसका यह पूरा फ्रॉड पकड़ा गया इस पूरे लॉटरी स्कैम के मास्टरमाइंड का नाम है जेरी शेल्बी जो मिशिगन के अवार्ड का रहने वाला था फरवरी सन 2003 की सुबह वह अपने घर में बने ऑफिस में पहुंचता है जहां हर तरफ पुराने न्यूज़पेपर और कुछ बुक्स फैली पड़ी थी और इसी दौरान उसकी नजर एक लॉटरी टिकट पर पड़ती है जो काफी दिनों से उसकी टेबल पर पड़ा था और तभी उसकी आंखें वोह देख लेती हैं जो बाकी लोग नहीं देख पाए यह लॉटरी टिकट विन फॉल लॉटरी गेम का था जिसमें एक बहुत अनोखा ट्विस्ट हुआ करता था और जेरी उस टिकट को अपने हाथ में लेकर बहुत गौर से देखने लगता है कुछ देर ऑफिस में गुजारने के बाद वह किसी काम से घर से बाहर चला जाता है जहां से लौटने में उसे रात हो जाती है और वह अपने बेड पर जाकर सो जाता है आधी रात को अचानक जेरी की आंख खुलती है और उसके दिमाग में व लॉटरी टिकट और उसके नंबर्स घूमने लगते हैं जिसकी वजह से वह इतना बेचैन हो जाता है कि वह उसी वक्त घर में बने अपने ऑफिस में पहुंचता है और उस लॉटरी टिकट और पेन पेपर को लेकर बैठ जाता है अब जैरी उस लॉटरी टिकट के नंबर्स को उस पेपर पर लिखना शुरू करता है और वह पूरी रात इन नंबर्स को ऊपर नीचे और आगे पीछे करके लिखता रहा और इस तरह अगली सुबह हो गई अब ये जरी का एक रूटीन बन गया कि वह हर रात अपने घर में बने ऑफिस में जाता और वहां इस लॉटरी टिकट के नंबर्स को अलग-अलग तरह से पेपर पर लिखता और धीरे-धीरे उसे नंबर्स का वो पैटर्न दिखाई देने लगता है जिससे उसे यह समझ आने लगा कि उसके हाथ कुछ ऐसा लग चुका है जिसके बारे में ना ही कोई जानता है और ना ही किसी ने सोचा इस पैटर्न के बनने के बाद जेरी को ये यकीन हो गया कि लॉटरी जीतना लक का नहीं बल्कि पूरे कैलकुलेशंस का गेम है और जो उसके हाथ लगा है वो उसकी जिंदगी हमेशा के लिए बदलने वाला था जेरी को इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि यहां से उसका और उसकी बीवी का 9 साल का वो सफर शुरू होने वाला है जो लॉटरी की दुनिया को हिलाक रख देगा इस पूरी कहानी में जेरी की बीवी मार्ज ने भी एक बहुत अहम रोल अदा किया और वो दोनों मिशिगन के शहर अवार्ड में उस वक्त आकर बसे थे जब इस शहर की आबादी कुल 1900 हुआ करती थी जेरी और उसकी बीवी मार्च की कहानी शुरू होती है एथनस हाई स्कूल से जहां वो दोनों स्कूल में पहली बार मिले और यहीं से दोनों में प्यार हुआ और फिर उन दोनों ने शादी कर ली जेरी को शुरू से ही एक डिस्लेक्सिया नामक बीमारी थी जिसकी वजह से उसे रीडिंग करने में बहुत परेशानी होती थी क्योंकि वह अलग-अलग लेटर्स और वर्ड्स को एक साथ जोड़कर सेंटेंस में नहीं बोल पाता था था और इसी वजह से रीडिंग एग्जाम्स में उसके नंबर्स हमेशा कम आते थे मगर वह किसी भी मैथमेटिकल प्रॉब्लम को चुटकियों में सॉल्व कर देता था जरी भले ही पढ़ाई में अच्छा नहीं था मगर वह एक पजल सॉल्वर था और उसे हर चीज में कोई ना कोई पैटर्न दिखाई देता था जिसकी वजह से सन 1966 में उसका नंबर्स पैटर्स और पजल को सॉल्व करने का सफर शुरू हुआ हुआ यूं कि जेरी को सन 1966 में केलॉक्स कंपनी में मटेरियल एनालिस्ट की जॉब मिल जाती है जहां उसका काम था कि वह पैकिंग बॉक्सेस को इस तरह डिजाइन करें जिससे अंदर पैक होने वाला खाने की सेफ लाइफ बढ़ जाए जरी का ऑफिस उसी फैक्ट्री के अंदर था जहां यह डब्बे में पैक होने वाले सिरिल्स बनाए जाते थे और चूंकि वो इस कंपनी का बॉक्स डिजाइनर था इसलिए वह दूसरी कंपनीज के सिरिल बॉक्सेस के सैंपल्स भी अपने पास रखता