हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य देव है मेरे आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज में उनके चरणों में सर झुका कर के क्षमा मांगने का कर रहा हूं आराध्य देव की पूजा करने वालों को भी उनकी भी सर झुका करके क्षमा मांगता हूं मेरे संस्कार अलग है आज इस कार्यक्रम की चर्चा करने से पहले मैं अपने हृदय के भावों को व्यक्त करना चाहता हूं जब 2013 में भारतीय जनता पार्टी ने मुझे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में निश्चित किया तो मैंने सबसे पहला काम किया था रायगढ़ के किले पर जाकर के छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने बैठ कर के प्रार्थना की [संगीत] थी एक भक्त अपने आराध्य देव को जिस प्रकार से प्रार्थना करता है उसे भक्ति भाव से आशीर्वाद लेकर के मैंने राष्ट्र सेवा की एक नई यात्रा का आरंभ किया था पिछले दिनों सिंधुदुर्ग में जो हुआ मेरे [संगीत] लिए मेरे सभी साथियों के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज यह सिर्फ नाम नहीं है हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज यह सिर्फ राजा महाराजा राज पुरुष मात्र नहीं है हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आरा देव है और मैं आज सर झुका कर के मेरे आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज की उनके चरणों में मस्तक रख के माफी मांगता [प्रशंसा] हूं हमारे संस्कार अलग है हम वह लोग नहीं है जो आए दिन भारत मां के महान सपूत इसी धरती के लाल वीर सावरकर को अनाप सनाप गालिया देते रहते हैं अपमानित करते रहते हैं देशभक्तों की भावनाओं को कुलते हैं उसके बावजूद भी वीर सावरकर को गालियां देने के बावजूद भी माफी मांगने को जो तैयार नहीं है अदालतों में जाकर के लड़ाई लड़ने को तैयार है इतने बड़े महान सपूत का अपमान करके जिनको पश्चाताप नहीं होता है महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार को जान ले और यह हमारे संस्कार है इस धरती पर आते ही आज मैंने पहला काम मेरे आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज में उनके चरणों में सर झुका कर के क्षमा मांगने का कर रहा हूं और इतना ही नहीं जो जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को अपने आरा देव मानते हैं उनके दिल को जो गहरी चोट पहुंची है मैं ऐसे आराध्य देव की पूजा करने वालों को भी उनकी भी सर झुका कर के क्षमा मांगता हूं मेरे संस्कार अलग है हमारे लिए हमारे आराध्य देव से बड़ा कुछ नहीं होता है