हेलो पेट पेरेंट्स यहां पर आप देख सकते हो यह जो लेब्राडोर है जिसे फायर क्रैकर के लिए हमने ट्रेन किया है जिसके अंदर जभी भी फटा के फटते हैं तो वो घबराता नहीं है वो भी कम्युनिकेशन के बेसिस के ऊपर और साइकोलॉजी के ऊपर क्योंकि अगर हम अपने डॉग को ट्रीट या फिर किसी टॉय से डिस्ट्रक्ट करके ट्रेन करते हैं तो उसका माइनस पॉइंट ये होता है कि जितनी भी बार अभी दोदो घंटे तक अगर दिवाली के टाइम पे वो फटा के फटते रहेंगे तो या क्या पूरा दो घंटे तक ट्रीट्स लेते रहेगा खाना खाते रहेगा क्या अपने पास से या फिर टॉय से खेलते रहेगा नहीं हो सकता वो चीज अगर आपका डॉग क्या दो दो घंटे तक उसको खाना खाते टाइम पर अगर आप फटा के बजा के उसको ट्रेन कर रहे हो तो वो क्या दो घंटे तक खाना खाएगा क्या दिवाली के टाइम पे नहीं वो कितना खाएगा खा खा के तो व वो टाइम प उसको थोड़ी देर बाद वापस वो घबराने ही लगेगा फिर इसमें वो वोमेट भी करेगा तकलीफ होगी एंजाइटी इशू होगी तो उसे रियल लाइफ को कैसे एक्सेप्ट करना है रियलिटी में ह्यूमन वर्ल्ड क्या है उसे वो उसे समझाया है जिसके वजह से वो घबराता नहीं है