ऐसे हुई थी Osama Bin Laden की हत्या…😱 (3D Animation)
Published: Sep 13, 2024
Duration: 00:33:56
Category: People & Blogs
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आज से 13 साल पहले 2 मई 2011 को यह रात के 1:00 बजे की ही बात थी जब पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकन सोल्जर्स ने दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को उसी के घर में घुसकर मार गिराया देखो हुआ कुछ ये था कि ओसामा बिन लादेन ने साल 1993 से 2001 के बीच अमेरिका पर तीन घातक हमले किए जिसमें सबसे पहला था साल 1993 का वर्ल्ड ट्रेड सेंटर अटैक दूसरा था साल 1998 का यूएस एंबेसीज अटैक और तीसरा और सबसे दर्दनाक था साल 2001 का 911 अटैक इस 1993 ब्लास्ट में टोटल छ लोगों की जान गई और हजारों की संख्या में लोग इंजर्ड हुए थे इस 1998 एंबेसी अटैक में टोटल 224 लोगों की जान गई और 4500 लोग जख्मी हुए थे और साल 2001 में जो 911 अटैक हुआ था जो अमेरिकन हिस्ट्री का सबसे खतरनाक अटैक माना जाता है उसमें 3000 लोग मारे गए थे और हजारों लोग इंजर्ड हुए थे अमेरिका को इतना ज्यादा नुकसान पहुंचाने के बाद अलकायदा जैसे खुखार आतंकवादी संगठन को बनाने वाला दुनिया का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल अमेरिका का अब तक सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका था ओसामा को मार गिराने के लिए अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी सीआईए ने कैसे-कैसे क्या-क्या प्लान किया वो तो हम आगे इस वीडियो में समझेंगे ही लेकिन उससे भी पहले 3डी एनिमेशन की मदद से ये समझो कि अमेरिका के जाबाज कमांडोज ने यानी कि नेवी सील्स ने इस अमेजिंग ऑपरेशन को सक्सेसफुल बनाते हुए ओसामा के रूम में जाके उसमें तीन गोलियां कैसे दागी सबसे पहले मैप्स एंड लोकेशंस पर एक नजर मार लो ये है अपना भारत और इधर अपने पड़ोसी गरीब देश पाकिस्तान में यहां एक सिटी है जिसका नाम है एबटाबाद जब सील्स ने ओसामा बिन लादेन को मारा उस समय वो यहां एबटाबाद में ही छुप के बैठा हुआ था आपको यह भी पता होना चाहिए कि इस ऑपरेशन के लिए सील टीम के हेलीकॉप्टर्स ने अफगानिस्तान में एक सिटी जलालाबाद से उड़ान भरी थी ये जलालाबाद ही यूएस नेवी सील्स का बेस था ओवरऑल इस मिशन में सील्स टीम को जलालाबाद से एबटाबाद जाकर ओसामा बिन लादेन को मारकर वापस जलालाबाद सेफली आना था और इस मिशन का नाम ऑपरेशन नेप्चून स्पीयर रखा गया था हुआ कुछ यूं कि आज से 13 साल पहले 1 मई 2011 की बात है रात के 10:30 बज रहे थे इस ऑपरेशन के लिए जलालाबाद के यूएस बेस में चार हेलीकॉप्टर्स उड़ान भरने के लिए तैयार हैं ये दो तो हैं चिनूक हेलीकॉप्टर्स और ये दो हैं ब्लैक हॉक्स प्लान ये है कि ये दोनों ब्लैक हॉक्स तो उड़के एबटाबाद जाएंगे और ये दोनों चिनूक यहां पर ही बैकअप के लिए स्टैंड बाय पर रहेंगे अब देर रात में ये दोनों ब्लैक हॉक्स यहां से पाकिस्तान के लिए रवाना हो जाते हैं सबसे बड़ा सवाल यहां लोगों के दिमाग में ये आता है कि ऐसा कैसे हो सकता है कि दो अमेरिकन हेलीकॉप्टर्स पाकिस्तान के एयर स्पेस में फ्लाई करते हुए एबटाबाद जा रहे हैं और पाकिस्तानियों को खबर भी नहीं हो रही है या यूं कह लो कि पाकिस्तान के रडार्स इन दोनों हेलीकॉप्टर्स को ट्रैक क्यों नहीं कर पा रहे हैं तो इसका सिंपल सा आंसर है स्टेल्थ टेक्नोलॉजी असल में दोनों ब्लैक हॉक्स को डिजाइंड ही इस तरीके से किया गया था कि इनमें से ना तो साउंड डिटेक्ट हो और ना ही ये रडार में ट्रैक हो पाएं इन शॉर्ट इस पूरे हेलीकॉप्टर के ऊपर हैवी फैब्रिक की कोटिंग करी गई थी ताकि इसकी रडार और इंफ्रारेड विजिबिलिटी कम हो जाए अब रात को करीबन 1:00 बजे दोनों हेलीकॉप्टर्स एबटा बाद में ओसामा बिनलादीन के कंपाउंड तक पहुंच जाते हैं इससे पहले कि सील कमांडोज हेलीकॉप्टर में से उतरकर ओसामा बिनलादीन को शूट करें यह बहुत ज्यादा जरूरी है कि ओसामा बिन लादेन के इस रसमई दिखने वाले घर या कंपाउंड के स्ट्रक्चर को आप अच्छे से समझ लो ये जो ऑलमोस्ट ट्रायंगुलर शेप्ड प्रॉपर्टी आपको दिख रही है यह पाकिस्तान के एबटाबाद नामक शहर में ओसामा के छिपे रहने का ठिकाना था आप क्लियर नोटिस कर पा रहे हो कि यह प्रॉपर्टी कितनी ज्यादा आइसोलेटेड है आसपास सटा हुआ कोई भी मकान आपको देखने को नहीं मिलेगा इसमें ओसामा बिन लादेन इस टॉप फ्लोर पर यहां रहता था सामने से यह रास्ता है और ये लेफ्ट साइड वाला कंपाउंड खाली पड़ा रहता था इसमें ये लोग सिर्फ कचरा जलाते थे ये घर की मेन एंट्रेंस थी और आगे चलकर एक और गेट था यह पार्किंग वगैरह का स्पेस हो गया और सामने ये जो आपको दिख रहा है ये गेस्ट हाउस था एक बात आप क्लियर नोटिस कर पा रहे होंगे कि अगर ओसामा बिन लादेन तक पहुंचना है तो किसी को भी इन दोनों ही गेट्स के अलावा इस गेस्ट हाउस से होकर भी गुजरना ही पड़ेगा अब जैसे ऑपरेशन एच स्पीयर सील्स की स्किल्स और प्रेसीजन की वजह से ही सक्सेस की ओर जा रहा है सिमिलरली आपके फ्यूचर में सक्सेसफुल होने के लिए भी स्किल्स बहुत जरूरी हैं और अगर आप अपना फ्यूचर टेक में देख रहे हैं तो स्केलर के एक्सपर्ट्स आपको बेस्ट लर्निंग देते हैं और आपकी स्किल्स को टॉप नॉच लेवल पर लेके जाते हैं स्केलर इंडिया का एक टेक प्लेटफार्म है जो आपको डेटा साइंस और सॉफ्टवेयर रोल्स के लिए प्रिपेयर करता है यहां के इंस्ट्रक्टर्स टॉप टेक