Adiala and Guantanamo Bay Jails | Imran Khan's Ear Infection | Vlog by Zia Baloch

Published: Aug 30, 2024 Duration: 00:17:54 Category: News & Politics

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अस्सलाम वालेकुम जी मैं हूं जया बलोच उम्मीद है आप खैरियत की बेहतरीन हालत में होंगे सामन मेरे पास कुछ ताजातरीन अपडेट्स हैं उनमें से एक यह है कि इमरान खान जेल में एक मर्तबा फिर बीमार हो गए हैं इमरान खान साहब सवा साल तकरीबन हो गए हैं वह जेल में मौजूद हैं लेकिन बड़ी खंदा पेशानी के साथ वह इन तमाम सूरते हाल का मुकाबला कर रहे हैं और ताजातरीन सूरते हाल यह है कि बैरिस्टर सैफ का कहना है जो तर्जुमा है केपी के हुकूमत के पख्तून खा हुकूमत के उनका कहना यह है कि वहां से जो रिपोर्ट किया गया वो यह है कि इमरान खान इस वक्त कान के इंफेक्शन में मुब्तला है और जेल में कोई ऐसा डॉक्टर नहीं है जो साफ जर एयर स्पेशलिस्ट हो ईएनटी स्पेशलिस्ट हो उनका इलाज किया जा सके तो उन्हें अपनी बीमारी की सूरत में भी एक दरखास्त देनी पड़ती है एक तरीका का होता है कि आप जनाब एक मर्तबा दरखास्त दें अदालत में वो फिर अगली समात प उसकी सुनवाई होती है फिर अदालत भी आगे फिर फौरन ऑर्डर नहीं करती है वो रिपोर्ट तलब करती है और फिर अगली पेशी अगले हफ्ते की पेशी आ जाती है और फिर कहीं जाकर जरूरत पड़े तो जनाब डॉक्टर मुहैया करना पड़ता है ये ऐसे ही है जैसे जनाब किसी ऑफिस ने ऑर्डर जारी कर दिए कि अब अगर बीमारी की छुट्टी भी लेनी हो तो आपको एक हफ्ता पहले आगाह करना पड़ेगा हालांकि बीमारी जो आती है नागनी आफत होती है और किसी वक्त भी आ सकती है ऐसी सूरत हैल है कि इमरान खान साहब को बताना पड़ता है दो हफ्ते पहले कि जनाब मेरी आंख में हो सकता है जब उसकी बारी आए डॉक्टर आए तो उसकी आंख की इंफेक्शन ठीक ही हो चुकी हो लेकिन बहरहाल इमरान खान साहब की आंखों में इंफेक्शन हुआ वो शदीद बीमार हुए दो मर्तबा डायरिया का शिकार हुए इसके अलावा एक मर्तबा शदीद बुखार उनको हुआ लेकिन कुछ भी हुआ वो जेल का इस वक्त मुकाबला कर रहे हैं वो तमाम सारी सूरते हाल का मुकाबला करें हैं और खासतौर पर जो रिसेंट फेज आया जिसमें तमाम जो जेल के अफसरा थे उनका तबादला कर दिया गया है अब जो लोग वहां पर लगाए गए उनको एक टास्क दिया गया है कि आपने इमरान खान साहब को हूमि एट करना है उनकी उनकी इंसर्ट करनी है उनकी इज्जत नहीं करनी है आपने और यह खासा तकलीफ देह होता है सारी सूरते हाल के बाद जब इस किस्म की सूरते हाल हो तो बहुत ज्यादा तकलीफ मुलाकात नहीं हो रही कुछ नहीं हो रहा और गुजर्ता रोज भी जब अड़ जेल में ये सारी सूरत है इमरान खान साहब गुफ्तगू कर रहे थे साफिया को बता रहे थे तो बार-बार जो डिप्टी सुप नए जनाब आए हैं वो साफिया को कह रहे थे खबरदार आपने आपने सवाल नहीं करना बात नहीं करना यानी वहां पर भी इस