दबाव में है पुतिन रोज नए इलाकों पर कब्जा कर रहे हैं जेलेंस्की को चाहिए नए हथियार जो लंबी दूरी की रेंज तक वार कर सके लेकिन अभी तक नेटो से जेलेंस्की को खुश करने वाली खबर नहीं मिली बस बड़ी-बड़ी बातें मिल रही हैं यूकन नीड्स मोर मिलिटरी सपोर्ट नाउ द क्स्ट वे टू एंड दिस वर इज टू प्रोवाइड वेपन टू यूकन प्रेसिडेंट पुतिन मस्ट रिलाइज दैट ही कैनॉट विन ऑन द बैटलफील्ड ब मस्ट एक्सेप्ट अ जस्ट लास्टिंग पीस व यन प्रवे अस सोन एंड इपें नेशन आई कॉल ऑन ल आला टू कंटिन्यू देर वाटल सपोर्ट एस्पेशली इन दिस डिफ फेस ऑफ द वर नेटो वादे खूब करता है लेकिन फुटकर में हथियार देकर यूक्रेन पर बड़ा एहसान जताता है जेलेंस्की का नया खौफ यह है कि नेटो के चक्कर में पड़कर उसकी आधे से ज्यादा फौज खत्म हो चुकी है हर जगह रिजर्व से काम चलाया जा रहा है चाहे खार कीफ का फ्रंट हो या फिर नेस्क का जेलेंस्की को रोज पता चलता है कि अब कोई नया शहर पुतिन का टारगेट बन चुका है ऐसा इसलिए क्योंकि पुतिन ने इस वक्त युद्ध को तेज करने का फैसला किया जेलेंस्की के ऑपरेशन कुर्स के जवाब में पुतिन ने अब यूक्रेन के दो शहरों को बड़ा टारगेट बना लिया है और इस वक्त इन दोनों शहरों में पुतिन की सेना ने आग लगा दी है एक है पोकॉक और दूसरा है पोल् तोवा दोनों शहरों को लेकर जेलेंस्की बहुत ज्यादा घबराए हुए इन दोनों शहरों का फ्रंट अलग है एक दूसरे से 250 किलोमीटर दूर है लेकिन यह दोनों यूक्रेन की सेना के बड़े सप्लाई सेंटर है इन दोनों शहरों को घेरने वाली फौज की पुतिन ने फिर तारीफ की है पुतिन ने बताया है कि कैसे उनका हर सैनिक फ्रंटलाइन पर रोज रूस के झंडे गाड़ रहा है इसलिए नए शहरों पर बढ़ता खतरा देखते हुए जेलेंस्की को बड़े भारी भरकम हथियारों से बहुत बड़ी मायूसी हाथ लगी है वह अब गोरिल्ला युद्ध लड़ना चाहते हैं इसलिए उनकी फौज को ऐसे हथियारों से लैज किया जा रहा है जो छोटे हथियारों का बेहतर इस्तेमाल करके पुतिन की फौज को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचा सके यूक्रेन के शहरों को टारगेट करने के लिए पुतिन अब अपनी खतरनाक शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल इस्कंदर का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं 500 किमी रेंज वाली स्कंदर मिसाइल जहां गिरती है वो 700 किलो वाले विस्फोटक से धमाका करती है इस मिसाइल से यूक्रेन में सबसे ज्यादा हमले अंजाम दिए गए हैं यह मिसाइल जहां गिरती है वहां यह हाल होता है यूक्रेन का दावा है कि यह मिसाइल क्राइम या से दागी गई जहां से पलता की दूरी 430 किमी है अब सवाल उठ रहा है कि पुतिन ऐसे शहरों को टारगेट क्यों कर रहे हैं जो डायरेक्ट फ्रंट लाइन पर नहीं है यानी पलता के अलावा पोकरस्टार्स किया जा रहा है वह भी ऐसी बमबारी के जरिए जिसे देखकर यूक्रेन के सैनिकों के पैर कांपने लगे पोकरस्टार्स से 60 किमी दूर है और इस वक्त पुतिन ने इस शहर को तीन तरफ से घेरा हुआ है जबकि पलता की खर्कीव से दूरी 130 किमी है और इस वक्त रूस की सेना कारकी को किसी भी सूरत में जीतना चाहती है यही वजह है कि पुतिन ने इस मोर्चे पर बड़ दबाव बनाया हुआ है इसमें कोई शक नहीं है कि पुतिन की वॉर फैक्ट्री को भी मदद मिल रही है जैसे जेलेंस्की के युद्ध की बैटरी नेटो चार्ज कर रहा है ठीक वैसे ही पुतिन के युद्ध को उत्तर कोरिया ईरान और चीन से ऑक्सीजन मिल रही है यह बात नेटो भी बहुत अच्छी तरह जानता है द वर डेमेट द आवर सिक्यूरिटी इ नॉट रीजनल इट इ ग्लोबल इरान एंड नॉर्थ कोरिया आर प्रोवाइड ड्रोन अनि एंड मोर एंड चाइना हैज बिकम अ िव नेबलर ऑ रया वर अगेंस्ट यूक्रेन थ्रू इट्स नॉन लिमिट पार्टनरशिप एंड सपोर्ट फॉर रश डिफेंस इंडस्ट्रियल बेस अभी तक यूक्रेन की फ्रंटलाइन पर पुतिन की आर्टिलरी और अटैक हेलीकॉप्टर एक्टिव रहे हैं लेकिन ईरान से मिले ड्रोन और फिर रूस की अपनी ड्रोन इंडस्ट्री ने वॉर जोन को पलट कर रख दिया है नेटो से मिलने वाली मदद को पुतिन ने बहुत चालाकी से काउंटर किया है पुतिन की ड्रोन पोस्ट ने भी पूरे की नींद उड़ाकर रख दी है हर जगह यही चर्चा हो रही है कि रूस के डोन कैसे जेलेंस्की की सेना को लगातार टारगेट कर रहे हैं चाहे व कुर्स हो नेस्क हो या फिर रकी का फ्रंट इस वक्त रूस के दो ड्रोन लैंसेट और ईरान से मिले शाहिद 136 ने युद्ध को पुतिन के हक में पलट कर रख दिया है क्योंकि अब ऐसे ड्रोन मॉस्को के आसपास बने मिलिट्री इंडस्ट्रियल [संगीत] पूरी दुनिया जानना चाहती है कि फरवरी 2022 में जो युद्ध यूक्रेन में शुरू हुआ क्या रूस उसका अंत सितंबर 2024 में जीत के साथ करेगा या फिर यह जंग 2025 में भी जारी रहेगी चेक गणराज्य की राजधानी पराग में नीली और पीली छतरी लेकर लोगों ने प्रदर्शन किया और यूक्रेन को बचाने के लिए अलग-अलग तरह से अपनी बात दुनिया तक पहुंचाने की कोशिश की यूक्रेन का राष्ट्रीय गान गाकर बताया कि वह जेलेंस्की के साथ है और रूस के हमले को वह कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे यह लोग चाहते हैं कि यूक्रेन का साथ देने के लिए ना सिर्फ नेटो आगे आए बल्कि पूरा यूरोप जेलेंस्की के साथ खड़ा हो यन द राइट टेंड इटफ एडिंग टशन न बर एक तरफ अमेरिका युद्ध को बढ़ाने के लिए अरबो डॉलर का फंड लगातार जारी कर रहा है तो दूसरी तरफ जेलेंस्की के पास लड़ने के लिए फौजी खत्म हो चुके हैं जेलेंस्की के युद्ध की प्लानिंग पेंटागन में हो रही है यह इल्जाम रूस लगातार लगाता रहा है और यही वजह है कि सरात में हुए हमले हो या फिर जेलेंस्की का ऑपरेशन कुरस्क यूक्रेन की तरफ से रूस के अंदर जो भी हमले हुए हैं उसमें खासतौर से पुतिन को बहुत बेइज्जत करने की कोशिश की जेलेंस्की ने यह बार-बार साबित किया है कि उनकी फौज रूस के अंदर घुसकर मारने की ताकत रखती है इसलिए ऐसे हमलों के बाद पुतिन भी प्रेशर में होंगे इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता