ढाई साल के रूस यूक्रेन युद्ध के सबसे मारक हमलों में से एक 3 सितंबर को यूक्रेन में हुआ यह हमला हुआ यूक्रेन के पोल्टावा शहर में रूस ने दो बैलिस्टिक मिसाइल यहां पर दागे जिनमें 50 से ज्यादा आम नागरिक जो है वह मारे गए और 200 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं मिसाइल सीधा पोल्टावा मिलिट्री इंस्टिट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस की इमारत में लगी इमारत के कई माले ढह गए कई लोग मलबे में दब गए बगल के अस्पताल को भी जबदस्त नुकसान हुआ कम से कम 10 रिहायशी अपार्टमेंट बिल्डिंग्स को भी नुकसान हुआ है राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं ये इंस्टिट्यूट क्यों अहम है ये इंस्टिट्यूट इसलिए अहम है क्योंकि यहां पर सैन्य अफसरों को कम्युनिकेशंस एंड इलेक्ट्रॉनिक्स और ड्रोन ऑपरेशंस के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है और ये जो स्किल्स है इस रूस यूक्रेन युद्ध में बेहद अहम स्किल माने जाते हैं पोल्टावा जो है वो कीव से करीब 350 किमी दक्षिण पूर्व में कीव और खर्कीव के बीच मुख्य रेल रूट और मुख्य हाईवे पर है और यहां पर यह हमला हुआ है अहम शहर है यह लेकिन रात होते-होते रूस ने दो और अहम शहरों पर यूक्रेन के हमला किया है यह है लविव और क्रीव री यहां पर रिहायशी इलाकों में हमले की खबर है लवी से जो खबर आई है उसके मुताबिक यहां पर तीन लोग मारे गए 35 से ज्यादा घायल हुए कुछ गंभीर रूप से घायल हैं इनमें बच्चे भी शामिल हैं यूक्रेन के रूस अ के कुर्स के कुछ इलाकों पर अ कब्जा करने के बाद जानकार यह मान रहे थे कि रूस के हमलों में कमी आएगी वो बड़ी संख्या में सैनिक जो है वो कुर्स की तरफ मोड़े लेकिन असल में ऐसा हुआ नहीं है रूस जो है और भी तेजी से हमले कर रहा है कुछ इलाकों में बहुत तेजी से आगे बढ़ भी रहा है और सबसे ज्यादा खतरा यूक्रेन के पोक्र वोस्क शहर पर बताया जा रहा है जो यूक्रेन की सेना के लिए एक बेहद महत्त्वपूर्ण लॉजिस्टिकल हब माना जाता है यहां से अ सप्लाई लाइंस जो है यहां से बेहद अहम है यहां पर रिइंफोर्समेंट जो है वो सारा कुछ पूर्व के ईस्टर्न फ्रंट जो है वहां पर यूक्रेन के यहां से सप्लाई जाती है और यह बहुत ही अहम शहर है राष्ट्रपति जेलेंस्की ने माना है कि ये बेहद मुश्किल स्थिति है फिलहाल और जानकार कहते हैं कि अगर यह शहर पोकस अगर हाथ से गया तो पूरा का पूरा फ्रंट लाइन जो है ईस्ट में वो क्रंबल कर जाएगा वो ढह जाएगा बहुत बिखर जाएगा फरवरी में ही अ इसके साथ का एक शहर है आडव का यह यूक्रेन के हाथ से निकल गया उस पर ताबड़तोड़ हमले रूस ने किए और यूक्रेन के हाथ से ये निकल गया और इस सबके बीच राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ये ऐलान किया है कि वो कैबिनेट में री शफल करने वाले हैं इस ऐलान के बाद वहां के जो विदेश मंत्री हैं यूक्रेन के कुलेबा उन्होंने अपना इस्तीफा जो है वो भेज दिया है लेकिन कुल मिलाकर यह साफ हो गया है कि कुर्स पर काफी इलाके पर कब्जे के बावजूद शायद ये स्ट्रेटजिकली अ बहुत भारी पड़ जाए यूक्रेन को क्योंकि वह बाकी इलाके लगातार मुश्किल में उसके पड़ते जा रहे हैं और कुछ हाद से भी निकल रहे हैं तो क्या यह बेहतर होगा कि वह कुर्क से पीछे हटे और बाकी जगहों पर जहां पर रूसी सेना आगे बढ़ रही है यूक्रेन में वहां पर सेना लगाए दिल्ली से कादंबिनी शर्मा एनडीटीवी इंडिया