को देखा जाए तो लोगों के ओलंपिक जो नॉलेज है ना वह काफी अच्छी हो गई है पर टेलिंग पिछे अगर मैं बात करूं तो कहीं ना कहीं यह जानकारी थोड़े से कम रह जाती है तो आज इस वीडियो में मैं आपको पैरालंपिक के बारे में वह सारी 2016 में बताने वाला हूं जो आपको पता होनी चाहिए तो मैं आपको सबसे पहले बताऊंगा कि पहले लिमिट वर्ल्ड का क्या मतलब है इसकी हिस्ट्री कह रही है इसमें जो अलग-अलग इवेंट्स सोते हैं उसमें प्ले स्किन बेसिस पर पार्टिसिपेट करते हैं इंडिया के टाइम लिमिट इसकी हिस्ट्री कह रही है और टोक्यो पर लिमिट में इंडिया का पाठ मिशन क्या है तो चलें इस विडियो को बिना देरी किए शुरू करते हैं सबसे पहले समझ लेते हैं पैरालंपिक जो वर्ड है इसका मतलब क्या है तो पर लिपिक शुगर में तोड़ कि आपको बताऊं तो यह दो शब्दों से बनता है पहला पैरा और दूसरा ओलंपिक्स टेरा जो वर्ड है यह ग्रीक भाषा से आया है जिसका मतलब है अलोंगसाइड या फिर भी साइड हिंदी में साथ-साथ या फिर बराबरी में तो जब हम दोनों शब्दों को जोड़कर देखेंगे तो इसका मतलब होगा ओलंपिक की बराबरी में चलने वाला एक टूर्नामेंट है जल्दी से आप इसकी हिस्ट्री जानी वर्ल्ड वर टू में जो सोल्जर्स घायल हुए थे जब यही सोल्जर्स हॉस्पिटल में आंखें तो इन्हें मनोरंजन के लिए और इनका जो ट्रीटमेंट है उसको इफेक्टिव बनाने के लिए इन लोगों को व्हीलचेयर पर बैठाकर बोल दे दी गई जिस पर यह लोग बास्केटबाल जैसे गेम फुटबॉल जैसे गैंगस्टर पान सिंह बब्बल जैसे आसान गेम को खेलकर खुद को खुश रखे थे साल 1948 में वहां पर जर्मनी प्रोजेक्ट आयोजन का नाम था आसफ बट मैन जिन्होंने इंवोल्व और इसके अंदर एक स्पीड देखिए गेम को लेकर और एक प्लान किया किया इन लोगों के बीच में एक कंपटीशन तो जरूर रखना नहीं चाहिए इन कंपटीशन उसका नाम रखा गया स्टॉक मांडेविल्ले गेम्स स्टॉक मांडेविल्ले नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि यह लोग जिस ढंग से हॉस्पिटल में एडमिट थे उस हॉस्पिटल का नाम ही था स्टॉक मांडेविल्ले और यह उसी दिन शुरू हुए थे जिस दिन 1948 लंदन ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी चल रही थी 12 साल बाद 1968 रोम ओलंपिक जब क्लोजिंग सेरेमनी हुई उसके पांच दिन बाद टाइम फिक्स गेम की अपनी समुद्री शुरू हुई जहां पर 5000 लोग सपोर्ट करने से सीमेंट को आए थे तो यह वही साल था जब पहली बार टेरिफिक गेम शुरू हुए और जिनका हॉटस्पॉट ऑफ मेडिकल से बदलकर प्रेग्नेंट पर गेम रखें इस कंपटीशन को करवाया गया और उसी दिन चीज डिसाइड हो गई थी कि उन्हें बैठक के पैनल में अभी गेम चलने वाले हैं जिसका नाम अ पब्लिक जेम्स रख दिया मिंट इसमें जो खिलाड़ी पार्टिसिपेट करते हैं उनको 10 अलग-अलग डिसेबिलिटी कैटेगरी में बांटा जाता है मैं बहुत जल्दी-जल्दी आपको दसवां करें इस बताता हूं सबसे पहली कैटेगरी की बात करूं तो इंप्रूव्ड मसल मूवमेंट यह जो डिसेबिलिटी होती है इस डिसेबिलिटी के रहते हुए कोई एक इंसान अपनी मसल में जो