Germany Government ने Mohammad Hadi Mofatteh को दिया अल्टीमेटम, जानें क्यों? | Germany News

जर्मन गवर्नमेंट ने हाल ही में एक इस्लामिक संगठन के 53 ठिकानों पर छापेमारी की थी इसके बाद बड़ा खुलासा हुआ था सरकार ने चार मस्जिदों को सील कर दिया था और इस संगठन पर भी बैन लगा दिया था इसके बाद अब एक बार फिर से जरमनी की सरकार ने बड़ा फैसला लि है यह फैसला है आई जड एच यानी कि इस्लामिक सेंटर हैंबर्ग जिसे हाल ही में जर्मनी ने बैन किया था उसके ईरानी प्रमुख प्रमुख मोहम्मद हादी महाते को देश छोड़ने को कहा है महाते से कहा गया है कि उन्हें जर्मनी से निष्कासित किया जा रहा है और उनके पास देश छोड़ने के लिए सिर्फ दो हफ्ते का समय है हादी मुफत जर्मनी में आई जड एच के प्रमुख के तौर पर ईरान के सर्व नेता अयातुल्ला अली खानी के अधिकारी डिप्टी थे पिछले महीने ही जर्मनी ने कट्टरपंथ इस्लामिक विचारधारा को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए आई जड एच को बैन कर दिया था तो चलिए अब जान लेते हैं कि आखिर कौन है मोहम्मद हादी मोफा देही दरअसल मफा देह का जन्म 1966 में ईरान के कोम में हुआ था उन्होंने तेहरान से अपनी प्राथमिक शिक्षा ली इसके बाद 1984 में मैथमेटिक्स में डिप्लोमा हासिल किया उन्होंने 12 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था उनके पिता तेहरान यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और इस्लामिक स्कॉलर थे उनके पिता धर्म में किसी भी तरह के अतिवाद के खिलाफ थे जिन्हें एक चरमपंथी समूह ने मार डाला मफते 2008 से कौम विश्वविद्यालय में फैकल्टी के सदस्य हैं उन्हें एसोसिएट प्रोफेसर का दर्जा प्राप्त है मोहम्मद हादी 2018 से इस्लामिक सेंटर हैमबर्ग यानी कि आईएच के 10वें इमाम और निदेशक के तौर पर काम कर रहे हैं उन्होंने नेशनल मारफ रेडियो ब्रॉडकास्टिंग नेटवर्क की भी की स्थापना की है जर्मनी में इस्लामिक सेंटर हैमबर्ग पर बैन लगाने के मांग काफी पहले से ही की जा रही थी जुलाई में इससे जुड़े 53 ठिकानों पर रेट के बाद जर्मन सरकार ने आईएच पर बैन लगाने का फैसला किया था वहीं संगठन से जुड़ी चार बड़ी मस्जिदों को भी सील कर दिया था जिसमें विश्व प्रसिद्ध ब्लू मॉस्क भी शामिल है जर्मनी के गृह मंत्रालय के मुताबिक ईरान से आए प्रवासियों ने 1953 में आईएच की स्थापना की थी इस संस्था पर ईरानी सरकार की विचारधारा को बढ़ावा देने और जर्मनी में इस्लाम क्रांति की कोशिश का आरोप है जर्मनी के आंतरिक मंत्रालय ने मोहम्मद हादी मफा को 14 दिनों के अंदर जर्मनी छोड़ने का आदेश दिया है यहां तक कि उन पर दोबारा जर्मनी में एंट्री करने या कोई भी समय बिताने से भी मना किया गया है अगर वह इन आदेशों का पालन नहीं करते हैं तो उन्हें 3 साल तक की जेल की सजा भी हो सकती है तो फिलहाल इसको लेकर आप क्या सोचते हैं आपकी क्या राय है आप अपनी राय हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा वीडियो पसंद आए तो वीडियो को लाइक और शेयर करना ना भूलें साथ ही हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर लें बेल आइकन को प्रेस कर लें ताकि हर एक अपडेट सबसे पहले आप तक पहुंच सके धन्यवाद न्यूज़ नेशन अब [संगीत]

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