The Darien Gap Unveiled: What You Need to Know About This Remote Jungle

यह है डेरियन गैप कोलंबिया और पनामा के बॉर्डर के बीच दुनिया का सबसे खतरनाक एरिया इस 100 मील के एरिया को क्रॉस करने का मतलब है मौत की घाटी से गुजरना इसी एरिया की वजह से आज भी नॉर्थ अमेरिका और साउथ अमेरिका किसी भी रोड या रेल नेटवर्क से आपस में कनेक्टेड नहीं है पूरी ह्यूमन हिस्ट्री में सिर्फ सात दफा इस पूरे एरिया को किसी भी कार या जीप के जरिए क्रॉस करने की कोशिश की गई है इतना खतरनाक होने के बावजूद कुछ लोगों के लिए इस एरिया को क्रॉ करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है हर साल हजारों बल्कि लाखों लोग साउथ अमेरिकन कंट्रीज स्पेशली कोलंबिया इक्वाडोर और वेनेजुएला से इस एरिया को क्रॉस करके एक अच्छी लाइफ कंट्री के लिए सेंट्रल और नॉर्थ अमेरिका जाने की कोशिश करते हैं 2022 में ढाई लाख लोगों ने इस डेरियन गैप के थ्रू मेक्सिको और फिर यूनाइटेड स्टेट जाने की कोशिश की लेकिन इन ा लाख में से कई 100 लोग इस गैप को क्रॉस करते हुए मारे गए आखिर 100 मील के एरिया में ऐसा क्या है जिसे दुनिया का सबसे खतरनाक एरिया माना जाता है और इतना पैसा और टेक्नोलॉजी होने के बावजूद आज तक इस एरिया में रोड या रेल नेटवर्क बनाने की कोशिश क्यों नहीं की गई आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब मिस्टर इनफॉर्मेटिव के देखने और सुनने वालों को अस्सलाम वालेकुम 21वीं सदी में जहां तपते हुए रस्तान में भी स्टेट ऑफ दी आर्ट शहर बनाए गए हैं वहीं इस छोटे से एरिया में रोड या रेल नेटवर्क बनाना इतना मुश्किल क्यों है इसकी चार रीजंस हैं सबसे पहली वजह यह यह है कि खतरनाक मौसम डेरियन गैप लाइन ऑफ इक्वेटर से कुछ 100 किलोमीटर ऊपर है जिसकी वजह से यहां का मौसम काफी गर्म होता है और फिर नॉर्थ और साउथ पर अटलांटिक और पैसिफिक ओशनस हैं जिसकी वजह से ह्यूमिडिटी काफी हाई होती है इस सारे एरिया में बहुत ज्यादा घने जंगल हैं और पूरे साल में तकरीबन 365 में से 330 दिन यहां बारिश होती है जिसकी वजह से ना सिर्फ यहां फ्लैश फ्लूट्स आते हैं बल्कि पहाड़ों पर भी अक्सर लैंड स्लाइडिंग होती है इतनी बारिश और फ्लूड की वजह से यहां कंस्ट्रक्शन करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल है क्योंकि कंक्रीट हो सिमट हो या ईज फाल्ट इन सब को सूखने के लिए खुश्क और गर्म मौसम चाहिए और अगर इन सब का तोड़ भी कर लिया जाए तो यहां पर दूसरी सबसे डेंजरस चीज यह है कि हमारी पूरी जमीन में इतने जहरीले सांप मकड़ी और मच्छर कहीं नहीं पाए जाते जितने इस डेरियन गैप में पाए जाते हैं और फिर क्योंकि इस सारे एरिया में दूर-दूर तक कोई हॉस्पिटल कोई घर या कुछ भी नहीं है तो अगर इनमें से कोई भी चीज आपको काट जाए तो आपका बचना ऑलमोस्ट इंपॉसिबल है इसीलिए यहां से गुजरने वाले ज्यादातर लोग मलेरिया डेंगी शाम के जहर या फिर दरिया में डूबकर मारे जाते हैं लेकिन अब ऐसा भी नहीं कि अमेरिका और दूसरे कंट्रीज के लिए यहां पर रोड बनाना बिल्कुल ही इंपॉसिबल है हां एक्सपेंसिव जरूर होगा मुश्किल भी होगा मगर इंपॉसिबल नहीं है