किस्म की सूरते हाल और एक तो बहुत दूर खड़ा किया गया था लेकिन सवाल नहीं करने दिया जा रहा था इस पर इमरान खान साहब ने उन्हें रोका उसे जरूरत नहीं हो रही थी कि इमरान खान साहब को रोके लेकिन वो सहाफी उं से कह रहा था कि आपने आप सवाल नहीं कर सकते आप सवाल नहीं करेंगे बहरहाल फिर भी एक दो सवाल किए और इमरान खान साहब ने उनके जवाब देते रहे जब वो सवाल करने से साफिया को रोकता रहा तो उस पर इमरान खान साहब ने उसे डांटा उसे कहा जी क्या तुमने क्यों नहीं बात करने दे रहे ये बुरी बात है क्या ऐसा क्यों कर रहे हो तो बहरहाल उसका कहना था जी अदालत ने अ पाबंदी लगाई है कि आप प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं कर सकते आप जनाब प्रेस टॉक नहीं कर सकते यह आप प्रेस टॉक कर रहे हैं जबकि इमरान खान साहब का कहना था कि यह किस किस्म का जनाब ओपन ट्राइल है आप तो फिर मुझे सेल में रहने दें मुझे क्या जरूरत है यहां पर लाने की आप जेल के अंदर ही आपने एक जबरदस्त नाम निहाद किस्म का कमरा अदालत बनाया हुआ है उस कमरे अदालत में भी मुझे बात करने की इजाजत नहीं है तो मुझे कहां होगी बहरहाल लेकिन उन्हें बात करने से रोक दिया गया अ तो कान का इंफेक्शन भी वो उन्हें बताना चाहते थे फिर उन्होंने तहरीर तौर पर जनाब अदालत को बताया कि मेरे कान का इंफेक्शन है कोई इलाज किया जाए अब नई जब समात होगी तो उस पर जनाब देखा जाएगा कि क्या रिपोर्ट तलब होती है या किसी डॉक्टर को बकायदा भेजकर क्योंकि इमरान खान साहब को तो जेल सवाल ही पैदा नहीं हो सकता उनको मुंत किल किया जाए एक ही तरीका है कि कोई डॉक्टर भेजकर उनका मुआयना कराया जाए और पता चलाया जाए कि क्या है मशीनरी वहां ले जाई जाए अगर कान क्योंकि कान देखने के लिए एक खास मशीनरी की जरूरत होती है बहरहाल जी ये कान का इंफेक्शन हुआ उसकी वजह जो है वो पिछले दिनों पिछले हफ्ते आने वाली खबरें हैं के जनाब उनके सेल के करीब एक गटर था उसको खोल दिया गया वहां से बहुत ज्यादा बदबू आ रही थी स्मेल आ रही थी और खास तौर पर यह बताया गया कि उनका जो पानी आता है जिनसे वो नहाते हैं वो इतना बदबूदार और इतना गंदा है कि इमरान खान साहब उसे पहले पानी भर के रखते हैं और वो घंटे दो घंटे में थोड़ा सा साफ हो जाता है नितर जाता है उसका जनाब जो कसावत रतब होती है नीचे बैठ जाती हैं कुछ बेहतर होता है तो उस पानी से इमरान खान साहब नहा रहे हैं मतलब गैर इंसानी सलूक किया जा रहा है इतना तो वो जो बदनाम जमाना दुनिया की जेले हैं जिसमें जना जंगी कैदियों को और दीगर को रखा गया दहशत गर्द को रखा गया वहां भी इस किस्म का सुलूक नहीं होता होगा जिस तरह इमरान खान साहब के साथ हो रहा है और अब व जब वो बीमार हो रहे हैं तो इनका इलाज करने के लिए भी जनाब कोई डॉक्टर नहीं है और साथ अलबत्ता यह कहा जा रहा है कि नहीं जी हमने तो जनाब बड़ी उनको सहूल दें दी हुई