Story of #telegram Ceo and his arresting| pavel durov की कहानी #shorts #facts

क्या आप टे ग्रा प इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इसके फाउंडर पावेल ड्यूरो के बारे में पावेल ड्यूरोफिट जकरबर्ग भी कहा जाता है क्योंकि उन्होंने रूस का पहला सोशल नेटवर्क वी कांटेक्ट बनाया था लेकिन जब सरकार ने उनसे यूजर्स का डाटा मांगा उन्होंने मना कर दिया नतीजा उन्हें अपनी कंपनी और देश दोनों छोड़ना पड़ा पावेल ड्यूरो ने 2013 में रूस छोड़ दिया और दुबई में शिफ्ट होकर टेलीग्राम लंच किया एक एनक्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप जो सर्विलांस से दूर और बिल्कुल सुरक्षित थी उनकी सोच थी नो सेंसर शिप नो सर्विलांस टे ग्रा पॉपुलर होता गया लेकिन इसके साथ ही यूरो पावरफुल गवर्नमेंट्स के निशाने पर आ गए पावेल ड्यूरो ने अपनी पहचान को सुरक्षित रखने के लिए कभी किसी देश में परमानेंट रेजिडेंसी नहीं ली और व हमेशा ट्रेवल करते रहते हैं अगस्त 2024 में ड्यूरोफिट शिप को ना मानने की वजह से अथॉरिटीज का कहना है कि यह एक लीगल मैटर है लेकिन ड्यूरोफिट इसे एक और अटैक मान रहे हैं फ्री स्पीच के खिलाफ आप लोगों की क्या राय है इस मुद्दे पर कृपया कमेंट में बताइए

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