5 जून 2024 nasa's ू आर स्टक न द इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन कुड बी इन ऑर्बिट फॉर ए मोर मंथ्स अब ये दोनों एस्ट्रोनॉट्स 2025 में वो भी फरवरी के एंड में वापस लौटेंगे वो भी एक नए स्पेसक्राफ्ट से जो कि स्पेसएक कंपनी का होने वाला है यानी कि एलन मस्की कंपनी का होने वाला है तो एक बात समझ में नहीं आई कि ऐसा क्या हुआ इस स्पेसक्राफ्ट में कि इनका मिशन इतना लंबा हो गया और इस बार और जिसमें यहां पर प्रॉब्लम्स देखने को मिली और एक चीज और जानने की कोशिश करते हैं क्या इससे पहले भी कभी ऐसा कुछ हुआ है कि कोई एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में एक लंबे समय के लिए फंस गया हो तो इन सारी चीजों को इस वीडियो में जानने की कोशिश करते हैं सुनीता विलियम्स सुनीता विलियम्स सुम सुनीता वियम सुनीता विलियम्स इस वक्त अंतरिक्ष में फंसी हुई है और पूरी कोशिशें की जा रही है कि जल्द से जल्द उनको वापस धरती पर लाया जाए यह मिशन नासा के लिए काफी इंपोर्टेंट होने वाला था क्योंकि nasa's को आईएसएस यानी कि स्पेस स्टेशन में ले जाने और वापस लाने के लिए क्योंकि आप लोग को पता है अमेरिका और रशिया के रिलेशन सही देखने को नहीं मिलते और रिसेंटली तो जब रशिया यूक्रेन वॉर हुआ तो रिलेशंस और बहुत ज्यादा बर्बाद ही देखने को मिले हैं तो जिसके बाद नासा ने तो बिल्कुल कंफर्म ही कर लिया है कि वो रशिया के स्पेसक्राफ्ट पे तो रिलाय नहीं होने वाला है फिर 2020 में एलन मस्क की स्पेसएक कंपनी का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट है उसको नासा ने यूज करा और एस्ट्रोनॉट को उसके थ्रू ले जाना और वापस लाना शुरू कर दिया लेकिन नासा ने रिलाइज करा फिर से कि एक अमेरिकन कंपनी के ऊपर पूरी तरीके से डिपेंडेंट हो जाना वोह भी एक एक ऐसा एंटरप्रेन्योर जिनके बारे में भी कहीं ना कहीं आपको न्यूज़ सुनने को मिली जाती है तो nasa's की स्पे x कंपनी का स्पेसक्राफ्ट को यूज ही नहीं करना बट ये चाहता था कि उसके पास एक और अल्टरनेटिव ऑप्शन बना रहे तो इस बार नासा ने क्या करा बोइंग कंपनी को एक कांट्रैक्ट दिया और उसको अपने कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के अंदर इवॉल्व कर लिया और बोइंग कंपनी ने अपना एक स्टार लाइनर स्पेसक्राफ्ट को बनाया ये वही स्पेसक्राफ्ट है जो कि रिसेंटली सुनीता विलियम एंड बैरी विलमोर ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में पहुंचने के लिए यूज करा जैसे ही ये स्पेसक्राफ्ट आईएसएस पहुंचा और जैसे ही ये डॉकिंग प्रोसेस स्टार्ट होने वाला था स्पेसक्राफ्ट को जोड़ा जाता है तो उसको हम डॉकिंग कहते हैं तो डॉकिंग के समय क्या देखने को मिला पा थ्रस्टर्स ने काम करना बंद कर दिया था उनके अंदर कुछ मैल फंक्शनिंग देखने को मिली और साथ ही इस स्पेसक्राफ्ट में हीलियम की लीकेज भी देखने को मिली और भी मल्टीपल एरर्स देखने को मिले जिसकी वजह से पहली बार में ये डॉकिंग प्रोसेस सक्सेसफुल नहीं हुआ उसके बाद मल्टीपल प्रोसेस यहां पे देखने को मिले लेकिन फाइनली ये डॉकिंग सक्सेसफुल हो गई और ये दोनों एस्ट्रोनॉट्स इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के अंदर सही सलामत पहुंच गए लेकिन यहां पे इस डॉकिंग प्रोसेस में यह देखने को मिला कि अब यह जो स्पेसक्राफ्ट है यह सही से काम नहीं कर रहा अगर लाने की कोशिश करी तो हो सकता है कि रास्ते में कुछ ऐसी मैल फंक्शनिंग देखने को मिले या कुछ ऐसे इश्यूज देखने की मिले जिसकी वजह से बहुत कुछ गलत हो सकता है तो डॉक पोर्ट है जिसमें ये जो स्पेसक्राफ्ट अटैच होता है जब तक वह खाली नहीं होगा तो दूसरा स्पेसक्राफ्ट पहुंचेगा कैसे और डॉकिंग कंप्लीट कैसे होगी तो इसको सितंबर में अनलॉक करा जाएगा और यह स्पेसक्राफ्ट वापस पृथ्वी पर लौटेगा लेकिन इस बार ये कोई भी एस्ट्रोनॉट्स को वापस लेके नहीं आएगा अब देखते हैं कि बोइंग कंपनी का जो स्पेसक्राफ्ट है जिसमें नासा ने इतना ज्यादा पैसा खर्च करा है रिसर्च करी है क्या यह सक्सेसफुली वापस आ पाएगा क्योंकि जैसे ही स्पेसक्राफ्ट वापस आ जाएगा को लच करेगा जो कि अब स्पे एक कंपनी के ही मतलब एलन मस्क की कंपनी के साथ उन्होंने कंफर्म कर दिया है कि उनका जो फेमस ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट है उसी को यूज करा जाएगा इन एस्ट्रोनॉट्स को लाने के लिए n हैड द ब एंड सनी विट वि कने फरी अब नासा ने क्लियर कर दिया है कि कोई बात नहीं 6 महीने के लिए 8 महीने के लिए फस गए हैं वहां पर ये साइंस एक्सपेरिमेंट्स करेंगे और भी बहुत सारा रिसर्च वर्क करेंगे ये प्रॉपर फुल टाइम क्रू पैसेंजर्स की तरह तरह ही वहां पे काम करेंगे कोई दिक्कत वाली बात नहीं है मैं आप लोगों को एक चीज और बता दूं यह कोई पहला मिशन नहीं है कि कोई एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में फंस गया हो इससे पहले भी 2022 में सितंबर में एक अमेरिकन एस्ट्रोनॉट फ्रैंक रोबो वो भी एक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर एक मिशन पे गए थे उनका मिशन 180 डेज का होने वाला था यानी कि वोह सितंबर में गए थे और 180 डेज के बाद अपना मिशन कंप्लीट करके वापस आते लेकिन डॉकिंग के टाइम के अंदर कुछ लीकेज देखने को मिली कलेट की और वो 3 71 डेज के बाद वापस आए मतलब 180 डेज का उनका मिशन था और वो 371 डेज के बाद सक्सेसफुली अर्थ पर मतलब पृथ्वी पर वापस लौटे यानी कि आप अंदाजा लगा सकते हैं कि डबल हो गया 180 का अगर आप डबल करोगे 360 मतलब 6 महीने के लिए गए थे और एक साल के बाद वो वापस लौटे तो ऐसा नहीं है कि एस्ट्रोनॉट के साथ पहला मिशन ही देखने को मिला है क्योंकि ये स्पेस है यहां पर कुछ भी हो सकता है तो लेकिन सबसे बड़ी पहली प्रायोरिटी यहां पे क्या रहती है ना कि यह प्रायोरिटी रहती है कि मिशन को कंप्लीट करना है ना कि ये प्रायोरिटी रहती है कि स्पेसक्राफ्ट को वापस लेके आना है जैसे-तैसे लेके आओ यहां पे सबसे पहली प्रायोरिटी ये रहती है ये जो एस्ट्रोनॉट्स हैं जिनको यहां पे भेजा गया है उनको सही सलामत वापस लाना है इसीलिए नासा ने इतना बड़ा डिसीजन लिया कि सारी कोशिश करने के बाद भी कि ये वापस नहीं आ सकते स्पेसक्राफ्ट से क्योंकि कुछ भी हो सकता है तो अब ये नए स्पेस एकस के ही स्पेसक्राफ्ट से वापस लौटेंगे और रिसेंटली नासा ने बताया कि उन्होंने अभी ही रिसेंटली कुछ टाइम पहले एक फूड सप्लाई का पैकेज वहां पे भेजा है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में जो 82 200 पाउंड्स का था जिसमें फूड सप्लाई ऑक्सीजन वाटर सारी चीजें देखने को मिली और नासा ने यह भी कह दिया कि उन्होंने 2024 के एंड में स्पेक्स के थ्रू एक और मिशन को प्लान कर रखा है और उनको प्रॉपर फूड सप्लाईज को दोबारा से भेजा जाएगा तो नासा यह कंफर्मेशन दे रहा है कि ऐसी कोई भी बात नहीं है यह दोनों एस्ट्रोनॉट्स प्रॉपर पृथ्वी पर वापस लौटेंगे लेकिन इनको 2024 में वापस नहीं लाया जा सकता