अगर आपको स्पेस से प्यार है और साइंटिस्ट की कहानियां सुनना अच्छा लगता है तो यह कहानी आपके लिए है कल्पना चावला इंडिया की पहली फीमेल एस्ट्रोनॉट थी अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने ना सिर्फ इंडिया बल्कि पूरी दुनिया का दिल जीत लिया 8 फरवरी 2003 को वो और उनके साथी कोलंबिया स्पेस शटल से अर्थ पर वापस आ रहे थे लेकिन बदकिस्मती से शटल का एक हिस्सा टूट गया और वो स्पेस में ही बिखर गए इस हादसे में कल्पना और उनके सभी साथियों ने अपनी जान गंवा दी लेकिन उनका करेज उनका पैशन हमें हमेशा इंस्पायर करता रहेगा कल्पना चा ला ने हमें सिखाया कि अपने ड्रीम्स को पूरा करने के लिए हिम्मत और जुनून चाहिए उनके सैक्रिफाइस को सलाम पेस की इस बहादुर बेटी की कहानी हर इंडियन के दिल में हमेशा जिंदा रहेगी