शुरू करते हैं दोस्तों आज की धमाकेदार पार्टनरशिप वाली न्यूज़ सीरीज पार्टनरशिप इसलिए क्योंकि भारत अब चिली के साथ ब्राजील अमेरिका रशिया सबके साथ पार्टनरशिप करके खतरनाक हथियार बिल्ड अप करता जा रहा है बढ़ते हैं पहली खबर की तरफ से जो ब्राजील के एयर चीफ मार्शल की तरफ से आ रही है हाल ही में इन्होंने कुछ ऐसा बयान दिया जिसे सुनकर भारत बहुत खुश हो गया आपको बता दें कि ब्राजील के पास एक बहुत ही बड़ी ए5 की पुरानी हो रखी फ्लीट है 2030 में इसको रिटायर कर दिया जाएगा हालांकि टायर करने से पहले इनको यह सारे एयरक्राफ्ट को रिप्लेस करने हैं विद लेटेस्ट फाइटर जट इसी बीच यहां पर ब्राजील के एयर चीफ मार्शल कहते हैं कि हम इंडिया के तेजस फाइटर जेट को एज अ पोटेंशियल रिप्लेसमेंट अपॉर्चुनिटी की निगाह से देखते हैं आपको बता दें कि करेंटली ब्राजीलियन एयरफोर्स में केवल दो टाइप के ही एयरक्राफ्ट है पहला तो इनका जो पुराना हो रखा है एफ और दूसरा है स्वीडन का गपन ई जो कि बहुत ही ज्यादा एडवांस है भारत के लिए एक सिग्निफिकेंट डेवलपमेंट माक करता है ब्राजील के द्वारा दिया गया यह स्टेट में क्योंकि तेजस mk1 के बाद अब हम ला रहे हैं हमारा mk2 फाइटर जट जो कि और भी ज्यादा एडवांस होने वाला है 2032 2033 के बीच में इसका प्रोडक्शन भी शुरू हो जाएगा जस्ट फॉर कंपैरिजन मैं आपको बता दूं करेंटली जो ब्रजल f5 जिसको रिप्लेस करना चाहता है इसकी कैरिंग क्षमता बस 11 टन की ही है और हमारा तेजस mk1a इसकी है 133.5 न तो काफी अच्छा रिप्लेसमेंट है हालांकि जो इनके पास गपन ई फाइटर जट है ना इसकी कैरिंग क्षमता है 16.5 टन की लेकिन इसको टक्कर दे देगा हमारा तेजस एमके 2 विथ 17.5 टंस मेकिंग इट मोर पावरफुल एंड कैपेबल फाइटर जेट्स अब ब्राजील यहां पर बहुत ही चालाकी से बारटेल डील करना चाहता है यह बेसिकली भारत को कह रहे हैं कि अगर हम आपके फाइट रिजेट खरीद रहे हैं ना तो आपको भी हमारे ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट हमारी कंपनी एंब्रेजर के ही खरीदने पड़ेंगे नो अमेरिका नो रशिया ब्राजील के आपको खरीदने पड़ेंगे सो अब देखने लायक होगा कि इंडियन डिफेंस सेक्टर कैसे रिएक्ट करता है पढ़ते हैं अगली खबर की तरफ से जो फ्रांस की तरफ से आ रही है आपको बता दें कि अमेरिका वैसे काफी लंबे टाइम से लगा हुआ था भारत को f35b जो कि नेवी वर्जन का स्टेल्थ फाइटर जेट है फिफ्थ जनरेशन का ये भारत को बेचने के लिए हालांकि इनके ये सारे प्लान अब क्रैश हो चुके हैं और अब हम फाइनली 26 रफेल एम फाइटर जेट जो कि नेवी को सौंपे जाएंगे यह प्रोक्योर करने जा रहे हैं इसी के साथ भारत पूरे दुनिया में दूसरा कंट्री बन जाएगा जस्ट आफ्टर फ्रांस ऐसे दमदार नेवी एयरक्राफ्ट को प्रोक्योर करने के लिए 0000 करोड़ की ये डील होगी 26 रफल एम कैरियर बेस्ड फाइटर जेट्स को प्रोक्योर करने की अब क्योंकि डिमांड इतनी ज्यादा है तो ल् कंपनी अपनी कमर कसरी है इनका करेंटली प्लान है कि हम हर महीने दो फाइटर जट मैन्युफैक्चर करेंगे 2025 के बाद हम अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी और तेजी से बढ़ा देंगे तीन फाइटर जट फिर एक महीने में मैन्युफैक्चर कर दिया जाएगा और तेजी से फिर भारत का यह 26 रफल m फाइटर जट का मैन्युफैक्चरिंग का सपना पूरा कर दिया जाएगा अब चिली के साथ भारत चाहता है