Imran Khan Running To Be Oxford Chancellor | Madd e Muqabil | Neo TV | JE2H

मुर्तजा अली शाह साहब बहुत शुक्रिया आपने हमारे लिए वक्त निकाला जिस मैंने इंट्रो में काम बात करेंगे बानी पीटीआई का ऑक्सफ यूनिवर्सिटी चांसलर का जो इंतखाब लड़ने का मामले इससे रिलेटेड एक कंट्रोवर्सी खड़ी हो गई है सर बताइएगा क्या कंट्रोवर्सी है ये कंट्रोवर्सी जो इस वक्त तो मेनली यही है कि सबसे पहले तो जो पीटीआई के लोग है उन्होंने इमरान खान साहब का जो बा पीटीआई का जब ये अनाउंस हुआ कि जो करंट चांसलर है वो रिटायर हो रहे हैं और ये कि उनकी जगह पर एक न जो वाइस चांसलर के लिए पोजिशनिंग होनी है उनकी इलेक्शन होना तो उसम उन्होने कहा किक क्राइटेरिया य था कि कोई भी जो एक्स ग्रेजुएट है जो पीटीआई के बानी है वो अप्लाई कर सकता है इस वक्त ई लाख जो एक्स ग्रेजुएट जिनम से कोई भी अप्लाई कर सकता है तो इसको थोड़ा सा पीटीआई वालोने हाइ ज्यादा दे दी और फिर कनूस इसको हाइ द जिसके बाद हुआ ये है किक स्टोरी बड़ी ड्रग कर गई जैसे की जम में होता है उनके जो फ ने उनको भी एक मौका मिल गया तो उन्होंने देखा कि ये अब एक मजाक बन रहा है खेल बन रहा है तो उन्होंने भी अब एक कैंपेन शुरू कर दी एक जो पिटीशन है जो ऑनलाइन शुरू हुई ्र से शुरू हुई और फिर उसको उठाकर लोगों ने कक नीचे वो ईमेल एड्रेस भी दिया हुआ था चांसलर का सबने वहां पर ईमेल करना शुरू कर दी और फिर मुझे आज से तकरीबन पाच दिन पहले यूनिवर्सिटी के अंदर ही वहां पर एक जो जो चांसलर के जो मामलात उनसे रिलेटेड एक प्रोफेसर है उन्होंने मुझे सबसे पहले ये शेयर की थी प्लस उन्होंने ये बताया कि जो उनको और भी इस हवाले से ईमेल भी आ रही है और लेटर्स भी आ रहे हैं फिर हमारे एक रिपोर्टर है यहां पर द न्यूज और जिओ के सहीद मज साहब उन्होंने इस पर काम किया यूनिवर्सिटी से राबता किया मुख्तलिफ जो लोग जिन्होंने ये पिटीशन कर रहे हैं उनसे राबता किया और पता ये चला कि अब तक यूनिवर्सिटी को दर्जनों के हिसाब से उनको ईमेल्स भी गई है जो इमरान जो पीटीआई के बानी है उनके मुखालफत में और उसी तरह उनको एक नया सिलसिला पहले ये शुरू हुआ कि यूनिवर्सिटी को पीटीआई की जो हमायत थ की तरफ से ईमेल जा रही थी कि आपका अगर तो पीटीआई के बानी अगर बन जाते हैं तो यूनिवर्सिटी की प्रेस्टीज में इजाफा होगा पहले हमायत की ईमेल जा रही थी अब मुखालफत और हमायत दोनों जा रही है तो यूनिवर्सिटी की ऑफ ऑक्सफोर्ड के लिए फ्रैंकली ये जो अदर वाइज एक बड़ा स्मूथ और जो सीमलेस एक प्रोसेस था वो एक पूरा उनके लिए भी एक ड्रामा बन गया है कि वो अपने एक्चुअली जो मामलात है उनसे हटके पूरा दिन लिटरली कल एक यूनिवर्सिटी के सोर्स बता रहे थे कि मतलब रोजाना फोन कॉल भी आ रही है और लोग कोई हमा मायती कह रहे हैं कि बड़ा अच्छा होगा आपने पीछे नहीं हटना खान साहब को आप बनाए चांसलर और बाज कह रहे हैं कि नहीं बनना चाहिए तो यूनिवर्सिटी के लिए तो ये बिल्कुल पाकिस्तान की सियासत में तो जो चल रहा है वो चल रहा है ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के लिए फ्रेंकली इस वक्त एक ये बहुत बड़ा एडिक बन चुका है और उस हवाले से ऑक्सफोर्ड ने एक लिस्ट उन्होने बाकायदा तौर पर एक अपडेट भी किया अपनी वेबसाइट