था ताकि वह अपनी कंपनी के बॉक्सेस को दूसरी कंपनी से बेहतर डिजाइन कर सके जरी ने अपने ऑफिस लैब के अंदर इसलिए रखा था ताकि वह दूसरी कंपनीज के सरील बॉक्सेस से सरील निकालकर उसे हीट करके उसका वजन कर सके और उसके निकलने वाले रिजल्ट्स को कलक्स फ्रूट लूप से कंपेयर कर सके इसी दौरान एक दिन जेरी की नजर जनरल मिल्स कंपनी के सीरियल बॉक्स पर पड़ती है जिस पर कुछ नंबर्स और लेटर्स लिखे हुए थे यह वो नंबर और लेटर्स थे जो हर कंपनी अपने बॉक्सेस पर लिखती थी ताकि किसी भी बॉक्स की सेल्फ लाइफ का पता लगाया जा सके और यह देखते ही जरी सोचने लगता है कि क्या वो इन नंबर्स और लेटर से कुछ निकाल सकता है और व ऐसा करने में कामयाब भी हो गया जरी इस बात की खबर अपने मैनेजर को देते हुए उसे यह बताता है कि वह इन नंबर्स और लेटर्स की मदद से यह बता सकता है कि डब्बे में पैक ये सीरियल्स अपनी सेल्फ लाइफ से पहले खराब हो चुके हैं और वह इस बात का फायदा उठा सकते हैं जेरी के मैनेजर को इस बात में कुछ खास दिखाई नहीं देता और वह जेरी से कहता है कि वह बस अपने काम पर ध्यान दे मगर जेरी अपने मैनेजर की बात का बुरा ना मानते हुए इस बात से खुश था कि उसकी आंखें वो देख पा रही थी जो कोई और नहीं देख पा रहा था अब जरी का इंटरेस्ट दिन बदन नंबर्स में बढ़ता जा रहा था और अब वो मैथमेटिक्स की और बारीकियों को सीखना चाहता था जिसकी वजह से उसने केलॉक्स कम्युनिटी कॉलेज की नाइट क्लासेस जवाइन कर ली अब जरी अपने काम के साथ नाइट कॉलेज में भी पढ़ने लगा और महज कुछ ही सालों में उसने कई डिप्लोमास और मैथमेटिक्स बैचलर डिग्री भी हासिल कर ली हालांकि वह मैथमेटिक्स में मास्टर्स भी करना चाहता था मगर अपनी घरेलू जिम्मेदारियों की वजह से कर नहीं पाया जेरी चाहता था कि उसके बच्चे भी मैथ्स में इंटरेस्ट ले और मैथमेटिक्स में डिग्री हासिल करें और इसी वजह से वह अक्सर अपने बड़े बेटे जो हाई स्कूल में था उससे जमा किए हुए कॉइंस गिनवाला जरी बैंक से खरीदता था इस उम्मीद में कि अगर कॉइंस बेचते वक्त बैंक से कोई गलती हो जाए तो उसके हाथ कुछ रर और कीमती कॉइंस लग सकते हैं और आखिरकार एक बार जरी का अंदाजा बिल्कुल सही साबित हुआ इस बार कॉइंस का जो पैकेट उसने बैंक से खरीदे उसमें उसके हाथ एक पुराना और कीमती कॉइन लग गया जिसे बेचकर उसने $2000 कमाए बहरहाल कई साल कलक्स कंपनी में काम करने के बाद जेरी फैसला करता है कि अब वह दूसरों के लिए नौकरी नहीं करेगा और अपना खुद का बिजनेस शुरू करेगा जेरी अपनी बीवी मार्च को यह बताते हुए उससे यह डिस्कस करता है कि उन्हें अब क्या करना चाहिए और तब उन दोनों के बीच यह तय होता है कि वो दोनों मिलकर एवर्ट मिशिगन में एक जनरल स्टोर खोलेंगे एवर्ट उनके बिजनेस के लिए एक परफेक्ट जगह थी क्योंकि यहां की आबादी महज 2000 थी और यहां के ज्यादातर लोग वहां बनी दो फैक्ट्रीज में वर्कर्स थे हालांकि एक छोटा सा रिमोट कस्बा था मगर दो ऑटोमोबिल फैक्ट्रीज होने की वजह से यहां के वर्कर्स को अच्छे पैसे मिलते थे और वह अपने लिए अच्छी खासी खरीदारी करते थे बहरहाल जेरी और उसकी बीवी एवर्ट में अपनी जनरल स्टोर खोल लेते हैं और स्टोर से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर अपने बच्चों के साथ एक घर में शिफ्ट हो जाते हैं यह स्टोर उन्होंने सन 1984 में शुरू किया जिसका नाम उन्होंने कॉर्नर स्टोर रखा और जेरी की बीवी मार्च भी उसके साथ मिलकर यह स्टोर संभालने लगी उनका एक फिक्स रूटीन था कि वह स्टोर को रोज सुबह 7:00 