अगर हुकूमत का काम सिर्फ ये है कि आज हमें किसको बंद करना है खान ने हमसे यह किया था माहौल खराब किया था तो उसके जवाब में ने पत्थर का जवाब पत्थर से ईट का जवाब ईट से दें तो एक दिन के लिए आप लोग खुश होंगे लेकिन कल मैं और आप उसी जेल में होंगे और [संगीत] हम जब खान साहब वजीर आजम था मेरा कोई जाती मुखालिफत नहीं था इतना ही था कि जो सिस्टम जो आईन जिस जम्हूरियत के लिए मेरे जमात ने मेरे खानदान ने कुर्बानियां दी हैं उन्होंने इसलिए दिया था ताकि ये हाउस चले ये जमू जम्हूरियत चले ये पार्लिन चले