[संगीत] नमस्कार स्वागत है आपका न्यूज़ नेशन की सामाजिक जिम्मेदारी वाली मुहीम ऑपरेशन पाखंड सच की पड़ताल में मैं आपके साथ रोहित रंज और आज के एपिसोड में हम आपके लिए कुछ विशेष लेकर आए हैं नमस्कार और मैं हूं आपके साथ हिमानी नैथानी आज विशेष यह है कि हम जिस तथ्य को आज आपके सामने लाना चाहते हैं वह हर शहर और कस्बे की कहानी है लेकिन वहां उसे चमत्कार का नाम दिया जाता है [संगीत] हाजरी वाले दरबार कैसे कैसे [संगीत] अवतार हर समाधान का दावा करने वाले दरबार लगते हैं व्यक्ति विशेष आराध्य का आह्वान करते हैं शरीर कंपित होता है सच या आंखों का धोखा है किसी के शरीर में देवी तो किसी के शरीर में बाबा आते हैं बाबा देवी देवता का रूप बनाते हैं भक्त झांसे में आते हैं दरबार में लंबी कतार लगाते हैं मोखरा सोमनाथ का नशा मुक्ति वाला स्थान भक्त भविष्य से अनजान देवी जो कहती हैं वही होता है नशा करके नशे से कोई कैसे मुक्त होता है देहरादून के महादेवी रूपा कापा खंड न्यूज नेशन के मंच पर खंड खंड दिव्य सामान की दुकान चलाती हैं भक्तों को मूर्ख बनाती हैं दिल्ली में झाड़ भूख वाला दरबार मां मानसी का दावा भक्तों का होता है उद्धार न्यूज नेशन पर सच से सामना दरबार के नाम पर बिजनेस का रास्ता बना ऐसे ही कई बाबाओं के शरीर में आती है हाजिरी कोई नारी वेश धरकर माता बनता है भक्तों से छल के लिए आडंबर करता है अब भी चल रहे हैं पाखंड के दरबार हरियाणा के झज्जर में मोनू बाबा बन जाते हैं माता के अवतार रायसेन के काल भैरव धाम वाले सुनील सराठे का आडंबर बेनकाब न्यूज नेशन के मंच पर हर महादेव और अब हरिद्वार में मां शाकंभरी का लगा दिव्य दरबार संगीता मां पर देवी होती है सवार बड़े-बड़े दावे होते हैं क्या इंसान सच में अवतारी होते हैं हरिद्वार में संगीता मां दिखाएंगी अपनी सिद्धियां [संगीत] आज के एपिसोड में हम बात करने जा रहे हैं मां शाकुंभरी दरबार की और इस दरबार को लगाने वाली संगीता मां की लेकिन प्रश्न यह है कि आखिर क्या है इस दरबार में विशेष जिसकी वजह से यह भीड़ यहां पर जुगती है दरअसल प्रश्न ये इसलिए उठता है क्योंकि इस दरबार में माता का स्थान तो है लेकिन लोग माता की पूजा की बजाय उस माता की पूजा करते हैं जो दरबार की संचालक है अब हरिद्वार के इस दरबार में ऐसा क्यों होता है पहले इसे जान लीजिए चमत्कार का दावा दरबार वाली संगीता मां न्यूज नेशन की मुहिम ऑपरेशन पाखंड के तहत बाबा वर्ल्ड में अब तक ऐसे कितने चेहरे सामने आ चुके हैं जो दावा करते हैं कि उनके शरीर में हाजिरी लगती है कोई देव भगवान या देवी का एहसास होता है और फिर शरीर पर आत्मा का नियंत्रण खोकर व देव या देवी मय हो जाते न्यूज नेशन के मंच पर ऐसे कितने ही बाबा सामने आ चुके हैं जिनमें से कुछ देव या देवी का एहसास कराने के लिए अपने शरीर को कंपित करते हैं और इस कंपन के जरिए वह भक्तों को लुभाते हैं दीन दुखी या किसी समस्या से घिरे लोग भी उनके जाल में फस जाते हैं [प्रशंसा] इसलिए न्यूज़ नेशन ने देव या देवी की हाजिरी आने वाले बाबा और उन कथित देवियों के दरबार की पड़ताल की जिनमें से कोई भी अपनी सिद्धि या शरीर में हाजरी लगने का दावा सिद्ध नहीं कर सका उल्टा न्यूज़ नेशन के मंच पर ऐसे कई बाबाओं की पोल धर्म अध्यात्म और विद्याओं के जानकारों ने खोल दी बावजूद इसके ना तो ऐसे दरबार बंद हुए नहीं इन दरबारों में भक्तों की कतार कम हुई इसलिए न्यूज़ नेशन अपनी सामाजिक जिम्मे के तहत लोगों को जागरूक कर रहा है और पावा वर्ल्ड का पर्दाफाश होता जा रहा है हमारी पड़ताल में हमें एक और ऐसे दरबार के बारे में जानकारी मिली यह दरबार है हरिद्वार जिले के लक्सर में जहां एक महिला खुद को माता के रूप में प्रचारित करती है देवी की हाजरी शरीर में लाती हैं और भक्तों के संकट हरने का दावा भी करती हैं अब सबसे पहले आप कथित मां संगीता के बारे में जान लीजिए कथित संगीता मां भक्तों के लिए दरबार लगाती है इस दरबार को व मां शाकुंभरी के नाम से चलाती हैं दरबार में भक्तों को बुलाने के लिए वीडियो बनवा हैं सोशल मीडिया के जरिए अपने वीडियो सर्कुलेट करती हैं और अपने दरबार का पता हरिद्वार के लक्सर में बताती हैं उनकी क्रिया को तो आप तस्वीरों में देख रहे हैं इस क्रिया को आप समझ भी रहे होंगे इसी क्रिया के जरिए वह लोगों को आकर्षित करती हैं और सप्ताह में एक दिन दरबार में बुलाती हैं हालांकि जो लोग उनके इस दरबार में एक बार पहुंचते हैं उन्हें वह किसी भी दिन माता के रूप में दर्शन देने के लिए भी राजी हो जाती हैं लेकिन ऐसा होता क्यों है इसे उनके दावों के आधार पर समझ लीजिए कथित संगीता मां का है कि उनके दरबार में प्रेत बाधा का समाधान होता है किसी पर हुए टोने टोटके का निवारण भी होता है दरबार में आने वाले लोगों की बीमारी भी ठीक होती है और नि संतान माता को उनके आशीर्वाद से संतान प्राप्ति भी होती है दावे चौका हैं लेकिन इन्हीं दावों पर लोग विश्वास करके उनके दरबार में पहुंचते हैं लेकिन क्या सच में यह दरबार चमत्कारिक है या फिर यहां भी दरबार लगाकर पाखंड का खेल खुलेआम चलता है