कंपनीज के एक्सपीरियंस्ड इंजीनियर्स हैं जो आपकी डेली मेंटरिंग करते हैं और 80 प्लस रियल वर्ल्ड केस स्टडीज का एक्सेस भी देते हैं स्केलर के ज्यादातर लर्नर्स को google2 और walmart-bestprice बिना किसी इंटरेस्ट के इजी ईएमआई ऑप्शंस भी देता है स्केलर का मिशन है इंडिया में वर्ल्ड क्लास सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स बनाना इसलिए आज ही स्केलर की फ्री लाइव मास्टर क्लास जवाइन करें लिंक डिस्क्रिप्शन में दिया गया है क्लिक करो बिल्कुल यहां पर आपको एक और गेट दिख रहा होगा लेकिन यह गेट हमेशा लॉक्ड रहता था उसके अलावा बालकनी वॉल्स हो या बाउंड्री वॉल्स इस घर की सभी दीवारें बहुत ज्यादा ऊंची ऊंची थी जो अपने आप में एक डाउट क्रिएट करती थी यहां राइट साइड वाले कंपाउंड में फल और सब्जियां उगाते थे और कुछ खाली जमीन भी पड़ी हुई थी यहां गेस्ट हाउस के थ्रू अंदर जाने का एक रास्ता था आगे चलके यहां एक ऐसे ही शेल्ट बना हुआ था और थोड़ा और आगे चलके मेन घर में एंट्री होती थी मेन घर की ये तीन मंजिला इमारत थी जिसमें ये है ग्राउंड फ्लोर ये फर्स्ट फ्लोर और ये सेकंड फ्लोर था एक बात और जिसे सुनकर आपको ऐसा फील होगा कि पाकिस्तान का ओसामा बिन लादेन को छुपा के रखने में कोई ना कोई कनेक्शन तो है असल में ओसामा बिन लादेन के घर से जस्ट 1 किलोमीटर की दूरी पर ही पाकिस्तान मिलिट्री अकेडमी थी अब काफी लोग इस बात को लेकर यह स्पेक्युलेटिंग आतंकवादी पाकिस्तान मिलिट्री अकेडमी के जस्ट 1 किलोमीटर की दूरी पर ही रहता था और पाकिस्तान को भनक भी नहीं हुई भनक नहीं हुई या फिर पाकिस्तान ने सच में दुनिया से ओसामा को छुपाकर पनाह दे रखी थी खैर बैक टू एक्शन ये जो दो ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर्स आपको दिख रहे हैं इनमें से एक का नाम है चौक वन और दूसरे का नाम है चौक टू सबसे पहले चौक टू ओसामा बिनलादीन के मेन गेट के ऑलमोस्ट सामने होवर करने लगता है यहां ये चौक टू इसलिए होवर कर रहा था क्योंकि यहां इसे फोर सील्स एक कॉम्बैट असल्ट डॉग जिसका नाम काइरो था और उसके हैंडलर को लैंड करवाना था इस पूरे वीडियो में आप सील शब्द को बार-बार सुनेंगे जिसका मतलब है यूनाइटेड स्टेट्स नेवी सी एयर और लैंड टीम यह टीम स्पेशल मिशंस को एग्जीक्यूट करने के लिए बनाई गई थी देशी भाषा में आप ऐसे भी समझ सकते हो कि जब मैं सील शब्द का यूज कर रहा हूं तो इसका मतलब मैं अमेरिका के बेस्ट कमांडोज की बात कर रहा हूं एनीवेज इस बात को भी यहां ही समझ लो कि इस चॉक टू हेलीकॉप्टर में टोटल 12 सील्स थे एक डॉग था और एक डॉग हैंडलर था सिमिलरली इस स्टॉक वन हेलीकॉप्टर में भी 12 सील्स और थे यानी टोटल 24 कमांडोज की टीम को ओसामा बिन लादेन की हत्या के लिए भेजा गया था खैर ओसामा बिन लादेन के सामने वाले रास्ते में कुछ बंदों को उतारने के बाद चॉक टू हेलीकॉप्टर में अब जो बचे हुए सील्स हैं उनको ये ओसामा बिन लादेन के रूम की छत पर लैंड करवा देता है यह सब करने के बाद चौक टू का काम खत्म और अब चौक टू वापस अपनी इनिशियल पोजीशन पर चला जाता है और वहीं पर होवर करने लग जाता है अब बारी है चौक वन हेलीकॉप्टर की और पहले ही बता दूं कि चौक वन हेलीकॉप्टर के साथ में कुछ ऐसा हुआ था जो किसी सील कमांडो ने सपने में भी नहीं सोचा था ध्यान से सुनना देखो चौक वन हेलीकॉप्टर में टोटल 12 सील्स ओसामा की ऐसी तैसी करने के लिए मौजूद हैं और इनका प्लान यह था कि ओसामा के घर की जो बिल्डिंग है उसके जस्ट सामने ये जो लॉन है इसमें इन्हें लैंड करना है अब जैसे ही चौक वन इन सभी सील्स को लेकर डिसाइडेड पोजीशन पर पहुंच के होवर करने लगता है वैसे ही इसके साथ एक अनएक्सपेक्टेड हादसा हो जाता है हादसा ये कि चौक वन एयर वर्टेक्स फ्लो का शिकार बन जाता है यूं तो अभी मैं आपको एयर वर्टेक्स फ्लो की साइंस को डिटेल में समझाता जाऊं लेकिन इस स्टोरी से दूर ना जाते हुए एयर वर्टेक्स फ्लो को आप सिर्फ ऐसे समझो कि इस हेलीकॉप्टर के अराउंड हवा का फ्लो किसी रेयर इंसीडेंट में इस तरीके से खराब हो जाए कि हेलीकॉप्टर अपने आप में पूरा बैलेंस खो दे तो चौक वन के साथ भी अनएक्सपेक्टेडली सेम ऐसा ही कुछ हुआ नतीजा इस सबका इतना बुरा हुआ कि चौक वन दुनिया के सबसे बेस्ट हेलीकॉप्टर पायलेट्स के हाथों में होने के बाद भी टोटली अनबैलेंस हो गया अपनी जगह से हट के लेफ्ट साइड वाले कंपाउंड में चला गया और सबसे पहले तो उसका थोपड़ा जमीन में भिड़ा फिर उसकी पूंछ दीवार के ऊपर गिर के टूट गई इस पूरी एक्सीडेंटल सिचुएशन में सबसे बेस्ट पार्ट ये था कि इसमें मौजूद सभी के सभी 12 सील कमांडोज सेफली लैंड कर जाते हैं लेकिन एक बात जो आज तक हजम नहीं होती वो ये कि इतना बड़ा हादसा हुआ पूरा का पूरा हेलीकॉप्टर जमीन और दीवार से लड़ मरा लेकिन ओसामा और उसके चेले चपा जो घर में मौजूद थे वो पता नहीं कौन से घोड़े बेच के सोए थे कोई हरकत ही नहीं हो रही थी खैर सभी 12 सील्स हेलीकॉप्टर से सेफली बाहर आकर सबसे पहले इस दीवार को अप्रोच करते हैं सामने यह जो गेट मिलता है इस पर एक एक्सप्लोसिव ब्लास्ट करते हैं यहां से निकलकर इनको सामने एक और गेट मिलता है वहां भी एक्सप्लोसिव ब्लास्ट करते हैं और फिर इस पार्किंग एरिया में आकर गेस्ट हाउस को अप्रोच करते हैं सील टीम गेस्ट हाउस को सिक्योर करने के लिए जैसे ही गेट के पास पहुंची तो उन्हें अंदर से कुछ आवाजें आने लगी जैसे ही वो लोग