Controversy Surrounds Anubhav Sinha's 'IC 814: The Kandahar Hijack' Netflix Series | Dr.Manish Kumar

[संगीत] नमस्कार कैपिटल टीवी देख रहे हैं आप मैं हूं आपके साथ पूजा फिल्म इंडस्ट्री में हमेशा से ही ऐसे कई मुद्दों पर फिल्में बनती रही है जिनमें देश की राजनीतिक उलटफेर को दिखाया गया है कई घटनाओं या कई नेताओं पर फिल्में बनाई गई फिल्मों का इस्तेमाल तो कई बार धर्म समाज और संस्कृति के नाम पर भी किया गया पर फिल्मों के जरिए गलत तथ्य दिखाना यह सबसे बड़ा अपराध है फिलहाल अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि विमान हाईजैक किया जिहादियों ने आतंकियों ने मुस्लिमों ने लेकिन वेब सीरीज ने नाम बता दिए हिंदुओं के कई तरह के तंज किए जा रहे हैं विवाद इतना ज्यादा हो गया है कि इसमें सरकार ने भी एक्शन ले लिया है सूचना प्रसारण मंत्रालय ने क्या है तो कंधार हाईजैक की असली कहानी भी आज आपको बताएंगे चर्चा के लिए मेरे साथ स्टूडियो में मौजूद है कैपिटल टीवी के एडिटर इन चीफ डॉक्टर मनीष कुमार डॉक्टर साहब बहुत-बहुत स्वागत है आपका फिल्म रिलीज हुई विवाद भी हो रहा है विरोध भी हो रहा है विरोध तो एक तरफ लेकिन हाईजैक की असली कहानी क्या है देखिए मुझे लगा कि यह पीपल हु कॉल देम सेल्व चैंपियंस ऑफ फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन थोड़ी हिम्मत दिखाते कलेजा माददा रखते लेकिन तो कायर लोग हैं अनपढ गवार तो है ही कार भी है ये बॉलीवुड वाले या अभिनव सिन्हा पता नहीं क्या है नहीं है लेकिन विवाद में रहता है हिंदु हिंदुओ को गाली देने में व जो शाहीन बाग चल रहा था तो आ गया था है ना ये और उसके जो तमाम चट्टे बट्टे हैं यह अनुराग कश्यप और यह सब सब एक ही गैंग के लोग हैं विकृत मानसिकता वाले इनकी फिल्म इसलिए चलती है कि उसमें गंदी गंदी गालिया होती है वाइज कोई सीरियस सब्जेक्ट के ऊपर भाई आपने कहा कि भाई एक वेब सीरीज बनाएंगे ठीक है बनाओ जो तुमने दिखाया तो कूड़ा है अगर आपने नहीं देखा मत देखिएगा कूड़ा है बकवास इतने दिनों के बाद अगर आप इस तरह की स्टोरी को पिक करते हैं यू मस्ट बी एबल टू टेल थिंग्स च आर अननोन तब तो आपकी रिसर्च का मतलब है कि भाई आप उस पहलू को निकाल रहे है जिसको आपने अभी तक जो कॉमन जो चर्चा है भाई काठमांडू से फ्लाइट उड़ा वह अमृतसर में लैंड किया वहां से उड़ के चला गया तो दुबई गया दुबई से वापस आया कंदर गया नेगोशिएशन हुआ आतंकवादियों को छोड़ा गया 200 करोड़ रुपए की डील हुई हा अब यहीं से मेरी स्टोरी शुरू होगी आपने सारी कहानी ब उसम क्या नयापन है कुछ नहीं है देखी मैं तो देख लिया ये तो इतना बवाल हुआ मैं देखूं कि जरा सा इसमें हिम्मत है या नहीं है क्योंकि मैंने 2011 में एक बार स्टोरी की थी और वह स्टोरी में एक कंदरा हाईजैक के ऊपर नहीं कर रहा था और आज मैं उस कहानी को रिवाइव कर रहा हूं मैं स्टोरी कर रहा था नकली नोट के ऊपर कि किस तरह से सोनिया गांधी की यूपीए सरकार इन लोगों ने जो गंदगी फैलाई है इस देश के अंदर में सरकार नकली नोट छपवा रही थी इवन आरबीआई के वल्स के अंदर नकली नोट मिले सीबीआई को ये बेश्रम लोग है य सब क्या बताएंगे देश को किस अंधकार युग में इन लोगों ने डाल दिया था क्यों क्योंकि यह पेपर