जिसमें में लोग फसते चले जाते हैं आज इसी की पड़ताल ऑपरेशन पाखंड के तहत होगी तो य रिपोर्ट आपने देखी और आइए अब खुद इस वक्त हमारे साथ मां शकुंबरी के दरबार से जुड़ चुकी है संगीता मां साथ ही साथ हमारे साथ कुछ और भी खास मेहमान होंगे लेकिन पहले हम संगीता मां का ही यहां पर रुख करते हैं रोहित तो संगीता मां सबसे पहले तो हम आपके बारे में आपसे ही जानना चाहते हैं क्या है मां के शब्द को जोड़कर आपके साथ बताया जाता है दरबार लगता है है क्या माशा कुमरी हमारी कुलदेवी हैं नहीं ठीक है उस ये दरबार लगाना मां के रूप में ही हम लोग उन्हो देखते हैं हां मां आती थी तो कहती थी कि जन सेवा के लिए लोक कल्याण के लिए आती हूं गद्दी दो लेकिन ये मैं समझ नहीं पाया संगीता जी कि माता के साथ आपका ये जुड़ाव इतना घनिष्ठ कैसे हो गया मां को तो हर कोई पूजता है फिर ऐसा क्या रहा कि मां सपनों में आकर आपको कहती है दरबार लगाइए और आप आप भक्तों के कष्ट को जान लेती हैं यह तो उसी की महिमा है वही जानती है उसी की दया अच्छा मैंने एक वीडियो देखा था आपका संगीता जी जिसमें आपका दरबार लगा हुआ है तलवार से छोटा चाकू से बड़ा कोई एक अस्त्र साब के हाथ में होता है और उससे आप भक्तों के सिर पर उसे चलाती है कभी उसके पांव पर उसे चलाती है वो क्या करती वो कौन सी क्रिया है जी उससे मां झाड़ा लगाती है साव कुमरी मां के साथ-साथ सभी देवियां सभी माताएं चलती है तो मां काली आती है और जिस भगत के संकट होता है शरीर में उससे झाड़ा लगाती है अच्छा ये ये जो झाड़ा लगा रही है वो मैं अभी वीडियो प्ले कर रहा हां वो जो प्ले कर रहा हूं मतलब ये लगाते के साथ इंस्टेंट ठीक हो जाते हैं बच्चे जी ठीक हो जाते है संगीता मां एक यह बताइए ना वो भोग लगाती है आप में शक्तियां आती है जिस वक्त आप नींबू खाती है या फिर जिस वक्त आप दरबार में रहती हैं या फिर यह जो आप झाड़ा लगा रही थी उस वक्त आपको ध्यान रहता है कि आप क्या कर रही हैं वो क्रियाएं आपको याद रहती है जी नहीं जी नहीं कोई मन मुह खट्टा जैसा नहीं होता कोई स्वाद नहीं आता कुछ पता ही नहीं चलता कि क्या खाया क्या करा कोई पता नहीं चलता यह दरबार आपका कब कब लगता है सुबह शाम लगता है हर दिन लगता है जी नहीं एक हफ्ते में एक बार सोमवार के दिन सोमवार के दिन लेकिन भक्त तो डेली आते हैं आपके पास दर्शन को या फिर सोमवार को ही सिर्फ आते हैं जैसे कोई इमरजेंसी हुई भगत को दिक्कत है जैसे संकट है भाई किसी बच्चे के शरीर में तो बीच में भी भगत आते हैं माथा टेकते हैं जल जल दे देते हैं भगत ठीक हो जाता है लेकिन क्या वह शक्ति उस दौरान आपको आती है क्योंकि दरबार तो तभी लगता होगा ना नहीं वैसे तो कभी बीच में नहीं आते हर हफ्ते ही भगत आते हैं अच्छा संगीता जी मुझे जरा आपके परिवार के बारे में कुछ जानना था घर परिवार पर कौन है क्योंकि मैंने देखा कि आप गृहस्थ जीवन में भी है सिंदूर इंदूर लगा रखा है आपने तो घर परिवार में कौन-कौन है आपके घर परिवार में मेरे पति हैं दो बच्चे हैं वो दरबार में मैंने देखा कि एक शख्स भी बैठे रहते हैं बाहर में वो क्रियाएं बताते हैं कि माता आ गई है वो कौन है वो आपके या फिर कोई और है व जो खड़े रहते हैं हां हां जी मेरे पति है अच्छा तो मतलब दरबार जो लगता है उसमें वह भी सहयोग करते हैं आप मैं यही समझना चाह रहा था वह सहयोग करते हैं ना और बच्चे पूरा पूरा सहयोग ही उन्हीं का है भाई और बच्चे बच्चे लड़का पास रहता है वो भी सहयोग करता है लड़की बाहर हॉस्टल में रहती है आपने पढ़ाई कहां तक की है जोय आज लीला अध्यात्मिक शिक्षा वगैरह भी कुछ ली है क्या आपने मैंने जी कहां से ली आपने आध्यात्मिक शिक्षा लक्षर में [संगीत] यही जी अच्छा अभी आपने कहा कि कई सारे केसेस कष्ट जो होते हैं बीमारियों को आपके दरबार पर आने के बाद वह खत्म हो जाते हैं तो आप डॉक्टर्स के पास विश्वास करती हैं या फिर आपको लगता है किसी दरबार में सब कुछ ठीक हो जाएगा ऐसा जी जैसे भाई अगर बीमारी है तो वो तो डॉक्टर इलाज देगा ना हम अगर यह भूत प्रेत करा कराया यह घर में दिखते हैं तो इन्ह मां निवारण करती है इनका नहीं अभी आपने गोद भरने वाली भी बात की थी कि इस दरबार में गोद भर जाता है तो आईवीएफ सेंटर्स वगैरह जो खुले हैं फर्टिलिटी सेंटर्स जो खुले हैं तो उनको क्या करना चाहिए वह तो आपके पास आके गोद भर लेंगे जिनकी जरूरत है कई बार कई बार ऐसा हुआ कि उन्होंने ऐसा भी कराया वह भी कामयाब नहीं हुआ है ना वो ऐसा होता है कि कुछ करा कराया होता है तो मां तब उसे दूर करती है तो फिर तो अच्छा एक बात अभी आपने और कही थी कि आपके बच्चों ने आपके चमत्कार को देखा तो ऐसा क्या चम आप करती थी क्या व हमें भी दिखा सकती है हम भी चाहते हैं कि व चमत्कार देख के संगीता मां के दर्शन हो जाए नहीं ऐसा चमत्कार वह दिखाती थी जैसा बोलती थी बातों बातों में कुछ भी बोलती थी तो महीने दो महीने में उसके वचन पूरे हो जाते थे पहले ही पता लग जाता था मुझे भी पता नहीं लगता था कि मैं क्या बोल रही हूं और क्यों बोल रही हूं तो एक ही बार में आने से मतलब वो एक बार आपके