Another Disgrace for India | Lies About Afghanistan Exposed | Afghan Team to Visit Pak | Zor Ka Jor

हाफिज साहब नोएडा में जो मैच है वह डिले का शिकार हुआ है फैसिलिटी नहीं है मतलब क्या भाई पंखों से वो ग्राउंड सुखा रहे हैं क्या कहेंगे उस हवाले से हमारे यहां तो हेलीकॉप्टर्स उतरे थे भाई अ दोनों के पंखे चल रहे थे देखिए वो एक अफसोस काक सूरत हाल है इस तबार से और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड भी उसके ऊपर कुछ ज्यादा खुश नहीं है क्योंकि वो ये समझते हैं कि आईसी टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है और अ वो होम वेन्यू है उनके लिए इंडिया कभी वो यूएई होम वेन्यू उनका होता है और कभी वो इंडिया को एक होम ग्राउंड के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ इस मामले में उनके करीबी रवाब है और अफगानिस्तान बहुत ज्यादा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलता है उनके लिए इतने ज्यादा हम टेस्ट मैचेस नहीं देखते उनके कि जैसे अ दुनिया की दीगर टीमें बड़ी जैसे इंग्लैंड है ऑस्ट्रेलिया है वेस्ट इंडीज है पाकिस्तान है अ साउथ अफ्रीका है ये इन इन टीमों के मुकाबले में ज उनके कम टेस्ट मैचेस होते हैं लेकिन इस वक्त में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच की लोगों को उनकी अफगानिस्तान को टेस्ट क्रिकेट में देखने की बड़ी इंतजार था क्योंकि ये 2023 के वर्ल्ड कप में और उसके बाद जैसे उन्होंने अभी 24 के टी20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में जिस खेल का मुजहरा किया है लोग उनको देखना चाह रहे थे कि वो टेस्ट मैचेस जो है वो खेलते हुए नजर आए तो नोएडा का जो मैच है जिसको कि मेरा ख्याल है कल शुरू होना था कल भी नहीं हो पाया आज भी वो पंखों की तसा वर नजर आ रही है और निकासी आप जो है उसके बारे में तलात है क बहुत ज्यादा अच्छी नहीं है वहां पर अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इसी हवाले से अपने तजत का इजहार भी किया है तो यह एक अफसोस काक सूरते हाल है पाकिस्तान में अभी पिंडी में पहला दिन पहले टेस्ट मैच में जो था वह आधा दिन बारिश की वजह से खेल नहीं हो पाया था दूसरे टेस्ट मैच में पहला दिन बारिश की वजह से खराब मौसम की वजह से नहीं हो पाया था तो उसमें भी लोगों ने यह बात पाकिस्तान में भी पाकिस्तान से बाहर भी कि अगर पूरा ग्राउंड कवर हो हम तो ज्यादा बेहतर हो सकता है लेकिन हर जगह पर शायद कवर्स की उस तरीके से फैसिलिटी होती नहीं है कवर बिछाना भी पूरे के पूरे ग्राउंड को कवर करना यह श्रीलंका में मूमी तौर पर नजर आता है और गुस्ता बार 2023 के एशिया कप में देखा भी गया था कि और वो जो उनके ग्राउंड स्टाफ है वो बहुत ज्यादा एक तो वो यकीनी तौर पर जो वेदर फोका कादर फोका वेदर फोरकास्ट को भी देखते हैं लेकिन वो कहते हैं कि वो जो उनका ग्राउंड स्टाफ है ना वो भी बहुत इस मामले में समझदार है क्योंकि रूटीन का मौसम है लोग वहीं पर रहते हैं ना तो वो जैसे वो कवर्स उठाते हैं ना बादल को देखकर उसके बाद वो कहते हैं वो कवर्स ग्राउंड में जाते हैं वपस रखते हैं क्योंकि बारिश आती आती है तो बादलों को इस हद तक उनको बादलों की जो चाल फेर नीचे से देखते हैं क्योंकि सारा साल उनका अपना वेदर है वो उस लिहाज से वो देखते हैं कि कवर्स वहां पर पूरे ग्राउंड को डंप लेते हैं लेकिन दुनिया के और जगह पर आपको ऐसा