बजे खोल लेते थे और यह स्टोर रात 12:00 बजे तक कस्टमर्स के लिए खुला रहता था जिसमें मार्च का काम था कि वो पूरा बुक्स डिपार्टमेंट संभालती थी और जेरी के जिम्मे स्टोर के लिए खरीदारी करने का काम था जिसमें वोह सिगरेट्स और शराब भी खरीदता था हालांकि जेरी वैसे तो एक छोटा-मोटा बिजनेस चला रहा था और उसका रूटीन भी बहुत बोरिंग था मगर उसका नंबर्स और पजल्स को सॉल्व करने का इंटरेस्ट कभी कम नहीं हुआ और इसी का फायदा उठाकर उसने ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाए मिसाल के तौर पर उस वक्त सिगरेट कंपनीज हर कन्वीनियंस स्टोर को एक कार्टन पर $ ल का डिस्काउंट देती थी ताकि वो उनकी सिगरेट्स अपने स्टोर के शेल्फ में लगाए और इसी का फायदा उठाकर वो इन सिगरेट्स को डायरेक्ट कंपनी से खरीदने लगा और उसने ये कार्ट्स उन छोटे रिटेलर्स को एक डॉलर के डिस्काउंट पर बेचना शुरू कर दिए जिन्हें कोई डिस्काउंट नहीं मिलता था इसका यह फायदा हुआ कि वह जितने सिगरेट्स के पैकेट अपने कन्वीनियंस स्टोर से नहीं बेच पा रहा था उससे ज्यादा वो इन रिटेलर्स को बेचकर अच्छे खासे पैसे कमा रहा था क्योंकि उनका यह कॉर्नर स्टोर सबसे ज्यादा लंबे वक्त के लिए खुला रहता था और जेरी और उसकी बीवी भी ज्यादातर कस्टमर्स को नाम से जानते थे जिसकी वजह से व अपने कस्टमर्स को नए-नए प्रोडक्ट दे दिखाकर बेचा करते थे और यहीं से जेरी के दिमाग में आईडिया आता है कि वह अपने स्टोर में लॉटरी मशीन इंस्टॉल करेगा हालांकि जेरी ने मशीन महज बिजनेस पर्पस के लिए इंस्टॉल कराई थी मगर वह यह नहीं जानता था कि नंबर्स को सॉल्व करने का जुनून उसे इतना आगे ले जाएगा और आगे चलकर वह पूरी लॉटरी की दुनिया को बदलने वाला है पहली लॉटरी मशीन जो स्टोर में इंस्टॉल हुई वो एक मरून कलर की मशीन थी जो मिशिगन स्टेट लॉटरी टिकट्स छापते थी एव में रहने वाले लोगों ने इससे पहले कभी कोई लॉटरी मशीन नहीं देखी थी इसीलिए इस बात की खबर पूरे एव में बहुत तेजी से पहनने लगी और ज्यादा से ज्यादा लोग लॉटरी खेलने के लिए जेरी के स्टोर आने लगे मिशिगन स्टेट जेरी को हर लॉटरी टिकट बिकने पर 6 पर का कमीशन दे रहा था और साथ ही साथ जीता हुआ लॉटरी टिकट अगर उसके स्टोर पर कैश कराया जाता है तो उन्हें 2 पर का एक्स्ट्रा कमीशन और मिलेगा जेरी को भी ये समझ आने लगा था कि वह इस बिजनेस से काफी अच्छे पैसे कमा सकता है इसलिए वो अब न्यूज़ पेपर्स में भी ऐड्स देने लगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लॉटरी टिकट खरीदें जरी सेल्स को बढ़ाने में भी बहुत माहिर था और अगर वह देखता कि लॉटरी टिकट्स की सेल डाउन हो रही है तो व इन टिकट्स पर एक चमकता हुआ कॉइन लगा देता और कस्टमर से कहता कि अगर व टिकट्स खरीदेंगे तो यह कॉइन उनके गेम में अच्छी किस्मत लेकर आएगा जेरी का यह आईडिया भी काम कर गया और वह महज लॉटरी टिकट्स बेचकर साल के $ हज कमा रहा था हालांकि जेरी और उसकी बीवी खुद लॉटरी नहीं खेलते थे मगर जेरी कभी कभार एक आद लॉटरी टिकट खरीद लेता ताकि वह यह जान सके कि इन लॉटरी टिकट्स के नंबर्स को किस मैच के हिसाब से डिजाइन किया गया है उसका दिमाग हर वक्त इसी जद्दोजहद में रहता कि वह किसी तरह इन नंबरों का तोड़ निकाल सके जिसमें वह आगे चलकर कामयाब भी हुआ बहरहाल जेरी का बिजनेस आगे कुछ सालों में काफी फल फूल गया और उसने कई लॉटरी मशीनस और बढ़ा ली और कुछ लोग भी रख लिए जो इन लॉटरी मशीनस को मैनेज करते थे जेरी अब अपनी बीवी के साथ अपनी जिंदगी एंजॉय करने लगा