सिस्टम का फॉल्ट है और सिस्टम का फॉल्ट है इसलिए इन प्लेयर को इस तरह की पावर मिली कि हमने ना रिजवान के पीछे कोई विकेट कीपर तैयार किया ना शादाब के पीछे कोई लेग स्पिनर तैयार किया ना बाबर के पीछे आपको कोई इस तरह दिख रहा है कि कोई कैप्टंसी का मटेरियल ऐसा होता जिस लड़के को हम तैयार करते बट आसिफ कमिंग टुवर्ड्स यू ये पूरे सिस्टम का मसला है मगर जहां आसिम ने जो है वो एग्जांपल दी कि आप अक्रॉस द वर्ल्ड देखें हमने अभी रिसेंट एक एग्जांपल देखी इंडिया में कि रंजी ट्रॉफी खेलने से अगर श्री एस अयर ने और इशान किशन ने मना किया उनके कांट्रैक्ट्स कैंसिल कर दिए गए आपको लगता है कि इतना स्ट्रिक्ट एक्शन पाकिस्तान टीम ले सकती पाकिस्तान मैनेजमेंट या पीसीबी ले सकती है इन लड़कों के लिए बिकॉज कैटेगरी ए में सारे लड़के आना चाहते हैं बट तीनों फॉर्मेट सारे लड़के नहीं खेलना चाहते हैं देखिए इंडिया और पाकिस्तान में जो फर्क है बहुत बड़ा वो यह है कि इंडिया में चेयरमैन कोई भी आए क्रिकेट का आजकल उनके चेयरमैन जो भी हैं अ रॉजर बिनी है उनके सदर रॉजर बिनी है और उनके साथ उनके जय शाह साहब है जिनके बारे में कहा जाता है कि सियासी तौर पर आए हैं वो बिल्कुल ठीक है लेकिन उन्होंने आने के बाद नीचे का सिस्टम चेंज नहीं किया आपकी रंजी ट्रॉफी में वही 37 टीम्स होती हैं मुश्ताक अली ट्रॉफी होती है विजय हजारे ट्रॉफी होती है उसका एक सिस्टम है पूरा उनके कॉन्स्टिट्यूशन में इंडिया के मैंने खुद देखा है उनके कांस्टिट्यूशन में यह दर्ज है कि ये य सब कुछ होगा पाकिस्तान में होता यह है कि चेयरमैन आता है एक तो पॉलिटिकल अपॉइंटमेंट होता है बिल्कुल होता है लेकिन पॉलिटिकल अपॉइंटमेंट अगर होता भी है तो उसको नीचे का सिस्टम चेंज नहीं करना चाहिए अभी जो पिछले दो साल में जो पाकिस्तान क्रिकेट के साथ हुआ है उसकी वजह टीम में नजर आ रही है 2022 में रमीज राजा चेयरमैन थे जका अशरफ साहब आए नजम शेटी साहब आए और आप मोहसिन नकवी साहब चार चेयरमैन आ गए 2 साल में उसके अलावा चार कप्तान आ गए बाबर आजम उसके अलावा शादाब फिर शाहीन अफरीदी फिर बाबर आजम तो चार कैप्टन आ गए मेन जो कोर है आपकी टेस्ट टीम की वो चेंज हो गई जो आसिम ने अभी नाम लिए चार चार तो नाम है ना आप एक अजर अली असद शफीक फवाद आलम और किसी हद तक आबिद अली को भी आप शामिल कर लें इनको आपने निकाल दिया तो सब चीजें तो आपने चेंज कर दी ना फिर सिलेक्शन कमेटी में कितने चेंज आए वसीम उसके बाद शाहिद अफरीदी फिर हारून रशीद फिर उसके बाद वहाब रियाज फिर उसके बाद एक चार लोगों की कमेटी फिर सात लोगों की कमेटी उसमें चेयरमैन लेस कमेटी तो हर चेयरमैन आकर यह समझता है कि मुझसे पहले वाला तो बेवकूफ था जी तो ये चीजें चेयरमैन के इख्तियार पाकिस्तान ने बहुत ज्यादा हैं थोड़े से कम करने होंगे इंडिया में फर्क यह है कि इंडिया में एसोसिएशंस ज्यादा मुतहर है इंडिपेंडेंट ऑफ द बीसीसीआई मतलब बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के पास इतना पैसा है कि वो खुद ही अपना सिस्टम रन करती है बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन ने आज से 10 साल पहले वकार यूनुस को और मुरली धरण को बतौर कोच रखा था बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन ने जब उसके गंगुली उसके चीफ थे तो जब तक आपकी एसोसिएशन ताकतवर नहीं चेयरमैन होल सल अथॉरिटी नहीं होना चाहिए चेयरमैन एक तो अकाउंटेबल होना चाहिए चेयरमैन की तनख्वा होनी चाहिए और चेयरमैन जब जाए तो वो हिसाब किताब दे अब ये कह देना जाने के बाद उन्होंने बयान दिया अभी जका अशरफ साहब का मैं बयान पढ़ रहा था जी जका अशरफ साहब का भी बहुत रोल है जब 2023 का वर्ल्ड कप चल रहा था तो यहां से कैसी-कैसी बातें हो रही थी फिर व यहां से आपने अपना टीम का मीडिया मैनेजर भी बीच में बुला लिया फिर बाबर आजम आने के बाद उन्होंने इस्तीफा भी दिया तो ये जो मामलात है चेयरमैन की इतनी ज ये मामलात हम बिलकुल इस पर बात करेंगे मगर मुझे लगता है कि हम हमने चार चेयरमैन बदलते हुए देखे हमने इतने चीफ सिलेक्टर बदलते हुए देखे जितनी आपने ये सारी बातें बताई हैं कितनी कितनी चीजें चेंज हुई मगर हमारा कोर ऑफ प्लेयर्स नहीं चेंज हुआ टेस्ट फॉर्मेट की हम बात करें यस टेस्ट फॉर्मेट में कुछ चेंजेज हुआ बट t2 ओडीआई हमारे ये जो मेन हम पांच प्लेयर्स का नाम लेते हैं यह पांच प्लेयर्स चेंज नहीं हुए अब अशरफ ने तो बाबर आजम का बल्ला नहीं पकड़ा हुआ था या इस वक्त जो है मोहसिन नकवी साहब का तो कोई लेना देना नहीं है कि लड़के बॉलिंग अच्छी नहीं कर रहे बैटिंग अच्छी नहीं कर रहे हम एक ब्रेक पर जाएंगे ब्रेक से वापस आएंगे तो इस पे भी डिस्कस करेंगे क्या हमें अपनी टीम के प्लेयर्स को भी कहीं ना कहीं रिस्पांसिबल ठहराना पड़ेगा या सिर्फ सिस्टम ही है जिसका मसला है आफ्टर द शॉर्ट ब्रेक एंड वेलकम बैक टू जोर का जोर इन कन्वर्सेशन विद आसिम कमाल जिन्होंने इस्लामाबाद से हमें जॉइन इन किया है एंड आसिफ खान जिन्होंने कराची से हमें जॉइन इन किया है और ब्रेक पे जाने से से पहले ये डिस्कशन हो रही थी कि हम चेयरमैंस को ब्लेम करते हैं हम सिलेक्टर्स को ब्लेम करते हैं सिलेक्टर्स को निकाल दिया जाता है उन्होंने अपनी मनमानी की थी बट इवेंचर क्या अब ये वक्त है कि हमें प्लेयर्स को भी वो ब्लेम करना पड़ेगा बिकॉज किस तरह एक प्लेयर जो है वो अपनी बैटिंग भूल गया किस तरह एक प्लेयर अपनी बॉलिंग भूल गया किस तरह एक बॉलर की स्पीड कम हो जाती है आसिम आपकी तरफ आऊंगी अब मैं सिस्टम यस हमें पता है सिस्टम की बहुत सारी खराब हैं और सिस्टम का मसला का मसला है पॉलिटिकल हायरिंग पास में भी होती थी उन्हीं उसी पास्ट में हमें इंजमाम उल हक भी मिले मोहम्मद यूसुफ भी मिले बट इतनी इंटरवेंशन नहीं होती थी मगर अब जब मैं इन प्लेयर्स को देखती हूं एक ये जो हमारी सीनियर लॉट है उनको देखती हूं यह पांच-छह नाम है जो यह प्लेयर्स