सप्लाई करने वाला कोई और नहीं एक इटालियन था जिसका नाम रोबर्ट गिरी और तब मुझे समझ में आया कि क्या य चक्कर है हालांकि अब तो बंद कर दिया लोगों सारी जगह से पूरी दुनिया भर में इन्वेस्टिगेशन हुआ और इस देश की सरकार सुप्रीम कोर्ट संसद और यह दलाल मीडिया ने इस स्टोरी को किल कर दिया किसी को बताया नहीं मैंने उस समय में एक अखबार में काम करता था मैंने स्टोरी छापी भी पार्लियामेंट तक य मामला उठाया गया राज्यसभा में इसकी टाइमिंग दे दी गई और यह सवाल उठाने के लिए हमने यह पूरा पूरा रिसर्च और कहानी प्रभात जी को मैंने दिया था वह मध्य प्रदेश से राज्यसभा के सांसद थे डेट बता दिया गया टाइम बता दिया गया एंड मौके पर कांग्रेस पार्टी की सरकार ने कह दिया कि नहीं इस मामले पर मत करो डिस्कशन मामला बबाल मत जाएगा क्यों बवाल मत जाएगा क्योंकि यह सारे फेक करेंसी का जो रैकेट हिंदुस्तान में चल रहा था व एक इटालियन माफिया रॉबर्टो गेरी जो चलाता था जो मालिक था डेलारू कंपनी का डेलारू कंपनी जिसको कांग्रेस पार्टी की सरकार ने इटालियन है इसलिए उसको दे दिया गया आपको याद है उस जमाने में नकली नोट निकलते थे एटीएम से आप तो छोड़ दीजिए पार्लियामेंट के एटीएम से नकली नोट निकला है य क्या इन लोगों ने देश को बर्बाद कर दिया तो खैर यह कहानी कभी और सुनाऊ जी हमने नोटबंदी में कई एपिसोड कि आपने चर्चा अब कंधार का क्या लोचा है इसमें यह बातें इसलिए मैंने बैकग्राउंड में दी क्योंकि कंदर हाईजैक में यह आदमी रोबर्ट गेरी दो स्विस नेशनल्स के साथ एक का नाम क्रिस्टीया था दो गर्लफ्रेंड थी इनकी वह काठमांडू से वह दिल्ली आ रहा था यह कौन है डेलारू रोबर्ट गेरी दुनिया भर में जितनी करेंसी छपती है ना उसका 90 पर ठेका इसके पास 90 पर का ठेका उसको करेंसी किंग कहा जाता है डेलारू कंपनी सवाल दूसरा उस समय मेरे दिमाग में आया और आज भी य सवाल बना हुआ है कि यह व्यक्ति जो एक चार्टर्ड प्लेन बड़ी आसानी से अपने चार्टेड प्लेन खरीद के वो चार्टेड नहीं अपना पर्सनल एयरक्राफ्ट खरीद करके वो पूरी दुनिया सकता है वो एक एयर इंडिया के फ्लाइट में क्या कर रहा था तो उस समय तो वो स्टोरी मुकम्मल नहीं हो पाई क्योंकि बहुत सारे लोगों ने नहीं बताया आईबी वाईबी उस समय सरकार उस तरह की थी लेकिन जो हमारे मित्र कुछ लोग जो एजेंसीज में काम करते उन्होंने बताया कि वो तो वहां आईएसआई के लीडर्स के साथ उसकी वहां पर मुलाकात वो गर्लफ्रेंड के साथ वहां जाता था थोड़ा सा एंजॉय भी करता था और कैसे नेपाल के जरि नकली नोट हिंदुस्तान में डालना है उस धंधे में था लेकिन उस दौरान एक और जांच से मालूम चला जो लोगों ने बताया कि काठमांडू जाने से पहले वह दिल्ली में था और दिल्ली में वह कई बड़े बड़े नेताओं से उसकी मुलाकात हुई इसका पता करना चाहिए इसका खुलासा करना चाहिए मैं बस सवाल पूछ रहा हूं कि इटालियन दिल्ली में आकर के जो नकली नोट का पूरा सप्लाई किया जिसने हिंदुस्तान को तबाह बर्बाद किया क्या वो क्या वो सोनिया गांधी से मिला था मैं बस सवाल पूछ रहा हूं उससे अलावा कुछ नहीं क्योंकि यह हकीकत है कि वह वहां पर उस फ्लाइट प था तो यह तो मैंने बता दिया अब जो कहानी जो अभी तक छिपी हुई है वह कहानी यह है सब लोग जानते हैं कि भाई