है तरदीप की जा रही है यह जी गंदला पानी वाली खबरों में कोई सदा नहीं है उनको रोजाना एक अंग्रेजी अखबार भी दिया जाता है उनको वर्जिश करने के लिए भी जनाब सामान और साइकिल मोहिया है और वो जनाब किताबें भी पढ़ रहे हैं हालांकि उनसे सारी किताबें ले ली गई उन्हें शक था कि ये कम्युनिकेशन जो होती है किताबों के जरिए होती है हालांकि किताबें स्कैन करके उनके पास लाई जाती है और जब वापस की जाती है फिर भी स्कैन करके उन्हें भिजवाई जाती हैं और बाज का तो भिजवाई नहीं जाती वो पुलिस के पास ही जनाब कस्टडी में जेल हुकाम के पास है लेकिन बहरहाल ये सूरते हाल अभी तक जारी है दूसरी तरफ जनाब इमरान खान साहब ने साफिया से गुफ्तगू की और काफी सारी बातें की इमरान खान साहब का कहना यह था कि आवाम को जो मुताहिर रख सकती है वह फौज नहीं होती बल्कि सियासी पार्टियां होती हैं सियासी रहनुमा होते हैं और उनकी उन्होंने एक मिसाल दी उनका कहना यह था कि अगर फौज मुतह द रख सकती किसी कौम को तो सानेहा मशरिक पाकिस्तान ना होता सानेहा ढाका सकू ढाका ना होता ये जो पाकिस्तान 1971 में जो दो लखत हुआ था वो ना होता क्योंकि उस वक्त ज उस वक्त फौज मौजूद थी लेकिन अगर वहां मौजूद नहीं था तो सियासी जमात मौजूद नहीं थी और उन्होंने कहा आज की सूरते हाल जो है वो भी तकलीफ देह है और बड़ी मुश्किल है इमरान खान साहब ने कहा जी कि अड़ियां सहाफी से गैर रस्मी गुफ्तगू करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे मुल्क के लिए जो सबसे बड़ा चैलेंज नजर आ रहा है वो मशत है पहले सुना था 50 साल में सबसे कम सरमाया कारी हुई है अब पता चला है कि इस साल तारीख की सबसे कम सरमाया कारी मतलब पहले 50 साल का रिकॉर्ड टूटा था इस मर्तबा 76 78 सालों का जो है ना वो रिकॉर्ड टूट गया और सबसे कम यानी इन्होंने जो टारगेट लगाया था 15.1 पर थी कि सरमाया कारी हमारे पास हो सकेगी वो भी 13:1 हुई है उससे भी टारगेट नीचे चला गया और सारे रिकॉर्ड टूट गए और दूसरी तरफ पाकिस्तान कर्ज पे कर्जा लिया जा रहा है पाकिस्तान की एक्सपोर्ट है नहीं तो इस वक्त जो सबसे बड़ा इमरान खान के लिहाज से जो सबसे बड़ा चैलेंज है वो पाकिस्तान की नाब मशत है अच्छा और साथ कहा कि मुल्की आमदन है नहीं और कर्ज बढ़ रहे हैं मुल्क तबाही की जानिब जा रहा है और सियासी अदम इस्तकाम्या की सबसे बड़ी वजह है उन्होंने कहा कि फ्रॉड इलेक्शन की वजह से हम सियासी अदम इस्तकाम्या निब दहशतगर्दी बढ़ रही है पहले हम पर मलबा डाल रहे थे कि दहशतगर्दी हमारे सेटलमेंट प्लान की वजह से हुई है लेकिन अब कह रहे हैं कि सरहद पार से दहशतगर्दी हो रही है टीटीपी दहशतगर्दी के दहशतगर्दी बलूचिस्तान में दहशतगर्दी बढ़ते जरायम में कौन मुल्क में सरमाया कारी करेगा ऐसे में कैसे मतलब मुल्क चल आगे नहीं सकता और दूसरी जानिब खुफिया इदार को पीटीआई खत्म करने पर जोर लगाया जो