हैं क्या चेयरमैन तब्दील होने से इनकी यह बैटिंग करना भूल गए क्या चेयरमैन तब्दील होने से इनकी बॉलिंग स्पीड कम हो गई क्या चेयरमैन तब्दील होने से बॉलिंग में इनकी लाइन और लेंथ खत्म हो गई सारी चीजों का इंपैक्ट तो चेयरमैन की वजह से या सिलेक्टर की तब्दील की वजह से नहीं हो सकता ना देखि यह यही तो कह रहे हैं कि सिस्टम आपका क्या है खाली चेयरमैन सिस्टम तो नहीं चला रहे या एडमिनिस्ट्रेशन तो सिस्टम नहीं चला रही सब ये कंबाइंड एफर्ट होती है ना कि आपके जो टीम मेट्स है वो भी है एडमिनिस्ट्रेशन अलग अपना काम करे मुझे सबसे पहले ये चीज बताइए कि जो नेशनल अकेडमी जिस पर हमने करोड़ों रुपए खर्च किया है ठीक है मुझे यह बताए कि उस नेशनल अकेडमी ने कोई एक इंडिविजुअल प्लेयर का नाम मुझे आप बता दें जो उसने प्रोडू किया हो सिवाय वहां पर नेशनल अकेडमी में बैठ के सिवाय जो है इन चीजों पर बातचीत हो रही होती कि यार किसको हटाना है किसको लाना है कौन से कोचेस सही है यार इसी सिस्टम को रखो जिस तरह से पहले के सीनियर प्लेयर जो है उस सर्किल में किसी प्लेयर को नहीं आने देते थे रि हैप प्रॉपर नहीं होता हम कौन सी प्लेयर निकालने की बात कर रहे हैं हमने कितने प्लेयर्स को जाया कर दिया रि हैब नहीं करवा सकते एहसान उल्ला को सवाद भेज दिया कि वहीं चले जाओ वहीं करते रहो अपना रिप मुझे यह बताइए देखें रिहैब उन प्लेयर्स का इंपॉर्टेंट होता है ना जो टॉप मोस्ट मतलब वर्ल्ड क्लास हो रहे होते हैं उनकी रिबिन पर ज्यादा जोर दिया जाता है जिन्हें यह पता होता है कि यार ये हमारा नाम जो है वो हमारे नाम के बराबर आ सकते हैं या ये चीजें होती है उन प्लेयर को तो ये साइडलाइन वैसे ही कर देते हैं ये आप दो तीन सीज में आप फ्लॉप हो या चार इनिंग में फ्लॉप हो आपको पता लग जाएगा आपका क्या स्टैंडर्ड ऑफ क्रिकेट है या स्टैंडर्ड ऑफ लाइफ आपकी है या आप किस तरह से इनके अंदर जो है मैच करते हो कि नहीं करते हो एक चीज नहीं है सवेरा इन चीजों को आप देखें मुझे बताइए ना मैंने जो आप से क्वेश्चन किया कि नेशनल अकेडमी में क्या क्या चीजें हो रही है कोई एक प्लेयर का बता दें एहसान उल्ला को इन्होंने तबाह कर दिया ठीक है मोहम्मद अली मैं मैं समझता हूं कि मैं ये अल्फाज बोलने नहीं चाहिए जिस तरह से उसने बॉलिंग की वो इस तरह का बल बॉलर नहीं है वो समझ ले एक एक स्पेल के बॉलर हैं ये जि खुर्रम शहजाद को देख ले लग रहा था कि एक कांग प बॉलिंग कर रहे हैं सिर्फ एक सेशन के बाद उनसे बॉल नहीं हुआ ना नाहिद राना को देखें आप देखि इस विकेट पर आसिफ भी जानते हैं काफी कवर किया आपने भी किया मैं भी इस विकेट पर बहुत खेला हूं ठीक है यह विकेट जो है आप जो कहते है ना विकेट बनाने वाले मैं कहता हूं जितना अच्छा विकेट ये बनाया है ना ऑस्ट्रेलियन क्यूरेटर ने ब्रेक भी हो रहा है सीम भी हो रहा है स्विंग भी हो रहा है तो और क्या चाहिए आपको टेस्ट क्रिकेट का हसन क्या है लेकिन आपके ना