टेररिस्ट को रिलीज किया गया क्यों क्योंकि ये सोनिया गांधी ये बंदा करात ये सब लोग जो है प्रधानमंत्री के घर के बाहर जो है चूड़ियां फोड़ने लग गए थे कि मेरे पति को ले आओ मुझे विधवा मत कर दो ये कर दो वो कर दो इस दबाब में आकर के और अभी कहते कि भाई आतंकवादी को छोड़ दिया ऑल पार्टी मीटिंग हुई वहां कांग्रेस पार्टी ने कहा कि हां ठीक है तीन आदमी को छोड़ दीजिए बाकी को ले आइए और जब ये सब कुछ हो गया बाद में इन्होंने उल्टा काम किया तो खैर अब कहानी जो जाननी जरूरी है जिसका जवाब उस उसमें नहीं है और कोई बताएगा भी नहीं क्यों क्योंकि इस गरी का कांग्रेस पार्टी के साथ रिश्ता निकलेगा मोर यू डिग इन टू डेलारू उतना ही कांग्रेस पार्टी के साथ इसका कनेक्शन निकलेगा अब सवाल यह है कि इस वेब सीरीज के अंदर एक झूठ बताया गया झूठ ये कि तालिबान वाले नेगोशिएट कर रहे थे और यह बता रहे थे कि नहीं नहीं नहीं एक आदमी के जो लाश की मांग कर रहे हैं वह मत करना और यह दो 100 मिलियन यूएस डॉलर जो तुम मांग रहे हो वह कैंसिल वह नहीं दिया जाएगा हकीकत क्या है वह पे किया गया इस अनुभव सिन्हा को यह बताना चाहिए कि तुमने कितने पैसे लेकर इस झूठ का इस प्रपंच को अपने सीरियल में डाला जी यह किसके कहने पे तुमने यह काम किया क्यों छुपा रहे हो उसको 200 मिलियन यूएस डॉलर दिया गया और मैं आपको बता दूं कि चूंकि मैं इस केस को बहुत डीप जानता हूं मनी वाज पेड एंड दैट मनी वाज पेड इन पाकिस्तानी करेंसी क्योंकि यह रोबोटो गेरी डेलारू यह पाकिस्तान का भी नोट यही छाप है अब समझिए कहानी अब यह सारी चीजें कब मालूम चली कैसे मालूम चली हमने इसमें पूरा खोजा ये खबर दबा दी गई जैसे ही यह हवाई जहाज जो है वह हाईजैक होता है कंधार में वो लैंड हुआ प्लेन और वैसे ही वैसे ही स्विटजरलैंड के सात लोगों का एक डेलिगेशन दिल्ली आता है यूएस गवर्नमेंट के तरफ से और स्विटजरलैंड का ये डेलिगेशन ये दिल्ली आता है और सीधे-सीधे जो है वो विदेश मंत्री से मिलता है जसवंत सिंह से मिलता है और यह कहता है कि वहां पे ये करेंसी किंग रोबोटो गेरी जो है अंदर उस प्लेन में है कम वट मी वी वांट हिम अलाइव गल कीजिएगा आपको मिल जाएगा अलग-अलग तरीके से मिलेगा यह पूरी कहानी नहीं मिलेगी डॉट्स को जोड़ना पड़ेगा क्योंकि मीडिया सच नहीं बताना चाहती आपको यह टेक मिल जाएगा कि स्विटजरलैंड का डेलिगेशन जो है इमीडिएट दे रस्ट फिर कहानी खत्म और उसके बाद क्या होता है यह कहा जाता है कि भाई यह कर लेंगे वो कर लेंगे हिंदुस्तान की सरकार रिलीज करने के लिए एग्री हो गई टेररिस्ट को और सबसे मजेदार बात बताऊ आपको किय स्विटजरलैंड का डेलिगेशन य दिल्ली से फिर उड़ता है और कहां जाता है कंधार कंधार में लोग का प्लेन जो है चार्टर्ड प्लेन जो है वह वहां पर लैंड करता है दे आर नेगोशिएटिंग अबाउट द मनी अब कंधार हाईजैक के ऊपर कई सारे लोगों ने किताब लिखी कंदर हाईजैक के समय गृह मंत्री आडवाणी जी थे उन्होंने भी अपनी किताब में उसका पूरा जिक्र किया ज सिंह ने भी अपनी किताब में इसका पूरा जिक्र किया लेकिन कोई किसी ने बताया नहीं कि भाई वह पैसा गया कहां से और जब यह लोग प्लेन में जा रहे थे य प्लेन से उतरे व लगातार उसका वीडियो है लेकिन कोई बैग पैसे से भरा