माहिरे माशिया डॉक्टर कैसर बंगाली तीन हुकूम कमेटियों की रुक नियत से मुस्ताफी हो गए इस्तीफे में लिखा कि खराज जात में कमी के लिए हुकूमत कमेटियों के तजा भीज के खिलाफ इक दमाद कर रही है अफसरा की बजाय छोटे मुलाज को नौकरियों से निकाला जा रहा है सरकारी महकमों के बड़े अफसरा को हटाया जाए तो सालाना 30 अरब रप के खराज जात कम हो सकते हैं शकील अहमद की रिपोर्ट माशी उमू के माहिर डॉक्टर कैसर बंगाली हुकूम पॉलिसियों से नाखुश तीन हुकूम कमेटियों से इस्तीफा दे दिया किफायत शारी राइट साइजिंग और खराज जात में कमी की कमेटी शामिल हैं डॉक कैसर बंगाली ने अपना इस्तीफा वजीर खजाना मोहम्मद औरंगजेब और सेक्रेटरी काबीना को भेज दिया ओहदा छोड़ने की वजू हात हुकूम इकमा बताए मक फ अपनाया कि माशी बेहतरी के लिए तीनों कमेटियां अहम हैं लेकिन हुकूमत के इदामा इन कमेटियों की तजा भीज के बरक्स हैं कमेटियों ने 17 डिवीजन और 50 सरकारी महकमे बंद करने समेत मुख्तलिफ तजा भीज दी लेकिन हुकूमत अफसरा की बजाय छोटे मुलाज मीन को नौकरियों से निकाल रही है ग्रेड 17 से 22 तक के अफसरा को बचाने की कोशिशें की जा रही हैं सरकारी महकमों से बड़े अफसरा को निकाला जाए तो सालाना 30 अरब रप की बचत हो सकती है डॉक्टर कैसर बंगाली ने इस्तीफे में यह भी लिखा कि आईएमएफ और दीगर इदार कर्ज देने को तैयार नहीं मुल्की मशत वेंटिलेटर पर है और मजीद तबाही की तरफ जा रही है