लोग अंदर जाने वाले होते हैं आगे से ak47 बुलेट्स की बारिश होने लगती है यह बारिश करने वाला व्यक्ति था अबू अहमद अल कुवैती इस बात को समझो कि फिलहाल इस गेस्ट हाउस के अंदर टोटल चार लोग मौजूद हैं दो बच्चे जिनको बोरी से ढक रखा था अबू अहमद की बीवी और खुद अबू अहमद अबू अहमद ओसामा बिन लादेन का राइट हैंड था ये ओसामा का पाकिस्तानी कूरियर था और यही आदमी अपनी पूरी फैमिली के साथ इस गेस्ट हाउस में रहता था खैर रिस्पांस में जब सील टीम ने काउंटर अटैक किया तो उसमें अबू अहमद को गोली लगती है और वह मारा जाता है ऐसा होते ही अबू अहमद की बीवी गेट खोलकर बाहर भागती हुई आती है और बोलती है मर गया है वह तुमने मार दिया उसे अबू अहमद की बीवी का यह कदम इसलिए भी था ताकि सील्स टीम फायरिंग रोक दे और बच्चों को गोलियां ना लगे ओबवियसली सील्स टीम को थोड़ी ना पता था कि अंदर बच्चे भी हैं खैर फिलहाल के लिए सील्स अबू अहमद की बीवी को बंदी बना लेते हैं और आगे ऑपरेशन को कंटिन्यू करते हैं लेकिन एक बात और अब सील्स को एक्स्ट्रा केयरफुल रहना था क्योंकि हो सकता था कि मेन घर के अंदर भी बच्चे हो फर्द गेस्ट हाउस को सिक्योर करने के बाद में कुछ सील्स मेन बिल्डिंग की तरफ बढ़ने लगते हैं और कुछ सील्स इधर कर ये वाला गेट भी अंदर से ओपन कर देते हैं ताकि रिमेनिंग सील्स भी पूरे एरिया को सिक्योर करते हुए अंदर आ पाएं अब फाइनली सभी सील्स ओसामा बिनलादीन को मारने के लिए मेन बिल्डिंग की तरफ बढ़ने लगते हैं जैसे ही मेन बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में सील्स एंटर करते हैं तो सामने अबरार दिखता है अब यहां ग्राउंड फ्लोर में जो लोग थे उनको भी समझ ही लो यहां मेन बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में एक तो अबरार मौजूद था अबरार की बीवी थी और कुछ बच्चे थे यह अबरार उस बंदे का छोटा भाई था जिसको जस्ट अभी गेस्ट हाउस में सील टीम ने मार गिराया यानी कि अबू अहमद खैर अबरार को देखते ही जैसे ही सील टीम ने फायरिंग शुरू की वैसे ही उसकी बीवी सामने कूद पड़ी और स्टार्टिंग की सभी की सभी गोलियां उसकी बीवी को लग जाती हैं और वो मर जाती है यहां एक बात का यह भी ध्यान रखना कि सील्स टीम को एकदम क्लियर इंस्ट्रक्शंस थे कि इस पूरे ऑपरेशन नेप्चून स्पीयर में किसी भी मासूम जान या यूं कह लो कि किसी भी बच्चे या महिला की जान नहीं जानी चाहिए लेकिन अब खरबूजा ही छुरी पर आकर गिरे तो बेचारे सील्स भी क्या कर सकते हैं एनीवेज बीवी के मरते ही सील्स ने अबरार को भी गोलियों से भू दिया और उसका भी द एंड कर दिया अब इस ग्राउंड फ्लोर पर जो बच्चे बचते जा रहे थे उनसे रिलेटेड आपको यह बात याद रखनी है कि चाहे वो स्टार्टिंग वाले गेस्ट हाउस में से हो या फिर इस मेन बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर से सभी बच्चों को सील्स एक जगह सेफ जोन में इकट्ठा करते जा रहे थे अब आगे बढ़ते हुए सील्स फर्स्ट फ्लोर की तरफ जाने लगते हैं फर्स्ट फ्लोर पर ओसामा का सगा बेटा मौजूद था जिसका नाम था खालिद अब खालिद को जिस तरीके से सील्स टीम ने मारा उसकी स्टोरी बहुत ही इंटरेस्टिंग और फन है ध्यान से सुनना देखो सील्स ने जब ओसामा के कंपाउंड में लैंड किया था उसी समय गेस्ट हाउस में अटैक करने से पहले ही पूरे कंपाउंड की लाइट बंद कर दी थी अब ओबवियसली सील्स को तो लाइट बंद करने से कोई भी दिक्कत नहीं ही होने वाली थी क्योंकि उनके पास तो ऑलरेडी नाइट विजन गोगल्स मौजूद थे लेकिन उन्होंने लाइट इसलिए बंद की ताकि इस बिल्डिंग में मौजूद जो लोग हैं उनको नेविगेट करने में दिक्कत आए उससे उन्हें कोई भी एक्शन लेने में डिफिकल्टी हो अब जब नाइट विजन गोगल्स की बात चल ही रही है तो आपको यहां यह भी पता होना चाहिए कि सील्स की बॉडीज पर मिनी कैमरा भी लगे हुए थे जिनकी हेल्थ से वाइट हाउस में मौजूद अमेरिकन प्रेसिडेंट बैरक ओबामा और उनकी पूरी की पूरी टीम इस पूरे ऑपरेशन को एक लाइव फिल्म की तरह देख पा रही थी ये देखो आपकी स्क्रीन पर ये उस टाइम की रियल इमेज है इसमें ये फॉर्मर प्रेसिडेंट बैरक ओबामा मौजूद हैं ये करंट अमेरिकन प्रेसिडेंट और उस टाइम के वाइस प्रेसिडेंट जो बाइडर मौजूद हैं और साथ ही हिलरी क्लिंटन भी मौजूद थी अब चूंकि पूरे कंपाउंड की लाइट ऑलरेडी सील्स ने बंद कर दी थी तो खालिद को भी इस पूरे फ्लोर पर एकदम घनघोर अंधेरा दिख रहा था कुछ भी साफ दिखाई नहीं दे रहा था इसलिए वह सीढ़ियों से ऊपर सेकंड फ्लोर की तरफ भागने लगा और वहीं दीवार की आड़ में छुप गया अब सील्स इस तरीके से एक लाइन में आ गए और फॉर्चूनेटली इनमें से एक सील को अरबी लैंग्वेज आती थी तो उस ल ने दिमाग लगाया और चालाकी से विस्पर करते हुए अरबी एक्सेंट में खालिद का नाम दो बार पुकारा खालिद खालिद और खालिद ने झांक के देख भी लिया जैसे ही उसने दीवार से झांक के देखा वैसे ही सील्स ने उसे भी निपटा दिया यहां फर्स्ट फ्लोर पर एज पर रिकॉर्ड कोई भी लेडी मौजूद नहीं थी लेकिन बच्चे काफी सारे मौजूद थे तो सील्स ने बच्चों को सिक्योर किया और फर्द सेकंड फ्लोर की तरफ मूव करने लग गए यहां अब आगे बढ़ने से पहले यह बिल्कुल भी मत भूलना कि इस पूरे कंपाउंड को सिक्योर करने के लिए इस मूमेंट पर मेन बिल्डिंग के ऊपर भी और गेस्ट हाउस के ऊपर भी स्नाइपर्स मौजूद हैं अब सवाल यहां पर यह आता है कि ओसामा बिन लादेन को छोड़कर सील्स टीम ने इस पूरे कंपाउंड में