नार्मल पावर जनरेशन होता है उसको यूज नहीं कर पाता है सेकंड डिसेबिलिटी है वह है इन फील्ड सिवरेज आफ मूवमेंट यानी कि आपके बॉडी में जो भी जॉइंट हैं आपका एल्बो ज्वाइंट हो गया या फिर आपका नी ज्वाइंट हो गया फॉर एग्जांपल तो इनमें जो मूवमेंट होना चाहिए यह ड्यूटी के रहते हैं आप इस मूवमेंट को या तो नहीं कर सकते हैं टेस्ट बहुत थोड़ा सा कर सकते हैं बट इससे भी आपको पेन हो सकता है और यह जो डिसेबिलिटी है यह आपके एक जॉइंट F1 से ज्यादा जॉइंट में भी एक बार में हो सकती है थर्ड जो कैटिगरी हैव अ है लॉट्स आफ लिंग लिंग का मतलब है अंक तो अगर वे खिलाड़ी ऐसा है जिसके शरीर में एक या एक से ज्यादा अंगों की कमी है तो फिर उसको पैरालंपिक में लॉन्च आफ लिंक्स डिग्री में रखकर खेलें दिया जाता है 34 जो कि डिग्री है पहले लिमिट इसकी व है लेंथ लेंथ डिफरेंस जैसे कि आप नाम से समझ सकते हैं पैरों में जो लेंथ है जो उनकी जो लंबाई है उसमें जब डिफरेंस आता है तो आपको फिर इस कैटेगरी में रखा जाता है जिसके रहते हुए आपका एक पैर छोटा और एक पैर लंबा दिखाई देता है पैरालंपिक्स की पांचवीं के डिग्री और ड्यूटी शॉर्ट स्टेच्योर एक ऐसी डिसेबिलिटी है जहां पर एक इंसान की जो हाइट होती है वह काफी कम रह जाती है नॉर्मली देखा जाए तो वह चार से छह साल के बच्चे की हाइट में लगती है पागल इंपैक्ट कि जिससे कि डिग्री है उसका नाम है हाई कोर्ट या हाईकोर्ट ने एक्सेसिबिलिटी है जहां पर आपके पैर या फिर आपका हाथ जो होते हैं वह एक ही पोजीशन पर बहुत ज्यादा स्पेस हो जाते हैं यानि की जकड़ जाते हैं की जगह पर और इसके बाद आपको जो मूवमेंट होता है आपके हाथ पैरों में उसको करने में बहुत ज्यादा डिफिकल्टी होती है पहले लिमिट इसकी जो श्रवण डिग्री है उसका नाम है अ टैक्सियां और इसमें आपके जो mask का कोआर्डिनेशन है उसमें कहीं न कहीं कमी रह जाती है सिंपल भाषा में बोलूं तो अगर आप चलने की बात करेंगे तो आप अपनी बॉडी का जो बैलेंस है उसको मेंटेन नहीं रख पाते हैं डिसेबिलिटी के तहत और आपकी जो बॉडी है वह कहीं ना कहीं डगमगाती है रहती है तारों लिपिक जो आठवीं के डिग्री है उसका नाम है टॉस इस आदतों से कैसे डिसेबिलिटी है जहां पर आपके बॉडी पार्ट्स में अनबैलेंसड अमूमन देखा जा सकता है यानि कि जब का मूवमेंट है वह काफी अजीब सा हो सकता है आप यहां तो में आपके पैर में आपके गर्दन में इवन आपके फेस पर भी इस बीमारी को देखा जा सकता है सबसे ज्यादा ही बीमारी जिस पॉट में और अब होती है व है आपके हाथ और पैरों की स्पिनर्स बेसिकली होता क्या है अगर आप अपनी फिगर को बंद करके एक सिर्फ बनाना चाहे तो इन फिंगर्स को फॉलो करने में आपको बहुत ज्यादा टाइम लग सकता है या फिर उसे तो आपकी 2 मिनट पर टाइम निकालो हो जाएं जो बाकी दो फिंगर से उनको बंद करने में आपको पेन हो सकता है या फिर वह बंद नहीं भी हो सकते हैं तो जिन लोगों को ऐसे डिसेबिलिटी होती है उनको अट ऑफिस कैटेगिरी में रखे तारीफ में पार्ट लेने दिया