AI Generated Jesus image from Shroud of Turin | ट्यूरिन की कफन के आधार पर AI ने यीशु की तस्वीर बनाई

एआई ने टूरेन के कफन के आधार पर यीशु की एक काल्पनिक तस्वीर बनाई है यह तस्वीर सोशल मीडिया पर पूरी तरह से वायरल हो चुकी [संगीत] है इटली के टूरिंग शहर के एक चैपल में रखा टूरिंग का कफन एक ऐसा अवशेष जिसे कई लोग यीशु का दफन वस्त्र मानते हैं टूरिंग का कफन लंबे समय से कई ईसाइयों द्वारा सबसे पवित्र अवशेषों में से एक के रूप में माना जाता है इस पर एक दाढ़ी वाले आदमी की धुंधली छाप बनी हुई है जिसे मसीही यीशु के चेहरे से जोड़ते [संगीत] हैं इस चित्र ने काफी रुचि और बहस को जन्म दिया है इटली के वैज्ञानिकों का दावा है कि यह कफन लगभग 2000 वर्ष पुराना है जो कि यीशु के जीवन काल के समय का है एक्सरे डेटिंग के टेक्निकल अध्ययनों से पता चलता है कि कफन का कपड़ा वास्तव में यीशु के समय का ही बना हुआ है इससे पहले ब्रिटिश फॉरेंसिक साइंटिस्ट और इजराइली आर्कियोलॉजिस्ट ने डिजिटल स्केच बनाकर दावा किया था कि ईशू कुछ ऐसे दिखते थे आलोचकों का तर्क है कि एआई अक्सर अपने क्रिएटर्स के पूर्वाग्रहों को प्रतिबिंबित करता है इस कारण यीशु को एक अंग्रेज या पश्चिमी पुरुष के रूप में दिखाया गया है बाइबल विशेषज्ञों का कहना है कि यह चित्र परफेक्ट नहीं हो सकती है क्योंकि एआई चित्र बनाने के लिए वर्तमान डाटा पर निर्भर करता है तो तस्वीर चाहे जैसी भी हो लेकिन बाइबल हमें तस्वीर पूजा या मूर्ति पूजा करने से मना करती है क्योंकि परमेश्वर आत्मा है और अवश्य है कि उसकी आराधना करने वाले आत्मा और सच्चाई से आराधना करें योहन्ना 4 का 24 प्रियो इस संसार में हमें प्रभु यीशु के स्वरूप या तस्वीर को बनाने की चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि बाइबल हमें बताती है कि परमेश्वर ने हमें पहले से ठहराया है कि हम उसके पुत्र के स्वरूप में रूपांतरित हो रोमियो 8 का 29 प्रियो परमेश्वर का वचन इस संसार के खोज और आविष्कारों से अधिक मूल्यवान है अपने विचारों को कमेंट्स में लिखकर बताएं धन्यवाद कृपया इस वीडियो को लाइक और शेयर करें और इकूल को सब्सक्राइब करें

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