तो फिर क्या वजह है कि यहां पर रोड या रेल बनाने की कोशिश ही नहीं की जाती असल में कुछ कंट्रीज चाहती ही नहीं है कि यहां पर कोई रोड या रेल नेटवर्क बने खास तौर पर अमेरिका और पैना दरअसल 19वीं सदी में पनामा कोलंबिया का ही हिस्सा होता था मगर इस डेरियन गैप की वजह से कोलंबिया के लिए पनामा पर कंट्रोल रखना बहुत मुश्किल था कोलंबियन गवर्नमेंट के लिए पनामा से कनेक्टेड रहने का एक ही रूट था और वह था समुंदर के थ्रू इसी डिस्कनेक्शन का फायदा उठाते हुए पनामा ने कोलंबिया से इसी मूवमेंट आजादी के लिए एक मूवमेंट शुरू कर दी और 20वीं सदी में एक राइजिंग सुपर पावर ने बहुत ज्यादा इंटरेस्ट लेना शुरू किया जिसका नाम था यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका दरअसल अमेरिका के पनामा के कनाल में बहुत दिलचस्पी थी और वह चाहता था कि इस कनाल का कंट्रोल इसके पास हो बिकॉज पनामा कनाल की कंस्ट्रक्शन से पहले ईस्टर्न और वेस्टर्न अमेरिका में ट्रेड बहुत मुश्किल था सारी शिप्स को पूरा साउथ अमेरिका क्रॉस करके अमेरिका की वेस्टर्न या ईस्टर्न कोस्ट तक जाना पड़ता था तो अमेरिका की ईस्टर्न और वेस्टर्न कोस्ट आपस में डिस्कनेक्टेड थी और इसी का हल निकालने के लिए आर्टिफिशियल कैनाल बनाई गई जिसके बाद अमेरिका की ना सिर्फ ट्रेड शिप्स बल्कि नेवी भी अब बहुत ही आसानी से थोड़े दिनों में ही एक साइड से दूसरी साइड तक जा सकती है और इस वक्त कांसेप्ट बहुत इंपोर्टेंट था कि जो भी पनामा कैनाल को कंट्रोल करेगा वह अमेरिका की एक बहुत बड़ी वीकनेस को कंट्रोल करेगा अब कोलंबिया इस जमाने में इस कनाल का कंट्रोल अमेरिका को नहीं देना चाहता था और इसीलिए अमेरिका ने पनामा को इंडिपेंडेंस मूवमेंट में इसका भरपूर साथ दिया और नतीजतन 1903 में पनामा एक इंडिपेंडेंट कंट्री बन गया और अमेरिका पनामा को रिकॉग्नाइज करने वाला सबसे पहला कंट्री था पनामा की गवर्नमेंट ने बदले में में अमेरिका को इस कैनाल के आसपास की सारी जमीन परमानेंट लीज पर दे दी और 1999 तक यह सारा एरिया अमेरिकन गवर्नमेंट के कंट्रोल में रहा फिर 1999 में ही इस कनाल का कंट्रोल पनामा को वापस कर दिया गया मगर आज भी यह जो पॉइंट अमेरिका और बाकी कंट्रीज के लिए बहुत इंपोर्टेड है आज की डेट में पूरी दुनिया का तकरीबन 6 पर सीट रेट साउथ अमेरिका और नॉर्थ अमेरिका से इस पॉइंट से गुजरता है यही कनाल अटलांटिक और पैसिफिक ओशन को आपस में कनेक्ट करता है हर साल तक रीबन 13 से 14000 कार्गो शिप्स इस रास्ते से गुजरती हैं ईस्टर्न एशिया और अमेरिका का ज्यादातर ट्रेड इसी रास्ते से होता है और इसीलिए इस कैनाल को सबसे ज्यादा अमेरिका और चाइना यूज करते हैं इसी तरह अमेरिका की वेस्टर्न कोस्ट को यूरोप अफ्रीका मिडिल ईस्ट से कनेक्ट करने का भी यही एक रास्ता है अब अगर वापस डेरियन गैप पर आएं तो यह कोलंबिया और पनामा के दरमियान है यह वही कोलंबिया है जो पिछले कई सालों से टेररिस्ट वायलेंस और इंस्टेबिलिटी का शिकार रहा है और जहां की ड्रग माफिया पूरे साउथ अमेरिका में मशहूर है पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा कोकेन कोलंबिया में बनती