Russia ने ये क्या कर दिया ? भारत छोड़िये USA, NATO किसी को नहीं हो रहा विश्वास | Russia | USA | NATO

Published: Sep 03, 2024 Duration: 00:08:18 Category: Education

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रशिया का एक ऐसा सीक्रेट जो दुनिया से उसने अब तक छुपा कर रखा था अब सामने आ गया है एक सीक्रेट न्यूक्लियर मिसाइल जिसकी चर्चा आज हर जगह हो रही है अमेरिका से लेकर नेटो तक भारत से लेकर पूरी दुनिया तक हर जगह इस मिसाइल को लेकर हड़कंप मच चुका है पर आखिर यह मिसाइल है क्या और क्यों यह दुनिया के लिए इतना बड़ा थ्रेट खतरा बन चुकी है रूस के इस नई न्यूक्लियर मिसाइल के बारे में सब कुछ जानने के लिए बने रहिए इस वीडियो के अंत तक क्योंकि ये मामला सिर्फ रूस और अमेरिका का नहीं बल्कि पूरी दुनिया के फ्यूचर का है हाल ही में सैटेलाइट इमेजेस में कुछ ऐसा दिखा जिसने सबको चौका दिया मॉस्को से करीब 475 किमी उत्तर में नॉर्थ में एक जगह है जिसे लोगदा 20 या चेब सारा कहा जाता है ये रूस की जगह है यह जगह दिखने में नॉर्मल लगती है पर एक्सपर्ट ने इसे ध्यान से देखा तो पता चला कि यहां रूस के खतरनाक न्यूक्लियर मिसाइल की तैनाती हो रही थी यहां पर न्यूक्लियर वरड स्टोरेज फैसिलिटी के पास कुछ कंस्ट्रक्शन चल रहा था और यह कोई आम बिल्डिंग नहीं बल्कि एक खास मिसाइल के लिए तैयार किया जा रहा था यह मिसाइल है एए 730 बर वेनिक जिसे टो एसएससी एकना स्काई फॉल के नाम से जानता है जी हां दोस्तों स्काई फॉल जानते हैं गहराई से इस मिसाइल के बारे में बर वेसनिक एक क्रूज मिसाइल है जो न्यूक्लियर पावर से चलती है मतलब आपने अब तक ये सुना होगा कोई न्यूक्लियर कैपेबल मिसाइल है यानी कि जो न्यूक्लियर पेलोड लेकर जाती है लेकिन कभी किसी ऐसी मिसाइल के बारे में नहीं सुना होगा जिसमें जो फ्यूल है वो न्यूक्लियर डला है वो न्यूक्लियर एनर्जी से उड़न भट सकती है तो जरा सोचिए उसकी रेंज कितनी ज्यादा होगी वीडियो में आगे जानेंगे इसमें लगे छोटे न्यूक्लियर रिएक्टर की वजह से ये अनलिमिटेड रेंज तक उड़ सकती है यह मिसाइल रूस को एक ऐसी ताकत देती है जो किसी भी मिसाइल डिफेंस सिस्टम को पार कर सकती है और दुनिया के किसी भी कोने में हिट कर सकती है कोई भी देश कोई भी कोना धरती का नहीं चुक सकता इस मिसाइल की रेंज से रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन ने इसे इनविंसन हिंदी में अजय कहा है लेकिन सवाल यह है कि मिसाइल इतनी स्पेशल क्यों है इसका जवाब है इसका यूनिक प्रोपल्शन सिस्टम जो इसे बाकी मिसाइलों से एकदम अलग बनाता है पर इसके टेस्ट रिकॉर्ड्स इतने अच्छे नहीं रहे हैं सन 2016 से अब तक इसके 13 में से सिर्फ दो की जो लॉचेस थे वह आंशिक रूप से सफल रहे रूस सिर्फ एक जगह नहीं बल्कि तीन मेन फ्रंट्स पर तैयारी कर रहा है बाल्टिक सागर कैस्पियन सागर और ब्लैक सागर यह जगह स्ट्रेटजिकली रणनीतिक तौर पर बहुत महत्त्वपूर्ण है रूस यहां अपने युद्ध पोतो और पनडुब्बियों के साथ बड़े लेवल पर वॉर डल्स कर रहा है क्या यह सिर्फ एक मिलिट्री एक्सरसाइज है या फिर