और लगभग 15 सालों तक उन्होंने वोह सब कुछ किया जो वह करना चाहते थे मगर सन 2000 में वह फैसला करते हैं कि वह काम से रिटायरमेंट ले लेंगे इस फैसले के बाद वो अपने बिजनेस को बेच देते हैं और मां जो अब पूरी तरह घर संभाल लेती है वहीं जैरी अपने दोस्तों के साथ बैठकर अपना वक्त काटता है या फिर कभी-कभार कॉर्नर स्टोर चला जाता और वहां के नए ओनर से बातचीत करने लगता जरी अपने रिटायरमेंट बहुत सुकून और बहुत अच्छी तरह काट रहा था और तभी 3 साल बाद मिशिगन स्टेट एक नई लॉटरी लॉन्च करता है जिसका नाम था विन फॉल रोज की तरह एक सुबह जेरी कॉर्नर स्टोर पहुंचता है वक्त काटने के लिए कि तभी उसकी नजर एक लॉटरी ब्रोशर पर पड़ती है जिस पर विन फॉल लिखा हुआ था इस ब्रोशर में लॉटरी टिकट का जो प्राइस लिखा था वो महज ॉ था मगर एक बात थी जिसने जेरी का ध्यान सबसे ज्यादा अपनी तरफ खींचा वो था इस गेम का स्ट्रक्चर और किस तरह ये गेम डिजाइन किया गया था इस लॉटरी गेम में प्लेयर्स को एक से 49 नंबर्स के बीच छह नंबर्स चुनने होते थे और मिशिगन स्टेट लॉटरी जब इन लॉटरी नंबर्स को अनाउंस करती थी तब इन प्लेयर्स को देखना होता था कि ये लॉटरी नंबर्स उनके चुने हुए नंबर से मैच हो रहे हैं या नहीं और अगर किसी प्लेयर के चुने हुए छह के छह नंबर्स अनाउंस हुए लॉटरी नंबर से मैच हो जाते तो उनका जैकपॉट लग जाता और अगर उनके पाच चा तीन या उससे कम नंबर्स मैच होते तो यह अमाउंट कम हो जाता हालांकि जैकपॉट अमाउंट बहुत ज्यादा बड़ा नहीं था क्योंकि लॉटरी टिकट्स की कीमत महज $ लर थी मगर इसके बावजूद भी लॉटरी टिकट सस्ता होने की वजह से लोग ज्यादा से ज्यादा टिकट खरीद रहे थे इस उम्मीद में कि एक दिन उनका जैकपॉट लग जाएगा इसी दौरान जेरी का दिमाग इस गेम की उस कमी को पकड़ लेता है जो उसे एक मिलियनेयर बनाने वाली थी जेरी देखता है कि विन फॉल गेम में अगर कोई जीत नहीं पाता तो जैकपॉट का अमाउंट बढ़ता चला जाता है और अगर यह अमाउंट 5 मिलियन डॉलर तक पहुंच जाता है तो इस गेम में एक रूल लागू हो जाता है जिसका नाम था रोल डाउन रोल डाउन के हिसाब से ही जैकपॉट अमाउंट अब हर उस विनर में बटेगा जो सभी चेन नंबर्स के अलावा उससे कम नंबर्स को भी प्रेडिक्सी हुए लॉटरी नंबर से मैच हो जाएंगे यह रोल डाउन हर छ हफ्ते में एक बार होता था और मिशिगन स्टेट इसे एक बड़े इवेंट की तरह करता था ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लॉटरी खेलने की तरफ आकर्षित हो इसका फायदा यह हुआ कि ज्यादा से ज्यादा लोग अब टिकट्स खरीदने लगे ताकि उनके चुने हुए नंबर्स लॉटरी नंबर से मैच हो जाएं और जैकपॉट अमाउंट में उन्हें हिस्सा मिल जाए इस ब्रोशर में यह भी लिखा था कि कितने सही नंबर्स नंबर प्रेडिक्सी 1500 में से एक थे इसका साफ मतलब था कि 1500 लोगों में से महज एक ही शख्स इन चार सही नंबर्स पर दांव लगाकर यह $200 जीत सकता था और अब जेरी अपने कैलकुलेशंस और अपना दिमाग दौड़ाना शुरू करता है जिससे उसे यह समझ आने लगता है कि अगर प्लेयर रोल डाउन तक रुक जाए तो उसके जीतने के चांसेस काफी बढ़ जाएंगे मगर यह तभी मुमकिन है जब कोई सभी छह नंबर्स को सही प्रिडिक्ट ना कर पाए जैसे-जैसे जैकपॉट अमाउंट बढ़ता जाता है वैसे-वैसे तीन सही नंबर्स का प्रेडिक्शन करने वाले प्लेयर्स का प्राइस वनी भी बढ़ता चला जाता है और जो प्लेयर चार सही नंबर्स को प्रिडिक्ट कर लेता है उसे नाम का 50 गुना ज्यादा दिया जाता है अपना सारा हिसाब किताब लगाने के बाद जेरी को यह समझ आने लगता है कि वो