Russia Ukraine War : Volodymyr Zelenskyy को मिला खास हथियार | Vladimir Putin | NATO | Joe Biden

चौकाने वाले हथियार सप्लाई कर दी है यूक्रेन में ब्रिटेन का बुलडॉग आ चुका है इसे रूस की सेना को खदेड़ने की ट्रेनिंग दी गई है यूक्रेन के जंगलों में कौन घूम रहा है यह चार पैर वाली अजीबो गरीब चीज क्या है यह दुश्मन के सैनिकों को ऐसे देखता है जैसे कोई नाइट विजन वाली दरबीन टारगेट को ट्रैक करती है आखिर ये चीज क्या है इन फौजियों को क्या मिल गया है जिसे देखकर सामने खड़े दुश्मन के पैर कांपने लगेंगे यह यूक्रेन का नया फौजी जो चार पैर पर चलता है किसी भेड़िए की तरह जो शिकार सूंघता है किसी खोजी कुत्ते की तरह यह जेलेंस्की का ब्रिटिश बुलडॉग ब्रिटिश बुलडॉग यानी ब्रिटेन का खूंखार कुत्ता जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ बुलडॉग हर मोर्चे पर उतार दिया है यह ब्रिटिश बुलडॉग बहुत ज्यादा खतरनाक है इसके मशीनी जबड़ो को देखकर ही रूस की सेना घबरा जाएगी जेलेंस्की ने इसकी गारंटी अपनी सेना को दी है यूक्रेन की सेना अब इस पड़िया नुमा शिकारी को कई फ्रंट पर इस्तेमाल कर रही है यूक्रेन के सैनिक इससे बात करते हैं इसे कमांड देते हैं और ऑर्डर मिलने पर यह दुश्मन पर हमला करने के लिए तैयार हो जाता है इस रोब डॉग को व किसी कुत्ते की तरह पुकारते हैं उसे सहला हैं और यह अपने कमांडर के लिए जान देने के लिए भी तैयार हो जाता है ये ब्रिटिश बुलडॉग 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलता है इसमें लगी बैटरी 5 घंटे तक इसे चार्ज रखती है यह 10 किलो तक का वजन साथ लेकर चल सकता है 2 किलोमीटर की रेंज में इसे रिमोट से चलाया जा सकता है इसकी कीमत 5 से ₹ लाख के बीच है यूक्रेन अब ऐसे रोबोटिक डॉग को युद्ध में इस्तेमाल कर रहा है दुनिया में पहली बार से रोबोटिक कुत्तों का युद्ध में इस्तेमाल हो रहा है जेलेंस्की को यह मशीनी कुत्ते ब्रिटेन ने सप्लाई किए हैं ब्रिटेन यानी नेटो यह कुत्ते रिमोट से ऑपरेट किए जाते हैं और एक तरह से यह जमीन पर चलने वाले ड्रोन है यूक्रेन की सेना को अब तक ऐसे 30 रोबोटिक कुत्ते सप्लाई किए जा चुके हैं यूक्रेन की सेना की हर यूनिट अब ऐसे रोबोटिक कुत्तों से लैज की जा रही है यह जंगल में भी ऑपरेट किए जा रहे हैं यह खंडरई इमारतों से लेकर खेतों में ऑपरेट किए जा रहे हैं यह ऐसे इलाकों पर नजर रखने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं जहां पर बारूदी सुरंग होने का खतरा है इसे किसी सैनिक की तरह ही खास कैमफ्लेज कपड़ों से कवर किया जाता है ताकि दुश्मन की नजर में यह ना आए और इसी के बीच में से इसकी आंख यानी कैमरा एक्टिव रहते हैं जेलेंस्की को ऐसे हथियारों की जरूरत क्यों पड़ी यह बड़ा सवाल है यूक्रेन के अंदर नेटो के टैंक फेल हो चुके हैं अमेरिका से मिले अब्राम से लेकर जर्मनी के लेपर्ड और ब्रिटेन के चैलेंजर टैंक को पुतिन तबाह कर चुके हैं यूक्रेन को अमेरिका की तरफ से मिला f16 लड़ाई के पहले दौर में ही गिर चुका है उसकी एयरफोर्स करीब करीब खत्म हो चुकी है यूक्रेन लगातार नेस्क और खर्कीव के मोर्चे पर दबाव में है पुतिन रोज नए इलाकों पर कब्जा कर रहे हैं जेलेंस्की को चाहिए नए हथियार जो लंबी दूरी की रेंज तक वार कर सके लेकिन अभी तक नेटो से जेलेंस्की को खुश करने वाली खबर नहीं मिली बस बड़ी-बड़ी बातें मिल रही हैं नीड म मि सपोना द क्स्ट ट ए दिस व इट प्रोवाइड वेप टू यन प्रेसें पुन म रिलाइज द नॉट विन ऑन द बील्ड बट मस्ट एक्प्ट अ ज लास्टिंग पीस व नवेल्स ए सोन एंड इपें नेशन आई कॉल ऑन ल अला टू कंटिन्यू दे विटल सपोर्ट एपली इन दिस डिफिकल्ट फस ऑफ द व नेटो वादे खूब करता है लेकिन फुटकर में हथियार देकर यूक्रेन पर बड़ा एहसान जताता है जेलेंस्की का नया खौफ यह है कि नेटो के चक्कर में पड़कर उसकी आधे से ज्यादा फौज खत्म हो चुकी है हर जगह रिजर्व फोर्स से काम चलाया जा रहा है चाहे खार कीफ का फ्रंट हो या फिर नेस्क का जेलेंस्की को रोज पता चलता है कि अब कोई नया शहर पुतिन का टारगेट बन चुका है