पास आए उन्होंने कुछ पूछा या पूछा नहीं भी आप पहले ही जान लेते थे कि वह किस लिए आ रहे हैं क्या समस्या उनकी है क्या आपको उनको को कोई प्रसाद इस तरह का क्या कुछ ऐसा आप करती थी जैसा कि रोहित भी यहां पर पूछ रहे थे कि ऐसा क्या करती हैं फिर आपको क्योंकि आपने कहा कि भूत प्रेत से लेकर कोई किया कराया हो या गोद भरा भराई की बात यहां पर हो रही हो तो क्या सब सबके लिए एक ही जैसी चीज होती नहीं ऐसा तो कुछ नहीं है अब जिसे जिस चीज की दिक्कत हो वही मां करती है अच्छा तो य एक मुझे आखिरी प्रश्न का जवाब दे दीजिए फिर कुछ मेहमान है जो आपको सुन रहे थे व भी आपसे बात करेंगे मां का आहवान कैसे करती है मतलब कैसे आप मां को पुकारती है और मां तुरंत आपके पास आ जाती है तो क्या अगर मैं यह जान पाऊं कि मां का आहवान आप कैसे करती है हमारे दर्शक भी जानना चाहेंगे कैसे मां आपकी एक पुकार पर आ जाती है सच्चे मन से सच्चे दिल से सच्चे भाव से अगर लाओगे तो क्यों नहीं आगी भाई कभी भी आ जाती है ना है ना कभी भी आ जाती है ना सब कुछ उस पर निर्भर कभी भी तो एक काम संगीता संगीता जी हमें भी आप जो है धन्य कर दीजिए मां के दर्शन करवा दीजिए एक बार सच्चे भाव से एक बार मां को पुकार यहां बहुत सारे लोग बैठे हैं सब मां के दर्शन कर लेंगे और जितने भी हमारे न्यूज नेशन के दर्शक हैं जहां भी देख रहे सब मां के दर्शन कर लेंगे एक बार दर्शन करा दीजिए हमें वीडियो देखिए ना आप अरे आप सच्चे मन से पुकारती है मां आ जाती है ना तो मैं वही कह रहा हूं एक बार हम भक्तों के पे कृपा बरवा दीजिए सच्चे मन से एक बार बुलाइए दर्शन करवा दीजिए बस यही कह रहा हूं मैं तो जितना उसका हुकम होगा उतना ही तो बोल लूंगी ना उतना ही तो करूंगी ना जितनी मुझे अंदर से आवाज आ रही है उतनी मा मतलब हमें आप दर्शन नहीं करवाएंगे और अभी जो आप कह रही थी कि मां जब भी बुलाती है व आ जाती है अभी मां नहीं आएंगी आप नहीं बुला लगता है रोहित आपका और मेरा भाव जो है वो सच्चा नहीं है उन्होंने कहा था ना उन्होंने कहा था ना कि जब सच्चे भाव से लगा है कि उनको भा हैलिए इसलिए शायद आप चाह नहीं रही मा को आप बुलाए शक्ति को आप बुलाए तो एक बार बुला दीजिए फिर उसके बाद हमारे साथ कुछ और मेहमान भी उनका रुख करते हैं सच्चे सच्चे भाव से बैठक बुलाओ तो वही आगी क्यों नहीं आगी दर्शन तो वही देगी तो क्यों नहीं आगी इसको अब दूसरे दृष्टिकोण से लोग कैसे देखेंगे यह मेहमान बताएंगे हमारे मेहमान जुड़ रहे हैं यति चेतन जी हमारे साथ है हिंदू धर्माचार्य हैं सुनिए जरा यह भी आपसे बात करेंगे योगी उमेश पुरी है हिंदू धर्माचार्य हैं मानवी तनेजा है सामाजिक कार्यकर्ता है अब सबसे पहले यज मैं आपसे ही पूछूंगा एक मां के साथ बैठे हैं संगीता मां है प्रोक्लेम है और इनको आपने सुन लिया आपका कमेंट क्या है उसके बाद कुछ आगे सोचते हैं देखिए रोहित जी हमारा जो शरीर है वह आज इतनी अशुद्धियों से भरा हुआ है और दूस की ईश्वर की को अपने अंदर आवान करना जब हम पूजा भी करते हैं तो हम आन करते हैं कि आप किसी प्रतिमा में विराजमान होइए और उस प्रतिमा की हम पूजा अर्चना करते हैं लेकिन इस इस शरीर में जिसमें दिन रात इतनी अशुद्धियां है और वह कह रही है कि वह ग्रस्त जीवन में है ग्रस्त जीवन में तो और भी अशुद्धियों की संभावनाएं रहती हैं ऐसे में मां किसी शरीर में आ जाए और क्या मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है इतने एपिसोड हम आपके साथ कर चुके हैं कि क्या मां को बालाजी को हनुमान जी को भैरव जी को सिर्फ यही एक काम रह गया है कि वह भक्तों के शरीर में आए और लोगों का कल्याण करें मुझे लगता है कि ईश्वरीय सक्ति शक्ति सनातन की जो शक्ति है जो इष्ट है सनातन के उनकी पूजा अर्चना से ही सब कुछ प्राप्त हो जाता है जैसा कि अभी संगीता जी अपने वक्तव्य में कह रही थी कि आप सच्चे मन से बुलाइए मेरी क्या जरूरत है वो वही आ जाएंगी तो जब सबको सरल व्याप्त है सरल प्राप्त है मां तो फिर संगीता जी मेरा प्रश्न यह है कि फिर आपके दरबार लगाने की क्या जरूरत है और एक बार उस आवान को बता दीजिए कि मां शकुंबरी का या मां काली का आप आवान कैसे करती हैं उसकी प्रक्रिया क्या है उस आवान की जरा मुझे यह बता दीजिए कोई भी देवी देवता हो एक इंसान की ऐसी जोनि है जिसमें सब कुछ सुन सकता है सब कुछ समझ सकता है और भक्ति के योग्य भी एक इंसान का ही जन्म मिला है जिसमें भक्ति इंसान कर सकता नहीं लेकिन संगीता मा नहीं जी मैं एक सेकंड संगीता जी आपकी बात बिल्कुल सही है कि हम हम जो शरीर धारण किया हुआ है मानव शरीर हम ही लोग भक्ति को प्राप्त कर सकते हैं भक्ति करोगे दिन रात उसकी सेवा में खड़े होन सनातन मंत्रों पर आधारित है कौन से मंत्रों के उच्चारण से आप मां का आवान करती हैं जो मां आपके शरीर में प्रवेश करती है वैसे तो यह कहना भी पाप है कि मां किसी मानव शरीर में प्रवेश कर सकती है बोलिए संगीता जी जवाब नहीं कर सकती मेरा दावा है नहीं कर सक कर नहीं सकती ना हा नहीं कर सकती ठीक है कथित मा संगीता का सच सच्ची शक्ति या लालच मानवी जी आप कैसे