ये लॉटरी टिकट्स उसी हफ्ते के दौरान खरीदेगा जिस हफ्ते रोल डाउन अनाउंस होने वाला हो मगर उसके सामने सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि वो यह सब कुछ अपनी बीवी से छुपा कर रखना चाहता था और इसके लिए वो एक बेहतरीन तरीका निकाल लेता है क्योंकि जेरी खुद इस बात को लेकर श्योर नहीं था कि जो कैलकुलेशंस वो बिठा रहा है वह सही है भी या नहीं इसलिए वह फैसला करता है कि वो अपनी थ्योरी को पहले पेपर पर टेस्ट करेगा रोल डाउन वीक के दौरान वो लॉटरी टिकट्स नहीं खरीदता बल्कि सिर्फ कुछ नंबर्स अपने दिमाग में प्रेडिक्शन स्टेट लॉटरी को अनाउंस करता है तब उसके प्रेडिक्सी निकलते हैं और उसे ये समझ आने लगता है कि उसकी थ्योरी काम कर रही है अपनी थ्योरी टेस्ट करने के बाद अब जो आखिरी काम बचा था वो यह था कि अब जेरी रियल लॉटरी खेले और जैसे ही स्टेट लॉटरी अगला रोल डाउन अनाउंस करती है वैसे ही जरी अपनी कार में बैठकर एक जनरल स्टोर के लिए निकल जाता है जो एवर्ट से 75 किमी दूर मेसिक में था जेरी स्टोर में लॉटरी टिकट्स खरीदने आया था और उसने टिकट्स अपने शहर एवर्ट से इसलिए नहीं खरीदे क्योंकि वहां के ज्यादातर लोग उसे जानते थे और वह यह नहीं चाहता था कि लोग उससे यह सवाल पूछे कि वह इतने सारे टिकट्स क्यों खरीद रहा है बहरहाल जेरी जब स्टोर के ओनर से लॉटरी टिकट्स देने के लिए कहता है तब वह उसे देखता ही रह जाता है क्योंकि जेरी ने उससे 2200 लॉटरी टिकट्स मांगे थे क्योंकि हर लॉटरी टिकट $ का था इसलिए जेरी $200 निकालकर स्टोर ओनर को देता है और खड़ा होकर टिक टिकट स्प्रिंट होने का इंतजार करने लगता है टिकट स्प्रिंट होने के बाद जेरी वहां से वापस लौट जाता है और रोल डाउन अनाउंस होने का इंतजार करने लगता है और महज कुछ ही दिन बाद मिशिगन स्टेट रोल डाउन अनाउंस कर देता है रोल डाउन अनाउंस होते ही जेरी सभी 2200 टिकट्स पर अलग-अलग नंबर्स को प्रेडिक्सी किताब लगाता है तब उसकी जीत की रकम से महज $50 कम थे जितने उसने टिकट्स लेने के लिए खर्च किए थे यानी $250 अब तक यहां कोई और होता तो हार मान जाता मगर जेरी के दिमाग में सिर्फ नंबर्स घूम रहे थे और दोबारा अपने कैलकुलेशंस करने के बाद उसे यह समझ आता है कि उसने बहुत कम पैसे लगाए थे इस लॉटरी को जीतने के लिए क्योंकि व जितनी बड़ी लॉटरी जीतना चाहता था उसके हिसाब से उसने कम पैसे खर्च किए थे अब उसे जरूरत थी और ज्यादा टिकट्स खरीदने की ताकि व अपने जीतने के चांसेस को अपनी थ्योरी के हिसाब से और बढ़ा सके और इसी वजह से जैसे ही दूसरा रोल डाउन अनाउंस हुआ जरी दोबारा उसी स्टोर के लिए निकल गया लॉटरी टिकट्स का खरीदने के लिए इस बार वह 3400 टिकट्स खरीदता है जो पिछली बार से 1200 टिकट ज्यादा थे मगर उसे हर वक्त यही डर सताता रहता कि अगर व टिकट्स घर लेकर गया तो उसकी बीवी को इस बारे में पता चल जाएगा इसलिए इस बार उसने सभी टिकट्स के नंबर को उसी जनरल स्टोर में बैठकर प्रेडिक्सी आंखों में चमक आ गई इस बार जरी $300 जीत चुका था और ये उन पैसों से 46 पर ज्यादा था जो उसने लॉटरी टिकट्स खरीदने में लगाए थे और इस तरह वो इनफॉर लॉटरी का तोड़ निकाल चुका था जो आगे चलकर उसे बहुत अमीर बनाने वाली थी अगले रोल डाउन में जेरी ने $18000 के टिकट्स खरीदे और इस बार जो रकम उसने जीती वो थी 15700 और इस बार ये उसके लगाए हुए पैसों पर 100% प्रॉफिट था लगातार एक के बाद एक जीत से यह साबित हो गया कि जेरी की थ्योरी और उसके कैलकुलेशंस बिल्कुल सही काम कर रहे हैं और