नासा एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स जून से लेकर अभी तक स्पेस स्टेशन में फंसी हुई हैं 8 दिन के मिशन पर सुनीता अपने साथी बुच बैरी विलमोर के साथ स्पेस स्टेशन गई थी मगर उनका यह 8 दिन का मिशन अब 8 महीने लंबा होने वाला है कई महीनों से अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स की हर कोई राह दिख रहा है अब नासा ने उनको वापस लाने के लिए फरवरी 2025 का टाइम बताया है उनको वापस लाने के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने स्पेस एक के ड्रेगन क्रू कैप्सूल को चुना है जब से नासा ने इसकी जानकारी दी है तब से इस स्पेसक्राफ्ट की चर्चा की जा रही है तो चलिए जानते हैं कि आखिर इसकी क्या खासियत है स्पेस एकस का ड्रैगन क्रू कैप्सूल अपने बनने के बाद से अब तक 46 बार लच हो चुका है ड्रैगन कैप्सूल ने 42 बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा की है जबकि 25 बार री फ्लाइट हुई है इस कैप्सूल में आमतौर पर दो से चार एस्ट्रोनॉट्स बैठते हैं मगर इमरजेंसी इवेक्युएशन यानी कि आपातकालीन स्थिति में इसमें सात एस्ट्रोनॉट्स तक बिठाए जा सकते हैं इस स्पेसक्राफ्ट की सबसे खास बात यह है कि यह दुनिया का पहला निजी स्पेसक्राफ्ट है जो कि लगातार स्पेस स्टेशन पर एस्ट्रोनॉट्स और कार्गो लेकर आता जाता रहता है इस खाली कैप्सूल का वजन 7700 किग्रा होता है जब एक कार्ग और एस्ट्रोनॉट्स के साथ लॉन्च किया जाता है तब इसकी अधिकतम वजन क्षमता 12500 किग्रा होती है यह किसी ऑर्बिट में 6000 किग्रा तक का वजन पहुंचा सकता है और स्पेस स्टेशन तक यह 3307 किग्रा वजन पहुंचा सकता है या वापस लेकर के आ सकता है अगर यह सिर्फ अपने दम पर धरती की निचली कक्षा में उड़ान भरे तो यह 10 दिन तक अंतरिक्ष में रह सकता है लेकिन स्पेस स्टेशन से जोड़ दिया जाए तो यह 2110 दिन तक अंतरिक्ष में रह सकता है ड्रैगन क्रू कैप्सूल की ऊंचाई 15 फीट है लेकिन नीचे प्रोपल्शन सिस्टम को मिलाकर इसकी ऊंचाई 26.7 फीट हो जाती है कैप्सूल के अंदर 13 फीट का डायमीटर और 12 फीट की चौड़ाई है स्पेस एकस ने इसके कई वेरिएंट बनाए हैं अब तक कुल 12 ड्रैगन कैप्सूल्स बनाए जा चुके हैं छह क्रू तीन कार्गो और तीन प्रोटोटाइप इस समय कुल आठ ड्रैगन कैप्सूल्स ऑपरेशनल है जिसमें से चार क्रू कैप्सूल्स हैं यानी एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन पहुंचाने और वापस लाने के लिए तीन कार्गो कैप्सूल्स यानी कि सामान के लिए एक प्रोटोटाइप तीन कैप्सूल रिटायर हो चुके हैं इसमें एक क्रू था और दो प्रोटोटाइप थे इस कैप्सूल की पहली ह्यूमन लेस यानी कि मानव रहित उड़ान 2 मार्च 2019 में हुई थी वहीं मानव युक्त पहली उड़ान 20 मई 2020 को भरी गई थी पहली कार्गो उड़ान 6 दिसंबर 2020 को हुई थी इसे आमतौर पर स्पेस एक के फलकन 9 ब्लॉक फाइव रॉकेट से लॉन्च किया जाता है इसमें स्पेस स्टेशन तक जाने और वापस आने के लिए 2563 किग्रा फ्यूल डाला जाता है अब इसे जिम्मेदारी दी गई है सुनीता विलियम्स और बुच बैरी विलमोर को वापस लाने की सभी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि यह इन दोनों एस्ट्रोनॉट्स को सुरक्षित रूप से वापस ले आएगा [संगीत]