गया बछा गया गया छ गया बछ गया गया की मजूरी है है की मजूरी हैरी है की मजूरी है आ गया भा आ गया आ आ गया भा आ गया आ गया गया की शान है की मजूरी हैर की मजूरी हैरी हैर की मजूरी हैरी है कीरी हैरी है नारे आजाद नारे ला इलल्ला सब जरूरी है जिंदाबाद जिंदाबाद [संगीत] जिंदाबाद मैं सबसे पहले मंडर की आवाम का बुजुर्गों का नौजवानों का शुक्र गुजार हूं जिन्होंने हौसला अफजाई के साथ मुझे यहां लाया और मैंने आज यहां का फॉर्म फिल किया है नॉमिनेशन मैं अल्लाह तबारक ताला से दुआ करता हूं कि अल्लाह तबारक ताला हमें हक पर चलने की और हक आवाज बुलंद करने की तौफीक अता फरमाए और हमने इस प्लेटफार्म को जुल्म के खिलाफ यतीम गरीबों मिस्कीन की आवाज बुलंद करने के लिए यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर की बात करने के लिए नौजवानों जो बेरोजगार हैं उनके लिए बात करने के लिए एक साफ शफाफ गरीबों का कारवा इकट्ठा किया है और इंशाल्लाह तबारक ताला हम सब मिलकर इस कारवा को आगे बढ़ाएंगे और अल्लाह तबारक ताला ने चाहा तो जब तक जिंदगी है तब तक अपने लोगों को सर्व करेंगे इंशाल्लाह शुक्रिया सर [संगीत] जि [प्रशंसा] गुजर पड़ी भाई भाई भाई भाई देखिए हम कमिटेड है भारतीय जनता पार्टी में मैं शामिल हुआ उसकी बुनियाद भी यही थी कि मैंने होम मिनिस्टर साहब के साथ एक कमिटमेंट की थी पहाड़ी कम्युनिटी के बिहाव पर पूरे जम्मूकश्मीर के पहाड़ी लोगों की नुमाइंदगी करते हुए हमने उनसे यह कमिट किया था कि अगर आप शेड्यूल ट्राइब का दर्जा पहाड़ियों को देंगे तो हम उस एहसान का बदला एहसान से चुकाएंगे और यह क्योंकि इलेक्शन में वह एहसान चुकाने की घड़ी आ गई है तो उसके पेश नजर हमने यह फैसला किया कि हम एज ए कम्युनिटी और बल्कि मैं तो यह कहूं कि इस पूरा खिता के लोग चाहे वह किसी भी कम्युनिटी से बिलोंग करते हो उनको सबको मिलकर एहसान का बदला एहसान से चुकाने के लिए मैदान काजार में उतरना होगा और अगले दो तीन हफ्ते जो बचे हैं इलेक्शन कैंपेन में उसमें वह अपना नुमाया किरदार अदा करें आज आपके नॉमिनेशन फाइल में श्यामलाल शर्मा पूर्व मंत्री थे साथ में और भी एक विधायक जो बाहर से कौन लोग शामिल थे वो भी बता देखिए श्यामलाल शर्मा जी ना सिर्फ हमारी पार्टी से हैं बल्कि उससे पहले भी हम मेरे वह जाती दोस्त भी हैं और उन्होंने यहां हमारे साथ शामिल होकर हमारे इस ओकेज को और भी ज्यादा तकब दी है और दूसरे जो एमएलए साहब हैं अर्जुन ठाकर वह बेसिकली हिमाचल के हैं वह यहां पे अपनी ड्यूटी सर अंजाम देने के लिए आए हैं कैंपेन में वह पार्टिसिपेट करेंगे और अगले दो-तीन हफ्ते वह हमारे साथ नजर आएंगे आपको जरी है इमरान साब जरूरी हैब जिंदाबाद जिंदाबाद जिंदाबाद हम तुम्हारे साथ है आगे ब हम तुम्हारे साथ है साब आगे ब हम तुम्हारे साथ आगे ब हम तुम्हारे साथ और मैं यह कहूंगा कि मेरा मेरी एक ही सोच थी कि नौजवानों से भी जो जो है वो कोई इलेक्शन कंटेस्ट करें और ऐसे नौजवान आने वाले वक्त में आए कि हमारे इलाके में जो यह पैसे का जोर बिरादरी हों का जोर हर बार इसी नाम पर जो है इलेक्शन लड़ा जाता है और मेरे वालिद साहब 22 साल पहले इलेक्शन उन्होने कंटेस्ट किया था 2002 में और वह हार गए थे सिर्फ इन बरादरी हों की जंग की वजह से मेरे वाल साहब ने भी बहुत खिदमत की मेरे पूरे खानदान ने खिदमत की लेकिन मैं यही चीज देखना चाहता हूं इस बार कि लोग उसी बिरादरी हों की मनफी सियासत में आज भी हैं या वह बिरादरी से बाहर निकले हैं मैं आजमाना चाहता हूं अपने नौजवानों को क्या कोई नौजवान आज अगर इस बार इमरान अगर असेंबली में जा सकता है बिना पैसे के बिना किसी चीज के लोगों की सपोर्ट से नौजवानों की सपोर्ट से क्या आने वाले वक्त में पढ़े लिखे नौजवान जो हैं अगर वह डीसी बन सकते हैं गरीब एसएसपी बन सकते हैं इंजीनियर बन सकते हैं डॉक्टर बन सकते हैं क्या एमएलए भी बन सकते हैं कि नहीं क्योंकि हमेशा यहां पर एक बात की जाती है कि जब भी इलेक्शन आते हैं वह कहते हैं दो चीजें चलती हैं कि यार इसके पास टिकट नहीं है तो टिकट भी कोई गरीब बच्चा जो है वह नहीं ले सकता और दूसरी वह बात करते हैं कि इसके पास तो पैसा नहीं है यह कैसे गाड़ियां चलाएगा कैसे निजाम चलाएगा लाखों करोड़ों रुपया खर्चा होता है तो मैं आज एक एग्जांपल सेट करना चाहता हूं आने वाली पीढ़ी के लिए कि आने वाले वक्त में एक गरीब का बच्चा भी जो है जैसे डीसी बन सकता वो एमएलए बन जाए तो मैं यही कहूंगा कि एक बेहतरीन आवाज में रहा हूं अपनी आवाम की अपने नौजवानों की और इसके बाद भी कोशिश करूंगा कि अगर असेंबली तक में पहुंचा तो अपने नौजवानों को एक सीधा रास्ता दिखाऊंगा और बुजुर्गों से राय लेकर इस इलाके को आगे ले जाने की कोशिश करूंगा ठीक है थंक य