तब वह फैसला करता है कि अब वो वह इस बारे में अपनी बीवी को बता देगा एक वेकेशन के दौरान जब वह इस बारे में अपनी बीवी को बताता है तब वह हल्के से मुस्कुरा देती है क्योंकि वह जेरी के नंबर सॉल्व करने के टले के बारे में बहुत अच्छी तरह जानती थी और उसे यह सुनकर कोई ताज्जुब नहीं होता जेरी का मानना था कि ना तो वह कोई फ्रॉड कर रहा था और ना ही लॉटरी कंपनी को धोखा दे रहा था वह बस सही वक्त पर ज्यादा लॉटरी टिकट्स खरीद रहा था और अपने कैलकुलेशंस की वजह से हर लॉटरी जीत रहा था जहां जरी पहले अकेले लॉटरी टिकट्स खरीदने जाता था वहीं अब उसकी बीवी मार्च भी उसके साथ जाने लगी और चूंकि ज्यादातर स्टोर ओनर्स अब उन्हें जानते पहचानते थे इसलिए किसी को भी उन पर कोई शक नहीं होता कि वह इतने ज्यादा लॉटरी टिकट्स क्यों खरीद रहे हैं अब उनका एक रूटीन बना गया कि वो हजारों टिकट्स प्रिंट कराते रोल डाउन के अनाउंस होने का इंतजार करते और अपने घर में बैठकर इन सभी टिकट्स को अपने कैलकुलेशंस के हिसाब से प्रेडिक्सी टिकट्स प्रेडिरा चेक करते कि उनसे कुछ छूट तो नहीं गया और फिर जीतने पर लॉटरी टिकट्स को कैश करा लेते जरी को अब ये लॉटरी स्कैम करते हुए 6 महीने बीत चुके थे और तब वो अपने बच्चों से पूछता है कि क्या वह भी इस लॉटरी से पैसे कमाना चाहते हैं जिसके लिए वो फौरन राजी हो जाते हैं मगर इस बार वो पूरी फैमिली मिलकर $18000 हार जाती है क्योंकि किसी और शख्स ने ये रोल डाउन जैकपॉट जीत लिया था और जीत के सारे पैसे उसे चले गए थे इस हार के बाद जेरी के बच्चों का कॉन्फिडेंस बुरी तरह टूट जाता है मगर जरी उन्हें समझाता है कि यह महज खेल का एक हिस्सा है और उनके बहुत अच्छे दिन आने वाले हैं जरी की बात मानते हुए उसके बच्चे दोबारा लॉटरी खेलते हैं और महज दो हफ्तों के अंदर ही वह इतने पैसे कमा चुके थे जितने उन्होंने गवाए थे अपने स् कैम को बिजनेस में बदलने के लिए जेरी और उसकी बीवी मार्च सन 2003 में एक लॉटरी कॉरपोरेशन खोलते हैं जिसका नाम उन्होंने जीएस इन्वेस्टमेंट रखा और आगे चलकर कुल 25 लोगों की टीम बन गई जिसमें दो पुलिस वाले तीन लॉयर और एक बैंक का वाइस प्रेसिडेंट भी शामिल था सन 2005 आते आते अब उनकी कंपनी जीएस इन्वेस्टमेंट एक साथ 12 हफ्ते तक के रोल डाउन पर दांव लगा रही थी जिसकी वजह से उनकी जीत की रकम बहुत ज्यादा बढ़ गई पहली बार में उन्होंने $40000 जीते जो दूसरी बार में बढ़कर $80000 हो गए और तीसरे हफ्ते में ये रकम बढ़कर $40000 हो गई जिसकी वजह से वह बेशुमार पैसे कमा रहे थे मगर तभी मिशिगन स्टेट अचानक विन फॉल लॉटरी को बंद कर दे देती है उन्होंने यह फैसला इसलिए किया क्योंकि उनके लॉटरी टिकट्स की सेल दिन बदन कम होती जा रही थी और यह खबर सुनकर जेरी और उसकी कंपनी में जितने भी लोग थे वह सभी बहुत मायूस हो गए जेरी अब इस सोच में पड़ जाता है कि वह और उसकी कंपनी अब क्या करेंगे कि तभी उसके कंपनी का एक पार्टनर उसे मेल करके बताता है कि मैसाचुसेट्स ने एक और नई लॉटरी लॉन्च की है जो विन फॉल से मिलते जुलती है और उसका नाम है कैश विन फॉल हालांकि इन दोनों लॉटरी के नाम काफी हद तक एक जैसे थे मगर इन दोनों में कुछ डिफरेंसेस थे जिसमें पहला पहला फर्क यह था कि इस लॉटरी के हर टिकट की कीमत थी $2 जो विन फॉल से $ ज्यादा थी और इसमें जो भी छह नंबर्स प्रिडिक्ट करने थे वो एक से 46 नंबर्स के बीच होने वाले थे जबकि विन फॉल में यही नंबर एक से 49 के बीच थे और साथ ही साथ इसमें रोल डाउन 2 मिलियन डॉलर के