कितने पैसेंजर्स है 176 अभी तक कोई डिमांड नहीं आई है नमस्ते दोस्तों अच्छा है और सारी बेहतरीन कास्ट है इसमें विजय वर्मा से लेकर मनोज पाहवा पंकज कपूर कुमुद मिश्रा और सारे टॉप क्लास के एक्टर्स हैं इसमें जो भी अनुभव सिन्हा के फेवरेट हैं वो सारे आ गए हैं इसमें और इतिहास में हो चुकी किसी बुरी घटना पर फिल्म या सीरीज बनाना बहुत चैलेंजिंग काम होता है क्योंकि उसमें फैक्ट्स सही रखने होते हैं और उसमें कुछ भी गड़बड़ ना हो जाए और विजुअल के आधार पर भी बहुत कुछ होना चाहिए उसमें जो कहीं से भी अगर दाएं बाएं होता है तो सीरीज या फिल्म और टफ ट्रैक चली जाती है उस लिहाज से देखा जाए तो अनुभव सिन्हा की काफी तारीफ हो रही है तारीफ के काबिल काम किया भी है लेकिन जो twitter4j एक मामले पर बना बनाई गई है जिसमें भारत सरकार को बहुत दबना पड़ा था अलकायदा वालों ने प्लेन हाईजैक करके कंधार में जाकर उतार दिया था उस टाइम पे कंधार जो कि अफगानिस्तान में है वो सारा तालिबान के कब्जे में था जैसे इस वक्त है और वहां पर अलकायदा के जो आतंकी थे उन्होंने नेगोशिएट करके अपने आतंकी छुड़ा लिए थे तो बहुत ज्यादा शर्मिंदगी की वजह बना था हमारे देश के लिए लेकिन इतने सारे यात्री थे उसमें 174 यात्री थे शायद और उन सबकी जान अटकी हुई थी और यहां की जो जनता है वो भी सरकार के ऊपर पूरा दबाव बना रही थी कि हमारे घर वाले वापस आने चाहिए जल्दी से जल्दी लेकिन एक्स पर अब लोग दावा कर रहे हैं खास तौर से राइट विंग के लोग कि उसमें जो आतंकियों के नाम बताए गए थे उसमें खेला किया गया है आतंकवादियों के नाम मैं बताता हूं उसमें कौन-कौन से थे इब्राहिम अख्तर शाहिद अख्तर सनी अहमद काजी मिस्त्री जहूर इब्राहीम शाकिर वगैरह और बता रहे हैं यह लोग कि इनके असली नाम ना रख के भोला और शंकर और ऐसे अच्छे-अच्छे नाम रखे गए थे चीफ डॉक्टर बर्जर तो यह क्यों किया जा रहा है इसमें तो भोला और शंकर जो कि शिव जी के नाम है इस तरीके से हिंदुओं को बदनाम किया जा रहा है जबकि जिन लोगों ने सीरीज देखी है और थोड़ा सा इतिहास पढ़ा है बहुत पुराना नहीं अभी का और इस हाईजैक कांड के बारे में पढ़ा है वो बहुत अच्छे से जानते हैं कि सच्चाई क्या है एम ईए यानी जो भारतीय विदेश मंत्रालय की वेबसाइट है उस पर भी पूरा ब्यौरा दर्ज है लेकिन लोग जाए कहां हां उसमें सर्च करने के लिए रिसर्च करने के लिए तो बिना सीरीज देखे बिना कोई डाटा देखे भक्त से मुख खोल देते हैं उसमें भी साफ-साफ लिखा है कि असली नाम इनके थे लेकिन इन्होंने अपनी छद्म पहचान बनाई थी कोई अपने असली नामों के साथ थोड़ी प्लेन हाईजैक करेगा तो इन लोगों ने चीफ डॉक्टर बर्जर भोला शंकर इन सब नामों से अपनी अलग पहचान बनाई थी झूठी पहचान बनाई थी जिसके बाद फिर वो प्लेन में दाखिल हुए थे तो यह बहुत ही आसान चीज है अगर समझने वाला है तो बाकी अकल अकल का इस्तेमाल नहीं करना है और विरोध फालतू में ही करते जाना है तो कुछ भी करते रहो सीरीज में आखिरी में बताया गया है इन लोगों के जो असली नाम थे ना आतंकियों के वो भी बताए गए हैं अगर पूरी सीरीज देखी है तो समझ में आ जाएगा और नहीं देखी है तब तो फिर करते रहो बायकॉट कौन रोकने वाला है करते रहो ट्रोल कुल मिलाकर सीरीज काफी अच्छी है जिन लोगों ने नहीं देखी है उनको मैं रिकमेंड करूंगा जरूर देखें अपने देश के बारे में पता होना बहुत ज्यादा जरूरी है और बाकी मेरे इस चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए अभी चलते हैं लौट के मिलते हैं नमस्ते h