Who planned ouster of Biden from presidential race

जी दोस्तों 10 सितंबर को कैमरा हैरिस और डॉनल्ड ट्रंप के दरमियान एक डिबेट हुआ और अगर आप अमरीकी मीडिया देखें तो अब इसके अलावा तो और कोई बात उनको मिल नहीं रही क्योंकि इलेक्शंस की वहां पर आमद आमद है 5 नवंबर को और इस वक्त डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन ओबवियसली अपनी अपनी ही बातें कर रही है कौन जीता कौन हारा और क्योंकि बहुत अरसे से कैमला हैरिस जो है वाइस प्रेसिडेंट इस वक्त वो अवॉइड ही कर रही थी कोई इंटरव्यू भी नहीं दिया उन्होंने एक दिया बट वो भी अपने जो वाइस प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट है वल्स उनके साथ ही दिया तो को पॉलिसी मैटर्स में चूंकि इतना सब्सटेंस नहीं है तो इस वजह से वो कुछ अवॉइड ही कर रही थी लेकिन यह जो डिबेट हुआ उस परे तो मैं बाद में बात करता हूं पहले मैं एक जो मेरी अपनी असेसमेंट है और जो थोड़ा बहुत मैं समझता हूं अमेरीकी सिस्टम को देखिए जहां तक बाइड का ताल्लुक है जनवरी से कुछ लोगों को इस चीज का आप कह लीजिए कि फीलिंग थी कि बाइड वड नॉट बी द कैंडिडेट डेमोक्रेट्स का कैंडिडेट नहीं होंगे और क्योंकि वह मुसलसल जो ओपिनियन पोल आ रहे थे उसमें कोई खास बेहतरी नहीं आ रही थी ट्रंप है बीन लीडिंग और उसके बाद फिर इकॉनमी के कांटेक्ट में जो ट्रंप ने नैरेटिव बिल्ड किया इलेशन अनम पलय मेंट और इमीग्रेशन खास तौर पर तो यही था कि बाइड जीत नहीं सकते अब बाइड को निकाला कैसे जाए इस रेस से क्योंकि बरल वह प्रेसिडेंट भी है इस वक्त भी है तो एक ट्रेडीशन रही है कि जो प्रेसिडेंट फर्स्ट टाइम प्रेसिडेंट टम प्रेसिडेंट होता है उसी को ही दूसरी टर्म में भी नॉमिनेशन मिल जाती है आसानी के साथ मिल जाती है तो लेकिन ट्रंप को भी निकालना था और फिर किसको लाना है य बड़ा इंपॉर्टेंट था अब अगर ट्रंप प्राइमरी के दौरान ही विड्रॉ कर जाते तो मुमकिन था कि कैमला हैरिस नॉमिनेशन ना जीत सकती डेमोक्रेटिक पार्टी की तो यह एक बड़ा जबरदस्त कैलकुलेटेड प्लान तरीके से बाइड को निकाला गया बाइड को खुद ही मालूम था कि उन्होंने एक वक्त में निकलना है या उन्होंने पहले से अंडरस्टैंडिंग शायद दी भी गई हो लेकिन उनका ख्याल सबका यही होगा कि प्राइमरी जाने दें बाइड को पहला डिबेट भी करने दे और जब डिबेट चक सीएनएन में हुआ और सीएनएन का डिबेट देखिए और एबीसी का डिबेट देखिए तो आपको साफ साफ महसूस मालूम हो जाएगा हालांकि सीएनएन भी प्रो डेमोक्रेटिक पार्टी ही है और प्रो बाइड भी रहा है और प्रो केमला हैरिस भी है लेकिन वहां जो डिबेट हुआ वो कदर न्यूट्रल था जो मॉडरेटर्स थे वोह एक लिहाज से आप कह सकते हैं कि दोनों को दोनों कैंडिडेट्स को बराबर टाइम दे रहे तो व एक था कि जी बाइड को इस डिबेट में हराना ही है और ताकि एक डेमोक्रेटिक पार्टी के अंदर एक ऐसी चीज हो आवाम की जानिब से हो कि जी बाइड अब नहीं इंतखाब लड़ सकते तो लिहाजा इनको विड्रॉ करना चाहिए और चूंकि यह सारा मामला डेमोक्रेटिक जो पार्टी का कन्वेंशन था उससे पहले थोड़ा बहुत हो रहा था और प्राइमरी ऑलरेडी खत्म हो चुकी थी क्योंकि वाइस प्रेसिडेंट भी जो कैमला हैरिस है वो उस टिकट में मौजूद थी तो लिहाजा उसको रिओपन करना बड़ा मुश्किल था कि कौन अब प्रेसिडेंट बाइड की जगह हो तो इट वाज अ फोर गन कंक्लूजन कि कैमला हैरिस ही प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट होगी तो इसको बड़े तरीके के साथ किया गया ये देखने की बात है कि आया बाइड को भी इस सारे प्लान का हिस्सा थे नहीं थे उनको