अमाउंट तक पहुंचने पर था जबकि विन फॉल में यही अमाउंट 5 मिलियन डॉलर पर था अब जेरी के सामने सबसे बड़ी परेशानी ये थी कि मैसाचुसेट्स अवर्ड से लगभग 1100 किमी दूर था और जेरी भी वहां किसी स्टोर ओनर को नहीं जानता था जो बिना शक कि उसे हज टिकट्स निकाल कर दे दे मगर जल्दी उसे अपने पार्टनर से मैसाचुसेट्स के एक स्टोर ओनर का कांटेक्ट मिल जाता है जो उसकी मदद करने वाला था सन 2005 की एक सुबह जेरी फैसला करता है कि वह इस कैश विन फॉर लॉटरी को खेलेगा और अपनी कार में बैठकर मैसाचुसेट्स के लिए निकल जाता है जो कि एक 12 घंटे लंबा सफर होने वाला था मैसाचुसेट्स लॉटरी का एक स्ट्रिक्ट रूल था कि वह टिकट्स की सेल और किसी भी ऐसी चीज जो उनके रूल्स के खिलाफ होती थी उस पर बहुत कड़ी नजर रखते थे और यही वो वजह थी कि हर स्टोर ओनर को एक दिन में $55000 से ज्यादा के टिकट्स बेचने के लिए परमिशन लेनी पड़ती थी हालांकि ये जेरी के लिए एक परेशानी थी मगर उसकी किस्मत अच्छी थी कि जिस स्टोर ओनर के बारे में उसके पार्टनर ने बताया था वो उसे हजारों टिकट्स देने के लिए तैयार हो जाता है मगर इसके बदले वो जेरी की कंपनी जीएस इन्वेस्टमेंट में एक छोटी सी पार्टनरशिप मांगता है जो उसे दे दी जाती है कैश विन फॉल लॉटरी को पहली बार खेलने में जैरी 60000 टिकट्स खरीद लेता है जिसकी कीमत थी 1 0000 और इस बार रोल डाउन वीक में जो रकम उन लोगों ने जीती वो थी $70000 उधर मैसाचुसेट्स लॉटरी के भी टिकट्स इस कैश विन फॉल की वजह से खूब बिक रहे थे जिसकी वजह से लॉटरी अमाउंट भी बढ़ता जा रहा था और जेरी और उसकी बीवी मार्च इसी बात का फायदा उठाकर लगातार एक के बाद एक लॉटरी खेले जा रहे थे और सन 2006 आते-आते वह लोग 5 मिलियन डॉलर लॉटरी से कमा चुके थे इतने सालों में महज एक बार यानी सन 2010 में एक लॉटरी ऑफिसर ने उन्हें टिकट्स खरीदते दौरान चेक किया मगर उसने अपने सीनियर्स को यही बताया कि सब कुछ ठीक है और कोई गड़बड़ी नहीं है अब जरी के बच्चे और उनके रिश्तेदार भी इस लॉटरी स्कैम का फायदा उठाकर बेशुमार पैसे कमा रहे थे जेरी ने उस पूरे फ्रॉड को अंजाम देने के लिए एक रूल बना रखा था और वह यह था कि सभी लोग चुपचाप बिना किसी का ध्यान खींचे लॉटरी खेलेंगे मगर वो इस बात से बेखबर था कि वो इस रेस में अकेला नहीं है क्योंकि मैसाचुसेट्स की एमआईटी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट ग्रुप ने भी कैश विन फॉल की इस कमी को पकड़ लिया था और अब वो लोग भी रोल डाउन पर बड़े दाव लगाकर बड़े पैसे बना रहे थे जेरी और उसकी कंपनी के लिए सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था कि तभी सन 2011 में कुछ ऐसा हुआ जिसने उनके इस लॉटरी स्कैम ऑपरेशन को हमेशा हमेशा के लिए खत्म कर दिया जून सन 2011 की एक दोपहर एंड्रिया एस्टस जो कि एक इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टर थी उसके पास एक खबर आती है और वह खबर यह थी कि कैश विन फॉल लॉटरी में कुछ अजीब हो रहा है यह सुनते ही एंड्रिया उन लोगों की एक लिस्ट बनाना शुरू करती है जिन्होंने पिछले कुछ सालों में $200 20 बार से भी ज्यादा जीते हो अपनी छानबीन में उसे यह पता चलता है कि मिशिगन की कंपनी जीएस इन्वेस्टमेंट हजारों से लेकर लाखों लॉटरी टिकट्स खरीद रही थी और जिस स्टोर से वह लोग ये टिकट्स खरीद रहे थे उसका नाम था बिली बेवरेजेस और यह वही स्टोर था जिसके ओनर को उन्होंने अपनी कंपनी में पार्टनरशिप दी थी यह पता चलते ही वह 12 जुलाई सन 2011 की सुबह बिली