पर जिसमें उन्होंने बड़ा आसान अल्फाज में उन्होंने समझाया कि यूनिवर्सिटी का क्राइटेरिया क्या है क्या क्या होना है किन कैडेट्स को इलेक्शन उहे ये पहले वेबसाइट पर मौजूद नहीं थे वजह यही हुई कि यूनिवर्सिटी को लिटरली जो है वो बट कर दिया गया है जो ईमेल से फोन कॉल से और वो सारी इसी हवाले से कंट्रोवर्सी है कि क्या बानी पीटीआई वो चांसलर बनेंगे यूनिवर्सिटी के या नहीं अच्छा मुर्जा जिस तर आपने कहा कि उन्होंने बकायदा उनको करना पड़ गया कि वो पूरी अपनी वेबसाइट के ऊपर इसका क्राइटेरिया एक्सप्लेन करें थोड़ा सा हमें बताइएगा क्या क्राइटेरिया होता है और ये जो ईमेल्स आई है मुखालफत में इसका इंपैक्ट होगा उस क्राइटेरिया के ऊपर देख क्राइटेरिया प तो उसका नहीं होगा लेकिन देखिए यूनिवर्सिटी को इस हवाले से एक प्रेशर तो जरूर है पहला प्रेशर तो क्रिएट किया पीटीआई ने और जो वहां से कसर रह गई थी व पीटीआई की जो मुखालिफ है वो कर रहे है देखिए यूनिवर्सिटी का एक अपना एक तरीका का है वो एक सेरेमोनियल एक पोस्ट है वहां प देखें चांसलर और वाइस चांसलर उसका बहुत ही लिमिटेड रोल है जिस तरह बतानिया में बादशाह है ना उसका बहुत बड़ा लगता है लेकिन ऑलमोस्ट जीरो रोल है उसका उनका यहां पर अदर दन के सेरेमनी अटेंड करने के फंड रेजिंग के रोल कुछ नहीं है लेकिन एक नाम चक बड़ा होता है प्रेस्टीज है इसके साथ अटैच तो यूनिवर्सिटी को एक प्रेशर तो जरूर है कि देखि आपको बाकी मामलात छोड़ के आपको रोजाना इतनी लो कले आ रही है पता नहीं आगे आप देखिएगा आने वाले दिनों में ल डाउन तो पाकिस्तानी किसी को नहीं कर आप देखिएगा यूनिवर्सिटी के बाहर अब हमायत मुखालफत में नारे भी लगेंगे व मुजरे भी होंगे वो शुक्र है इस वक्त छुट्टिया चल रही है वो अभी डेढ़ महीने का टाइम अभी बाकी है इस इलेक्शन में तो यूनिवर्सिटी को उस हवाले से प्रेशर तो जरूर फील होगा लेकिन जो क्राइटेरिया यूनिवर्सिटी का वो बहुत क्लियर है जो बानी पीटीआई है क्या वो उसके लिए दो बातें अभी उन्होंने सिर्फ अप्लाई किया वो उनका फाइनल जो यूनिवर्सिटी की तरफ से जो अप्रूव लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स है वो आज से तकरीबन चार हफ्तों के बाद लगेगी तकरीबन पांच हफ्तों के बाद ये यूनिवर्सिटी ने कल कंफर्म किया कि अर्ली जो अक्टूबर में वो आएगी तो उन्होंने जो अप्लाई की है उस हद तक बिल्कुल उनका है उन्होंने मुझे पता है कि यहां पर जुल्फी बुखारी के जरिए उन्होने यहां पर एक लॉ फर्म भी हायर की हुई है जिसने कम्युनिकेशन की है उनको पूरा बताया है कि मतलब तकरीबन 24 से ज्यादा पेजस का खत यूनिवर्सिटी को अलफ बखारी ने बवाया है कि क्यों उनको यूनिवर्सिटी की इस पोजीशन पर जाना चाहिए वो बाकायदा एक लॉ फर्म के जरिए ये काम कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि अगर आपको कोई ऑब्जेक्शन हो आप हमसे राबता करें हम आपके जो वो जो कंसन है उनको एड्रेस करेंगे क्राइटेरिया में देखें नंबर वन इस वक्त तक जो है वो बानी पीटीआई वो पूरे कर रहे हैं वो यूनिवर्सिटी के एक्स ग्रेजुएट है और उसमें जो लोग वोटिंग थोड़ी सी मैं आपको तफसील में बता दूं कि ये पहली बार ऐसे हो रहा है कि यूनिवर्सिटी ने अपने कवानी तब्दील किए उन्होंने अब ये