[संगीत] हो जा जरा मतलबी दुनिया की सुनता है क्यों खुली भी सुन ले कभी मतलब हो जा जरा मतलब दुनिया की सुनता है क्योंकी भी सुनले कभी कुछ बात गलत भी हो जाए कुछ देर भी ये भीख जाए बे फिकर धड़कन है इस तरह से चले शोर गूंजे यहां से वहां सूरज डूबा है यारो दो गुट नश