सो गाइ आज की वीडियो में मैं आपको बताऊंगा बैडमिंटन रैकेट कैसे बनाया जाता है स्टार्टिंग से लेकर एंड प्रोसेस तक हम आए हैं एक्सजी बाय अविन लिमिटेड में ये इंडिया की फर्स्ट फैक्ट्री है जिन्होंने रैकेट मैन्युफैक्चर करना स्टार्ट किया था तो जितने भी जो रैकेट मेड इन इंडिया है वो मैक्सिमम यहां बनते हैं सो गाइ सबसे पहले अब हम आए हैं वीविंग डिपार्टमेंट में तो चलिए चलते हैं अंदर तो गाइ ये है कार्बन फाइबर का रोल इससे एक-एक स्ट्रिप बाहर आती है एंड रेजिन के साथ इसको मिक्स किया जाता है जिससे जो कार्बन है वो और अच्छे से बाइंडर इसे रिलीज पीपर के ऊपर ऐसा रोल किया जाता है जिसे हम बोलते हैं ड्र वाइंडिंग फिर एक स्पेसिफिक एंगल में कट किया जाता है फिर दो शीट को आपस में क्रॉस सैंडविच करते हैं जिससे जो कार्बन का स्ट्रेंथ है वो और ज्यादा बढ़ जाता है फिर उसके ऊपर कुछ इस तरह रोलिंग की जाती है फिर रिक्वायर्ड साइज में कट किया जाता है रैकेट के स्पेसिफिकेशन जैसे कि वेट शाफ्ट फ्लेक्सिबल के हिसाब से स्पेसिफिक साइज में फिर कट किया जाता है फिर अलग-अलग साइज में ऐसे कट करके बंडल बनाया जाता है फिर एक प्रॉपर किट बनाया जाता है कुछ इस तरह माने ये अब एक पूरा रैकेट है ये बिलीव नहीं होता लेकिन अब इससे एक रैकेट बनेगा पूरा फिर यहां सारे कार्बन शीट को एक के ऊपर एक मेजर करके जोड़ दिया जाता है फिर उसके ऊपर नायलॉन ट्यूब को रख के फ्लैट शीट को ट्यूबलर फॉर्म में कन्वर्ट करते हैं सो ये ट्यूबलर फॉर्म में फ्रेम है ये शाफ्ट है एंड दोनों को जोड़ के सिंगल ट्यूब बनाया जाता है सो अब जो कार्बन ट्यूब रहता है उसका पेरीमीटर चेक किया जाता है फिर उसका थिकनेस चेक किया जाता है एंड उसे फिर आगे फॉरवर्ड किया जाता है वेट चेक के लिए फिर इसको ऊपर ऊपर से रैकेट का शेप दिया जाता है कुछ इस तरह सो जैसे कि मैं बताया हूं यहां वेट चेक किया जाता है रैकेट का उसके बाद सारे को ऐसे प्लेस किया जाता है एंड फीफो रूल अप्लाई होता है फर्स्ट इन फर्स्ट आउट सो गाइज ये हमारा मोल्डिंग सेक्शन तो सबसे पहले इस फ्रेम को इस साचे में डालेंगे एंड उसके बाद हीटिंग प्रेस देंगे एंड उसी दौरान जैसे कि मैं बताया उसके अंदर एक नायलॉन ट्यूब रहता है तो एयर प्रेशर भी देते हैं साथ ही साथ जिससे ये ूलता है एंड फिर बहुत अच्छे से होती है देन उसको हम डालेंगे फिर कूलिंग प्रोसेस में तो गाइस अब हम कूलिंग फ्रेश से निकाल लिए हैं एंड जैसे कि आप देख सकते हो जो फ्रेम है अब सॉलिड फॉर्म में आ गया है तो अब ये कुछ इस तरह दिख रहा है तो मोल्डिंग के बाद जो अनवांटेड रेजिन रहता है या जो कार्बन रहता है उसे यहां ट्रीमिंग किया जाता है कुछ इस