करोड़ों दिलों की मलका और करोड़ों दिलों पर राज करने वाली लेडी डाना कौन थी लेडी डायना की मौत कैसे हुई बतानिया की शहजादी लेडी डाना का जमाय मा और इमरान खान साहब से क्या ताल्लुक रहा उधर बतान हुकूमत ने ऐलान किया है कि वह गैर कानूनी तौर पर बरतानिया में मुकीम पाकिस्तानी समेत कई मुमा के लोगों को मुल्क बदर करने जा रही है बिस्मिल्लाह रहमान रहीम अस्सलाम वालेकुम नाजरीन आप देख रहे हैं खबर गांव और मैं हूं एहत शमर रहमान नाजरीन करोड़ों दिलों पर राज करने वाली करोड़ों दिलों की मलका लेडी डाना इस दुनिया में तो नहीं है 27 बरस कब्लर से जा चुकी है लेकिन आज भी उनका नाम जिंदा है और वह दिलों पर राज कर रही हैं अपनी खूबसूरती की वजह से अपनी खिदमा की वजह से वह आज भी दुनिया में जानी जाती हैं पहचानी जाती हैं और बरतानिया के शाही खानदान अ का नाम रोशन करने का बायस बनी हैं उनकी जिंदगी के हवाले से आज एक खुसूसी रिपोर्ट आप तक पहुंचाने है और तमाम तर तफसील बतानी नहीं आपको कि 27 बरस पहले क्या हुआ था किस तरह से उनकी मौत वाकया हुई थी और लेडी डायना अ थी कौन और एक दौर हुआ करता था जिसे लेडी डायना का दौर कहा जाता है और यह वह दौर था जब सोशल मीडिया नहीं हुआ करता था और वह दौर लेडी डायना के दौर के नाम से मंसूब किया जाता है तो आइए लेडी डायना की शख्सियत के हवाले से जानते हैं और इस हवाले से कुछ तारीखी ह कायक भी आपके सामने रखते हैं नाजरीन करोड़ों दिलों की मलिका बतान में शहजादी लेडी डायना को दुनिया से रुखसत हुए 27 बरस बीत चुके हैं ता ये हकीकत है कि पुर कशिश शख्सियत के मालिक बतान शहजादी डाना आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है और जिंदगी की सबसे बड़ी खूबसूरती यह है कि जिंदगी बे यकीनी है लेडी डाना की जिंदगी ने भी ज्यादा वफा ना की और दुनिया को अपने शहर में मुब्तला रखने वाली यह देव मालाई शख्सियत तूफान की तरह उठी चार दांग आलम शोहरत पाई और जवानी ही में कब्र में यूं उतर गई जैसे दरिया समुंदर में उतरता है नाजरीन लेडी डायना के हवाले से आपको बताएं कि लेडी डाना का पूरा नाम डाना फ्रैंक स्पेंसर था उन्होंने यम जुलाई 1961 को पार्क हाउस सेंड रिंगम नॉर फोक बतानिया में आंख खोली थी डायना स्पेंसर खानदान में पैदा हुई व जॉन स्पेंसर की सबसे छोटी बेटी थी और भाई जैन और बहन सारा उनसे बड़े थे उन्होंने इंग्लैंड और स्विट्जरलैंड से तालीम हासिल की डायना 9 साल की थी के वालिदा को तलाक के बाद बाप ने पाला और 1975 में जब उनके वालिद को अर्ल स्पेंसर का खिताब मिला तो उन्हें लेडी डाना स्पेंसर के नाम से पुकारा जाने लगा तालीम मुकम्मल की तो एक स्कूल में नन्हे बच्चों को वह पढ़ाने लग गई नाजरीन 5 फुट 11 इंच कद की 18 साला डायना अपनी सहेली कमला पारकर के हमराह एक बार रेस कोर्स जा पहुंची रेस में शामिल एक घोड़े के सवार वली अहद बतान में शहजादा चार्ल्स थे यहीं पे शहजादा इन लड़कियों को दिल दे बैठा और डाना से शादी कर ली और कमीला से वादा इस वादे को बाद चार्ल्स ने सच कर दिखाया और सन 2005 में कमीला पार्कर से उन्होंने शादी कर ली फरवरी 1981 में शहजादा चाल से मंगनी का ऐलान करते ही लेडी डाना दुनिया भर के फोटोग्राफरों की अव्वन तरजीह बन गई इस शादी से उनके दो बेटे शहजादा विलियम और शहजादा हैरी पैदा हुए डाना ने 1982 में शहजादा विलियम और 1985 में शहजादा हैरी को जन्म दिया दयाना कहती थी कि बड़ा बेटा बाप पर गया जबकि छोटे बेटे की मुशा बहत मुझसे है वेल्स की शहजादी प्रिंसेस ऑफ वेल्स की हैसियत से डाना ने मलिका की जानिब से शाही फराय सर अंजाम दे र है और मुल्क से बाहर होने वाली तकरी बात में व मलिका की नुमाइंदगी करने लगी खैराती कामों में वह बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया करती थी और इसी वजह से उन्हें शोहरत मिलना शुरू हो गई उन्होंने एड्स कैंसर और जहनी बीमारियों के हवाले से भी लोगों में शऊर पैदा किया शादी से पहले और बाद में भी डाना आलमी मीडिया पर छाई रही 28 अगस्त 1996 को डायना की चाल से शादी खत्म हो गई और दोनों तरफ से एक