ऑलरेडी सबको मार ही दिया है तो एगजैक्टली इस कंपाउंड को सिक्योर करना किससे है तो इसका आंसर है पाकिस्तानी आर्मी से असल में हुआ ये था कि इस ऑपरेशन नेप्चून स्पीयर की पाकिस्तानियों को बिल्कुल भी खबर नहीं थी और यह जोखिम भरा मिशन बिना पाकिस्तानी गवर्नमेंट को इफॉर्म किए ही एग्जीक्यूट हो रहा था लेकिन एट द सेम टाइम अमेरिकंस को और सील्स को यह डर था कि अगर पाकिस्तानी आर्मी को इस मिशन के बारे में कुछ भी पता चलता है तो वो ओसामा के कंपाउंड तक पहुंच के कोई ना कोई स्टेप तो जरूर ही लेंगे क्योंकि कितनी बड़ी बेइज्जती की बात है ना कि अमेरिकन कमांडोज तुम्हारे देश पाकिस्तान में घुस जाएं इतना बड़ा मिशन सक्सेसफुल भी कर लें और ओसामा को तुम्हारी नाक के नीचे से उठा के भी ले जाएं और पाकिस्तान को भनक भी ना हो तो यह तो पाकिस्तान का मोय मोय हो जाएगा इसलिए सील्स ने कंपाउंड पर नजर रखी हुई थी और सिर्फ इतना ही नहीं ऐसी किसी अनहोनी के लिए जहां से यह सील्स टीम आई थी यानी कि जलालाबाद अफगानिस्तान में अमेरिका का वो बेस जहां वो चिनूक हेलीकॉप्टर्स स्टैंड बाय पर खड़े हुए थे उनमें भी ऑलरेडी 79 कमांडोज एक्स्ट्रा फू फ्यूल रिइंफोर्समेंट और बहुत सारा हथियार बैकअप के लिए रेडी रखा हुआ था एनीवेज वो पल फाइनली आ ही गया जिसका आपको बेसब्र से इंतजार था और आपसे ज्यादा अमेरिकंस को सील्स टीम जैसे ही सेकंड फ्लोर पर पहुंचती है तो देखती है कि ओसामा बिन लादेन अपनी दोनों बीवियों के पीछे छुपने की कोशिश कर रहा था और सील्स टीम की तरफ उनको धकेल रहा था यहां उसकी बीवियां भी गोली ना चलाने की गुहार कर रही थी लेकिन इन अ स्नैप ऑफ मूमेंट सील्स ने मौका मिलते ही हेडशॉट लिया और दो गोलियां ओसामा के सिर में दाग दी गोली लगते ही ओसामा बिन लादीन चित्त पड़ा हुआ था ओसामा की यह हालत देख उसकी बीवियां उसके मृत शरीर से लिपट जाती हैं सील टीम आगे बढ़ते हुए यह कंफर्म करने की कोशिश करती है कि ये ओसामा बिन लादेन ही था इतना बड़ा आतंकवादी था क्या पता यहां पे कोई अपना बहरूपिया प्लांट कर रखा हो कि नहीं सील टीम ने ओसामा की दोनों बीवियों को साइड करके उनको डराते धमकाते हुए यह पूछा कि क्या ये ओसामा बिन लादेन ही था लेकिन काफी कोशिशों के बाद भी दोनों बीवियों ने मुंह नहीं खोला उसके बाद सील्स को वहां से एक 12 साल की बच्ची गुजरती हुई दिखाई दी सील्स ने उस बच्ची को पकड़ा और उससे पूछताछ करने के लिए उस को साइड के एक रूम में ले जाने लगे तभी दोनों में से ओसामा की एक बीवी घबरा गई और जोर-जोर से चिल्लाने लगी दूसरी तरफ बच्ची से पूछताछ के दौरान उस बच्ची ने मुंह खोला कि यही ओसामा है उसके बाद घबराती हुई बीवी ने भी बोला कि बच्ची को छोड़ दो मैं बताती हूं हां यही ओसामा बिन लादेन है जैसे ही सील्स को इस बात की कंफर्मेशन मिली उन्होंने वाइस एडमिरल विलियम एच मैक्रवें को सैटेलाइट फोन से कंफर्मेशन देते हुए कहा जेरोनिमो जेरोनिमो जेरोनिमो फॉर गॉड एंड कंट्री आई पास जेरोनिमो ये इस पूरे मिशन का कोड वर्ड था जेरोनिमो यानी कि ओसामा मारा गया वाइस एडमिरल मैक रेवन ने वापस कंफर्म करते हुए पूछा व्हिच वन इसके जवाब में सील ने कहा जेरोनिमो ई के आई ए यानी एनेमी किल्ड इन एक्शन फाइनली वाइट हाउस में बैरक ओबामा की खुशी का ठिकाना ही नहीं था मगर असली मजा तो आपको अब आगे आएगा जब मैं स्टेप बाय स्टेप ओसामा को ट्रैक करने की कहानी आपको सुनाऊंगा साल 2001 में ओसामा ने 91 अटैक किया था और 2011 में ओसामा अमेरिका के हाथ लगा इन 10 सालों में ओसामा बिन लादीन को ट्रैक करने की कहानी बहुत ही ज्यादा रोमांचक है वो तो हम इस वीडियो में समझेंगे ही साथ ही 3d एनिमेशन की हेल्प से यह भी देखेंगे कि सील्स को उसके कमरे से ऐसा क्या सामान मिला जिसे देखकर उनके होश उड़ गए और ओसामा बिन लादीन को जमीन में ना गाड़ करर समुद्र में ही क्यों दफनाया गया था लेकिन हर बार की तरह शुरू से शुरू करते हैं बात आज से 67 साल पहले 1957 की है सऊदी अरेबिया की जो कैपिटल है जो वहां की सबसे बड़ी सिटी भी है जिसको लोग रियाद नाम से जानते हैं जहां मक्का मदीना भी स्थित है वहां 10 मार्च 1957 को जन्म होता है ओसामा बिन लादेन का ओसामा बिन लादेन के पिता ने टोटल 22 शादियां की थी और उसके 54 बच्चे थे ओसामा बिन लादेन उन 54 में से 17वें नंबर का बच्चा था टोटल 22 में से ओसामा बिन लादेन की मां यह थी और इसका नाम था आलिया यहां मैं इसकी मां का इसलिए जिक्र कर रहा हूं क्योंकि ओसामा के मरने के बाद इनका एक इंटरव्यू वायरल हुआ था जिसमें इन्होंने क्लेम किया था कि कॉलेज से पहले ओसामा बहुत शरीफ और धार्मिक स्वभाव का लड़का था हमने तो उसको साल 1994 में ही डिसन कर दिया था जब उसके विचार कट्टर इस्लामिक एक्सट्रीमिस्ट बन गए थे लेकिन कॉलेज में जाकर ही वह गलत संगत की वजह से बिगड़ा जिस ओसामा को पूरी दुनिया एक खा खार टेररिस्ट के नाम से जानती है यह देखो उस बंदे का एक यह रूप भी है यह ग्रीन ड्रेस वाला ओसामा बिन लादेन ही है खैर रियाद में रहते हुए ही ओसामा ने अपनी इनिशियल पढ़ाई पूरी की आगे की पढ़ाई के लिए वह किंग अब्दुल अजीज यूनिवर्सिटी नामक एक कॉलेज में एंट्री ले लेता है वहां से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री लेता है और वहीं उसकी मुलाकात होती है उसके कुछ ऐसे दोस्तों से जो कुछ एक्सट्रीम रिलीजियस ग्रुप्स के पार्ट्स थे उनमें से दो लोग थे सैद कुतुब और अब्दुल्लाह