कुछ बड़ा प्लान हो रहा है यह सवाल दुनिया के लिए बहुत बड़ा कंसर्न बन चुका है रूस की नेवी बाल्टिक सागर में बड़े लेवल पर वॉर ड्रिल कर रही है इसकी युद्धपोत पंडया मानो किसी बड़े युद्ध की तैयारी में हो इस ड्रिल का परपस कारण क्या है क्या यह सिर्फ शो ऑफ है या फिर किसी बड़े अटैक की तैयारी रूस के ये जो मूवमेंट है मिलिट्री मूवमेंट दुनिया को सोचने पर मजबूर कर रहा है कि आखिर माजरा क्या है रूस चाहता क्या है और इस पूरी स्ट्रेटेजिक मूवमेंट में रूस अकेला नहीं है इसके साथ एक और देश भी है इसकी मदद कर रहा है व है ईरान रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान रूस को बैलिस्टिक मिजा इलें सप्लाई कर रहा है इस नई पार्टनरशिप ने दुनिया भर में खतरे की घंटी बजा दी है क्या यह गठबंधन एक नए पावर बैलेंस को जन्म दे रहा है या फिर दुनिया के लिए एक नया खतरा पैदा हो चुका है नाटो और उसके पार्टनर्स चुप नहीं बैठे हैं पोलैंड ने पोटेंशियल थ्रेट्स के लिए पहले से तैयारी शुरू कर दी थी नेटो की फोर्सेस हाई अलर्ट पर है और किसी भी सिचुएशन का सामना करने के लिए तैयार है ये सारे रिएक्शंस बताते हैं सारी एक्टिविटीज बताती हैं कि रूस की इस नई स्ट्रेटेजी को हल्के में नहीं लिया जा रहा अमेरिका और यूरोप के बाकी देश भी इसी इंतजार में है कि रूस का अगला स्टेप क्या होने वाला है रूस अब अपनी न्यूक्लियर पॉलिसी को भी रिव्यू करने की बात कर रहा है इसका मतलब है कि रूस अपने न्यूक्लियर वेपंस के इस्तेमाल के रूल्स में बदलाव पर सोच रहा है सोच विचार चल रहा है यह चेंज सिर्फ एक लीगल स्टेप नहीं है बल्कि य बड़ा सिग्नल है कि रूस किसी भी कंडीशन में पीछे हटने को तैयार नहीं है इसका क्या मतलब हो सकता है क्या ये सिग्नल है कि रूस और ज्यादा आक्रमक होने वाला है रूसी ऑफिशल्स ने क्लियर कर दिया है कि अगर रूस के एसिस्टेंसिया तो व न्यूक्लियर वेपंस के इस्तेमाल से नहीं हिचक पर सवाल यह है कि वो कौन सी सिचुएशंस होंगी जब रूस ऐसा कदम उठाएगा क्या हम एक नई परमाणु रेस की शुरुआत देख रहे हैं या फिर कुछ ऐसा जो पहले कभी नहीं हुआ जैसे-जैसे टेंशन बढ़ रही है दुनिया भर के देश पोटेंशियल आउटकम्स के लिए तैयारियां कर रहे हैं कि कुछ भी हो सकता है नतीजा कुछ भी हो सकता है क्या यह नया कोल्ड वॉर शुरू कर देगा या फिर इससे भी ज्यादा बुरा कुछ दुनिया की सांस थम गई है क्योंकि अगला कदम कभी भी लिया जा सकता है अगर रूस इस स्काई फॉल मिसाइल को इस बोवेस निक मिसाइल को परमाणु पावर्ड इस मिसाइल को डेवलप करने में वाकई कामयाब हो गया अगर वाकई में सेटेलाइट तस्वीर में जो नजर आ रहा है वो एक सच है और यह मिसाइल रेडी कर रहा है रूस और इसे कभी भी लच कर सकता है तो दोस्तों दिक्कत है क्योंकि मिसाइल अपने आप में दुनिया को खत्म करने का एक पैगाम है यह मिसाइल एक छोटे न्यूक्लियर रिएक्टर से चलती है जोसे लगभग असीमित दूरी तक अनलिमिटेड डिस्टेंस तक मार करने की क्षमता प्रदान करती है यह मिसाइल अमेरिका और नाटो के मिसाइल डिफेंस सिस्टम को चकमा देने और दुनिया के किसी भी कोने में हमला करने