नजर नहीं आता तो जहां तक ताल्लुक इस नोएडा के टेस्ट मैच का है जिसमें अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड ने खेलना था जी एक बड़ा मौका था कि अफगानिस्तान न्यूजीलैंड अफगानिस्तान न्यूजीलैंड इंडिया में टेस्ट मैच खेल रहे हैं इंडिया अपनी भी टेस्ट मैच सीरीज होस्ट कर रहा है अगेंस्ट बांग्लादेश तो ये लोगों को इंतजार था इसका बिल खुसूस अफगानिस्तान के क्रिकेटर्स को देखने का इंतजार था कि उनका जो बैटिंग टैलेंट स्पेशली जो उन्होंने ओपनर्स जो थे उनके यहां पर खेले थे टी20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में लोग उनका इंतजार कर रहे थे लेकिन इंतजा मात के हवाले से जो कि दूसरा दिन भी अभी से कुछ देर पहले तक भी य जो देखा गया जो तवीर सामने आई कि वो जो एक तस्वीर बहुत ज्यादा सामने आ रही है कि दो अफराद जो हैं स्टाफ के वो एक ने पंखा उठाया हुआ है और वो ग्राउंड सुखा र है और दूसरे उसके साथ अफ साहब उसकी ये भी रीजन है कि यहां पर बहुत ज्यादा मैचेस इंडिया के हुए भी नहीं है ये नोएडा की भी आप कह ले कि प्रेमिसेस से थोड़ा सा बाहर है जो मर्जी हो जाए जी इंटरनेशनल वेन्यू है ना इंटरनेशनल वेन्यू भी नहीं है ये मैच इंटरनेशनल हो रहा है ना इंटरनेशनल वेन्यू है जो मर्जी हो जाए ये दलील जो मर्जी दे उधर से कान पकड़ ले या उधर से पकड़ ले इंटरनेशनल दो टीम इंटरनेशनल टेस्ट मैच वहां पर खेल रही है ना तो इसके इसमें तो कोई दलील नहीं है जो चीज है वो है वो पाकिस्तान में हो तो भी है वो साउथ अफ्रीका में हो तो भी है तो नोएडा में हो तो भी है अब जो मर्जी कहते रहे ये नहीं ये ऐसे नहीं है यह ऐसे नहीं है यह ऐसे नहीं है लोग करते हैं ना बाद ऐसे कि ड़ा जो है वो जड़ ना वो साडा टॉमी है ये नहीं होता अगर दो टीमें इंटरनेशनल मैच वहां पर खेल रही है तो उस ग्राउंड का क्या स्टेटस है इंटरनेशनल स्टेटस है ना तो अगर इंटरनेशनल स्टेटस नहीं था टेस्ट मैच क्यों हो रहा है सो यह यह जो चीज जहां पर है हमने इसीलिए जब भी दुनिया में किसी भी जगह पर कोई मसला आता है तो उसको किसी को निशाना नहीं बनाना चाहिए किसी को हद नहीं बनाना चाहिए लो जी उन्होंने एज कर दिता उने ये ह्यूमन एरर है और 100% फैसिलिटी जो हैं वो कहीं भी आप इंश्योर नहीं कर सकते किसी भी वजह से कोई भी चीज रुक सकती है इंग्लैंड में भी तो रुके हैं मैच दुनिया में किसी जगह पर हो सकता है अब पाकिस्तान का जो मेलबर्न का 2022 का मैच था उसमें बहुत बारिश होती रही और लोगों को ख्याल था कि शायद मैच ना हो पाए लेकिन वो हुआ मैच वहां पे इसलिए ये जो सहूलियत हैं यह हर जगह पर मुख्तलिफ होती हैं और लोग कोशिश यह करते हैं दुनिया में जितने भी क्रिकेट बोर्ड्स हैं अपनी-अपनी इस्तता के मुताबिक अपने-अपने वसाय के मुताबिक अपने-अपने जमीनी हालात के मुताबिक कोशिश यही करते हैं हर जगह पर कि उसको यकीनी बनाया जाए कि ज्यादा बेहतर तरीके से उसको मुनज्जा किया जाए बहुत सारे स्टेडियम होते हैं बहुत सारे मुल्कों में और कुछ मुल्कों की तारीख अपनी बहुत ज्यादा पुरानी है उनका जो खेल के हवाले से जो उनकी रवाया है वह मुख्तलिफ है बाज मुल्कों में खेलों के के हवाले से रिवायत उतनी है लोग अभी ग्रो कर रहे हैं लोग अभी ऊपर आ रहे हैं वो उतने ज्यादा स्टेबल नहीं है स्टेबिलिटी नहीं होती है इकॉनमी इकॉनमी में नहीं होती अ गवर्नमेंट में नहीं होती आपके जो खिता के हालात है उसमें नहीं होती उस वजह