है और यह सब यहां से सेंट्रल और नॉर्थ अमेरिका में स्मगल होती हैं लेकिन इस डेरियन गैप की वजह से यह स्मगलिंग करना काफी मुश्किल होता है स्मगलर्स को सी रूट लेना पड़ता है जहां पर पनामा के कोस्टगार्ड अक्सर इन स्मगलर्स को पकड़ लेते हैं अब इस सिचुएशन में रोड या रेल नेटवर्क बनाया जाता है तो अमेरिका को यह खद है कि कहीं कोलंबिया के ड्रग माफिया यहां से पनामा में पहुंचकर पनामा कनाल को डैमेज ना कर दें और सिर्फ यही नहीं बल्कि इनको फिर यहां से मैक्सिको और अमेरिका तक दग पहुंचाना बहुत आसान हो जाएगा इसलिए अगर पनामा और कोलंबिया की गवर्नमेंट यहां पर कोई रेल रोड नेटवर्क बनाने का एग्रीमेंट कर भी ले तो अमेरिका यहां पर किसी भी तरह की डेवलपमेंट नहीं होने देगा और अब हम आते हैं डेरियन गैप को डिवेलप ना करने की आखिरी रीजन पर और वह है इल्लीगल माइग्रेशन को रोकना दरअसल लेटिन अमेरिका इकोनॉमिकली पॉलिटिकली और स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग बॉयज नॉर्थ अमेरिका से बहुत पीछे है साउथ अमेरिका के ज्यादातर कंट्रीज करप्शन वीक गवर्नर्स और पॉलिटिकल इंस्टेबिलिटी का शिकार हैं जिसकी वजह से लाखों लोग एक अच्छी लाइफ के लिए अपनी कंट्रीज को छोड़कर कहीं और जाना चाहते हैं और इन सब लोगों के लिए कुछ ही मील दूर अमेरिका से बेहतर और कोई ऑप्शन नहीं अब अमेरिका पिछले कुछ सालों से अपनी इमीग्रेशन पॉलिसी बहुत सख्त कर चुका है जिसके बाद इन लोगों के पास एक ही हल बचता है कि वो इल्लीगल तरीके से अमेरिका पहुंचे इसके लिए खुद अपनी जान खतरे में डालकर इस डेरियन गैप से गुजरना होगा हर साल हजारों लोग इस कैप के थ्रू सेंट्रल अमेरिका और फिर मेक्सिको के थ्रू अमेरिका में एंटर होते हैं लेकिन इस सारे रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट सिर्फ और सिर्फ यह डेरियन गैप है डेंगी मलेरिया जहरीले सांप और लैंड स्लाइडिंग फ्लूट्स को 10 दिन के इस सफर में आपको इन चीजों से गुजरना पड़ता है बदकिस्मती की बात यह है कि इतने खतरनाक रास्ते के बावजूद हर साल इस गैप को क्रॉस करने वालों के नंबर्स में मुसलसल इजाफा होता जा रहा है गरीबी और भूख से तंग लोगों के पास और कोई चॉइस बचती ही नहीं कितने ही लोग इस सफर में मारे जाते हैं और जो बच भी जाते हैं इनमें से ज्यादातर साइकोलॉजिकली डैमेज हो चुके होते हैं भूख भी इंसान से क्या-क्या करवा देती है इन्हीं गरीब लोगों को अमेरिका तक पहुंचने से रोकने के लिए इस डेरिन गैप में कोई रेल रोड नेटवर्क नहीं बनाया जाता और शायद आगे आने वाले कई सालों में ऐसा ही रहेगा साउथ अमेरिका और नॉर्थ अमेरिका में इतना डिफरेंस क्यों है जहां एक दुनिया की नंबर वन इकॉनमी है वहीं बाकी कंट्रीज गरीबी और भूख के दलदल में क्यों दसे हुए हैं यह हैं वो तमाम सोर्सेस जहां से हमने इस वीडियो के क्लिप्स उठाए हैं नाजरीन ये थी आज की हमारी वीडियो अगर आपको हमारी वीडियो पसंद आए तो वीडियो को लाइक और चैनल को सब्सक्राइब जरूर कीजिएगा हम मिलते हैं आपसे हमारी नेक्स्ट वीडियो में तब तक अपना ख्याल रखिएगा अल्लाह हाफिज

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