देख रही हैं संगीता मां के इस दावे को और सामाजिक कार्य की आप खुद एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं आप भी समाज के कई ऐसे काम जो लोगों की भलाई के लिए करती हैं वो भी संगीता मा भी वही कर रही है बस वो शक्तियों के जरिए कर रही है आप वैसे मिलजुलकर करती है कैसे देख रही है आप उनके दा देखिए सबसे पहले तो मैं यह बोलना चाहती हूं कि संगीता जी आज आपके संगीता जी मुझे आवाज में ना कुछ दम नहीं लगा आवाज आपकी कड़क नहीं है क्या कुछ घबराई हुई तो नहीं लग रही आप आप जैसे पसीने आपको आ रहे हैं आप क छ पा रही है तो मुझे लग रहा है कुछ ना कुछ छुपा रही है आप नहीं नहीं कुछ तो आप छुपा रही है कि तभी आपकी आवाज में वो दब नहीं है जो हम आपकी वीडियोस देखते हैं वीडियोस में आप ऐसे नाचती है या आप ऐसे खिलखिलाती है और आपकी आवाज में बहुत कड़क पन होता है लेकिन आज आपकी आवाज बहुत लड़खड़ा रही है तो कुछ ना कुछ आप छुपा रही है खैर आप जैसी जो महिलाएं है ना वो कहीं ना कहीं समाज प कलंक है और सनातन धर्म मैं खुद सनातन धर्म से हूं आप सनातन धर्म को कहीं ना कहीं बदनाम करती है और आप कर चुकी है दूसरी बात मैं बोलना चाहती हूं मानी समझना पड़ेगा दो बातें मुझे समझ में आती है इकी वीडि देख कर के एक तो यह कि एक तो फैमिली बिजनेस इन्होंने चला रखा है तो कहीं ना कहीं ये लोगों को खड़ा कर देती है कि इनका फैमिली बिजनेस आगे बने और लोग आए और लोग इन परे चढ़ावा करें दूसरी तरफ मुझे लगता है कि फायदा हुआ है लोगों को जो लोग उनके पास आए हैं नहीं नहीं फायदा कुछ नहीं हुआ अगर ये कह रही है फायदा हुआ तो डॉक्टर्स को की तौहीन कर रही है ये ये डॉक्टर्स की तौहीन कर रही है जो इतनी डिग्री लेकर के डॉक्टर्स बने हैं जो साइंटिस्ट बने है लाइफ आफ्टर डेथ जिन्होंने रिसर्च करी और बहुत कम ग चिन साइंटिस्ट है जिन्होंने एक इन्होने तहीन करी इनकी और जिनको ये कह रहे हैं कि मां आती है आत्मा आ जाती है इनको इनको उठा कर के आप पागल खाने या इनको उठा कर के आप पागल खाने तो छोड़ दीजिए आप इनको शमशान घाट में या कोई मुर्दा घर में बांध दीजिए वहां पे आप इनको रस्सी से बांध दीजिए अगले दिन जितने इनको मां आती है ना सब उ लेकिन मानवी जी वो कह रही है ना कि एक बार आपार पर जाइए तो ना तो इनको आप शमशान घाट में बांध दीजिए या आप इनको किसी ग्रेव यार्ड में बांध दीजिए सुबह तक इनका जितना भूत आता है उतर जाएगा अभी तो उनको कोई भूत नहीं चढ़ रहा अभी आप घरा रही है ना आप बता दीजिए आप कन्फेस कर दीजिए आप क्यों घबरा रही है इतना आप क्या जबान क्यों लड़खड़ा रही है आप क्यों काप रही है आपको इतने पसीने क्यों आ रहे हैं क्योंकि कुछ ना कुछ आप छुपा रही है आपको पता हैकी चोरी पकड़ी जा रही है आपको पता पं नहीं च आपको मालूम है आपको आपको इतने करोड़ जनता देखल टेलीविजन प बैठे हैं आप नेशनल टेलीविजन पर बैठ कर के झूठ बोल रही है इसलिए आपकी जबान लड़क रही है आपको पता है आपको करोड़ों जनता देख रही है इसलिए आपकी जबान लड़क रही है और मैं कह रही हूं ना दावे से कह रही हूं आपको अगर हम बंद करते कहीं अगर आप आपको कब्रिस्तान में बंद कर देना चाहिए और पेड़ से पेड़ से रस्सी बांध करके आपको बंद कर देना चाहिए सुबह तक जितना आप शरीर आमा मानवी जी अब एक बार जवाब ले लेते हैं संगीता जी देखिए मानवी जी ने आपको पाखंडी भी कह दिया और सुनिए धर्म का दुकान चला के लोगों को गुमराह करने की बात भी कह द तो आप जवाब दे जल्दी से हा हा हां जवाब दे मेरी बात सुनो मुझे तो शमशान में भाई इनके लिए कौन सी जगह है वो जोय शमशान में नहीं जाने के कौन सी बुक कर ली जगा इन्होने जो ये शमशान में नहीं जाने के मुझे तो शमशान में भेज दो शमशान में जाओ व बांध देते हैं देखिए शमशान में बाते कभी तलवार निकाल लेती हो नहीं नहीं कभी तलवार निकाल लेती हो कभी ड़ा कर लेती हो कभी नीबू निगल लेती हो ऐसे होता हैब तोहीन करते हो डॉक्टर की मैंने इनकी वीडियो देखी है मैंने इनकी वीडियो देखी है वहां छोटी छोटी बच्चियां है वो मानसिक रूप से बीमार है मैं दावे से कह सकती हूं आपके चैनल प उन बच्चियों को अगर आप सरकारी अस्पताल में लेकर जाए और वहा उनका डॉक्टर के प्रिसक्राइब करके एमआरआई सिटी जो भी वो बोले उनको बीमारी निकलेगी पयोग नेम बिजनेस हो रहा है कहीं ना कहीं भक्तों को गुमराह करने की बात हो रही है ढो रचा जा रहा है और मैं कहना चाहती हं य ढोंग रचना बंद करो जिस रा पर तुम चल रही हो उसका बहुत बुरा है अभी नहीं समझ में आ रहा जब इसका अंत आएगा ना तब माफी मांगोग क्योंकि तुम बच्च रही माफी अभी भी मांग सकती है उनके पासना दुन बंद करो बहुत जरूरी है तुम जैसी महिलाए बच्चों की जिंदगी से खलती हो क्योंकि वो बच्चों को इलाज की जरूरत है जिसको ड़ रही उसको हॉस्पिटल लेके जाओ उसको इलाज की जरूरत है यहां पे कोई यहां प कोई आपने वो डॉक्टरी नहीं करी हुई कि आप उनको मेडिसन दे दो उनको मेडिसिन की जरूरत है उनको इलाज की जरूरत है और को भूत प्रेत नहीं होता मेरे हिसाब से बार दरबार आ और देख देखिए उसके बाद बोलिए दरबार बत देख ली जो आप संगीता लेकिन