से बहुत सारी चीजें मुतासिर होती है मतलब आज लोग पाकिस्तान के साथ जोड़ते हैं ना बहुत सारी चीजों को देखें जी इनके स्टेडियम ऐसे नहीं है इनके स्टेडियम ऐसे नहीं है इन्हीं स्टेडियम में जिनमें पाकिस्तान आज खेल रहा है पाकिस्तान को गुजर्ता 20-2 बरस में जिन हालात का सामना रहा है वो दुनिया के किसी और मुल्क को नहीं रहा ठीक है तो पाकिस्तान के के हवाले से बात करने से पहले लोगों को यह भी देखना चाहिए कि पाकिस्तान किन हालात से गुजरा है 2000 से लेकर 2025 तक आज 24 खतामबंद के वक्त में हालात बहुत मुश्किल थे जिंबाब्वे को देखें उनके हालात कितने मुश्किल रहे इकिल रहे ठीक है तो इन तमाम ममालाकंडम में हो रहा है तो नहीं नहीं वो जरा इंटरनेशनल स्टेटस नहीं है और वो जरा थोड़ा सा दूर है इंडिया में ही है ना इंडिया नोएडा है कहां पे ठीक है उसका मैप निकाले ना तो फिर पता लगेगा यह कहां पे है दो टीमें वहां पर खेल रही है न्यूजीलैंड की भी अफगानिस्तान की भी और उनकी जो स्टे है जो क्या उसको कहते हैं आपका जो कयाम है वहां पर उसकी भी आईसीसी के कुछ कवानी है ना उनको भी तो मीट किया ही होगा ना कि उस उस वैल्यू ने तब जाकर वहां पर और क्लेरेंस हुई होगी ना अभी तान में आना है क्लियर करने के लिए आईसीसी के इवेंट आईसीसी की चैंपियन ट्रॉफी के लिए सो ये चीजें हैं इनको बिल्कुल एक खास नजर के बजाय इसको एक आपको मजम तौर पर जायजा लेते हुए लोगों को देखना चाहिए यह कोई इतना आसान नहीं है कि आप हर वक्त अब देखें ना बहुत सारे ऐसे लोग हैं चूंकि पाकिस्तान में भी हैं अगर इंडिया से कोई चीज आती है इस किस्म की वो उठा के शुरू हो जाते लो जी देखो ने कीता लो जी देखो ने की किता वहां से भी ऐसे हजरत मौजूद बैठे हुए हैं लोग जिनको एक ही काम है वो यहां से से कोई चीज निकलती है पाकिस्तान में दो टेस्ट मैच हुए पिंडी में हम ठीक है बारिश की वजह से खेल रुका टेस्ट मैच का फैसला हुआ दोनों टेस्ट मैच फैसला कुन रहे ना बांग्लादेश दोनों टेस्ट मैच जीत के गया बिलकुल कौन बारिश को याद रखेगा हां वो रेफरेंस के तौर पर होगी यार देखो ये पहले दिन का खेल नहीं हुआ फिर भी टा वैसे भी नेचुरल चीज है ना इसको रोका जा रो सते नहीं ना आप आप उसको मैनेज करते हैं मतलब आपके पास जो रिसोर्स है आप उसको मैनेज करते हैं आप उसका सिवरेज का निजाम बेहतर बनाते हैं आप निकासी आपका निजाम बेहतर बनाते हैं आप उसका स्टाफ बेहतर बनाते हैं आपके आपकी जो ग्राउंड है आप उसको ज्यादा बेहतर अंदाज से मैनेज करते हैं जो चीजें आपके कंट्रोल में है ये आपके कंट्रोल में है कि आपने कास आपको बेहतर बना सकते हैं या आपके कंट्रोल में है कि आप जमीन ग्राउंड कुछ बना इस तरीके से सकते हैं कि पानी ज्यादा से ज्यादा जल्दी और बेहतर अंदाज में वहां से निकल जाए और ग्राउंड खुश्क हो जाए ठीक है ये वो चीजें हैं जो आप कर सकते हैं ऊपर से आने वाला पानी आप रोक नहीं सकते हैं वो जो है उसने आना ही आना है जो नीचे वाला है वो आपके कंट्रोल में है आप उसको अपने अंदाज में अपने वसाय के तबार से टेक्नोलॉजी के तबार से जो इंतजा मात आप कर सकते हैं उसको कर सकते हैं ये कदा स्टेडियम के इर्दगिर्द में जब भी बारिश होती है वो जो उसका इर्दगिर्द का इलाका है तालाब का मंजर पेश कर रहा होता ठीक है ऊपर ऊपर से आने वाले पहले पानी की दुआ मांगते हैं अल्लाह बारिश हो जाए अल्लाह बारि और जब बारिश आ जाती है जो नीचे सड़कों पर चल रहे होते