अज्जम जो एक मिलिटेंट लीडर था इन दो लोगों ने ओसामा की सोच को पूरी तरह से एक्स मिस्ट मुस्लिम बना दिया था उन्होंने ना सिर्फ कट्टरपंथी सोच बल्कि अलकायदा को चलाने के लिए पूरी-पूरी प्लानिंग और पूरी-पूरी हेल्प भी प्रोवाइड करवाई थी इसी सब में साल 1979 आ जाता है और कड़ी सर्दियों में 24 दिसंबर को अफगानिस्तान और यूएसएसआर के बीच युद्ध शुरू होता है इस अफगान सोवियत वॉर की खबर जैसे ही सऊदी अरेबिया में मौजूद ओसामा बिन लादेन को पड़ती है वह तुरंत अपने एक्सट्रीम रिलीजियस ग्रुप्स के कॉलेज फ्रेंड्स के साथ अफगानिस्तान जाने की तैयारी करने लगता है असल में वो ओसामा के एक्सट्रीम रिलीजियस ग्रुप्स के कॉलेज फ्रेंड्स ही थे जिन्होंने ओसामा के दिल में ने अफगानिस्तान के लिए एक सॉफ्ट कॉर्नर क्रिएट किया इनफैक्ट इन लोगों ने तो कॉलेज में यह तक भी डिसाइड कर लिया था कि हम इस्लाम को प्रोटेक्ट करने के लिए एक अलकायदा नाम का ऑर्गेनाइजेशन बनाएंगे और उसका बेस अफगानिस्तान में ही रखेंगे इवन अलकायदा का मीनिंग भी होता है द बेस खैर ओसामा बिन लादेन अफगानिस्तान को यूएसएसआर से बचाने के लिए और अफगानिस्तान की मदद करने के लिए वहां रिक्रूटमेंट्स करने लगता है और डायरेक्टली एंड इनडायरेक्टली वहां जो मुजाहिदीन थे यानी यूएसएसआर के खिलाफ लड़ने वाले अफगानिस्तान में जो ग्रुप्स थे उनकी मदद करने लगता है ओसामा बिन लादेन का रिक्रूटमेंट भी काफी अतरंगी तरीके से होता था ओसामा अलकायदा में लोगों को भर्ती उनके फिजिकल बेसिस पर नहीं बल्कि उनके इमोशनल क्वेश और जिहादिस्ट सोच के बेसिस पर किया करता था अब ये अफगान सोवियत वॉर करीबन 10 साल चला 15 फरवरी 1989 को यह वॉर खत्म हुआ इसमें अफगानिस्तान को बचाने के लिए ओसामा बिन लादेन ने अपनी ओर से पूरा जोर लगा दिया इस ड्यूरेशन में वहां के आतंकवादियों के बीच में ओसामा बिन लादेन ने अपनी तगड़ी फैन फॉलोइंग भी बिल्ड कर ली थी साल 1989 में अफगान सोवियत वॉर खत्म होने से जस्ट 1 साल पहले यानी कि साल 1988 में जन्म होता है उस ऑर्गेनाइजेशन का जिसका पिछले कई सालों से ओसामा बिन लादेन सपना देख रहा था और व एक तरीके से उसका ड्रीम प्रोजेक्ट था जिस आतंकवादी संगठन की हम बात कर रहे हैं वो है अलकायदा अब अलकायदा बनने के सिर्फ 2 साल बाद यानी कि साल 1990 में इराक ओसामा बिन लादेन के अपने देश सऊदी अरेबिया पर हमला कर देता है जैसे ही सऊदी अरेबिया पर हमला हुआ तो सपोर्ट के लिए उसके पास दो ऑप्शंस थे सबसे पहला ऑप्शन तो यह था कि वह इराक से अपने आप को बचाने के लिए अमेरिका की मदद और दूसरा ऑप्शन जो उसके पास खुद चलकर आया वो था ओसामा बिन लादेन की तरफ से कहने का मतलब यह है कि जैसे ही ओसामा बिन लादेन को पता चला कि सद्दाम हुसैन ने सऊदी पर हमला कर दिया है तो उसने सऊदी गवर्नमेंट से गुजारिश करी कि देखो इराक को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए मेरे पास अपनी खुद की एक ऑर्गेनाइजेशन है अलकायदा इराक से लड़ने का और सऊदी की मदद करने का यह मौका आप मुझे दो और मैं सफल रहूंगा लेकिन इतनी सब रिक्वेस्ट के बाद भी सऊदी के किंग किंग फहद ने ओसामा बिनलादीन की रिक्वेस्ट को ठुकरा दिया और अमेरिका को अपना पार्टनर चूज किया यह सब देख ओसामा बिनलादीन के तन बदन में आग लग गई और व जगह-जगह पर साउदी किंग फहद को क्रिटिसाइज करने लगा पर सवाल तो अब भी यही है कि ओसामा की अमेरिका से दुश्मनी हुई ही क्यों भाई सऊदी ओसामा की मदद से बचे या अमेरिका की मदद से बचे अल्टीमेट गोल तो सऊदी को बचाने का था ना नहीं असलियत तो यह थी कि ओसामा अमेरिका के वेस्टर्न कल्चर से बहुत नफरत करता था वो बिल्कुल भी नहीं चाहता था कि अमेरिका इस गल्फ वॉर में सऊदी की मदद करें अमेरिका और सऊदी के रिलेशंस अच्छे हो और अमेरिकन वेस्टर्न कल्चर किसी भी तरीके से सऊदी में आए लेकिन जब सऊदी का इंक्लिनेशन ओसामा को अमेरिका की तरफ दिखा तब साल 1990 के आसपास यह पहली बार ही था जब ओसामा बिन लादेन को अमेरिका एक दुश्मन के रूप में नजर आने लगा और किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि ओसामा के दिल में यह जो छोटा सा नफरत का बीज सऊदी के एक डिसीजन ने बोध दिया है यह फ्यूचर में जाके 911 जैसे बड़े-बड़े हत्याकांड का रूप ले लेगा फर्द इसी साल 1990 में अमेरिका ओसामा बिन लादेन का जानी दुश्मन बन जाता है और उसकी ऑर्गेनाइजेशन अलकायदा का सिर्फ एक ही मकसद रह जाता है कैसे भी करके अमेरिका को मुस्लिम डोमिनेंस की ताकत दिखाना अपनी ताकत दिखाने के लिए अगले 9 सालों में 1992 से 2001 के बीच ओसामा बिन लादेन पांच अलग-अलग अटैक्स अमेरिका को क्षति पहुंचाने के लिए करता है सबसे पहला अटैक वो साल 1992 में करता है यह अटैक उसने अमेरिका में नहीं बल्कि यमन में किया था असल में मिडिल ईस्ट में एक कंट्री है यमन उसमें एक शहर है एडेन उसमें एक गोल्ड मोहर नाम का होटल है एक ट्रेनिंग के चलते कुछ यूएस मरीन सोल्जर्स इस होटल में ठहरे हुए थे इन्हीं यूएस सोल्जर्स की जान लेने के लिए अलकायदा ने सबसे पहला अटैक इसी होटल में करवाया था लेकिन इस अटैक से उसे कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि यूएस सोल्जर्स पहले ही यहां से निकल चुके थे दुख की बात यह है कि उनकी जगह उस बॉम ब्लास्ट में बेचारे दो इनोसेंट सिटीजंस को जान गवानी पड़ी थी यह सब देख ओसामा का गुस्सा और ज्यादा बढ़ गया और अपने ईगो को सेटिस्फाई करने के