काम करना था इदार का वो लोग वो नहीं कर रहे और उनका एक ही काम है पूरे पाकिस्तान में कि जनाब ई पीटीआई को खत्म इसीलिए बार-बार कहा जा रहा है कि आपसे जहां दहशत गर्द खत्म नहीं होते वहां इमरान खान साहब से कह वो जलसा अनाउंस कर दे या फिर पीटीआई के दफा बना द फिर सारी की सारी आपकी सिक्योरिटी एजेंसिया वहां पर आ जाएंगी और फिर ऑटोमेटिक जब आप वहां होंगे तो दहशतगर्दी शायद कुछ कम हो जाए वरना क्योंकि आपका टोटल दहशत गर्दों पर फोकस नहीं है आपका जो फोकस है वो पीटीआई को खत्म करने पर है अच्छा इमरान खान का कहना था कि मुल्क में सबात का बहुत बड़ा खतरा है बलूचिस्तान दहशतगर्दी पर पंजाब में एतजाज करवाया गया यानी हद हो गई है कि एक मुल्क एक सूबे में दहशतगर्दी हो रही है और यहां नफरतें उल्टा बढ़ाई जा रही है जी तुम पंजाबी को तुमने मारा है और हम जनाब कोएटा होटल नहीं चलने देंगे हम पिशा होटल नहीं चलने देंगे वो फला दहशत गर्द है पलो इस तरह गलत है पठन इस तरह गलत है इस किस्म की बातें नफरतें को हवा देती हैं बहरहाल सरफराज बुखी ने बहरहाल एक बात कही उसने कहा कि किसी बलोच ने पंजाबी पर हमला नहीं किया बल्कि दहशत गर्दों ने पाकिस्तानियों पर हमला किया है लेकिन यह सोच कम से कम मुस्लिम लीग नून में नहीं है वो यहां पर नफरतों को हवा दी जा रही है अच्छा इमरान खान का कहना था कि फेडरल पार्टी सिर्फ पाकिस्तान तहरीक इंसाफ है बाकी रीजनल पार्टी है नून लीग और पीपल्स पार्टी अगर बूट को इज्जत ना दें तो खत्म हो जाएंगी उनकी सर्वाइवल यही है कि वो बूट को इज्जत दे रही है उनका वरना आवाम से रिश्ता खत्म हो चुका इस वक्त जो भी पैदावार बनी है मतलब 17 पार्टियों 17 सीटों के साथ इस वक्त फेडरल गवर्नमेंट में जनाब नून लीग हुकूमत में है और चंद सीटों के साथ जनाब पीपल्स पार्टी है तो वो बूट को इज्जत देकर इक्त दार में भी मौजूद है और सामने नजर भी आ रही है आज भी अगर थोड़ा सा जनाब खत्म हो जाए जैसे कल इमरान खान साहब ने कहा था कि प्लान बी उनका शुरू हुआ तो सबसे पहले जो लापता होंगे वो शहबाज शरीफ साहब होंगे तो साथ ही उन्होंने कहा जी पीटीआई मुल्की वाहिद जमात है जो चारों सूबों में मौजूद है हम आवाम को मुत इदक सकते हैं यह बिल्कुल हकीकत है के अ पंजाब में इस वक्त अगर कोई जमात है तो वो पीटीआई है पीपल्स पार्टी खत्म उसके बाद नून लीग की बारी आती है खैबर पख्तून खान में क्लीन स्वीप कर रहे हैं बलूचिस्तान में अगर कोई पार्टी जो नेशनल पार्टी है वो अगर है तो पीटीआई है क्योंकि वहां सीटें जीत सकती है पीटीए ने कराची से जीता सिंध से जीता मतलब सिंध पर भी उसका कंट्रोल है इसी तरीके से दो तई एक्सीज गलगत बलचनमा जूद नहीं है जो इतनी मकबूल त रखती हो उनका कहना यह कि पाकिस्तान को कोई मुत्त हैद रख सकती है इस वक्त तो वो पाकिस्तान तहरीक इंसाफ रख सकती है बानी पीटीआई ने कहा कि मुल्क की वाहिद