जाता है नो कैटिगरीज आधुनिक कि वह विजुअल प्रॉब्लम अब ईश्वर प्रॉब्लम है बहुत ही सबकैटिगरीज आ सकती हैं लेकिन स्टार्ट करने के लिए जोली बैंक लोग होते हैं जिनकी जिनको देखे में थोड़ी सी दिक्कत होती है उनसे लेकर जो लोग टोटल बैंड होते हैं जो कि बिल्कुल नहीं देख सकते हैं इनके बीच में कुछ सके डिक्रीज बांटी जाती हैं उनमें विजुअल इंपेयरमेंट वाली प्रॉब्लम्स में प्ले स्टोर आते हैं उनको नौकरी में रखे पर लिमिट में पार्ट लेने दिया जाता है लिप्स की आखिरी जो है उसका नाम है इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटी अब यह डिसेबिलिटी आपने बहुत बार सुनी होगी और देखी भी होगी बेसिकली इस ड्यूटी के अंदर एक इंसान के इंटेलेक्चुअल और अट्रैक्टिव प्रॉब्लम्स उसको फेस करनी पड़ सकती हैं इंटलेक्चुअल में जैसे सोचने की समझने की प्रॉब्लम सॉल्विंग की जो क्षमता होती है वह एक इंसान की बहुत कमजोर हो जाती है और अडॉप्टिव में कम्युनिकेशन राइटिंग बोलना यह सारी चीजें होती है यह बहुत ज्यादा कमजोरी या फिर बहुत ज्यादा डिफिकल्ट होती है उस इंसान को परफॉर्म करने में तो यह वह मेन 10 का डिक्रीज थी जिसके अंदर प्लेस को डिवाइड किया जाता है इसके अलावा वह जिस इवेंट में या फिर से सपोर्ट में पार्टिसिपेट कर कि उनके अंदर भी कुछ कैटेगरी बनाई जाती हैं बट वह बहुत ज्यादा लंबा हो जाएगा अगर मैं उसको इस वीडियो में डिस्कशन करूंगा तो उस पर डिस्ट्रेक्शन कभी और करेंगे अब चलिए बढ़ते हैं इंडिया पैर लिमिट हिस्ट्री के ऊपर इंडिया का पैर लिमिट में जो सबसे पहला पार्टीशन था वहां 1968 में इसके बाद टोटल 13 पहले बिछुए हैं और इंडिया ने यार अपन लिपिक में पार्टिसिपेशन अपना किया है मेडल के अगर मैं आप से बात कर लूं तो इंडियन टोटल 12 मेडल जीते हैं लेकिन अभी तक जिसमें चार गोल्ड चार सिल्वर और चार ड्रॉप्स मेडल शामिल है बॉडी के अगर मैं बात करूं तो सबसे पहला गोल्ड मेडल तथा 1972 हेल्थ बेनेफिट्स में जहां पर मूल्यांकन पाठ करने में 150 मीटर फ्रीस्टाइल सुई में सबसे पहला गोल्ड मेडल जीता था उसके बाद 2004 एथेंस स्पेशल ओलंपिक में देवेंद्र झाझरिया ने मेंस जागरण में में गोल्ड मेडल जीता जिसके बाद 2016 रियो ओलंपिक में देवेंद्र झाझरिया ने दोबारा अपने इवेंट में गोल्ड मेडल जीता और उसी समय पर ठेंगा उन्होंने मैन ही जब में भी गोल्ड मेडल जीता तो यह देंगे के चार गोल्ड मेडल अब चलिए देख लेते हैं टोक्यो ओलंपिक में इंडिया का पार्ट पर कि किस दिन में कितना होने वाला है [संगीत] उम्मीद करूंगा आपको इस विडियो से बहुत सारी नोज मिली होगी आपको वीडियो पसंद आया होगा इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर कीजिए क्योंकि हमारा जो वह कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन नॉलेज ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना और को इस पेड़ के बारे में और करना जिसमें आप हमारी हेल्प कर सकते हैं थैंक यू फॉर वाचिंग माय वीडियो एंड सेफ