नमस्कार दोस्तों 1 फरवरी 2003 का दिन इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज है नासा का कोलंबिया स्पेस शटल जो एक सफल मिशन के बाद पृथ्वी पर लौट रहा था अचानक हवा में बिखर गया इस हादसे में सात बहादुर अंतरिक्ष यात्रियों की जान चली गई जिनमें से एक थी कल्पना चावला आखिर क्या हुआ था उस दिन क्या था इस घटना के पीछे का रहस्य आज हम इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे दोस्तों कोलंबिया स्पेस टल नासा के स्पेस शटल प्रोग्राम का पहला स्पेसक्राफ्ट था इसका निर्माण 1970 के दशक में किया गया था और इसने 1981 में अपनी पहली उड़ान भरी थी कोलंबिया स्पेस शटल ने कई सफल मिशन को अंजाम दिया था लेकिन इसका आखिरी मिशन सबसे ज्यादा चर्चा में रहा 16 जनवरी 2003 को कोलंबिया ने एसटीएस 107 मिशन के तहत उड़ान भरी इस मिशन का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक प्रयोग और अंतरिक्ष में शोध करना था इसमें अंतरिक्ष यात्रियों की टीम ने विभिन्न प्रयोग किए जो पृथ्वी और मानव जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण थे कोलंबिया के लॉन्च के दौरान ही एक बड़ी समस्या सामने आई लॉन्च के 82 सेकंड बाद स्पेस शटल के बाहरी टैंक से एक इंसुलेशन फोम का टुकड़ा टूटकर स्पेस शटल के बाएं पंख से टकरा गया इस घटना को उस समय नासा के अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया लेकिन यह बाद में विनाशकारी साबित हुआ मिशन के दौरान क्रू मेंबर्स ने अपने प्रयोगों को अंजाम दिया लेकिन उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उनके स्पेस शटल की बाहरी सतह पर एक गंभीर नुकसान हो चुका है सभी काम सुचारू रूप से चल रहे थे और पूरी दुनिया उनकी सफलताओं की तारीफ कर रही थी जब कोलंबिया पृथ्वी पर लौट रहा था तभी उसके बाएं पंख में बने छेद के का कारण उसमें गर्म गैसें प्रवेश करने लगी इससे शटल का तापमान तेजी से बढ़ा और वह बिखर गया और शटल के सभी टुकड़े टेक्सास और लुसियाना में फैल गए हादसे के तुरंत बाद नासा और अमेरिकी सरकार ने इस पर गहरी चिंता जताई राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और इसे अमेरिका के लिए एक काला दिन कहा पूरा विश्व इस हादसे से स्तब्ध था नासा और अन्य एजेंसियों ने कोलंबिया के टुकड़ों को इकट्ठा करने के लिए बड़े पैमाने पर खोज और पुनर्प्राप्ति अभियान चलाया कई महत्त्वपूर्ण टुकड़ों को बरामद किया गया जो हादसे के कारणों की जांच के लिए महत्त्वपूर्ण थे कोलंबिया हादसे की जांच के लिए नासा ने एक स्वतंत्र जांच समिति गठित की जिसे कोलंबिया एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन बोर्ड कहा गया इस समिति ने हादसे के हर पहलू की गहनता से जांच की जांच में यह पाया गया कि लॉन्च के दौरान शटल के बा बाहरी टैंक से टूटा फोम का टुकड़ा बाएं पंख से टकराया था जिससे पंख में छेद हो गया था यह छेद स्पेस शटल के पृथ्वी पर लौटने के दौरान दुर्घटना का मुख्य कारण बना हादसे की मुख्य वजह ना केवल तकनीकी खराबी थी बल्कि नासा के भीतर कुछ प्रबंधन की गलतियां भी थी फोम के टकराने की घटना को गंभीरता से नहीं लिया गया और नासा के अधिकारियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया इस हादसे के पीछे कई वादित सिद्धांत भी सामने आए कुछ लोगों का मानना था कि इस हादसे के पीछे कोई गुप्त एजेंडा हो सकता है जबकि कुछ अन्य ने इसे नासा की लापरवाही का नतीजा माना कुछ लोगों ने तो यह भी दावा किया कि यह हादसा एक बाहरी शक्ति या एलियन के कारण हुआ इस हादसे ने नासा को अपनी नीतियों और प्रक्रियाओं को पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया इसके बाद नासा ने अपने स्पेस शटल प्रोग्राम में कई सुधार किए और भविष्य के मिशन में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई इस हादसे में भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला भी शामिल थी उनकी मौत ने भारत और पूरे विश्व को गहरे सदमे में डाल दिया लेकिन उन्होंने अंतरिक्ष विज्ञान में जो योगदान दिया उसे हमेशा याद किया जाएगा यह घटना ना केवल नासा के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी सीख थी इस हादसे ने अंतरिक्ष अभियानों में सुरक्षा के महत्त्व को उजागर किया और इसके बाद कई सुधार किए गए लेकिन इस हादसे के पीछे के कारण और इसके बाद की घटनाएं आज भी एक रहस्य बनी हुई हैं तो दोस्तों उम्मीद है कि आपको आज की यह जानकारी पूर्ण वीडियो पसंद आई होगी अगर आप और भी ऐसे रहस्यमय और ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना ना भूलें धन्यवाद