संगीता जी आप अपने दरबार में बैठी है आप अपने स्थान पर बैठी है हम आपसे वीडियो के जरिए हुए जरिए दरबार के साथ आपके साथ जुड़ रहे लेकिन योगी उमेश पुरी जी वो तो ये कह रही है ना ये दावा कर रही है कि वो जो भी करती हैं वो उनको आदेश मिलता है उस शक्ति से आदेश मिलता है आप क्या कहेंगे इस पर देखिए एक तो इन्होंने शकुंबरी देवी का दरबार लगाया है तो मैं शकुंबरी देवी को प्रणाम करता हूं क्योंकि वास्तविक स्वरूप में देवी है हम शकुंबरी देवी के विरुद्ध बिल्कुल भी नहीं है लेकिन जैसे आपने दरबार लगाया हुआ है आप कैसे देवी मान रहे हो आप कैसे देवी मान रहे हो स क्यों बन रहे हैं य मां के जगह जगह शक् नहीं है तो मंदिर में क्यों जाते हो मेरी बात सुनिए मंदिर में जाना अलग बात है आपके द्वारा लगाए गए दरबारों में जाने वाला ऐसा नहीं बोल सकते ऐसे किसी शक्ति के बारे में नहीं बोल सकते आप नहीं तो उन्होंने शक्ति के बारे में कहा भी नहीं उन्होंने शक्ति के बारे में कुछ नहीं कहा उन्होने तो बल्कि प्रणाम किया हम देवी को प्रणाम करते हैं मंदिर में जाना चाहिए नम नर्मल इंसान कब तक सिर लाएगा भाई देखिए मैं आपको एक उत्तर देता हूं आपकी बात का मैं नहीं मानता कि काम क्रोध मोह लोभ माया के शरीर के अंदर कोई देवी किस प्रकार से प्रवेश करती हैं और मेरा तो केवल आपसे एक प्रश्न है कि कोई वह मूल मंत्र कोई वह पद्धति हमें बताइए कि देवी का साक्षात्कार हमको भी हो जाए कि हम भी स्यासी मार्ग पर हैं और लंबे समय से हम भी देवी के दर्शन करने के इच्छुक है लेकिन देवी के दर्शन हमको आज तक नहीं हुए लेकिन ग्रस्त जीवन में जाने के बाद एक दरबार लगाने के बाद आप यह दावा करती हैं कि कोई देवी आपके भीतर आती है और आप उससे लोगों के कष्टों को दूर करती हैं मुझको लगता है कलयुग में और वर्तमान में इससे बड़ा प्रपंच और पाखंड संसार में कोई नहीं हो सकता जो आपके द्वारा किया जा रहा है मेरी हाथ जोड़कर विनती है आपके द्वारा कोई भी ऐसा गलत काम नहीं होना चाहिए कि जहां दूसरों की सेवा कर रही है कहीं देवी का प्रकोप आपके ऊपर ना आ जाए और आप इस लायक भी ना रह जाए इसलिए मेरी हाथ जोड़कर विनती है इस प्रकार के प्रपंच को बंद कीजिए ना हमारे धर्म ग्रंथों में ना हमारे शास्त्रों में ना हमारे ऋषियों ने ना हमारी परंपराओं में इस प्रकार की बातों का कहीं जिक्र आया है मुझे बड़ा खेद होता है और दुर्भाग्य की बात है कि आज के भारत के अंदर आधुनिक भारत में ज हम तरक्की कर रहे हैं इस प्रकार के प्रपंच भारत में जा रहे हैं और एक चीज समझना पड़ेगा यह जो बैठी हुई है यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक देहात का गांव का इलाका है पश्चिमी उत्तर प्रदेश का जब बड़ी संख्या में देहात के लोग जाते हैं और वो देहात के लोगों को मूर्ख बनाना बड़ा सरल काम है क्योंकि शिक्षा का अभाव रहता है जिसमें आप सफल हो रही है और उसमें आपके बिजनेस को प्रमोट करने का काम आपका पुत्र आपका पति कर रहा है और देखिए कितना आनंद आ रहा है मैं तो बड़ा मैं तो आश्चर्य चकित हूं ना कुछ करना ना कुछ धरना और बैठे-बैठे मलाई खाना वो मलाई खाने की आदत पड़ गई देखो कितनी दुर्भाग्य की बात है अरे भैया कोई नींबू निकल लेता है क्या पता नहीं आप नींबू कैसे निगल लेती है एक शस्त्र का प्रयोग करकर आप जो भी करती है मैं नहीं जानता य नहीं पता नीबू कैसे निकल लेती है क्या संगीता जी अभी आपने कहा था इमरजेंसी अभी आपके लिए अभी आपके लिए इससे ज्यादा क्या होगी तो जो आप वहां करती है एक बार दिखा आप पर सवाल उठ रहे हैं आप नहीं सुनिए ना आप जिस शक्ति की बात कर रही है आप जिस सिद्धि की बात कर रही व उसी पर सवाल या निशान लग रहे हैं तो एक बार एक बार करके दिखा दीजिए योगी जी कह रहे हैं कैसे निगल लेती है एक बार करके दिखा दीजिए और बल्कि रोहित अभी आपसे कह रहे थे कि आवान कर लीजिए इससे ज्यादा इमरजेंसी तो आपके लिए नहीं होगी कि आप जो कर रही हैं और जिसका दावा करती हैं कि उसके जरिए आप उन लोगों को ठीक करती है समस्या का समाधान करती है तो आपके तो एक आहवान पर इससे ज्यादा एमज और क्या होगी प्रमाण दे दीजिए ना इन लोगों को विश्वास ही नहीं है जिसा श्रद्धा ही नहीं है जो देवी देवता को मानते ही नहीं है तो अप माता जी हम लोग सन्यासी है मैं थोड़ी मदद करता हूं अब मैं इनकी थोड़ी मदद कर देता हूं मैं थोड़ी मदद कर देता हूं कक मैंने इसलिए इनको पूरा मौका दिया किय सुने अच्छे से संगीता जी आप सुनिए जरा थोड़ा सा ध्यान देके कौन किस पर विश्वास करता है नहीं करता है उसके लिए आपकी परिचय की जरूरत नहीं है क्योंकि आप आडंबर का दुकान चला र हैं य तमाम मेहमान कह रहे हैं और वह दिख रहा है आप एक नींबू अभी तुरंत हमारे सामने चबा रही थी जैसे ना वो कर दीजिए तो हो सकता है योगी जी अब ये है कौन तो पहले यह भी बता दूं यहां दो ऐसे मेहमान हैं जिन्होंने सन्यास लिया हुआ है और इन्होंने पूरा जीवन जो है ना इसी सनातन इसी धर्म के लिए समर्पित कर दिया है सुबह आंख खुलना और आंख बंद होने तक यह सिर्फ ईस्ट को सु मरते हैं और तब यह आपके ऊपर दावा कर