के स्टोर के लिए निकल जाती है और रोल डाउन आने में महज एक हफ्ता बाकी था स्टोर के अंदर घुसता ही वो देखती है कि जेरी की बीवी मार्ज और स्टोर का ओनर दोनों मिलकर लॉटरी टिकट्स निकाल रहे थे जिसके बाद वो उनसे कुछ सवाल पूछती है मगर उसके सवालों का जवाब देने से इंकार कर देते हैं क्योंकि एंड्रिया को जेरी की लोकेशन भी मालूम थी और जब वह वहां पहुंचती है तो वह जेरी को भी लॉटरी टिकट्स निकालते देखती है मगर जेरी भी उसके सवालों का जवाब देने से इंकार कर देता है अब एंड्रिया और ज्यादा स्टेट लॉटरी के रिकॉर्ड्स की छानबीन करने लगती है जहां उसे यह पता चलता है कि कुछ दूसरे ग्रुप्स और भी हैं जो वही कर रहे हैं जो जेरी और उसकी बीवी मार्च कर रहे हैं लॉटरी ऑफिशल्स भी इस मामले में कोई कदम नहीं उठा रहे थे क्योंकि शायद वोह यह समझ चुके थे कि अगर इस कैम का खुलासा हुआ तो उन सभी को अपनी नौकरी गवानी पड़ेगी मगर तभी स्टीवन ग्रोसमैन जो मैसाचुसेट्स का नया ट्रेजरर था उसे एंड्रिया की इन्वेस्टिगेशन के बारे में पता चल जाता है इसके फौरन बाद ही मैसे चूसे स्टेट लॉटरी सात कन्वीनियंस स्टोर के लाइसेंस कैंसिल कर देती है जिसमें बिलली बेवरेज और वो स्टोर भी शामिल था जहां जेरी लॉटरी टिकट्स निकाल रहा था 31 जुलाई की सुबह मैसाचुसेट्स के हर न्यूज़पेपर में खबर हेडलाइन बन चुकी थी जिसे पढ़ने के बाद सभी के होश उड़ गए और साथ ही साथ ये स्टोरी अब न्यूज़ चैनल्स पर भी दिखाई जाने लगी जिसकी वजह से स्टेट लॉटरी और उसके एंप्लॉयज को बहुत शर्मिंदगी उठानी पड़ी इस खबर के छपने के दो दिन बाद ही मैसाचुसेट्स स्टेट लॉटरी यह अनाउंसमेंट करती है कि अब कोई भी स्टेट एक दिन में $3000 से ज्यादा के लॉटरी टिकट्स नहीं नहीं बेच पाएगा उधर जेरी और उसकी बीवी मार्च का फोटो भी हर आर्टिकल में छप रहा था जिसकी वजह से जेरी बहुत गुस्सा था क्योंकि उन्हें हर स्टोरी में चीटर बताया जा रहा था और इसी वजह से वह फैसला करता है कि वह एंड्रिया को एक इंटरव्यू देगा वही रिपोर्टर जिसने इस पूरे केस की छानबीन की थी इस इंटरव्यू में उसने खुलकर बताया कि वह और उसकी बीवी कैसे इस लॉटरी गेम में शामिल हुए और कैसे दूसरे ग्रुप्स इस लॉटरी को मैनिपुलेट कर रहे थे जहां एक तरफ पुलिस इस फ्रॉड की इन्वेस्टिगेशन में लगी हुई थी वहीं जेरी अभी भी लॉटरी से पैसे कमाने के रास्ते ढूंढ रहा था मगर चूंकि एंड्रिया की रिपोर्ट के बाद यह पूरा स्कैम बेनकाब हो गया था और उन्हें कोई भी ऐसा स्टोर नहीं मिल रहा था जो उन्हें बड़ी क्वांटिटी में लॉटरी टिकट्स निकाल कर दे सके एक बार तो जेरी ने जब एक स्टोर ओनर से लॉटरी टिकट्स निकालने की बात की तब उसने इस बात की खबर पुलिस को दे दी जनवरी सन 2012 वह आखिरी महीना था जब जेरी ने आखिरी बार कैश विन फॉल लॉटरी खेली और जब उन्होंने इसे अलविदा कहा तब तक वह $7 मिलियन डॉलर कमा चुके थे यह पैसे उन्होंने मिशिगन और मैसाचुसेट्स में पिछले 9 साल तक लॉटरी खेलकर कमाए जिसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी जीएस इन्वेस्टमेंट को भी बंद कर दिया इस कहानी में जेरी ने साबित कर दिया कि लॉटरी जीतने में लक का नहीं बल्कि नंबर्स का हाथ होता है और जो लॉटरी नंबर्स दूसरों के लिए समझना बहुत मुश्किल था वही लॉटरी नंबर्स जेरी के लिए एक सिक्सथ क्लास की मैथ्स की तरह थे आपको यह कहानी कैसी लगी कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताएं चैनल को लाइक और 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