बलूचिस्तान में तूफानी बारिशों और रेलों से तबाही ओस्ता मोहम्मद की तहसील गंदा का में पांच रोज गुजरने के बावजूद कई देहात से पानी की नकासी ना हो सकी सैकड़ों अफराद बे आसरा खुले आसमान तले मौजूद नसीराबाद के इलाके बाबा कोट के 500 से जायद देहात जरे आब लोगों ने नहरों के किनारों पर पनाह ले रखी है