आंखों की है ये ख्वाहिश के चेहरे से तेरे ना हटे नींदों में मेरी बस तेरे फाबू ने ली है करवट कि तेरी ओर मुझको लेके चले ये दुनिया दुनिया भर के सब रास्ते मैं तुझको कितना चाहती हूं यह तू कभी सोच ना आ सके कि तेरे लिए दुनिया छोड़ दी है कि तुझ पे ही सांस आके रुके मैं तुझको कितना चाहती हूं यह तू कभी सोच ना सके