फेडरल पार्टी को कमजोर किया जा रहा है जो ये फैसले कर रहे हैं उन्हें मुल्क की फिक्र नहीं बलूचिस्तान की के जो इस वक्त हालात हैं हमारी कोशिश होनी चाहिए बचों को साथ लेकर चले मतलब वो जेल में बैठा हुआ है साफिन से गुफ्तगू कर रहा है वो अपनी कोई बात नहीं कर रहा इस वक्त भी वो जो गंभीर मसाइल है मुल्क के वो उनको डिस्कस कर रहा है और नून लीग की आप आए तो सिवाय गालियां देने के इमरान खान की मुखालफत करने के कि जनाब ऑक्सफोर्ड चांसलर के इलेक्शन क्यों लड़ रहा है और उनके पास कोई बात नहीं करने को एजेंडा नहीं है हालांकि एक मर्तबा एक तरफ बैन करते हैं कि उनका नाम ना लिया जाए और फिर उन इमरान खान का नाम लिए बगैर उनकी कोई बात सुनने के लिए तैयार नहीं है इमरान खान का कहना था कि इस्लामाबाद जलसा मुल्तवी करने पर कार कुरान में गुस्सा है बुरा भला कह रहे हैं पार्टी में लड़ाई खत्म हो नहीं हो रही बाकी जमात जलसे कर रही हैं हमें एक भी जलसा करने नहीं दिया जा रहा हमने दीनी जमां के एतजाज और क्रिकेट मैच की वजह से जलसा मुल्तवी किया मुल्क में इंतस ना फैले यह सोचकर जलसा हमने नहीं किया उन्होंने कहा कि बुरे वक्त में जो पार्टी छोड़ गए उनके लिए पीटीआई में कोई जगह नहीं है मुझे पता है बुरे वक्त में कौन से लोग साथ छोड़ गए थे और कौन से साथ रहे थे बहुत कम ऐसे लोग हैं जिन्होंने बहुत बत मुश्किल वक्त में पार्टी को मजबूरी में छोड़ा जो अच्छे वक्त में फुल टाइम मौजूद थे और बुरे वक्त में पार्टी छोड़ गए तो उनके लिए हमारे पास कोई जगह नहीं है पहले वो कहते थे देखेंगे इस मर्तबा वो कह रहे हैं कि जनाब जो अच्छे वक्त में साथ थे बुरे वक्त में साथ छोड़ गए उनके लिए वापसी की अब गुंजाइश निश्ता इमरान खान ने कहा मैं किसी का नाम नहीं लेना लेता जो सीधा-साधा पार्टी को छोड़कर गए हैं उन्हें वापस नहीं लूंगा जिन्होंने मुश्किल वक्त गुजारा और पार्टी के साथ खड़े रहे वो तसल्ली रखें वो तमाम लोग जो सख्त हालात में अंडर ग्राउंड चले गए सख्त और तशदूद बर्दाश्त किया उनके लिए बेहतर फैसला होगा मानी पीटीआई ने कहा कि फेयर ट्रायल मेरा हक है और यहां फेयर ट्रायल की धजिया उड़ाई जा रही हैं जितने हालात खराब हो रहे हैं इतनी सख्ती यां बढ़ाई जा रही हैं पार्टी लीडर वकला से मिलने नहीं दिया जाता तीसरा हफ्ता है बच्चों से भी फोन पर बात नहीं करवाई जा रही तो बहरहाल ये जनाब उनकी उस वक्त गुफ्तगू थी और यहीं पर आकर इंटरप्ट कर दिया सिप डिप्टी सुप जेल ने और इसको उन्होंने रोका लेकिन बहरहाल साफी को फिर वह जबरदस्ती वहां से भेज दिया गया साथ ही इमरान खान साहब की सिस्टर है जनाब हसान नियाजी की वालिदा है नौरीन नियाजी साहिबा उन्होंने कहा है कि जो मिलिट्री ट्रायल में जनाब लोग पड़े हुए उनकी भी पुलिस नाम ले उनका जिक्र करें वो भी इंसान है वो पाकिस्तानी है और उनको भूल गई सुप्रीम कोर्ट भूल गई खवाजा