कि दोनों मिलकर स्कॉर्पियन क्लास की सबमरीन बनाएं और इसी से हार है हमारी तीसरी खबर यहां पर चिली शिप बिल्डिंग प्रोग्राम को लॉन्च करना चाहता है लेकिन भारत ने कहा है कि आपको ज्यादा एक्सपर्टीज नहीं है तो हम आपको एक्सपर्टीज कैपेबिलिटी सारा कुछ प्रोवाइड करेंगे अगर हम कोलैबोरेशन कर ले तो आपको बता दें कि दोनों ही कंट्रीज चिली और इंडिया स्कॉर्पियन क्लास की स्पेन की सबमरींस को ऑपरेट करती है लेकिन भारत के पास बहुत ही ज्यादा एक्सपर्टीज एक्सपीरियंस आ चुका है मजगांव डॉक लिमिटेड ने तो कलवरी क्लास की सबमरींस पहले ही छह बना ली है और अब तो यह और तीन पर काम कर रहे हैं तो भला भारत से अच्छा पार्टनर इनको जल्दी कोई मिल नहीं सकता तो व दूसरी तरफ हम इनको तेजी से जो स्पेयर पार्ट्स है वो भी प्रोवाइड कर सकते हैं भारत के लिए सबसे बड़ा बेनिफिट यह है कि सबसे पहले तो हम चिली के साथ पार्टनरशिप कर लेंगे चिली बहुत ही स्ट्रेटेजिक लोकेशन में है पैसिफिक में लोकेटेड है सो यह भारत के लिए भी काफी स्ट्रेटेजिक लोकेशन है बढ़ते हैं अगली खबर की तरफ से अ अमिका की तरफ से आ रही है यहां पर अमेरिका के f414 इंजन की डील अब तेजी से क्लोज होती जा रही है लोकल मैन्युफैक्चरिंग पर अब बात शुरू हो चुकी है बता दें कि 99 f414 इंजंस भारत में मैन्युफैक्चर किए जाएंगे और इसकी न्यू प्रोडक्शन फैसिलिटी भी अब जल्द ही डाली जाएगी लेकिन साथ ही में इसके पैरेलल में भारत के तेजस फाइटर जेट्स भी मैन्युफैक्चर किए जाएंगे 2028 में यह पूरी फैसिलिटी बनकर तैयार हो जाएगी एक महीने में दो इंजंस एक साल में तो 24 इंजन मेड इन इंडिया यह सारे कुछ होंगे तो स्केल अप का भी अब तेजी से काम किया जा रहा है हमारी अगली खबर अडानी द्वारा बनाई गई रुद्रम m2 मिसाइल प्रोग्राम से आ रही है बहुत ही ज्यादा यह खतरनाक एंटी रेडिएशन मिसाइल इन्होंने बनाकर तैयार कर दी है एयर टू सरफेस मिसाइल है दैट मींस आसमान से किसी भी जमीनी टारगेट को हम मार गिरा सकते हैं इसका हाल ही में टेस्टिंग भी की गई ओड़ीशा के कोस्ट में और बहुत ही ज्यादा यह सक्सेसफुल सामने निकल कर आई डीआरडीओ ने खुद यहां पर क्लेम किया है अब तो इनफैक्ट उनकी पार्टनरशिप भी हो चुकी है डीआरडीओ के साथ ताकि डेवलपमेंट और प्रोडक्शन दोनों ही एक्सीलरेट किया जा सके रुद्रम टू मिसाइल सिस्टम का यह भारत की डिफेंस कैपेबिलिटी को तो बढ़ाएगी साथ ही में फॉरेन इंपोर्ट से हमको छुटकारा भी दिला देगी फाइनली हमारी आखिरी खबर आ रही है फिर से डीआरडीओ की तरफ से इन्होंने हाल ही में एक वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर जिसे वीएल एसआर सम मिसाइल कहा जाता है इसको हाल ही में टेस्ट किया आपको बता दें कि एक डमी टारगेट क्रिएट किया गया था जो कि एयरक्राफ्ट का काम कर रहा था इस ने 100% एक्यूरेसी से उसको डिस्ट्रॉय कर दिया इस मिसाइल को बनाया ही ऐसा गया है कि यह एयरक्राफ्ट से लेकर ड्रोन किसी भी एरियल टारगेट को न्यूट्रलाइज कर सकती है अब इसको नेवी में तेजी से डिप्लॉयड डिफेंस कैपेबिलिटी इससे बहुत ही ज्यादा स्ट्रांग हो जाएगी सो ये थी हमारी आज की न्यूज़ सीरीज आई होप कि आपको ये सीरीज पसंद आ रही हो और अगर हां तो प्लीज एक लाइक कर दीजिए ऐसे ही हमारे छोटे से इस काम को सपोर्ट करने के लिए ताकि हम आप तक ऐसी ही न्यू सीरीज हर दिन पहुचा सके [संगीत]