के लिए स्पेशली डिजाइन की गई है अब दिक्कत यह है कि यह मिसाइल बेहद कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है जिससे इसे रडार सिस्टम्स पर पकड़ना मुश्किल हो जाता है वो बात अलग है कि अब तक 13 लॉचेस में से केवल दो लच सक्सेसफुल हुए हैं लेकिन जरा सोच के देखिए एक मिसाइल जिसके अंदर डुअल न्यूक्लियर इंधन डाला हुआ है एक बम के रूप में एक एक्सप्लोसिव के रूप में और एक उसे ऊर्जा देने के रूप में एज अ फ्यूल ईंधन के रूप में जो कि मिसाइल को आगे बढ़ने में मदद कर रहा है अब यह कम ऊंचाई पर उड़ान भर रही है इसे एयर डिफेंस सिस्टम इजली डिटेक्ट नहीं कर सकते अगर इसका लॉन्च सक्सेसफुल हो जाता है या फिर इसे इंटरसेप्ट करना आसान हो जाता है दोनों ही केस ऐसा होता है कि इसे इंटरसेप्ट कर लेता है कोई देश तो जिस देश के ऊपर भी इसे इंटरसेप्ट किया जाएगा क्या उसके ऊपर एक खतरनाक परमाणु विस्फोट नहीं हो जाएगा चाहे वो हवा में क्यों ना हो क्या उससे परमाणु विकिरण जो निकलेगा जो रेडियोएक्टिव तरंगे निकलेंगी क्या वो पूरे वातावरण को उस रीजन को जिसके ऊपर आसमान में इसे इंटरसेप्ट किया जाएगा हवा में नष्ट किया जाएगा ये क्या उस इलाके में प्रदूषण नहीं फैलाए कीी न्यूक्लियर रेडियोएक्टिव प्रदूषण परमाणु प्रदूषण क्या उससे जो नीचे जमीन पर रहने वाले लोग हैं उन पर असर नहीं पड़ेगा एनवायरमेंट पर असर नहीं पड़ेगा और अगर इसके लॉचेस सक्सेसफुल नहीं हुए हैं और जल्दबाजी में हड़बड़ी में इन्हें सीधा लॉन्च कर देता है किसी भी देश के ऊपर में अभी चल रहा जो युद्ध है उसकी वजह से ऐसी स्थिति में अगर ये अपने डेस्टिनेशन की तरफ ना जाकर किसी और डेस्टिनेशन में जाकर गिर जाए किसी ऐसे देश में जाकर गिर जाए जो अब तक शांत बैठा था तो क्या वो देश भी इस जंग में इवॉल्व नहीं हो जाएगा एक विश्व युद्ध की शुरुआत नहीं हो जाएगी यह बहुत बड़ी खबर है दोस्तों और इसीलिए इंटरनेशनल मीडिया में खबर छाई हुई है अगर वाकई में स्काई फॉल मिसाइल है और रूस उसे डेवलप कर चुका है और उसे त नात भी कर रहा है उसका इस्तेमाल भी करने जा रहा है और उसका रिकॉर्ड भी खराब है अगर वो सटीकता से काम करती है तो रूस का दुश्मन खत्म हो जाएगा अगर वो सटीकता से काम नहीं करती तो भी दुनिया में कहीं ना कहीं गिर कर के वो नुकसान पहुंचाएगी और अगर ऐसा हुआ तो इस धरती पर प्रलय आ सकती है दोस्तों परमाणु युद्ध वो आखिरी चीज है जो इस धरती को अभी चाहिए ये वो वक्त चल रहा है जब दुनिया का हर देश पेट्रोल डीजल से जो है मुक्ति पाना चाहता है ग्रीन सोर्स ऑफ एनर्जी की तलाश में है और ऐसी स्थिति में अगर परमाणु युद्ध हो गया तो इस धरती को वापस खींच कर लाना ग्लोबल वार्मिंग को रोकना पर्यावरण की सुरक्षा करना यह सारे एफर्ट्स बेमानी साबित हो जाएंगे युद्ध अगर हुआ तो धरती पर इंसानों का छोड़िए यहां कोई नहीं बच पाएगा इस पर आपके क्या विचार है नीचे कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताएं जितना हो सके इस वीडियो को शेयर करें facebooksignup.in

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