जनाब चीफ जस्टिस पाकिस्तान जस्टिस काजी फाइज ईसा साहब भूल गए तो जो इस वक्त लोग हैं जो दिल दर्दे दिल रखते हैं उन्हें कम से कम इस मसले को उठाकर रखना चाहिए ताकि किसी साइड पर हो देखें हसान नियाज ने सपोज अगर पतलून जनाब लहराई है तो उसकी कितनी सजाद होगी उस पर क्या कोई सजाए मौत रखी है क्या रखा है आपने आप आप करें लेकिन जनाब उसको लटकाया जा रहा है तो वो फिर भी एक मां है और मां का जनाब वो सब सिर्फ अपने बेटे की बात नहीं करती हैं वो सबकी बात करती हैं उनके वालिद साहब भी जनाब इस वक्त सबसे ज्यादा खुशामद आर्मी चीफ की कर रहे हैं के और वो कहते हैं जनाब यह तो बस इससे बड़ा तो कोई और है ही नहीं यही जनाब दुनिया के जनाब इस वक्त मौजूदा दौर में बेहतरीन जनाब कोई लीडर और वो हो सकता है तो आर्मी चीफ है लेकिन उसके बावजूद उनको उनको घास नहीं डाली जा रही है जिस तरह उसके बेटे को भी रिहा नहीं किया जा रहा लेकिन उनकी वालिदा ने इस हवाले से बात की है एक दो खबरें जनाब पीटीआई के इंटरनल हवाले से मैं बात करूं अ बात दुरुस्त है कि यह फैसला दुरुस्त नहीं करते और बाद में इनको शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है 8 सितंबर को इन्होंने जनाब जलसा इस्लामाबाद में और इन्होंने अगले हफ्ते उससे अगले वीकेंड पे जनाब इन्होंने कहा जी लाहौर में हम जलसा करेंगे और अब पता चला कि उस वीकेंड को तो जनाब 12 रबीउल अव्वल है 17 जो अप्रैल बनती है तो फिर आप जनाब ये फिर फैसला करेंगे नहीं अब उससे एक हफ्ता आगे बढ़ाए अब जो जलसा होगा वो 22 सितंबर को लाहौर में होगा यह उनको इजाजत मिलती है या नहीं मिलती लेकिन इनके अपने इंटरनल प्लान है वो भी बड़ा इस तरह इतने जल्द से चेंज हो रहे हैं तो खुदा के लिए अगर इतना बड़ा इवेंट कर रहे हो और पूरी दुनिया जनाब तुम्हें देख रही होती है तुम हुकूमत तुम्हारे मुखालिफ है तो कैलेंडर ही देख लिया करो कोई इवेंट बनाते हुए हमारे यहां तो कोई मंग की जाती कुछ की जाता है पहले चीजों को देखा जाता है तो कोई इवेंट कहीं बाहर भी जाना हो तो देखा जाता है लेकिन आप लगे हुए हैं जनाब पहले अनाउंस कर देते हैं फिर उसकी मुखालफत करते हैं यह किसी तौर पर दुरुस्त नहीं अपने आप को मैच्योरिटी का आपको सबूत देना होगा इमरान खान था तो सब कुछ ठीक था अब वो जेल में है तो तुमसे जनाब अनाउंस ही नहीं किया जा सकता कि एक जलसे को प्रॉपर तरीके से तुम अनाउंस कर दो दूसरी तरफ जनाब शेर अफजल मरवत साहब वो कहा था ना कि अदम खुलूस के बंदों में एक खामी है सितम जरीफ बड़े जल्द बाज होते हैं एक मर्तबा फिर जल्दबाजी उन्होंने कहा मुझे 8 सितंबर को इस्लामाबाद का जलसा है उसमें मुझे ऑर्गेनाइजिंग कमेटी में चकि नहीं रखा गया लिहाजा जलसा नाकाम हुआ तो मैं जिम्मेदार नहीं हगा मुझे ऐसे लगता है कि शेर अफजल मरवत या तो वाकई बच्चे हैं मासूम है या फिर मासूम बनने की बहुत बड़ी एक्टिंग