नेपाल से वापस आ रहे थे हनीमून प गए थे तो वापसी आते हुए उसी दिन आना था आठ दिन बाद पहुंचे घर पे वहां पर अंदर एक्चुअली हमें नहीं पता था कि बाहर इतना बड़ा ये हो जाएगा कांड बट अंदर तो उन्होंने दो दिन तो हेड डाउन कराए तो कुछ भी नहीं पता चला कि हुआ क्या हाईजैक का नाम ही नहीं सुना था कभी तो कितने लोग 176 पैसेंजर्स थे उसमें और क्रू एक्स्ट्रा जो भी थे पांच थे हा जी उन्होंने बस जैसे ही फ्लाइट चली और आधे घंटे बाद ही उन्होंने उठके बोल दिया कि आपका प्लेन हाईजैक हो गया हेड्स डाउन कर लो तो उसके बाद तो जो सीरीज में दिखाया वैसा ही सब कुछ है हम तो सब डरे हुए थे सबकी हालत ही बुरी थी उस वक्त पता ही नहीं चल रहा था कि हो क्या रहा है वो तो नेक्स्ट डे जाके पता चला हमें तो आठ दिन यह भी नहीं पता था कि हम कहां पर प्लेन कहां पर खड़ा है उसके बाहर यहां पर आके इंडिया आके पता चला कि कंधार में थे हम आठ दिन और क्या हुआ अमृतसर में हमें कुछ नहीं पता सिर्फ जो कैप्टन बोलते थे कि अब हम यहां पर लैंड कर रहे हैं थोड़ा इंपैक्ट पड़ेगा संभालना बस यही सुनता था कुछ भी नहीं खाया सिर्फ एक एप्पल छोटा सा मिला था बस कुछ नहीं खाया शुरू के दो दिन थोड़े से टेंस थे बस उसके बाद एक उनमें से जो बर्गर था टेररिस्ट वो थोड़ा फ्रेंडली था उसने थोड़ा क्योंकि पैनिक अटैक हो रहे थे लोगों को उसने थोड़ा फ्रेंडली कपप किया लोगों के साथ तो व थोड़े उनसे गाने भी गाता था अक्षरी भी खिलवा था उससे थोड़ा बेटर रहा क्या हमें तो उन्होंने बहुत कहा कि इस्लाम धर्म अपना लो इस्लाम धर्म बहुत अच्छा है जो एक मेन डॉक्टर था उसम जिसको डॉक्टर के ना से बोलते थे वो बहुत स्पीस देता था कि इस्लाम धर्म को अपना लो हा जी पता नहीं क्यों इसको कंट्रोवर्सी ले रहे हैं एंटरटेनमेंट है उसके हिसाब से देख देखना चाहिए भोला शंकर उनके नाम थे उन्होंने रखे हुए थे और वह बोलते थे तो वह ट्रू है ऐसा कुछ नहीं है कि इन्होंने अपनी मर्जी से बनाया है हां वो भोला शंकर ही बोलते कोड नेम होंगे उनके तो बट भोला शंकर ही थे यह तो कंट्रोवर्सी में आ गया कि इन्होंने बनाया नाम बट वो थे हमने भी सुने हैं वो बोलते थे बोला इधर आओ बोला आएगा शंकर इधर आओ ऐसे करते थे वो हा जी हा जी देख मैं तो मतलब फर्स्ट एपिसोड के बाद तो मैंने बंद कर दी देख पाई बट फिर भी देख ली तो ऐसा लग रहा था कि सेम जो सिचुएशन हुई थी वही सेम दिखाया कुछ अलग नहीं है कुछ एक्स्ट्रा नहीं है कुछ कम नहीं है सब कुछ वैसे गवर्नमेंट थोड़ा बस अमृतसर में चूक गई कमांडो अटैक होना चाहिए था पता नहीं उस पर कैजुअलिटी कितनी होती यह नहीं पता बट होना चाहिए था तो यह मसूद को नहीं छोड़ा जाता हां गवर्नमेंट फेलियर तो था देखिए ये तो हा सब मानेंगे ये तो मानेंगे सब मानते हैं छूटने के बाद हमें तो खुशी थी कि हम तो चलो सेफली आ गए बट यह था कि अगर उस वक्त ही कर देते तो इंडिया से बाहर ही ना जाते अमृतसर से बाहर ही ना निकलते कर देना चाहिए था इनको ब