फर्क यह रहा कि पहले पैरालंपिक्स में मुझे भी विश्वास नहीं था और शायद देश को भी पता नहीं था कि बैडमिंटन में क्या मेडल्स आएगी और मेरे लिए मेरा परफॉर्मेंस क्या होगा सो दैट वाज अ डिफरेंट काइंड ऑफ फीलिंग कमिंग हियर एज वर्ल्ड नंबर वन एंड एज वर्ल्ड चैंपियन द प्रेजर एंड एक्सपेक्टशंस अपॉन माय सेल्फ मैं भी एक्सपेक्ट कर रहा था कि मैं अच्छा करूंगा सो आई थिंक इट वाज अ डिफरेंट काइंड ऑफ चैलेंज वेर इन यू आर ट्राइट डू वेल नोइंग दैट यू हैव डन वेल बिफोर सो आईडियली आई वुड हैव लाइक टू विन गोल्ड मेडल जैसे हर खिलाड़ी का सपना होता है तो सिल्वर पाने से एक मिक्स्ड फीलिंग होती है गोल्ड से चूकने का एक दुख होता है बट एट द सेम टाइम जब थोड़ा फीलिंग सिंकिंग होती है तो देन महसूस होता है कि पैरालंपिक में क्वालीफाई करना ही इतनी बड़ी बात होती है देश के लिए खेलना इतनी बड़ी बात होती है और उसके बाद सिल्वर पाना भी मुझे लगता है कि अपने आप में एक बहुत खुशी और गर्व की बात है आई एम एक्सट्रीमली हंबल्ड एंड आई एम एक्सट्रीमली ग्रेटफुल हम जब छोटे थे हम कभी सोचते नहीं थे जिंदगी में कि जिंद जिंदगी की सफर यहां तक हमें ले आएगी सो बहुत ही अच्छा लग रहा है