करते हैं तो मतलब इस तरह खोल के चीजें रख देते हैं उन्हें थोड़ा सा ख्याल नहीं होता कि मैं एक जलसा जो इस वक्त चैलेंजिंग है उसके मुतालिक मैं रिमार्क्स दे रहा हूं कि वो जनाब नाकाम हो सकता है क्यों कि मुझे जनाब र्ग कमेटी में नहीं रखा तो बात यह है कि आपको 6 अगस्त के जनाब जो स्वाबी जलसा था पाच अगस्त उसमें नहीं रखा तो तो कौन सा कयामत आ गई थी वो जलसा हुआ था और अब भी होगा इस तरह नहीं आपको खान साहब ने कहा कि आप जरा ठहर आप फिर अपनी चीजों में पड़े हुए कि आपकी वजह से पूरी दुनिया कायम है आपकी वजह से पीटीआई कायम है वरना तो पीटीआई खत्म हो गई थी जनाब नहीं ऐसा नहीं है ये जनाब आवाम की पार्टी है और खान साहब भी शायद ना रहे तो फिर भी आवाम की पार्टी है बरकरार रहती भुट्टो साहब नहीं रहे पीपल्स पार्टी मौजूद है ये किसी की मरने मिन्नत नहीं होती देखा जाता है कि नजरिया क्या है सोच क्या है और फिर आप सोच को जनाब तकसीम कर दे बेच दें तो फिर आप सदर भी हो तो फिर भी पार्टी गैर मकबूल हो जाया करती है इस हवाले से बहरहाल चीजें चल रही हैं आखिरी खबर मैं देना चाहूंगा कि हुकूमत ने 9 मई के हवाले से अ एक कमिशन बना इंक्वायरी कमीशन बनाने का ऐलान किया है उससे पहले दो उन्होंने खत लिखा था चीफ जस्टिस पिशा हाई कोर्ट को कि जजेस दिए जाए और जुडिशियस बनाया जाए वहां से इंकार हो गया कि हम नहीं बना और उसकी कोई खास वजह भी नहीं वजह ये बताई कि तरीका कार ठीक नहीं है फिर थ है जनाब दोबारा दरख्वास्त दी जाएगी लेकिन अब जनाब चीजें सामने आ रही है कि वो केपी के हुकूमत चाहती है कि वो इंटरनल इंक्वायरी करा ले अपने किसी को इंक्वायरी ऑफिसर रख के इस सूरत हाल को सामने ले आए हका क्या है क्योंकि इस वक्त पंजाब में तो गिरफ्तारी केपी में तो कोई भी गिरफ्तार नहीं हुआ लेकिन वो कौन लोग थे जनाब जिन्होंने आके बेहुरमति यां की जिन्होंने रेडियो स्टेशन जलाया और दीगर जनाब उन्होंने तो इस हवाले से पीटीआई खुद को क्लियर करना चाहती है और उसके लिए जरूरी है कि ये वक्त जाय किए जा रहे हैं देखें इस वक्त इनकी हुकूमत बने हुए अ अच्छा खासा टाइम हुआ है फरवरी में इलेक्शन हुए अगस्त खत्म होने वाला है तो इनको चाहिए कि इस वक्त वो फौरी तौर पर कमीशन बनाए और जुडिशियस कमीशन बन जाए तो ज्यादा बेहतर है लेकिन नहीं नहीं बनता तो सपोज अपना इवे एक कमीशन बना के इंक्वायरी लाजमी कराएं बाद में जरूरत हुई तो उनकी फाइंडिंग्स को देखकर जुडिशियस कमीशन में बनाया जा सकता है लेकिन इनको चाहिए कि 9 मई का जो इन पर धब्बा लगा हुआ है दाग लगा हुआ है यह जरूरी है कि हुकूमत उस दाग को धोए हटाए और असल जो कल्प्रिट्स है उनको सामने लाया जाए सामन यह मेरी अब तक की गुजारिशा थी मुझे अपने चैनल को अपनी मोहब्बतों और दुआओं में याद रखिएगा मिलते हैं छोटे से वक्फ के बाद

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