तरह एंड ट्रीमिंग होने के बाद हमारे पास एक ऐसा टाइप का रैकेट आ जाता है पूरा क्लीन सो गाइ जैसे कि आप देख सकते हैं जो हमारा रैकेट का फ्रेम है वो पूरा फ्लैट है अब इसमें होल्स किए जाते हैं थ्रू दिस मशीन तो गाइज यहां सैंड पेपर से सैंडिंग की जाती है जिससे जो फ्रेम एंड जो शाफ्ट का सरफेस है वो और स्मूथ हो जाए फिर हम हैंडल कैप लगाते हैं एंड जो ये हैंडल रहता है वुड वाला तो उसमें पहले हम ग्लू डालते हैं फिर ये दोनों को चिपकाया जाता है जैसे कि आप देख सकते हो फिर इसे फॉरवर्ड किया जाता है जिसमें रैकेट का लेंथ चेक करेंगे साथ ही साथ वो कहीं से मुड़ तो रहा नहीं है साथ ही साथ सही से लगा है कि नहीं क्योंकि हैंडल थोड़ा सा भी ट्विस्ट हो जाता है तो फिर वो दिक्कत होता है काफी खेलने में तो गाइस यहां शाफ्ट एंड हैंडल में होल किया जाता है उसके ऊपर स्क्रू लगा के फिर ड्रिल किया जाता है जिससे शाफ्ट एंड हैंडल और अच्छे से अटैच हो जाए एंड खेलते समय बाहर ना आ सके स गाइ यहां प्राइमर किया जाता है जो हेल्प करता है पेंट को और अच्छे से स्टिक करने में सो गाइस इस सेक्शन में पेंट किया जाता है वो भी पूरा मशीन से जैसे कि आप देख सकते हो अभी ब्लैक कलर का पेंट चल रहा है तो डिफरेंट डिफरेंट कलर के पेंट होते हैं जैसे कि मेरे हाथ में भी है तो ये सारे पेंट होने के बाद आपको देखने को मिल जाएंगे स गाइस पेंट्स के बाद हम इस रैकेट्स में डकल लगाएंगे तो जब बचपन में हम बूमर खाते थे तो उसमें एक स्टिकर मिलता था तो उसको हम पानी का यूज करके हाथ में लगाते थे वैसे इसको भी पानी का यूज करके रैकेट में पूरा स्टिक किया जाता है सो गाइज डेकल्स लगाने के बाद हमारा रैकेट कुछ इस तरह लगता है एंड उसके बाद जो इसके ऊपर एक फिल्म रहती है उसको हमें फिर निकालना पड़ता है तो गाइ डेकल लगाने के बाद यहां टॉप कोटिंग की जाती है जैसे कि आप देख सकते हो इससे क्या है कि जितने भी डायकल है टगर है वो निकले ना साथ ही साथ जो हमारा रैकेट है वो एक तरह से सेफ रहे तो गाइस यहां होल्स की क्लीनिंग होती है तो जब हम प्राइम करते हैं मोल्डिंग करते हैं या पेंट लगाते हैं तो कभी कभार अंदर में कुछ जम जाता है तो उसे यहां क्लीन किया जाता है तो गाइस इस सेक्शन में ग्रोमेट लगाया जाता है तो डिफरेंट डिफरेंट साइज के ग्रोमेट होते हैं आप अपने रैकेट में चेक करना एक बार तो उसके हिसाब से यहां डिफरेंट डिफरेंट सेक्शन में डिफरेंट डिफरेंट साइज के ग्रोमेट्स लगाए जाते हैं स गाइ हम ऑलमोस्ट लास्ट स्टेज में आ गए हैं यहां रैकेट में स्ट्रिंगिंग की जाती है जैसे कि आप देख सकते हो तो यह कंटिन्यू प्रोसेस चलते रहता है सुबह से शाम तक तो गाइ अब