प्लेयर्स की फिटनेस है वो ठीक है ना आपके प्लेयर्स के माइंडसेट है कि हम टेस्ट क्रिकेट को जो है फर्स्ट प्रेफर करें इनका काम है इन्होंने सिर्फ अपनी अपनी फिटनेसे बचा के रखी हुई है शॉर्ट फॉर्मेट के लिए नाहिद राना फुल जोर लगाया उसने 150 149 समथिंग की स्पीड से उसने बॉल किया तो वो नजर आया ना देखिए हमें हारने पे वो नहीं है लेकिन आपका हारने का तरीका सही नहीं है बिल्कुल कि आप लड़ के तो हारो ना कम से कम अगर यह बारिश ना होती या कुछ नहीं होता तो ढाई दिन में तो ये मैच खत्म हो गया था बांग्लादेश ने तो इतनी जल्दी इनको रैप अप किया इनको समझ में भी नहीं आई इनको इनका क्या ये स्टैंडर्ड था क्रिकेट का हमेशा आप अपनी फास्ट बॉलिंग पे आप नास करते थे आप फास्ट बॉलिंग आपकी स्ट्रेंथ हुआ करती थी कि मोहम्मद अली या खुर्रम शहजाद इनको देखें आपने अब्बास को साइड लाइन कर दिया कि जी वो एंड हो गया 800 विकेट्स हो गई उसकी इंटरनेशनल कैरियर और डोमेस्टिक कैरियर मिला के तो मतलब 800 विकेट्स लेने वाला क्या वो कंसीडरेशन में नहीं आता क्या अब आप जो है अब यहां पे आपकी परफॉर्मेंस खराब हुई अब आप फिर पीछे जो है वो अपने सीनियर प्लेयर को जिनको आपने बिल्कुल साइडलाइन किया अब उनको ले आएंगे फिर वही रिजल्ट आएंगे क्यों अगली सीरीज आपकी इंग्लैंड से है तो आपको इन सबको बिठाना पड़ेगा इनको क्या कहते हैं बिठाए और इनसे बात की की जाए और सबसे बड़ी चीज जो आप हाईली पेड करें ठीक है आप इनको पे करें ए बी सी कैटेगरी में लेकिन इनके स्टैंडर्ड ऑफ क्रिकेट तो देखें जब आपके क्रिकेट में पैसा कहां से आता है जब आपके पास वर्ल्ड क्लास प्लेयर होते हैं ठीक है अब आपके पास कुछ है नहीं एक बाबर आजम ले दे के था या शाहीन अफरीदी रिजवान चल रहे थे अब उनकी परफॉर्मेंस डिक्लाइन की तरफ है कौन पैसा लगाएगा आपको पता है कि टेलीविजन राइट्स या जितने भी मीडिया राइट्स वगैरह जो गए हैं क्रिकेट बोर्ड ने कितने की जो है बिट वो करवाई थी 20 प 21.7 समथिंग की और आपकी मिली कितनी है से 7 पर की तो आप मुझे ये बता दें आपको अब आने वाली जो है आने वाले वक्त में मुझे लगता है आईसीसी भी आपके ऊपर से हाथ उठा लेगा ओबवियसली देखि देखि परफॉर्मेंसेस नहीं होंगी तो जाहिर सी बात है कोई भी चैरिटी नहीं कर रहा यहां पे ना स्पन सर्स आएंगे ना इन्वेस्ट किया जाएगा आसिफ कमिंग टुवर्ड्स यू हम लोग लड़कों की फिटनेस की बात करते हैं शान मसूद ने भी यही बात की कि फाइव डे की फिटनेस किसी प्लेयर के पास नहीं है शान मसूद ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में मजरत मांगी सबसे सबसे अपोलोजि किया उसके साथ-साथ उन्होंने ये भी कहा और ये बात बिल्कुल मैं इस बात से अग्री करती हूं कि चैलेंजिंग कंडीशंस एटलीस्ट हमें एक फर्क जरूर देखा कि टोनी हेमिंग के आने से हमें चैलेंजिंग कंडीशंस दिखी हमें वो हाईवेज बने हुए नहीं दिखे कि हमारे बैटर्स अपने ही बबल में रहे और सेंचुरी पे सेंचुरी लगाएं