लिए साल 193 में न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की पार्किंग में उसने बॉम्ब अटैक करवाया इस अटैक में छह लोग मारे गए और हजारों लोग जख्मी हुए थे ऐसा तो है नहीं कि दो अटैक्स करके ओसामा का मकसद पूरा हो गया हो उसने अच्छे से प्लान करके 5 साल बाद 1998 में दो यूएस एंबेसीज में और अटैक करवाया यानी कि एक बार फिर से अमेरिका के बाहर अटैक करवाया जो कि टेंज निया और केन्या में स्थित थी इस अटैक में 24 लोग मारे गए जिनमें से सिर्फ 12 ही अमेरिकंस थे बाकी के लोग जो मारे गए वो वहां के लोकल्स थे चौकाने वाली बात यह है कि इस अटैक में टोटल 45000 लोग घायल भी हुए थे इसी दौरान ओसामा की इन्हीं सभी हरकतों की वजह से सऊदी ने उसे अपने देश से पूरी तरह से बैन कर दिया था अमेरिका के साथ अपनी दुश्मनी को जारी रखते हुए चौथा हमला उसने 2 साल बाद साल 2000 में किया यह वाला हमला ओसामा ने जमीन पर नहीं बल्कि पानी में किया था इस हमले में उसने यूएस नेवी के एक शिप पर जो उनका गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर था उस पर बॉम्ब अटैक किया था स्पेसिफिकली उस टाइम जब उस शिप की रिफ्यूलिंग हो रही थी इस अटैक में टोटल 17 यूएस नेवी सेलर्स मारे गए थे और 37 इंजर्ड भी हुए थे लेकिन ओसामा अभी भी नहीं रुक रहा था जिस अटैक के बाद वो रुका वो था अगला वाला यानी कि अमेरिका के इतिहास का सबसे खतरनाक अटैक 911 अटैक यूएसएस कोल अटैक के जस्ट अगले साल ही यानी कि 911 अटैक में 11 सितंबर 2001 एक को 19 आतंकवादियों ने चार कमर्शियल एयरप्लेंस को हाईजैक कर लिया था जो कि ईस्ट कोस्ट से कैलिफोर्निया जा रही थी इन हाईजैकर्स ने पहले दो प्लेंस को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स में क्रैश किया वहीं तीसरी टीम ने प्लेन को पेंटागन में क्रैश किया जो कि यूएस डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस का हेड क्वार्टर्स था और चौथे ने रूरल पेंसिल्वेनिया में ले जाकर क्रैश कर दिया इस अटैक में टोटल 3000 लोगों ने अपनी जान गवाई और हजारों की संख्या में लोग जख्मी हुए थे ये अटैक सच में इतना डेंजरस था कि ओसामा बिन लादेन जैसे खूंखार आतंकवादी को जिंदगी में पहली बार एहसास हुआ कि मैंने सच में कुछ बड़ा कर दिया है पेले जाने के डर से 911 के अटैक के बाद वह अंडरग्राउंड हो चुका था इतना सब होने के बाद अमेरिका फाइनली ओसामा बिन लादेन को मोस्ट वांटेड क्रिमिनल की लिस्ट में डालने के बाद मारने की कसम खा लेता है अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी यानी कि सीआईए ओसामा को पकड़ के उसको खत्म करना अपना अल्टीमेट टारगेट बना लेती है सालों साल खोज चली ओसामा को ढूंढने की काफी कोशिश की गई लेकिन सीआईए के हाथ में कुछ भी ठोस लग ही नहीं रहा था धीरे-धीरे ऐसा लगने लगा था कि सीआईए के लिए ओसामा को पकड़ना पॉसिबल हो जाएगा लेकिन फिर अचानक अमेरिकंस को पाकिस्तान के एबटाबाद में एक लीड मिली और वो कैसे मिली जब 911 अटैक्स हुए थे तो उसमें से अलकायदा के काफी सारे आतंकवादी पकड़े गए थे उन आतंकवादियों को सीआईए ने ग्वांटनमो बे नाम की एक जेल में रखा हुआ था ये ऐसी वैसी नॉर्मल जेल नहीं बल्कि बहुत खतरनाक जेल मानी जाती है पास्ट में काफी बार यह जेल अपने टॉर्चर करने के अनयूजुअल तरीकों की वजह से कंट्रोवर्सीज का शिकार भी हुई है मतलब क्रिमिनल्स से सच बुलवाने के लिए इस लेवल का टॉर्चर और डर जैसे किसी ने सच में शरीर में हाथ डाल के आत्मा बाहर निकाली ली हो अमेरिकन एजेंसीज को सबसे पहला क्लू यहीं से मिला जैसा मैंने बताया इस डिटेंशन कैंप में अलकायदा के काफी सारे आतंकवादी थे तो उनमें से एक आतंकवादी के मुंह से एक नाम निकला और वो था अबू अहमद अल कुवैती होप फुली आप भी इस नाम को सुनते ही कुछ रिमाइंड कर पा रहे होंगे बिल्कुल सही हां वही बंदा जिसकी अभी हमने थोड़ी देर पहले ही बात की थी जिसको सील्स ने गेस्ट हाउस में बंद दरवाजे के थ्रू गोलियों से भून दिया था जो कि ओसामा का पाकिस्तानी कूरियर था और उसका राइट हैंड भी था इसी के पीछे लग के अमेरिकंस ने इसकी लोकेशन को ट्रेस किया और और वहां से उन्हें एब्टाबाद पाकिस्तान का क्लू मिला बस फिर क्या था एक के बाद एक सारे पजल के पीसेज अपने आप जुड़ने लगे और सीआईए को फाइनली उस लोकेशन या उस कंपाउंड का पता चल गया जहां पॉसिबली कुछ परसेंट चांसेस थे कि उसका जानी दुश्मन बैठा हो और सीआईए की इंफॉर्मेशन के हिसाब से ये कंपाउंड साल 2004 में बना था यहां इस बात को बिल्कुल भी मत भूलना कि अभी सिर्फ अहमद अल कुवैती का पता चला है ओसामा बिन लादीन का नहीं और इससे पहले कि सीआईए यहां ऑपरेशन करने के लिए कोई स्टेप ले उसे यह भी पता चलना चाहिए कि ओसामा बिन लादेन सच इस घर में रहता भी है कि नहीं तो ओसामा की प्रेजेंस का पता लगाने के लिए सीआईए ने इस कंपाउंड की रेकी करना शुरू कर दी अच्छे से नजर रखने के लिए और 24 घंटे प्रॉपर ऑब्जर्वेशन के लिए सीआईए ने एबटाबाद में घर ही ले लिया था यह साल 2010 की बात है इस साल में पूरे 5 महीने तक सीआईए ने ओसामा के कंपाउंड की रेकी की उनकी कुछ मेजर ऑब्जर्वेशंस में से एक यह बहुत इंपॉर्टेंट पॉइंट था कि अबू अहमद जब भी बाहर से आता तो गेस्ट हाउस तक ही रुक जाता था और यहां ही रहता था मेन बिल्डिंग तक वो कभी जाता ही नहीं था तो सीआईए को एक शक ये भी भी हुआ कि कहीं ऐसा तो नहीं कि मेन बिल्डिंग में ओसामा