यहां स्पेसिफिक टेंशन में स्ट्रिंग्स को टाइट किया जाता है स गाइ यहां स्ट्रिंग में लोगो लगाया जा रहा है तो ये एक्सजी कंपनी का रैकेट है तो इसमें एक्जी कंपनी का लोगो लग रहा है जैसे कि आप देख सकते हो एंड ये भैया जैसे कि लगा रहे हैं तो गाइ अब हम पहुंच गए फाइनल स्टेज में तो सबसे पहले इस मशीन में रैकेट का वेट लेंथ एंड बैलेंस पॉइंट चेक होता है देन यहां उसका जो लोअर हैंडल कैप है उसको लगाया जाता है जैसे कि आप देख सकते हो इस सेक्शन में ग्रिप लगाया जाता है रैकेट के हैंडल के ऊपर उसके बाद फिर यहां बाउंड्री ट्रिप लगाने के बाद श्रिंक रैप लगाया जाता है इसके हैंडल में जिससे प्रोटेक्ट रहे हमारा ग्रिप एंड देन अगेन वेट बैलेंस एंड लेंथ चेक किया जाता है रैकेट का उसके बाद एट द एंड हम रैकेट को पूरा क्लीन करते हैं अच्छे से एंड देन फिर होलोग्राम स्टिकर लगाते हैं एमआरपी स्टिकर लगाते हैं फिर ये पॉली बैग में डालते हैं एंड देन फिर फाइनली कवर में तो जैसे कि मैं आपको बताया हूं एक्सजी बाय अरविन लिमिटेड ये इंडिया की फर्स्ट फैक्ट्री है जिन्होंने रैकेट मैन्युफैक्चर करना स्टार्ट किया था तो ये इंडिया के टॉप ब्रांड्स के लिए रैकेट बना रहे हैं अब इन्होंने खुद का ब्रांड लॉन्च किया है एक्सजी प्रेजेंटली इन्होंने चार मॉडल लॉन्च किया है एक्वाइट हरिकेन क ताना एंड पंच इस वीडियो में मैं आपको रैकेट की टेस्टिंग होते हुए नहीं दिखा पाया हूं नहीं तो वीडियो काफी लंबी हो जाती उसके लिए हम अलग से वीडियो बनाएंगे वैसे जब मैंने देखा तो पता लगा कि काफी सारे प्रोसेस से गुजरना पड़ता है एंड बहुत ज्यादा हार्ड टेस्टिंग होती है उसके बाद ही रैकेट को आगे अप्रूव किया जाता है टेस्टिंग करते हुए मैंने इनके चार मॉडल को देखा एंड पर्सनली मैं काफी ज्यादा इंप्रेस्ड था इनके टेस्टिंग को देख के हम ये चारों रैकेट के ऊपर वीडियो भी बनाएंगे वैसे अगर आप ये रैकेट को बाय करना चाहते हो तो मैं लिंक नीचे डिस्क्रिप्शन में दे दूंगा आप वहां से जाके ले सकते हो तो मेरा भी काफी ज्यादा इंटरेस्ट था कि एक रैकेट कैसे बनाया जाता है उसका पूरा प्रोसेस समझना एंड इस चैनल के थ्रू आपको बताना सो बिग थैंक्स टू एक्सजी बाय अरविन लिमिटेड कि उन्होंने मुझे ये मौका दिया जिससे हम ये फैक्ट्री टूर कर पाए साथ ही साथ यहां के एंप्लॉयज असिस्टेंट को भी बहुत बड़ा धन्यवाद क्योंकि इनके वजह से ये वीडियो पॉसिबल हो पाया इस वीडियो के लिए मैं खुद छत्तीसगढ़ से गुजरात ट्रेवल किया एंड काफी ज्यादा मेहनत लगी इस वीडियो को बनाने के लिए सो अगर आप चैनल पे नए हैं तो सब्सक्राइब जरूर करना मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में