नमस्कार आप देख रहे हैं रिपब्लिक भत का डिजिटल प्लेटफॉर्म मैं हूं आपके साथ अनामिका पांडे अनुभव सिन्हा की नई वेब सीरीज i 814 द कंधार हाईजैक नाम से netflix's में उनके नाम भोला और शंकर रखे गए हैं आरोप यह भी है कि अनुभव सिन्हा ने तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की है और हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है साल 1999 में काठमांडू से नई दिल्ली आ रही इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 814 को पाकिस्तान की आतंकी संगठन हरकत उल मुजाहिद दीन के पांच हथियारबंद आतंकियों ने हाईजैक कर लिया था हाईजैकर्स ने पायलट को रूट बदलने के लिए मजबूर किया पहले इंडियन एयरलाइंस के विमान को अमृतसर फिर लाहौर और उसके बाद दुबई ले जाया गया दुबई में रिफ्यूलिंग करने के बदले आतंकियों ने 27 पैसेंजर्स को रिहा तो कर दिया लेकिन रूपेंद्र कातिल नाम के एक पैसेंजर की गले पर चाकू लगने से मौत हो गई और अन्य यात्रियों की रिहाई के लिए तीन शर्तें रखी गई थी इसके बाद अन्य यात्रियों की रिहाई के लिए जो शर्तें रखी गई थी वो आपको बता देते हैं पहली शर्त भारतीय जेल में बंद 36 आतंकियों को रिहा करने की मांग रखी गई दूसरी शर्त यह कि 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर नगद दिए जाएं तीसरी शर्त ये कि एक मारे गए पाकिस्तानी आतंकी के अवशेषों को उनके हवाले किया जाए और चौथी शर्त यह कि जेल में बंद खुखार आतंकियों समेत जयश मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर की रिहाई की जाए इतनी बड़ी संख्या में फ से नागरिकों की रिहाई के लिए सरकार को बहुत बड़ा फैसला लेना पड़ा और 31 दिसंबर 1999 को तीनों की पहचान कराने के बाद तालिबान की मौजूदगी में उन्हें रिहा कर दिया गया और हाईजैक संकट खत्म हो गया लेकिन 25 साल बाद अब इसी हाईजैक संकट पर बनी वेब सीरीज i 814 द कान हाईजैक विवादों में है दरअसल आई 814 विमान के हाईजैकर्स के नाम बदले गए हैं इन्हें हिंदू नाम दिए गए हैं जबकि 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान को हाईजैक करने वाले पाकिस्तानी आतंकी थे इनके नाम जो थे वो भी हम आपको बताएंगे वेब सीरीज में अपहरणकर्ताओं को चीफ डॉक्टर बर्गर भोला और शंकर नाम दिए गए हैं फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा ने जानबूझकर हाईजैकर्स की हिंदू नाम रखे हैं ये आरोप लगाए जा रहे हैं जबकि वो मुस्लिम थे साथ ही निर्माता पर तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने और धार्मिक भावनाएं भड़काने के भी आरोप लग रहे हैं ये भी कहा जा रहा है कि इस मामले में सच्चाई यह है कि जो नाम बदले गए हैं उसकी असलियत कुछ और है इनके असली नाम क्या है यह आपको बता दे हैं पाकिस्तान के बहावलपुर का रहने वाला जो पहला आतंकी था उसका नाम था इब्राहिम अतहर दूसरा पाकिस्तान के कराची का रहने वाला शाहिद अख्तर था तीसरा कराची के डिफेंस एरिया का रहने वाला सनी अहमद काजी था और चौथा कराची की अख्तर कॉलोनी का रहने वाला मिस्री जहूर इब्राहिम था और पाकिस्तान के सुकर सिटी का रहने वाला शाकिर भी था और इन्हीं नामों को लेकर विवाद है कि जब सबकी पहचान उजागर थी सबकी पहचान जग जाहिर थी उसके बाद भी इनके हिंदू नाम क्यों रखे गए हैं हालांकि अनुभव से सिन्हा इसके पहले भी अपनी बातों को लेके अपने बयानों को लेके सोशल मीडिया पोस्ट को लेके या जेएनयू को दिए गए अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं लेकिन एक वेब सीरीज के बाद उनकी क्या मुश्किलें बढ़ जाएंगी क्या फैसला होगा आगे क्या तय किया जाएगा क्या काट छाट के साथ या कुछ नई तस्वीर के साथ इस सीरीज को वेब सीरीज को रिलीज किया जाएगा सारी अपडेट आगे भी आप तक हम पहुंचाते रहेंगे फिलहाल इतना ही लेकिन किसी भी जानकारी के लिए रिपब्लिक भारत का डिजिटल प्लेटफॉर्म को सब्सक्राइब करना ना भूलें i