और बाहर जाके एक्सपोज हो जाए बट आसिफ फिर फ मुझे एकदम से यह ख्याल आता है इतने कोचेस बदले इतनी मैनेजमेंट बदली ना बदला तो क्लिफ डीकन नहीं बदले द टीम फिजियो एंड ट्रेनर क्लिफ डीकन को कोई हाथ नहीं लगाने वाला वो ही इज देयर और उनके रहते हुए हमारे कितने लड़के अनफिट हुए कितने लड़कों की फिटनेस का क्या ख्याल रखा हाउ इन द वर्ल्ड इज ही क्लीयरिंग दज बॉयज टू प्ले फर्द जब वो फिट नहीं है इस फॉर्मेट के लिए क्या उनके ऊपर कहीं किसी किस्म की अकाउंटेबिलिटी होगी यही तो बात हो रही है अकाउंटेबिलिटी सही लोगों की सही तरह से होनी चाहिए आप पूछे ना क्रिकेट बोर्ड में कौन जिम्मेदार है जो डोमेस्टिक के इंचार्ज हैं डोमेस्टिक क्रिकेट के इंचार्ज है नियाजी साहब अभी आए हैं ज्यादा अरसा नहीं हुआ लेकिन ये उनके डोमेन में शायद ये बात आती है या नदीम खान गो के डायरेक्टली इवॉल्व नहीं है डोमेस्टिक में लेकिन वो अभी जो टीम बन रही है चैंपियंस कप की उसके अंदर वो इवॉल्व में नजर आते हैं तो यह पूछे ना सवाल यह सवाल पूछे ना चेयरमैन क्रिकेट बोर्ड आके कहते हैं सर्जरी होगी सर्जरी क्यों करेंगे आप भाई आप कैसे सर्जरी कर सकते हैं मतलब आपके पास एक तो आपने वजारे दाखला का भी चार्ज लिया हुआ है आप चेयरमैन क्रिकेट बोर्ड भी हैं इतनी भारी दो जिम्मेदारियां आप चला रहे हैं पहला सवाल तो आपसे होना चाहिए कि आप सर एक एक जिम्मेदारी को तो ईमानदारी से अदा अदा कर पाएंगे आप इतनी भारी जिम्मेदारियां दो लेके चल रहे हैं चले ये ठीक है बात लेकिन जो जो आपकी क्रिकेट के साथ पिछले दो सालों में हुआ है मतलब वहाब रियाज साहब होल एंड होल होल मतलब ही वाज द इंचार्ज ऑफ द टीम इन इन द वर्ल्ड कप वो गो के वो सीनियर मैनेजर थे लेकिन वो इंचार्ज थे तो वो आ गए उसके बाद उनको मॉरिशस भेज दिया गया मतलब कोई अकाउंटेबिलिटी नहीं है कोई पूछने वाला नहीं है उससे पहले गैरी कसन साहब की रिपोर्ट में क्या लिख कर दिया उसने वो बताइए ना हमें कि क्या उसकी रिपोर्ट में आया था वर्ल्ड कप के बाद जिसकी बेस पर आपने इतने इतने एक्शन लिए हैं तो ये सिर्फ प्लेयर्स तो कसूरवार हैं आपने जो बात की प्लेयर्स का तो कसूर है बिल्कुल है लेकिन जो इनको चलाने वाले हैं वो जिस तरह की मवरंगलांग याद होगा उसने कहा था पाकिस्तान की पार्लियामेंट में इतनी सियासत नहीं होती जितनी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में होती इसी वकार यस ने कहा था ना 201415 में वकार यून साहब जब छोड़ कर गए थे तो भाई वकार आप आए हैं तो अब सब मुझे लगता है ठीक हो गया तो सवालात करने होंगे ना इन लोगों से सब लोगों से जो पॉइंट अपॉइंटमेंट करने वा वाले लोग हैं क्या वह सही लोग लगाते हैं अब देखिए क्रिकेट बोर्ड के अंदर क्या वहाब रियास से मेरा कोई इख्तिलाफ नहीं है लेकिन क्या वहाब से बड़े कोच नहीं हैं पाकिस्तान के सिस्टम में जो मोरिसस जाकर शाहिद असलम के साथ वो जो ट्रेनिंग ली थी दो दिन की उसमें वो जाए