आया नहीं लेकिन पैसा डिलीवर हुआ अब यह पैसा कैसे डिलीवर हुआ यह मैं आपको बताता हूं आगे लेकिन इस दौरान एक और बात समझ में आई और ये मैं इसलिए कह रहा हूं यह बातें छिपी हुई है यह बातें छिपी हुई है इसका भाई अगर तुम ईमानदार हो तो तुमको यह सारी बातें बतानी चाहिए और जो मैं बोलने जा रहा हूं यह बड़ा कंट्रोवर्शियल है लेकिन यह हकीकत है अब हुआ ये कि नेगोशिएट हो रहा है इसमें गलत बताया गया है इस वेब सीरीज के अंदर कि पायलट के यहां जो जो बातचीत कम्युनिकेशन सिस्टम है वो इस्तेमाल हो रहा था ना उस प्लेन के ऊपर कम से कम पांच सेटेलाइट फोन थे पांच सेटेलाइट फोन थे और एक सेटेलाइट फोन रोबर्ट गेरी को बकायदा दिया गया था इसमें यह बात तो दिखाया सही कि वो एक्जीक्यूटिव क्लास से उसको उठा कर के सबसे पीछे डाला गया और पीछे उसका लैपटॉप भी चल रहा था उसे स्पेशल खाना भी दिया जा रहा था और वोह लगातार सेटेलाइट फोन पर बातचीत भी कर रहा था तो सेटेलाइट फोन से बातचीत हो रहा था नेगोशिएशन हो रहा था तो सेटेलाइट फोन तो सेटेलाइट फोन है तो हिंदुस्तान वालों को शुरू में मालूम भी नहीं था कि आप किससे बात कर रहे हो व पाकिस्तानी है दाऊद इब्राहिम है अलकायदा है कि क्या है किसी को कुछ मालूम नहीं था बट जब वो फोन को ट्रेस किया गया तो मालूम चला इजराइली ने इस तरह का काम हो सकता है मसाद ने हिंदुस्तान को पहले ही आगाह कर दिया था और एक फोन नंबर दिया था कि यह नंबर पर जरा आप निगरानी रखो निगरानी रखो क्योंकि यह हाईजैक होगा इस तरह का सिस्टम है तो उस समय आईबी में काम करने वाले एक आईपीएस अधिकारी को यह नंबर दिया गया था कि आप इस नंबर के ऊपर ध्यान देंगे अजीब अजीब कहानी है तो यह जब भगवान का खेल भी अजब निराला है आपको मालूम है कि जिस फोन नंबर पर निगरानी रखने के लिए रखा गया था किस आईपीएस ऑफिसर को यह जिम्मेदारी दी गई थी जो आतंकवादियों के गोली से मारा गया मुंबई में हेमंत करकरे शहीद हेमन कर कर जब यह पता चला वहां पर कि भाय नंबर तो भेजा गया था किसकी जिम्मेदारी थी तो हेमंत करकरे साहब को यह जिम्मेदारी दी गई थी कोई नहीं बताएगा यह सच वही पाकिस्तानी और आपने क्यों नहीं किया यह कभी सवाल दिमाग में आया नहीं क्यों इतना बड़ा मिस्टेक आपने किया कैसे ऐसे हो गया सारी प्लानिंग पहले से मालूम हो जाती तो खैर यह कहानी अलग है तो वो सेटेलाइट फोन से जहां बातचीत हो रही थी तो अब यहां पर निगो ये स्विटजरलैंड की टीम जो है वो चली गई वहां एंड दे वेर नेगोशिएटिंग विद द पीपल प्रेजेंट इन कंधार ये पहले से सबको मालूम था कि कंधार में आएगा कंधार में पहले से ही आएगा यह सबको मालूम था जो मुझे ज्यादातर जो जानकारी मिली है इस ऑपरेशन से जुड़े हुए फर्स्ट हैंड अकाउंट से क्योंकि वहां पे फ्लाइट वहां पर लैंड करते ही इन लोगों ने कहा कि भाई भूख लग रहा है भूख लग रहा है वेजिटेरियन फूड भी और नॉन वेजिटेरियन फूड भी वहां पर इमीडिएट पैक्ड दो से ढाई घंटे लगे थे दुबई से कंधार आने में तो भाई कंधार वाले को अगर पहले से नहीं मालूम होता वहां इंतजार हो रहा था कि वहां पर गाड़ी से इसमें मोटरसाइकिल दिखाया गया उसमें जीप से जो है कि गाड़ी को कहां पर टो करके लेकर के जाना है यह सारी चीजें ऑलरेडी प्लान थी अब हुआ क्या जो