रहता है और अब्बू अहमद उसकी रक्षा के लिए गेस्ट हाउस में रहता है दूसरा शक सीआईए को यह हुआ कि इस लोकैलिटी के बाकी के घरों के कंपैरिजन में इस कंपाउंड की दीवारों की लंबाई हद से ज्यादा थी ये सामने वाली बाउंड्री वॉल की हाइट 10 फीट और इन तीन दीवारों की हाइट 13 फीट 18 फीट और 12 फीट थी तीसरा शक सीआईए को ये हुआ कि इस कंपाउंड में से कोई अंदर बाहर जाता ही नहीं है बहुत ही रेयर केस में अबू अहमद को बाहर आते जाते हुए देखा गया था चौकाने वाली बात यह थी कि ये लोग अपना कचरा भी अंदर ही इस लेफ्ट वाले कंपाउंड में जलाया करते थे आसपास की जमीनें भी खाली मिली इसके अलावा खिड़कियों पर मोटे-मोटे पर्दे लगाना और हां ऐसा कौन सा घर होगा जहां रोशन दन नहीं मिलता और तो और अपनी बालकनी की दीवार 7 फीट की कौन करवाता है भाई ओसामा बिन लादेन अपने कमरे से निकलकर जब बालकनी में टहलने आया करता था तो ताकि उस समय वो किसी को दिख ना जाए इसलिए उसने बालकनी की दीवार को 7 फीट तक चढ़ा रखा था बस इन्हीं कुछ ऑब्जर्वेशंस की बदौलत सीआईए का शक यकीन में बदल गया और सीआईए को ऐसा लगने लगा कि हो सकता है कि इस मेन बिल्डिंग में ओसामा रहता ही है आधे अधूरे एहसास को पूरे पूरे विश्वास में बदलने के लिए सीआईए ने एक प्लान बनाया प्लान यह बनाया कि डॉक्टर शकील अफरीदी नाम से एक डॉक्टर को और उसकी नर्स को फेक वैक्सीनेशन कैंप के नाम पर उस घर के अंदर भेजा जाए ये डॉक्टर और नर्स प्लान के तहत अंदर जाते हैं वैक्सीन वगैरह का काम कर देते हैं साथ में सीआईए के लिए ये भी गुड न्यूज़ लेके आते हैं कि यह बात तो कंफर्म्ड है कि ओसामा वहीं उस घर में ही रहता है अब देखा जाए तो यह डॉक्टर अमेरिकन एजेंसीज के लिए तो हीरो है लेकिन पाकिस्तान के लिए यह विलेन बन गया था क्योंकि ऑपरेशन नेप्चून स्पीयर जब सक्सेसफुली कंप्लीट हो गया था और सब कुछ होने के बाद पाकिस्तान सरकार को जब यह पता चला था कि इस डॉक्टर ने पाकिस्तान के खिलाफ गद्दारी की थी तो इस डॉक्टर को 23 साल के लिए जेल में डाल दिया गया था और यह आज भी उस जेल में ही है ऐसा नहीं है कि अमेरिकन एजेंसीज ने उसे जेल से बाहर निकालने की कोशिश नहीं करी कोशिश की थी लेकिन पाकिस्तान तो पाकिस्तान है खैर जैसे ही सीआईए को उस कंपाउंड में ओसामा बिन लादेन की कंफर्मेशन मिली तो सीआईए ने इस पूरी सिचुएशन को बैरक ओबामा को एक्सप्लेन किया अलोंग विद द फिजिकल कैरीकेचर मॉडल्स ऑफ द कंपाउंड अब इस बात में तो ऑलरेडी कोई दौराई नहीं थी कि ये ऑपरेशन करना है कि नहीं करना है ओबामा ने पूरा मिशन समझकर सीआईए और सील्स को इस मिशन को एग्जीक्यूट करने की परमिशन दे दी एक दूसरा एंगल यह भी है कि अगर ओसामा बिनलादीन मारा गया तो यह इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा और यह उनके प्रेसिडेंशियल टर्म के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी उन्होंने इस मिशन का नाम ऑपरेशन नेप्चून स्पीयर रखा यह नाम सील के रेफरेंस में रखा गया था इससे पहले जब यूएस ने ओसामा को पकड़ने का प्लान बनाया था तो उसे ऑपरेशन इंफाइटिंग टीम एज पर प्लेन अपने अफगान स्न बेस जलालाबाद पहुंचती है जलालाबाद से एबटाबाद का डिस्टेंस सिर्फ ढाई घंटे का था और आगे तो आपने देख ही लिया कि आखिर कैसे उस दो और 3 मई की रात को सील्स ने ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था खैर ओसामा बिन लादेन का कंफर्मेशन जैसे ही उस 12 साल की बच्ची और उसकी मां ने दिया वैसे ही एक सील ने ओसामा को एक गोली और मार दी ताकि बचने का 1 पर चांस भी ना हो फिर उसकी बॉडी को बॉडी बैग में डाला और उसको नीचे ले जाने लगे अब जैसे ही ओसामा बिन अलादिन को मेन बिल्डिंग में नीचे ला रहे थे वैसे ही फर्स्ट फ्लोर तक पहुंचते ही एक सील की नजर उस कमरे में मौजूद कुछ डॉक्यूमेंट पर पड़ी सील्स को उस रूम से ओसामा का जो सामान मिला वो उनके लिए टोटली अनएक्सपेक्टेड और शॉकिंग था ओसामा के घर से 470000 कंप्यूटर फाइल्स डिस्कवर हुई वो भी अलग-अलग 183 सेपरेट डिवाइसेज में ये फाइल्स सीआईए ने 2017 में रिलीज कर दी थी ताकि लोगों को पता चले कि मोस्ट वांटेड मैन आखिर क्या-क्या देखा करता था सील्स को कुछ ऐसी चीज भी मिली जो शायद एक आतंकवादी तो नहीं ही रखेगा लेकिन एक ठरकी जरूर रखेगा सबसे पहले तो ओसामा की ड्राइव से पोर्न फिल्म्स और पॉर्नोग्राफिक वीडियो गेम्स मिले क्या-क्या मिला ये डिटेल सीआईए के इस वेबसाइट पर अवेलेबल हैं हालांकि ये वीडियोस मॉडर्न इलेक्ट्रॉनिकली रिकॉर्डेड और काफी बड़े अमाउंट में मिले इसी के साथ 228 पेजेस का जर्नल भी मिला जिसमें वो अपने विचार लिखा करता था और अलकायदा को कैसे चलाना था वो भी ओसामा के बेटे हमजा का शादी का वीडियो भी मिला हमजा ने अबू मोहम्मद अल मसरी की बेटी से शादी करी थी जो कि अलकायदा का लीडर था इसके अलावा उसके कमरे से वीडियो गेम्स भी मिले जैसे हाफ लाइफ सुपर mario's यो शज आइलैंड डीएस फाइनल फैंटेसी 7 डगन बॉल z और काउंटर स्ट्राइक ऐसे गेम्स जहां मल्टीपल प्लेयर्स टीम अप करते हैं आतंकवादी एफर्ट्स को डिफेंड करने के लिए ओसामा अपनी पब्लिक स्पीस पहले ही रिकॉर्ड कर लिया करता था उसकी प्रैक्टिस स्पीस भी हार्ड ड्राइव से मिली ओसामा के साथ उस समय कितने बच्चे थे यह बता पाना तो मुश्किल है लेकिन कुछ रिपोर्ट्स क्लेम करती हैं कि उस कंपाउंड में उस समय ओसामा के चार बच्चे मौजूद थे जिनकी उम्र 10 साल से कम थी इसलिए