पहले से मालूम था नहीं था या उनको एक लिहाज से आप कह लीजिए कि अप स्टेज किया गया अब यह कहानिया तो खैर चल है लेकिन मेरा अपना ख्याल है जो कैपिटल डेमोक्रेसी हैय बड़ी जालिम है और आप देखि ना जो कैमला हैरिस भी आई है तो कोई प्राइमरी के थ्रू होके नहीं आई ठीक है वो तो प्रेसिडेंट बाइडर के टिकट का हिस्सा तो थी ए वाइस प्रेसिडेंट लेकिन अगर प्राइमरी ओपन हो जाती तो और बहुत से डेमक टिक पार्टी के जो है कैंडिडेट उसमें हिस्सा ले सकते और फिर मुमकिन है कि कैमला हैरिस कैंडिडेट ही ना होती इस वक्त क्योंकि पहले भी इन्होने एक दफा कोशिश की लेकिन प्राइमरी के बहुत शुरू ही में ये विड्रॉ कर गई सस्टेन नहीं कर सकी अपनी अच्छा जहां तक डिबेट का ताल्लुक है बाइड और केमला हैरिस का सॉरी ट्रंप और केमला हैरिस का वो मैं तो जो देखा वो मुझे तो अजीब सा लगा कि अमेरिका में किस तरह हालात चल रहे हैं कोई थ ही नहीं है कन्वर्सेशन की केमला हैरिस वास वेरी प्रिटेंशस व लग रहा था कि इतनी ज्यादा तैयारी करके आई हुई है रटे मारे हुए थे लिटरली उन्होने और हर बात में वो जो है मतलब मुझे इंप्रेस नहीं कर सकी दूसरी तरफ ट्रंप साहब है ट्रंप साहब तो वो भी हवा में ही बातें करते हैं और दोनों तरफ से झूठ चल रहा था और तो इतना को इंप्रेसिव डिबेट नहीं था बात यही है कु सब्सटेंस नहीं था उसमें कैमरा हैरिस का यह था कि उन्होने दिखाना था कि मैं भी बाइड की तरह नहीं हूं मैं डिबेट कर सकती हूं और आई कैन पुट ट्रंप ऑन द डिफेंसिव वो शायद उसमें कामयाब रही और जो लोगों का एक काम तासर य है कि जी केमला हैरिस इस डिबेट से उन्होंने उन्होंने कामयाबी हासिल की इस डिबेट में लेकिन इसमें भी कोई खास फर्क नहीं पड़ता क्योंकि असल जो मामला है वोह तो अनडिसाइडेड वोटर्स का है और उनकी जो इस वक्त परसेंटेज निकल रही है तकरीबन 25 से 28 फीसद लोग हैं जिन्होंने अभी फैसला नहीं किया और फर उसके अलावा भी जो सात बैटल ग्राउंड स्टेट्स है सारा मामला वहीं पर आके रुक जाता है हमें पहले अभी से ही मालूम है कि न्यूयॉर्क में जो केमला हैरिस जीत जाएंगी डेमोक्रेटिक पार्टी का इसी तरह जो है टेक्सस में और फ्लोरिडा में भी ट्रंप जीत जाएंगे असल मामला उन सात बैटल ग्राउंड स्टेट का है जहां पर बड़े कम मार्जिन से पहले भी लोग जीते या हारते रहे हैं पेंसिल्वेनिया खास तौर पर जहां पर 19 डेलीगेट आएंगे 19 वोट आप कह लीजिए वहां पर है तो इसी तरह विस्कंसिन है मैंने सोटा है तो यह वो स्टेट्स है जहां फैसला होगा और इसीलिए सारा फोकस स्टेट प है तो पॉलिसी तो कोई है नहीं क्योंकि जो हैरिस है वो फेल हो गई है उन्होने कोई पॉलिसी अपॉर्चुनिटी इकॉनमी की बात की अब अपॉर्चुनिटी इकॉनमी किस तरह मुमकिन है क्या उसके कंपोनेंट्स होंगे उसको एक्सप्लेन नहीं किया और इसी तरह हम जानते हैं कि ट्रंप जो है वह ठीक है उनका अपना एक वर्ल्ड व्यू है लेकिन बहुत अनप्रिडिक्टेबल है और यही शायद वहां की जो एस्टेब्लिशमेंट नहीं चाहती व ही चाहती है कि कैमला हैरिस जो है वो अगली सदर बने तो अब देखना यही है अगले तीन चार दिनों में मजीद मालूम हो जाएगा दूसरा डिबेट डिबेट अब शायद ना हो प्रेसिडेंट अगर हो भी तो शायद फॉर्मेट उसका तब्दील टाउन हॉल टाइप चीज कोई हो जाए आई डू नॉट नो लेकिन प्रेसिडेंट जो फमर प्रेसिडेंट है ट्रंप वो अब शायद ज्यादा अमिनेबल ना हो कि दूसरा डिबेट कर उनके ख्याल में सारा जो अमरकी मीडिया है बिका हुआ है और बहुत कम ऐसे आउटलेट्स है जो कि जननली न्यूट्रल है थैंक यू वेरी मच

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