रहे हैं शायद आपको शास्त्रार्थ का ज्ञान नहीं होगा लेकिन ये शास्त्रों के साथ ही जीते हैं और यही उनकी पहचान है तो पहले तो आप अपने आप को थोड़ा सा जज करना कम कीजिए आप ज्ञानी है बहुत अच्छी बात है लेकिन दूसरे अज्ञानी है यह मत तर्क रखिए अब दूसरी बात विश्वास प्रमाण से होता है और जो आप कर रही है उसमें आडंबर दिख रहा है इसलिए कह रहे हैं वो कह रहे हैं ना योगी जी नींबू निगल जाइए ना वो मानेंगे वो जानना चाहते हैं ये कौन सी सिद्धि है योगी जी मेरा एक आपसे विनती है आप देख रहे होंगे कि आज डिबेट में मेरा गला बैठा हुआ है और मुझे बड़ी दिक्कत हो रही है बोलने में हां कष्ट दूर कर द तो मैं तो चाहता हूं कि लाइव आज सारा संसार और भारत आपको देख रहा है कि इस बैठे हुए गले को अगर आप ठीक कर सकती हैं निचित तौर पर साष्टांग प्रणाम करके जाऊंगा और आपकी सिद्धि को भी स्वीकार करूंगा यह मेरा गला ठीक कर दीजिए मैं बड़ा पीड़ित हूं और कल रात से बड़ा पीड़ित हूं और मेरी आपसे हाथ जोड़कर बनती है एक बार वो नींबू जरूर खा करर दिखाइए हम लोग तो नींबू का अचार जरूर खाते हैं लेकिन इस प्रकार नींबू निकलने की पद्धति हमारे पास तो नहीं है कृपा कर कर ये गला ठीक कर दीजिए आप 100 नींबू बोलेंगे मैं 100 निंबू चढ़ाने के लिए तैयार हूं कृपा कर कर मेरा गला ठीक कर दरबार क्यों बुला रही है दरबार क्यों बुला रही है भक्त अगर कष्ट में मां को पुकार रहा है तो मां वहां पहुंचती है ना तो आप ये कष्ट में है ये कष्ट में है गले में इनका देखिए इनकी आवाज बैठी हुई है ठीक कर दीजिए हाथ जोड़ के आपसे विनती कर रहे भक्त है बच्चा है मा का बेटा सच्चे भाव से बुला रहा तो बा पहुच ब इस भाव से बुलाना तो अच्छा दरबार में आके ही भाव पैदा होता है क्या दरबार में आके ही भाव पैदा होता है कि भैया आपके सामने आएंगे तारी तभी शक्तियां निकल कर आएंगी क्या अरे मैं कष्ट में हूं आपका भगत कष्ट में है कृपा कर करर मेरी बीमारी को दूर कीजिए अगर आप प्रमाणित कर देती हैं तो निश्चित तौर पर मैं आपके प्रमाणिकता को स्वीकार करूंगा भाव या झूठा भाव ये आप कैसे आप कैसे तय करेंगी मैंने कहा मैंने पहले भी कहा था कि जो भी उस दर पर आ रहा है जो भी उस दरबार में आ रहा है वो भाव के साथ ही तो आएगा ना और ये ठीक कहा उन्होंने कि भोले भाले लोगों को आप बरगला रहे हैं नहीं नहीं अब तो योगी जी कष्ट में है ना अब वो कष्ट में है उनका कष्ट ह दीज योगी कट में उम कट में संगीता जी मां के स्वरूप से इनके कष्ट को दूर कीजिए और य मानने को तैयार हैस्क हो आपको प्रणाम करके जाए अन आप माफ मांग और उसके बाद जा नहीं अप अपनी बोलते नहीं आपके पास आपके पास बहुत सरल रास्ता है एक भक्त के कष्ट को नहीं नहीं आडंबर करने की श्रेणी में तो आप सबसे आगे रह सकती है यह हमें पता चल रहा है क्योंकि ना भक्त का कष्ट हर रही है ना ही मां के दर्शन करा रही है बड़े-बड़े दावे कर रही हैं घबराहट आपके चेहरों पर दिख रही है हमारे मेहमान ये महसूस कर पा रहे हैं अरे इनका कष्ट दूर कर दीजिए ना यह तो सच्चे भक्त है उमेश जी दुआ कीजिए मैं क्यों घबराऊ भाई मैं आपसे दोबारा एक प्रश्न कर रहा हूं इर दे का ना लेर लगा देखिए मेरी विनती है मेरे गले में बार-बार कष्ट हो रहा है हे देवी देवी का साक्षात स्वरूप आप बैठी है कृप करक मेरे कष्ट को दूर कीजिए आप जितने नींबू बोलेंगे मैं नींबू चढ़ाने के लिए तैयार हूं मैं जितने नींबू बोलेंगे चढ़ाने के लिए तैयार हूं लेकिन मेरा कष्ट दूर कीजिए लेकिन मैं इस टीवी चैनल के माध्य चढते हैं क्या पहली बात तो चैनल के माध्यम से आपकी प्रत्येक बात का खंडन करता हूं कि जितना बड़ा प्रपंच आप टीवी में कर रही है आपको शर्म आनी चाहिए परमात्मा ने इतना हष्ट पुष्ट शरीर दिया है अरे कुछ करो कमाओ खाओ यह कौन से दरबार चला रहे हो आप लोग ये दरबार के नाम पर कौन देवी देवता को आप पथभ्रष्ट कर रहे हो आप लोग सनातन के नाम पर धब्बा हो सबसे बड़ा धब्बा सनातन के नाम पर और देवी का नाम पर योग करते हो अगर आपके अंदर देवी आ जाती तो आपका सूक्ष्म शरीर है ना ये फट जाता क्या देवी की शक्ति की बात करते हो अरे देवी का मात्र जी पर भी हमारे शरीर में नहीं आ सकता केवल संसार के अंदर भगवान शंकर ही ऐसे देव हैं जो देवी की शक्ति को स्वीकार कर सकते हैं संसार में उनके अलावा ऐसा कोई पात्र नहीं पैदा हुआ जो देवी की शक्ति को ग्रहण करे अरे मैं शास्त्र संबध बात कर रहा हूं और आपके अंदर देवी आ जाती है आप बाल खोल लेती है अरे इनके साथ तो वैसा ही सिस्टम है ये क्या करते होंगे ढोल बजवा होंगे ये म्यूजिक चलवा होंगे रिदम आती है ना डीजे पे नाचते हैं तो इनको रिदम आती है जब रिदम आती है तो लोग सोचते हैं इनके अंदर माता आ गई ये तो केवल केवल म्यूजिक का आनंद लेते हैं और सिर घुमाते हैं और लोगों को पागल बनाने का काम करते हो अरे अगर आप य ऐसा करती होंगी तो मैं तो चिंतित हो रहा हूं अगर आप शादी बह में किसी कार्यक्रम में जाती होंगी तो आप किसी और को थोड़ी नाचने देती हो बक ठी है सीता जीता जी जवाब तो देना होगा क्योंकि आजकल य बहुत सारे कोई पर्ची वाला