लाइट्स कैमरा रिव्यू वेलकम बैक टू ऑसम एटिक्स मैं हूं मिस्टर ऑसम और आज हम बात करने वाले हैं एक रियल लाइफ इंसिडेंट पे बेस्ड सीरीज की जो हम सबके लिए एक नाइटमेयर था इसका नाम है i 814 द कांदा हार हाईजैक यह सीरीज कल ही रिलीज हुई है दैट इंसिडेंट सो लेट्स गेट स्टार्टेड पले बात करते हैं इस सीरीज के ओवरऑल प्लॉट के बारे में आई 814 एक ऐसा गैसली इवेंट था जो 24 दिसंबर 1999 को हुआ था जब काठमांडू से नेपाल जाने वाली इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट i 814 को पांच टेररिस्ट ने हाईजैक करके कांदा हार ले गए थे इस सीरीज में इसी हॉरिफाइंग इंसिडेंट को कैप्चर किया गया है ट्राइम टू स्टे ट्रू टू द इमोशंस एंड टेंशंस ऑफ़ द टाइम मेकर्स ने कोशिश की है कि सभी की मोमेंट्स को लाइक नेगोशिएशंस पैसेंजर ऑडियल्स एंड गवर्नमेंट की हेल्पलेसनेस को ऑथेंटिक तरीके से दिखाया जाए स्टोरी लाइन की बात करें तो सीरीज ने इंसिडेंट के हर एंगल को कवर करने की कोशिश की है फ्रॉम पैसेंजर्स सफरिंग्स टू गवर्नमेंट के टॉप लेवल नेगोशिएशंस और टेररिस्ट के प्लांस एवरीथिंग सीरीज ने कुछ एक्सटेंट तक रियल इवेंट्स को फॉलो किया है और कहीं-कहीं पे क्रिएटिव लिबर्टी भी ली है टू इंगेज द ऑडियंस रियल फैक्ट्स के बारे में बात करें तो हाईजैक में इवॉल्व टेररिस्ट डायरेक्टली पाकिस्तान टेररिस्ट ग्रुप से कनेक्टेड थे और वह चाहते थे कि पैसेंजर्स के बदले उनके कुछ टॉप लेवल टेररिस्ट इंडिया रिहा करें इसके लिए इंडिया को काफी बड़ा डिप्लोमेटिक प्रेशर फेस करना पड़ा एंड एट द एंड दे हैव टू रिलीज दोस थ्री टेररिस्ट सीरीज ने इस एक्सपेक्ट को थोड़ा ड्रामाटाइजिंग एसेंस काफी एक्यूरेट है हाउ एवर कहीं-कहीं लगता है कि मेकर्स ने ड्रामा को थोड़ा ज्यादा हाईलाइट कर दिया है अब बात करते हैं सिनेमेट ग्राफी की सिनेमेट ग्राफी का बहुत बड़ा इंपैक्ट है इस सीरीज को ग्रिपिंग बनाने में इसको रियलिस्टिक टच देने के लिए काफी ज्यादा कमाल के शॉट्स लिए गए हैं पैसेंजर्स के एक्सप्रेशंस कन्फाइंड स्पेसेस में प्लेंस के शॉट्स यह सभी काफी ब्यूटीफुली तरीके से कैप्चर किया गया है डायरेक्शन की बात करें तो पेसिंग थोड़ी अनइवन लगी मुझे स्पेशली द नेगोशिएशन पार्ट्स जहां पर स्टोरी थोड़ी ड्रैग हो रही है एंड वहां पर मूवमेंट काफी स्लो हो रहा है बट ओवरऑल द डायरेक्शन मेनेजेस टू कीप यू हुक्ड एंड स्पेशली एट द फर्स्ट पार्ट वयर द इमोशंस एंड द थ्रिल इज एट इट्स पीक परफॉर्मेंस की बात करें तो विजय वर्मा ने एज अ लीड काफी सॉलिड जॉब किया है एज द पायलट हिमसेल्फ ही हैज ब्यूटीफुली हैंडल्ड हिज कैरेक्टर पूरे सीरीज में उनका एक काम बट टेंस डिमन काफी ऑथेंटिक लगा इस पूरे सीरीज में रिस्ट के रोल में राजीव ठाकुर जिनको हम लोग एज अ कॉमेडियन जानते हैं ही आल्सो डिड गुड ज्यादा इंपैक्टफुल कैरेक्टर नहीं है बट ही हैज मेनेजेस टू होल्ड हिज कैरेक्टर थ्रू आउट द सीरीज वेटरन एक्टर से यह सीरीज स्टडेड लाइक नसीरुद्दीन शाह पंकज कपूर मनोज पाहुआ कुमुद मिश्रा एवरीबॉडी एज पॉसिबल लेकिन जैसे मैंने पहले कहा सिनेमेट लिबर्टी ली गई है टू शो द इंपैक्ट जो कि चलता है आजकल यह सीरीज एक स्टार्क रिमाइंडर है कि टेररिज्म का काफी बड़ा इंपैक्ट होता है नॉट जस्ट टू द डायरेक्ट विक्टिम्स बट आल्सो टू द नेशनल सिक्योरिटी पॉलिसी इंडिया की डिप्लोमेसी और ग्लोबल स्टैंडिंग को एक बड़ा चैलेंज फेस करना पड़ा था और इससे हमें यह सीखने को मिलता है कि टफ डिसीजंस का असर कितना दूर तक जाता है ओवरऑल आई 814 इज अ ग्रिपिंग वच लेकिन थोड़ा फोकस और डिटेल ओरिएंटेड अप्रोच से थोड़ी फास्ट पेस डायरेक्शन से और बेटर किया जा सकता था अगर आपको रियल स्टेट बेस्ड वेब सीरीज पसंद है सो दिस इज वर्थ द वच लेट मी नो इन द कमेंट्स व्हाट आर योर व्यूज ऑन दिस एंड डोंट फॉरगेट टू लाइक शेयर एंड सब्सक्राइब ऑस मैटिक्स मैं मिलता हूं आपसे अगले रिव्यू में बहुत ही जल्द तब तक के लिए कीप वाचिंग एंड हैप्पी बंचिंग