उनके एंटरटेनमेंट के लिए उसकी ड्राइव से डिज्नी मूवीज जैसे कार्स चिकन लिटिल और आइस एज डॉन ऑफ द डायनासोर्स जैसी मूवीज भी मिली इसके अलावा ये बात तो मैंने पहले ही बताई है कि ओसामा खुद से कितना ज्यादा ऑब्सेस था इसलिए उसके बारे में जो भी आर्टिकल डॉक्यूमेंट्री और मूवीज बनती थी वो उन्हें बार-बार देखा करता था संभाल के रखता था अपने पास जैसे बायोग्राफी ओसामा बिन लादेन और 2008 कॉमेडी डॉक्यूमेंट्री वयर इन द वर्ल्ड इज ओसामा बिन लादेन इस सब से हटके आपको यह बात क्लीयरली पता होनी चाहिए कि अमेरिकन गवर्नमेंट की तरफ से सील्स टीम को सिर्फ और सिर्फ 30 मिनट दिए गए थे इस पूरे ऑपरेशन नेप्चून स्पीयर को सक्सेसफुली कंप्लीट करने के लिए लेकिन जब ओसामा बिन लादेन के कमरे से उसका सामान मिला तब सील टीम ने मैक रेवन से 10 मिनट और मांगे खैर यह बात तो आपको याद ही है कि जो दो ब्लैक हॉक्स सील्स को जलालाबाद से यहां तक लेकर आए थे उनमें से एक ऑलरेडी क्रैश हो गया था तो जब वो क्रैश हुआ था उसी समय जलालाबाद में इस बात की इंफॉर्मेशन भेज दी गई थी और बैकअप में रखे हुए दो में से एक चिनूक हेलीकॉप्टर को ऑपरेशन साइट पर यानी कि ओसामा के कंपाउंड पर बुला लिया गया था फाइनली सारे सील्स ओसामा बिनलादीन की बॉडी के साथ प्लस उसके सामान के साथ प्लस खुद के बिना किसी नुकसान के इस ऑपरेशन साइट से इवेक्युएट कर जाते हैं और इवेक्युएट करने से जस्ट पहले अपने क्रेशड हेलीकॉप्टर चौक वन को ब्लास्ट करके जाते हैं ताकि इस तरीके की एडवांस्ड स्टेल्थ टेक्नोलॉजी वाला हेलीकॉप्टर इस गरीब देश पाकिस्तान के हाथ ना लगे ले और ताकि वो उस हेलीकॉप्टर से रिवर्स इंजीनियरिंग करके वैसी कुछ टेक्नोलॉजी चुरा ना ले लेकिन ब्लास्ट के बावजूद भी हेलीकॉप्टर का टेल पार्ट वहीं रह जाता है जिसकी ये कुछ असली इमेजेस जो अगले दिन पाकिस्तानी मीडिया में दिखाई गई थी वो आप अपनी स्क्रीन पर देख पा रहे हो 100 बात की एक बात यह है कि फाइनली ऑपरेशन नेप्चून स्पीयर सक्सेसफुल हुआ लेकिन एक बड़ा ही विचित्र सवाल जो अभी तक आप लोगों के मन में घर बनाकर बैठा हुआ है व यह है कि अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को जमीन में ना दफनाकर आखिर समुद्र में ही क्यों दफना दफनाया था दरअसल असलियत तो यह है कि ओसामा की बॉडी को दफनाना यूएस के लिए एक बहुत बड़ा चैलेंज बन गया था लेकिन क्यों एक आतंकवादी की बॉडी को दफनाने के लिए इतना ज्यादा लोड लेना क्यों है ऐसे वैसे इंसान की बॉडी होती तो बात अलग थी लेकिन यह बॉडी थी ओसामा बिन लादेन की इसलिए यूएस को काफी तरह से सोचना पड़ा एक तरीका था क्रीमेशन का यानी कि जलाने का इससे ओसामा की बॉडी किसी के हाथ नहीं आ पाती क्योंकि जल जाने पर कुछ बचेगा ही नहीं और जब कुछ बचेगा ही नहीं तो लोगों के पास मेमोरियलाइज्ड को जलाना इस्लाम में लीगल है यूएस ने एक बात सोच रखी थी कि बिना किसी के रिलीजियस थॉट्स को हर्ट करे हमें इसकी बॉडी ठिकाने लगानी होगी ताकि किसी के पास कुछ बोलने के लिए बचे ही ना दूसरा ऑप्शन था बेरियल का यानी कि दफन करने का अब इस केस में यूएस ने सोचा कि इसे जहां से पकड़ा है वहीं बरी किया जाए तो लेकिन ओसामा के सारी एक्टिविटीज का पाकिस्तान को कुछ पता ही नहीं था इसलिए वो उसकी बॉडी क्लेम ही नहीं करेगा अफगानिस्तान की बात करें तो शायद अफगानिस्तान एक बार के लिए मान भी जाएगा क्योंकि किसी जमाने में ओसामा वहां का हीरो था लेकिन अब वहां यूएस अलाइड गवर्नमेंट बन गई थी जो कि ओसामा के सपोर्टर से लगातार लड़ रही थी ऐसे में उसे अफगानिस्तान में दफनाना सही नहीं होगा ताकि लोग उसे वापस निकालकर उसका मकबरा ना बना लें ठीक वैसे ही जैसे सद्दाम हुसैन का मकबरा उसके बर्थ प्लेस पर बना हुआ है और उसके फॉलोअर्स आज भी उसे पूछने जाते हैं उसी को अवॉइड करने के लिए यूएस को एक ऐसे ऑप्शन की जरूरत थी जो कि हर तरह से सेफ हो एक ऑप्शन यह था कि ओसामा को अगर उसकी जन्मभूमि के हवाले करें तो यानी सऊदी अरेबिया को सौंप दे तो अरे भूल गए क्या ओसामा तो ऑलरेडी सऊदी में बैन था अब यूएस के पास उसे समुद्र में बरी करने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं दिख रहा था इसलिए उसे यूएसएस कार्ल विंसन में ले जाया गया जो कि एक यूएस एयरक्राफ्ट कैरियर है क्योंकि ओसामा खुद एक रिलीजियस आदमी था तो उसका बरियल भी इस्लामिक ट्रेडिशनल से ही होना चाहिए था और इस्लामिक रिलीजन के अकॉर्डिंग मरने के 24 घंटे के अंदर-अंदर बॉडी को दफन कर देते हैं इसलिए उसे जल्द से जल्द यूएस एयरक्राफ्ट करियर में पहुंचाया गया क्योंकि ओसामा की बॉडी को पहले आइडेंटिफिकेशन के लिए अफगानिस्तान लेकर गए थे और उसके बाद सीधा यूएस एयरक्राफ्ट कैरियर में मुस्लिम लॉ ऑफ बेरियल के अनुसार ही सारी रस्म रिवाजों को किया गया था इस पूरे प्रोसेस में एक अरेबिक ट्रांसलेटर को भी लाया गया था ताकि हर चीज तरीके से हो जैसे वॉशिंग यानी कि उनकी बॉडी को धोया श्रोडिंगर क्लॉथ यानी उसे सफेद कपड़े पहनाए गए रिचुअल प्रेयर यानी कि प्रेयर्स बोली गई और उसके बाद उसका बेरियल यानी उसे दफन कर दिया गया और इसी के साथ दुनिया का सबसे खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन अरेबियन सी में हमेशा हमेशा के लिए दफन हो गया खैर इस 3डी एनिमेटेड वीडियो में मैंने डिटेल में बताया है कि टैंक को चलाना कैसे है और टैंक आखिर काम कैसे करता है क्लिक करो और जरूर देखो