बाबा कोई ऐसा हमने सु ना सुनिए ना बड़े ऐसे कमाल देखे सनातन का झंडा बरदार आप लोग बनते हैं लेकिन उस सनातन का झंडा बरदार नहीं आप उस सनातन को बचा नहीं रहे आप उस सनातन का उपहास उड़ा रहे हैं आप उपहास उसका बना रहे हैं क्यों उपहास का पात्र बन रही हैं आप देवी को धीरे-धीरे गुस्सा आ रहा है देवी के बाल भी खुलने लगे हैं देवी हमारी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि हम तो केवल कुछ प्रश्न करने आए थे कहीं आप कूपी हम पर ना हो जाए लेकिन आज सारा संसार और भारत आपको देख रहा है यही मौका है और देवी भी कहीं ना कहीं आपको देख रही होंगी हाथ जोड़कर माफ मांगो कि मैं जो गद्दी के नाम पर देवी के नाम पर प्रपंच चला रही हूं हे देवी मुझे माफ करो और मेरे द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक अपराध को माफ करो और भैया हम भी देवता से प्रार्थना करते हैं कि आपको परमात्मा क्षमा करे मैं तो बड़े दुर्भाग्य की बात है पता नहीं आप लोग ये एक आसं सा लगा लेते हैं चुन्नी लगा लेते हैं देवी की प्रतिमा लगा लेते हैं अरे अरे भैया शास्त्रों का ज्ञान है क्या पुराणों का ज्ञान है क्या वेद का अध्ययन किया है क्या सावर मंत्र का आपको ज्ञान है क्या कौन गुरु है आपका कौन से गुरु ने आपको दीक्षा दी है कौन से अखाड़े ने आपको प्रमाणित किया है कौन सा सर्टिफिकेट आपके पास है कहां स्थान लगता है और मैं तो उत्तर प्रदेश सरकार से निवेदन करूंगा योगी जी से निवेदन करूंगा कि उत्तर प्रदेश में जहां ज य आडंबर चल रहे हैं उन पर प्रतिबंध लगना चाहिए उनको बंद करना चाहिए आप लोग सनातन के नाम पर सबसे बड़ा धब्बा हो आज माफी मांगिए मा मांगिए आप लोग टीवी पर कि आप क्या प्रपंच कर रहे माफ मा तो माफी मांगिए संगीता जी और नहीं तो हो जाए पर मैं देवी कान करिए आप भी देवी कान करिए हम भी देवी कावान करके दिखाते अपनी मा हो जाए या या गद्दी किसी की दात नहीं सत नहीं किसीने दान मेंज नहीं दे रखी मेरी माने दे रखी है उसने मुझे सेवा दे रखी है मैं सेवा करती हूं सेवा क्या है बता कम से कम हमय बता दीजिए कि क्या सेवा करती है मैं मां काली के मंदिर की महंत हूं सुनिए संगीता जी सुनिए अब आप सुन लीजिए संगीता जी जरा धैर्य से सुनिए मैं खुद मां काली की सिद्ध पीठ है हमारे यहां हम मैं मां काली के मंदिर की मेहनत हूं हमें इतनी भी इजाजत मां काली से नहीं है कि हम उनके भवन तक जा सके हम दूर से मां के दर्शन करते हैं और हाथ जोड़ते हैं उनके कि हमारी जो कुछ गलतियां हो वो क्षमा कीजिए और आप कह रही हैं कि आपके शरी में मां आ जाती है कितना पाखंड करते हैं जो बच्चे साइकोलॉजिकल हील और बच्चे नहीं जो आपके दरबार में आते हैं साइकोलॉजिकल पेशेंट है साथ में आप खुद हिस्टीरिया के पेशेंट है आपको दौरे पड़ते हैं जिन दौरों को आप ये बताती है कि मुझ पर मां आ गई किसी पर मां इस तरीके से नहीं आती आप सिर्फ और सिर्फ करती माता माता नींबू खाती है वो स्वरूप में जो नींबू खाते वीडियो है क आप महत तो आप बता को आप मेरा ट्रीटमेंट करा दीजिए नहीं ट्रीटमेंट तो आपको आपके परिवार को कराना चाहिए जो परिवार इस अपराध में सम्मिलित है आपके पति सालको पने चाए में खड़ा होकर हाजरी लगा र है आप उसका भी भविष बद कर रही अच्छा ट्रीटमेंट की बात हु मानवी इनका इलाज के लिए मान रही है करवाएंगे क्या इलाज बिल्कुल इनका इलाज सीधा इनको पाल खाने भेज दीजिए वहां पर इनके हाथ पा बा रल माफ मांग क्य आपके चैनल माफी नहीं मांग रही य माफी तभी मांगी जब पागलखाने जाएंगी वहा इनको सेंटर शौक लगेंगे जब शौक बहुत ज्यादा लगेंगे आपको आदत है ना शौक की शौक लगेंगे तब आप शायद फिर माफी मांग लेंगे लेकिन दुख मुझे यह होता है कि भोले भाले बच्चे मैंने इनकी वीडियोस देखी है वहां प कितनी महिला आती है छोटे छोटे बच्चे उनका ये भूत उतार रही है वो कहीं ना कहीं मानसिक तौर प बीमार है तो आपको क्या लग रहा है सीता जी आप लोग बनाती रहेंगी पागल उनको बनाती र आप आप आप जेल में नहीं जाएंगी आप कह रहे हैं कि जेल कैसे भेजेंगे या तो माफी मांग लीजिए और या तो आपसे इतनी देर से वो कह तो मैं आपके अगेंस्ट एफर करूंगी मैं आपके अगेंस्ट एफआईआर करूंगी कि आप भोले भाले बच्चों को या जो महिलाएं आती है उनको भती है उनको आप फंसाते है वो बीमार होते हैं दिमागी संतुलन उनका ठीक नहीं होता उनको उनको डॉक्टर की जरूरत है उनको आप कहीं ना कहीं देखिए आप कहीं ना कहीं मौत का रास्ता दिखा रही है उनको शर्म कर दीजिए मानवी जी वो बेचारे उमी आते उमीद जब शायद उनकी हर जगह से जाकर खत्म हो गई होगी तो ऐसे लोग उनको बरगला हैं भूत बातो से नहीं मानते लातो के भूत बातों से नहीं मानते इनकी जब कंप्लेंट होएगी जब अरेस्ट हो ंडे पड़ेंगे तब माफी मांगेगी तब आप माफी मांगोग क्योंकि अभी हिमानी जी हमारे पास इतने फैक्ट नहीं है पुलिस इन्वेस्टिगेट करेगी कितनी बच्चियों ने अपनी जान गवा दी होगी कितने लोग मर चुके होंगे क्यों ये तो भूत क लेकिन वो भूत नहीं है व संतुलन से ठीक नहीं है उनको डॉक्टर की जरूरत थी उनको इलाज की जरूरत थी लेकिन इन्होंने उनका इलाज