गीता में कहा गया है कि जब नास मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है और टेररिस्ट को जब मरना होता है वह भारत की तरफ आता है दिस इज योर कैप्टन स्पीकिंग आई रिग्रेट टू इफॉर्म यू कि ये प्लेन हाईजैक हो चुका है जी आज हम टेररिस्ट और गीता की बातें इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्होने गीता पढ़ी होती तो कुछ भी करते लाइफ में पर कभी टेररिस्ट नहीं बनते सीरीज का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट इसकी स्टार कास्ट है इंडिया के पास्ट प्रेजेंट और फ्यूचर एक्टिंग के स्टॉल वर्ड एक ही सीरीज में है ऐसी स्टार कास्ट लेकर आप कभी खुशी कभी गम भी बनाओगे तो वो भी गॉड फादर लगेगी ओह माय गॉड i 814 एक सिक्स एपिसोड्स एज अ थ्रिलर है जिसमें एक्टर्स ने अपने गॉड लेवल परफॉर्मेंस से इस सीरीज को और भी इंटरेस्टिंग बना दिया है द नदार हाईजैक को इंडियन हिस्ट्री का सबसे ज्यादा दिनों तक चलने वाला हाईजैक कहा जाता है यह तो इंडिया था इसलिए मिशन सक्सेस हुआ अगर कोई दूसरा देश होता तो पूरे मिशन की वाट लगा देता आईसी 814 सीरीज बेस्ड है ऑन द कांधल हाईजैक एक प्लेन काठमांडू नेपाल से 170 पैसेंजर्स के साथ दिल्ली के लिए उड़ान भरता है और दिल्ली लैंड करने से पहले ही हाईजैक हो जाता है प्लेन को टेररिस्ट पाकिस्तान ले जाने के लिए पायलट को बोलते हैं पर प्लेन में इतना फ्यूल नहीं होता दिल्ली तक के लिए तो भाई रिफ्यूलिंग के लिए इंडिया में ही लैंड करना जरूरी हो जाता है और प्लेन को अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड किया जाता है पर टेररिस्ट को डाउट होता है कि ये इंडिया की कोई चाल तो नहीं और वो पायलट से बिना फ्यूल के उड़ने के लिए कहते हैं पाकिस्तान तक बिना फ्यूल के तो मोटरसाइकिल नहीं चलती और यह कहते हैं प्लेन को उड़ा लो बिना किसी फ्यूल के मानो इनके अब्बा ने हवा में पेट्रोल पंप खोल रखा हो वो तो अच्छा हुआ कि पायलट हमारे इंडिया से थे इसलिए जुगाड़ लगा के प्लेन को पाकिस्तान तक ले गए वरना अगर दूसरे देश के होते तो खुद को भी मारते और साथ में प्लेन के पैसेंजर्स और टेररिस्ट भी क्रश हो जाते इसलिए तो इंडियंस की दुनिया में इतनी रिस्पेक्ट है मजा आया फिल्म का डायरेक्शन संभाल रहे हैं अनुभव सिन्हा जो अपने कंटेंट ओरिएंटेड फिल्मों के लिए जाने जाते हैं जिन्होंने भई आर्टिकल 15 थप्पड़ जैसी फिल्मों से अपने आप को साल दर साल तक प्रूफ किया वोह तो इनकी और शाहरुख खान की रावन फ्लॉप हो गई थी वरना आज ये इंडिया के वन ऑफ द बेस्ट एक्शन फिल्म डायरेक्टर होते क्या पता फिर शायद केजीएफ में सलमान खान और पुष्पराज में आमिर खान प्ले कर रहे होते मैं झुकेगा नहीं इसीलिए साउथ फिल्म्स के डायरेक्टर अच्छे-अच्छे कंटेंट बना पाते हैं क्योंकि भाई उनके एक फ्लॉप के बाद उन्हें साइडलाइन नहीं किया जाता इंडस्ट्री के एक्टर्स और प्रोड्यूसर्स उनको पूरा सपोर्ट करते हैं तब जाके इंडस्ट्री से राजामौली और संदीप रेडी वांगा जैसे डायरेक्टर्स निकलते हैं और फिल्म बनाने का सबसे इंपोर्टेंट पर्सन ही डायरेक्टर होता है फिल्म की राइटिंग त्रिशांत श्रीवास्तव ने की है जिनकी वेब सीरीज जाम तारा को ऑडियंस ने बहुत पसंद किया था और इस फिल्म की राइटिंग भी इंटरेस्टिंग लग रही है नसरुद्दीन शाह पंकज कपूर मनोज पावा अरविंद स्वामी कुमुद मिश्रा दिव्यां भट्टाचार्य और विजय वर्मा इतने अच्छे एक्टर्स एक साथ लास्ट टाइम गैंग्स ऑफ वासप में और जानवी कपूर की उलझ में दिख रहे थे गैंग्स ऑफ वासप एक इतिहास बन गई और उलज को शेर बिल्ली और चूहे खा गए इतने अच्छे एक्टर्स को एक साथ लेकर कोई सीरीज बनाई जा सकती है एक फिल्म में इतना टैलेंट दिखाने में टाइम और स्क्रीन दोनों कम पड़ते हैं अगर ये सीरीज चलती है तो ऐसे टैलेंटेड एक्टर्स स्टार कास्ट से भरी सीरीज फ्यूचर में और भी देखने को मिल सकती है क्योंकि ऑडियंस को बॉलीवुड की फिल्में देखने का कोई मूड नहीं है ऑडियंस अब वही देख रही है जो किल जैसे ओरिजिनल और कल्की जैसे इवेंटफुल हो आईसी 814 द कंधार हाईजैक एक ऐसी ही प्रॉमिसिफाई पैकेज में एक साथ मिलेगा i 8814 द कंधार हाईजैक एक ऐसी ही प्रॉमिसिफाई तो अगर आप कॉमेडी और एक्शन देख देख देखकर बोर हो गए हैं और कुछ थ्रिलिंग और एक्साइटिंग देखना चाहते हैं तो यह आपके लिए मस्ट वच इसमें आपको इंडियन सिस्टम की कमी और खूबी दोनों दिखेंगी पर एक बात की शोरिय जरूर मिलेगी कि अगर आप भारत से हो तो आपकी जान बचाने के लिए भारत की सरकार सिर्फ रशिया और यूक्रेन तक नहीं सूरज और चांद तक भी पहुंच सकती है तो अगर आपने सीरीज देख ली तो मुझे कमेंट्स में जरूर बताइए आपको कैसी लगी और भा ऐसे ही लेटेस्ट रिव्यूज के लिए मूवीज के लिए न्यूज़ के लिए बने रहिए रूप्स रिव्यू के साथ और मैं आपसे फिर मिलती हूं तब तक के लिए बायबाय