हैं आ पानी निकल जाए अब नीचे वाला जो आपने निकालना है उसके लिए आपको अल्लाह ने दिमाग दिया है हाथ पांव दिए हैं मशीनरी दी है काम किया है पैसे दिए हैं लगाए निकाले पानी लग रहे हैं पैसे स्टेडियम बंद हुआ ये है हुआ ये है कि वो जो सड़क पर पानी होता है ना हां तो पिछले साल की बारिशों में गुजर्ता बरस में या हां मेरा खल गुजर्ता बरस में वो पानी निकालने वाली जो गाड़ियां थी उन्होंने सड़क से पानी उठाला उठाया ग्राउंड के अंदर डाल दिया अच्छा सड़क से उठाया ग्राउंड में डाल दिया क्यों सड़क साफ करनी थी ना उन्होंने उन्होंने क साप ने गुजरना सड़क तो साफ होए सड़क से उठाया ग्राउंड में डाल दिया व ग्राउंड में थे जो उन्होंने अंदर से मोटर लगा के फिर बायर डाल दिया तो ये जो नीचे वाला पानी है जो जमीन इसको तो आप मैनेज कर सकते हैं और इसलिए इसका सबक यही मिलता है कि किसी के ऊपर हर वक्त जो है ना वो उंगली नहीं उठानी चाहिए आप पर भी इस अंदाज में नहीं करनी चाहिए कि मजाक किसी का नहीं बनाना चाहिए आप बात करते हुए आप हकीकत पर मनी जो जायजा है वो ले ठीक है कहीं पर अच्छा होता है कहीं पर उतना अच्छा नहीं होता है इंतजा मात के हवाले से ह्यूमन एरर की हर जगह पर गुंजाइश रहती है और वो हो जाती है लेकिन बद इंतजाम जो है उसका और पहलू है अब ये जो बारिश है ठीक नहीं हो सका अगली मर्तबा टेस्ट मैच हो लेकिन आ साब हमारा तो देसी कल्चर ही ये है हमने हर चीज को मजाक में डालना ही डालना है कुछ होने की देर है बस हमें तो अपनी एंटरटेनमेंट जो उस अंदर से निकालनी निकालनी मतलब हमने हर किसी को चिं टपा टमटम अच्छा हाफिज साहब अजर महमूद साहब की भी बात हो रही थी दोपहर में और उस वक्त हमने आपको बहुत मिस किया क्योंकि आपके साथ काफी इसके ऊपर डिटेल से बात होती रही कि अजर महमूद साहब ने पिच रीडिंग के रीडिंग की बजाय मतलब ये कह दिया कि पिच ठीक ही नहीं है और वो ये है तो वो है हाफिज साहब इतनी मतलब एक तजुर्बा का प्लेयर अजर महमूद साहब आज कोचिंग कर रहे हैं और कहा जा रहा है कि माजी में भी इस तरह के कुछ मामलात हुए हैं कि जब अजर महमूद साहब ने कुछ ऐसे मशवरे दे दिए आई गेस के पिच ऐसा है वैसा है और उसके बाद नुकसान भी हुए हैं पिच का शुरू से मसला है इनको रीड करने में या अब जाके जरा ज्यादा बढ़ गया अच्छा वो एक थोड़ा सा ऐड कर दें उसमें जो अफगानिस्तान की बात हो रही थी ना राशिद खान के देखें 103 वन डे मैचेस ठीक है और 93 उनके टी20 इंटरनेशनल्स हैं 93 टी20 मैचेस तो ये कुल मिलाकर बनते हैं 196 इंटरनेशनल मैचेस हां वाइट बॉल में और उनके टेस्ट मैचेस सिर्फ पांच है अफगानिस्तान की यह वाला जो टेस्ट मैच है ना इसलिए ज्यादा अहमियत रखता था कि लोग अफगानिस्तान की जो उभरती हुई बेहतर होती हुई क्रिकेट है हां उसको देखना चाहते थे कि टेस्ट मैच में वह कैसा परफॉर्म करते हैं इसलिए इसकी अहमियत इस लिहाज से भी ज्यादा थी कि एक और राशिद खान दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में वाइट बॉल उनका शुमार होता है और अगर वो खिलाड़ी सिर्फ 196 मैचेस उन्होंने इंटरनेशनल खेले हैं वाइट बॉल के साथ उनके सिर्फ पांच जो है वो टेस्ट मैचेस हैं तो इस इस तरह के स्पाय के जो खिलाड़ी हैं जो कि एक पूरी की पूरी अपनी जनरेशन को इंस्पायर करते हैं उनको लोग रेड बॉल क्रिकेट में देखना चाहते हैं इसलिए इस टेस मैच की है ज्यादा

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