होने नहीं दिया इन्होंने उनके इलाज में बांझा डाला है तो इनप एफ आईआर होनी चाहिए ये खून नहीं है ये मर्डर है आपने बहुत लोगों को खून किया है क्योंकि उन्होने गुमराह किया है उनको अपनी तरफ किया है उनको इलाज नहीं करने कितने बच्चों की जान चली गई यहां बोलो कि कितने बच्चों की जान क्योंकि ये फैक्ट तो आपको पता है ना ये पुलिस प जब आपकी कंप्लेंट होएगी वो आपके सारे चिट्ठे बिे निकाल देंगी तब आपको पता लगेगा और तब आप माफी भी मांगने जोगे नहीं रहेंगे तो से बेटर है कि आप यहां पे न्यूज नेशन पे माफी मांगिए और कहिए कि आप अपना दुकान बंद कर रहे हैं नहीं तो मैं आपके अगेंस्ट एफआईआर कराती हूं फिर आप देख लीजिए आपको माफी मांगनी पड़ेगी संगीता जी जब तक वो सेवा मैं आपकी थोड़ी सी सहयोग के और सहायता के लिए आगे आना चाहता हूं तक वो सेवा कराग ना तब तक सेवा करूंगी हां सेवा कीजिए ना सेवा करने से कौन मना किया सेवा कीजिए बट जबरदस्ती का मेवा मत खाइए दिक्कत ये हो जाती है और आप जो है ना आप आपको अध्यात्म का अ नहीं पता और दिक्कत क्या है परेशानी पता है क्या परेशानी पता है क्या आप लोग जैसे लोग आडंबर करके लोगों को ना केवल गुमराह कर रहे हैं सनातन को भी बदनाम कर रहे हैं खुद को सनातन सनातन प्रहरी बताना और सनातन के नाम की जानकारी भी नहीं होना आपको एक मौका मिल रहा सुनिए ना अरे दरबार आके हमें आडंबर में नहीं पढना आपके पास यहां प बैठे यहां पर जो ज्ञानी लोग बैठे हैं उनका तो आप जवाब नहीं दे पाए आपको मौका दिया गया आप देवी दर्शन कराइए क्लेम करती है वो नहीं हो पाया आप शास्त्रों का ज्ञान नहीं रखती शास्त्रों का ज्ञान भी नहीं रखती का जवाब नहीं दिया सुनिए ना आप देवी के दर्शन करवा दीजिए अच्छा क्यों कुतर्क करना सबको देवी का दर्शन कराइए वो तो सायोग उमे जस्ती बो आप ही ने कहा था ना इमरजेंसी मैंने तो कहा इससे ज्यादा इमरजेंसी में आप कहां आएंगे ये तो आपके लिए इमरजेंसी ज्यादा है बंद कर जिसका आपस आप दावा बंद कर क्योंकि कहीं ना कहीं इनका भांडा फूट गया है इनका भांडा न्यूज नेशन ने फोड़ दिया है इसी वजह से क ये किसी सा ये किसी सात्विक ऊर्जा का व्यवहार हो ही नहीं सकता ये देखिए ये जो व्यवहार है सात्विक ऊर्जा का व्यवहार हो ही नहीं सकता इन्हे देवी आती है इनके आचरण से और जो भी जो भी ये कह रही थी कहीं से कहीं तक उनकी भाषा शैली से भी कहीं से कहीं तक नहीं लग रहा था मुझे मुझे नहीं लगता कि एक साधु सं एक एक फाइनल कमेंट एक एक फाइनल कमेंट पूरी जी ये देवी का कौन सा स्वरूप देख रहे थे आप देखिए प्रश्नों से भाग गए देखिए मेरे को लगता है कि जहां तक देवी की चर्चा है जिस स्वरूप में मैं इनको देवी भी मान रहा था देवी वो वाली देवी नहीं देवी भी मान रहा था उस स्वरूप से भी पथभ्रष्ट हो गई है जैसा व्यवहार आचरण इन्होंने किया है और न्यूज नेशंस के चैनल पर आज एक और पाखंड का भांडा फोड़ आप लोगों ने कर दिया आप लोगों को बहुत-बहुत साधुवाद फाइनल कमेंट निश्चित रूप से पाखंड है और इस पाखंड की जो मुहीम आप लोगों ने चला रखी है आप धन्यवाद के पात्र हैं कारण यह है रोहित जी कि यह लोग सनातन पर धब्बा है ये लगातार हम जैसे सन्यासियों का उपहास का कारण बनते हैं इनकी वजह से हम संतों का उपहास बनता है ये पाखंड बंद होना चाहिए आपको बहुत-बहुत साधुवाद बहुत-बहुत धन्यवाद मानवी एफआईआर दर्ज करवा रही है क् एफआईआर मैं दर्ज करा रही हूं और दूसरी बात मैं यह बोलना चाहती हूं कि देखिए मैं कांग्रेस करना चाहती हूं न्यूज़ नेशन को क्योंकि उन्होंने ऐसा पाकर ये जो ढोंगी मां है उनको आपने भांडा फोड़ा है और कहीं ना कहीं जो भोले भाले लोग हैं ना उनको सही राह प चलने का आपने एक विजन दिया है तो ये आपका जो शो देखेंगे लोग तो कहीं ना कहीं मुझे लगता है लोगों को सीख आएगी और वो ऐसे जो बाबा है या मां है उनके पास जाना से थोड़ा सा बचेंगे हम देख हिमानी बिल्कुल तो हम देखिए यहां पर दिखा रहे हैं ये ये वो स्थान है जहां पर संगीता जी बैठती हैं और ये कहती है कि उनको वो शक्ति वहां पर आती है जैसे ही वह आवान करती है हालांकि यहां पर जब न्यूजनेशन के यह मंच हमने उनको दिया हमने कहा कि आप बुलाइए आहवान करिए कितनी बार रोहित आपने भी आहवान उनसे किया लेकिन वो आवान नहीं कर पाए यहां पर और उन्होंने यह कहा कि आप दरबार में आइए मतलब दरबार में आकर वो कह रही हैं कि आप उस आडंबर को और वहां पर देखिए कि किस तरह का और उन्होंने पूरा अपना जो सेटअप है वह तैयार किया हुआ है और किस तरह से वह लोगों को बरगला हैं बेवकूफ बनाते हैं एक बात बिल्कुल स्पष्ट कर द न्यूज नेशन का हमारा उद्देश्य मकसद किसी भी तरह से किसी धर्म को किसी की आस्था को चोटिल करना नहीं है विश्वास को कहीं से भी घात पहुंचाना नहीं है लेकिन हम सनातन के प्रहरी की तरह उनका सम्मान करते हुए धर्मों का अनादर ना हो उस कोशिश पर है और जो इनके नाम पर पाखंड फैला रहा है उनको हम आपके सामने लेकर आएंगे आगे तय आपको करना है मैं बार-बार कहता हूं विश्वास ऊपर वाले पर कीजिए जरिया कौन सा चुन रहे हैं यह आप खुद सोच लीजिए फिलहाल के लिए इतना ब