दूसरे पर इल्जा मात लगाए गए डायना अच्छी मौस का दिलकश डांसर और हर दिल अजीज टीचर भी थी वह शाही खानदान की पहली दुल्हन थी जो मंगनी से पहले नौकरी करती रही और इस नौकरी की उन्हें तनख्वाह भी मिलती रही लेडी डायना की शहजादा चार्ल्स के साथ शादी 15 बरस तक कायम रही 20 बरस की उम्र में डाना ने वेल्स की शहजादी का खिताब हासिल किया लेडी डाना ने खलीजी जंग के दौरान दिसंबर 1990 में जर्मनी का दौरा किया ताकि वह फौजियों के खानदान से मुलाकात कर सकें नाजरीन पाकिस्तान के हवाले से भी डायना की बड़ी अच्छी यादद हैं डायना पाकिस्तानियों के दिलों में बसती थी वह जहां भी गई उनका वाले हाना इस्तकबाल किया गया शहजादी डायना इस दौरे के दौरान लाहौर तशरीफ लाईए चिराल गई पिशा गई लाहौर में वह बादशाही मस्जिद और कनेट कॉलेज भी गई सन 2019 में शहजादा विलियम और केट मिडलटन ने पाकिस्तान का दौरा किया तो पाकिस्तानियों को लेडी डाना का दौरा याद आ गया लेडी डाना अपनी दोस्त जमाय मा खान की दावत पर सन 1996 और 1997 में भी पाकिस्तान तशरीफ लाए 1995 में उन्होंने बोस्निया की बच्चों के लिए फंड इकट्ठा करने की भी काविश की उन्हें बेशुमार अवार्ड्स और एजाजत से दुनिया भर में नवाजा गया उनकी जिंदगी के आखिरी आठ बरस मुसलसल फलाही कामों में गुजरे और उन्हें अपने कामों की वजह से हमेशा याद रखा जाएगा नाजरीन 31 अगस्त 1997 को डाना पेरिस के होटल से अपने दोस्त ददीथोटा करोड़ों लोगों ने बराह रास्त देखा नाजरीन आज जि दौर में हम रह रहे हैं यह सोशल मीडिया का दौर है लेकिन इस दौर से बहुत पहले के जो दौर है उसे लेडी डायना का दौर कहा जा सकता है लेडी डायना की मकबूल का अंदाजा आज के नौजवान इस बात से लगा सकते हैं कि दुनिया में सबसे ज्यादा तसवीर लेरी डाना की खींची गई डाना की आलमी सतह पर मकबूल का सबब उनकी खूबसूरत शख्सियत थी और तलाक के बाद भी उनकी मकबूल अत में कमी नहीं आई सन 1981 में डायना की बतान में वलीद शहजादा चार्ल से शादी की तकरी बात को दुनिया भर में 70 करोड़ से जयदा अफराद ने देखा था और नाजरीन आखिरी रसू मात के वक्त लंदन में बकिंघम के महल के बाहर डायना के परिस्तान की जानिब से उनके लिए 10 लाख गुलदस्ते रखे गए सिर्फ 36 बरस जीने वाली लेडी डाना का शाही खानदान से नाता य तरफा ना था डाना को अगर शाही खानदान की बहू होने से शोहरत मिली तो शाही खानदान को भी लेडी डाना ने पहचान अता की नाजरीन ये थी लेडी डाना की 27 वं बर्सी के मौके पर उनकी शख्सियत के हवाले से एक मुख्तसर सी रिपोर्ट जो हमने आपके सामने रखी 36 बरस उम्र पाने वाली यह खूबसूरत खातून जो कि शाही खानदान की बहू थी यह दुनिया से बहुत जल्द चली गई लेकिन अपना नाम जो है वह अपने अच्छे और नेक कामों की वजह से अमर कर गई नाजरीन बरतानिया से आखिर में आपको बताएं कि एक बड़ी अहम खबर है पाकिस्तानियों के लिए और खबर यह है कि बरतानिया की नौ मुंत लेबर पार्टी की हुकूमत मुल्क में मौजूद गैर कानूनी तारके बने वतन पुना गुजन को वापस उनके आबाई मुमा भेजने का फैसला कर लिया है और पता चला है कि बतान वि कुमत ने तीन साला डिपोर्ट प्रोग्राम के पहले मरहले में रवा साल के आखिर तक 11 मुमा निक के 14000 से जयद तार कीने वतन पनाग जीनों को डिपोर्ट करने की मंसूबा बंदी कर ली है और इस हवाले से बतान विजारत दाखिला ने तार कीने वतन पनाग जीनों को उनके अाई मुल्क भेजने के लिए एक इश्तिहार दिया है जिसमें अगले तीन वर्षों में तार कीने वतन को भेजने के लिए टेंडर सलब किया गया है ट्रांसपोर्टेशन के खराज जात की मदद में तख मीना 1 करोड़ 50 लाख पाउंड लगाए गया जबकि खाना फराम करने के अलावा उनके खानदान और नौकरी की तलाश में मदद फराम करना भी शामिल है और जिन मामाक के तार कीने वतन को वापस भेजा जाएगा उनमें अल बानिया बांग्लादेश इथोपिया घाना भारत इराक जमीका नाइजीरिया पाकिस्तान वियतनाम और जिंबाब्वे भी शामिल है इस तरह से पाकिस्तानियों के लिए भी खतरे की घंटी बज चुकी है जो गैर कानूनी तौर पर बतानिया में मुकीम है नाजर आज के इस लॉग से फिलवक्त इतना हीम रहमान को इजाज दीजिएगा अल्ला