स्विटजरलैंड की टीम आई उसने कहा कि भाई पैसे हम दे देंगे पैसे हम दे देंगे तालिबान से जाकर के वहां बातचीत हुई बोले कि भाई हमारा एक आदमी उसको दो सेटेलाइट दो तो शुरू में तो इसके साथ थोड़ा जोर जबरदस्ती हुआ बाकी पैसेंजर्स के साथ लेकिन उसके बाद उसको जो है वहां बिठा दिया गया एंड देन ही वाज नेगोशिएटिंग एंड टॉकिंग अबाउट कि कहां से कैसे पैसा मूव होगा तो जब यह डील तय हो गया कि भाई य बाहर जाएंगे तो यह तो नोट छापने वाला कंपनी है पाकिस्तानी करेंसी वो लोग कह रहे थे यूएस में दो बोलग नहीं पाकिस्तानी करेंसी ले लो तो पाकिस्तानी करेंसी तो खुद ये लोग छापते थे तो ब्रिटेन के मैनचेस्टर यूनिट से वह करेंसी आया कंधार और सबसे मजेदार बात उसकी यह है कि पाकिस्तान करेंसी भी ओरिजिनल नहीं था नकली नोट नकली नोट 2 मिलियन डॉलर पाकिस्तानी करेंसी में जो है इन लोगों को दे दिया गया और वहां से यह लोग छिप के बच के निकल आए तो यह इसकी कहानी है क्यों नहीं बताया जाता है रोबर्ट गेरी के बारे में क्योंकि यह मामला नकली नोट से जुड़ा हुआ था उस समय तो लोगों को नहीं मालूम था उस समय तो लोगों को नहीं मालूम था कि भ आगे चल कर के और जब यह व्यक्ति इस तरह के काम में सब कुछ था जब पूरी दुनिया को खास करके मैं तो जहां से मैं बता रहा हूं कि इसका मतलब कि हिंदुस्तान की एजेंसी को ये अच्छी तरह से मालूम था कि ये नकली नोट का व्यापार भी करता है तालिबानियों को इसने नकली नोट दिया और पाकिस्तान के जरिए जो हिंदुस्तानी करेंसी आ रहा था वो काम भी यह डेलारू वाला यह गट गेरी करता था इसलिए वह काठमांडू में था तो बड़ा सवाल जो मैं पूछ रहा हूं वो ये कि जब इसकी करतूतों को कंधार हाईजैक के समय से ही जान लिया गया था 2005 में सोनिया गांधी की सरकार और यह मनमोहन सिंह की सरकार आई तो आपने इसे नोट का ठेका क्यों दिया क्यों दिया नकली नोट इस आदमी की वजह से हिंदुस्तान में आया आप उसके क्रेडेंशियल को जान रहे हैं फिर आपने उसे सारा ठेका अकेले एक कंपनी को कैसे आपने दिया और शायद इसीलिए इस रेट गरी की कहानी चुपचाप इस वेब सीरीज से गायब कर दिया गया नहीं तो फिर राहुल गांधी से सवाल पूछा जाएगा सोनिया गांधी से सवाल पूछा जाएगा और यह भी पूछा जाएगा कि जब 20111 में बवाल मचने लग गया कि नकली नोट यहां निकल रहा है नक कितनी कहानी आती थी यह निकल रहा है वो निकल रहा है सारा कुछ निकल रहा है तो डेलारू इंडिया करके नाम रजिस्टर कराया गया हुडा की सरकार ने गुरुगांव में उसको जमीन दी और जमीन देने के बाद यह भी ठेका दे दिया गया कि तुम मशीन सप्लाई करोगे कि नकली नोट को आइडेंटिफिकेशन 2014 के बाद से यह देश बच गया नहीं तो यह लोग कहां किस गर्त में लेकर के चले गए होते यह आप बस इमेजिन नहीं कर सकते जी बहुत-बहुत धन्यवाद इतनी जानकारी देने के लिए धन्यवाद तो प्लेन हाईजैक पर आए दिन वेब सीरीज और फिल्में तो आती रहती है और ऐसी ही एक फेफ सीरीज i 814 द कंधार हाईजैक खड़े हो रहे हैं और सरकार भी एक्शन में आ गई है तो फिल्मों में हिंदू मुसलमान और गलत तत्वों को छुपाने को लेकर जो राजनीति हो रही है उस पर आप अपनी राय कमेंट कर लिखें देखते र कैपिटल टीवी नमस्कार [संगीत]

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