क्राइटेरिया बनाया है कि जो जो भी यूनिवर्सिटी का एक्स ग्रेजुएट रहा जो इस वक्त जो कांग्रेगेशन जो है तकरीबन ढाई लाख लोगों का है कि ढाई लाख लोग इससे पहले जो ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के एक्स ग्रेड जिन्ह कहते हैं उनमें कोई भी बंदा ऑनलाइन वोटिंग कर सकता है सो इस ये इलेक्शन इस हवाले से यूनिक है क्यों मलेशिया में बैठकर सऊदी अरब का भी अगर कोई एक्स ग्रेजुएट है अगर उसका इंटरेस्ट है और उससे रजिस्टर करवाया अपने आप को वोट करने के लिए ये भी एक क्राइटेरिया कि आप ऐसे ही नहीं कि रैंडम उठा के वोट कर द आपको पहले रजिस्टर कराना पड़ेगा कि हां मैं मेरा ये है ये क्रेडेंशियल और मैं वोट करना चाहता ह देन यू कैन वोट तो वो ऑनलाइन वोटिंग होगी और जो सिर्फ यूनिवर्सिटी के जो कांग्रेगेशन के लोग हैं वो वोट कर सकेंगे लेकिन एक ये भी क्राइटेरिया है कि जो करंट किसी भी लेजिसलेटिव असेंबली के अगर कोई मेंबर हो वोट वो वोट नहीं कर सकता अगर कोई रनिंग में भी है वो भी वोट नहीं कर सकता इस हवाले से भी खान साहब वहां पर उस क्राइटेरिया पे आ रहे हैं कि वो इस वक्त पाकिस्तान की लेजिसलेटिव असेंबली की किसी के मेंबर भी नहीं है तो यहां तक तो बात ठीक है लेकिन अभी जो फाइनल यूनिवर्सिटी ने मुख्तलिफ चीजों को देखकर करना है और ये एक जरूर है कि इस वक्त जो बानी पीटीया है उनकी उनको कन्न तो हुई हुई है लेकिन इस वक्त उनकी एक्चुअल जो स्टेटस है वो सस्पेंडेड है इफ आईम नॉट रंग तो वो कोर्ट से उनको सस्पेंड किया हुआ है ये चीज भी उनके फेवर में जा रही है एक और प्रॉब्लम ये है कि अगर बिटवीन नाउ और अगले एक महीने में अगर उनका जो 190 मिलियन एनसीए का जो केस है उसमें अगर खुदान उनको सजा हो जाती है तो देन देर इज अ प्रॉब्लम इसलिए कि वो देख ना यूनिवर्सिटी ने उस वक्त दिया कि जब वो फाइनल कर रहे हैं तो उस वक्त वहां पर जो क्या उस वक्त उनका स्टेटस है दैट इज अनदर मैटर बट इस वक्त तक तो ये है लेकिन यूनिवर्सिटी ये क्लियर कर रही है कि हम फर्स्ट वीक ऑ अक्टूबर में फाइनल लिस्ट अनाउंस करेंगे और फाइनल लिस्ट में इस वक्त तक दर्जनों के हिसाब से एप्लीकेशन आ चुकी है एक और पाकिस्तानी है जिन्होंने मुझसे राबता किया था पिछले हफ्ते में वो एक बार है पब है वहां पर काम करते हैं वो कहते हैं कि मैं मैंने भी यूनिवर्सिटी से पढ़ा हुआ है और मैं डिजर्व करता हूं कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को जो मैं लीड करूं तो उस हवाले से यहां पर कोई म्यूजिशियन है कोई गिटारिस्ट है जो भी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गया बेहिसाब लोग अभी अप्लाई करेंगे ये फिर फाइनल होना है कि कौन-कौन से लोग हैं जो फाइनल जो लिस्ट होगी और दर्जनों के हिसाब से लिस्ट होगी उस लिस्ट में से तकरीबन पांच ऐसे लोग हैं जो लगता है कि अगर वो फाइनल हो गई तो वो प्रॉमिनेंट होंगे जो टॉप फाइव है उनमें ओबवियसली जो बानी पीठिया है उनका एक अपना यहां पर क्रिकेट के हवाले से बाकी जो उनके यहां पर सोशल लाइफ एक बड़ा उनका सेलिब्रिटी स्टेटस है तो पांच मोस्ट प्रॉमिनेंट लोग होंगे उसमें डेफिनेटली अगर वो हो जाते हैं तो उनका नाम होगा और वही लोग है जिनके ग सारा इंतखाब होना है जी

Share your thoughts