ऐसा इसलिए क्योंकि पुतिन ने इस वक्त युद्ध को तेज करने का फैसला किया जेलेंस्की के ऑपरेशन कुर्स के जवाब में पुतिन ने अब यूक्रेन के दो शहरों को बड़ा टारगेट बना लिया है और इस वक्त इन दोनों शहरों में पुतिन की सेना ने आग लगा दी है एक है पोकॉक और दूसरा है पोल् तोवा दोनों शहरों को लेकर जेलेंस्की बहुत ज्यादा घबराए हुए हैं इन दोनों शहरों का फ्रंट अलग है एक दूसरे से 250 किलोमीटर दूर है लेकिन यह दोनों यूक्रेन की सेना के बड़े सप्लाई सेंटर हैं इन दोनों शहरों को घेरने वाली फौज की पुतिन ने फिर तारीफ की है पुतिन ने बताया है कि कैसे से उनका हर सैनिक फ्रंटलाइन पर रोज रूस के झंडे गाड़ रहा है इसलिए नए शहरों पर बढ़ता खतरा देखते हुए जेलेंस्की को बड़े भारी भरकम हथियारों से बहुत बड़ी मायूसी हाथ लगी है वह अब गोरिल्ला युद्ध लड़ना चाहते हैं इसलिए उनकी फौज को ऐसे हथियारों से लैज किया जा रहा है जो छोटे हथियारों का बेहतर इस्तेमाल करके पुतिन की फौज को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचा सके यूक्रेन के शहरों को टारगेट करने के लिए पुतिन अब अपनी खतरनाक शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल इस्कंदर का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं 500 किमी रेंज वाली इस्कंदर मिसाइल जहां गिरती है वह 700 किलो वाले विस्फोटक से धमाका करती है इस मिसाइल से यूक्रेन में सबसे ज्यादा हमले अंजाम दिए गए हैं यह मिसाइल जहां गिरती है वहां यह हाल होता है यूक्रेन का दावा है कि यह मिसाइल क्राइम से दागी गई जहां से पलता की दूरी 430 किलोमीटर है अब सवाल उठ रहा है कि पुतिन ऐसे शहरों को टारगेट क्यों कर रहे हैं जो डायरेक्ट फ्रंट लाइन पर नहीं है यानी पलता वा के अलावा पोकस और पोलैंड के करीब लबफ को क्यों टारगेट किया जा रहा है वह भी ऐसी बमबारी के जरिए जिसे देखकर यूक्रेन के सैनिकों के पैर कांपने लगे पकस शहर डॉन बास के बहुत ही अहम शहर ने से 60 किमी दूर है और इस वक्त पुतिन ने इस शहर को तीन तरफ से घेरा हुआ है जबकि पलता की खर्कीव से दूरी 130 किमी है और इस वक्त रूस की सेना कारकी को किसी भी सूरत में जीतना चाहती है यही वजह है कि पुतिन ने इस मोर्चे पर बड़ा दबाव बनाया हुआ है इसमें कोई शक नहीं है कि पुतिन की वॉर फैक्ट्री को भी मदद मिल रही है जैसे जेलेंस्की के युद्ध की बैटरी नेटो चार्ज कर रहा है ठीक वैसे ही पुतिन के युद्ध को उत्तर कोरिया ईरान और चीन से ऑक्सीजन मिल रही यह बात भी बहुत अच्छी तर जानता है वट आवर सेटी इ न नल इट ग्लोबल इरान एंड नथ कोया आर प्रोवा ड्रो अनि एंड मो एंड ना बम एनेलर र व न थ्र इ नॉलिमिट पार्टनरशिप एप रेंस इल बेस ट्रेन की फ्रंट लाइन पर पुतिन की आर्टिलरी और अटैक हेलीकॉप्टर एक्टिव रहे हैं लेकिन ईरान से मिले ड्रोन और फिर रूस की अपनी ड्रोन इंडस्ट्री ने वर जोन को पलट कर रख दिया है नेटो से मिलने वाली मदद को पुतिन ने बहुत चालाकी से काउंटर किया है पुतिन की ड्रोन पोस्ट ने भी पूरे नेटो की नींद उड़ाकर रख दी है हर जगह यही चर्चा हो रही है कि रूस के डोन कैसे जेलेंस्की की सेना को लगातार टारगेट कर रहे हैं चाहे वोह कुर्स को नेस्क हो या फिर खार कीफ का फ्रंट इस वक्त रूस के दो ड्रोन लैंसेट और ईरान से मिले शाहिद 136 ने युद्ध को पुतिन के हक में पलट कर रख दिया है क्योंकि अब ऐसे ड्रोन मॉस्को के आसपास बने मिलिट्री इंडस्ट्रियल [संगीत] कॉम्प्लेक्शन में शुरू हुआ क्या रूस उसका अंत सितंबर 2024 में जीत के साथ करेगा या फिर यह जंग 2025 में भी जारी रहेगी चेक गणराज्य की राजधानी पराग में नीली और पीली छतरी लेकर लोगों ने प्रदर्शन किया और यूक्रेन को बचाने के लिए अलग-अलग तरह से अपनी बात दुनिया तक पहुंचाने की कोशिश की यूक्रेन का राष्ट्रीय गान गाकर बताया कि वह जेलेंस्की के साथ हैं और रूस के हमले को वह कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे नाश यह लोग चाहते हैं कि यूक्रेन का साथ देने के लिए ना सिर्फ नेटो आगे आए बल्कि पूरा यूरोप जेलेंस्की के साथ खड़ा हो यूकन है द राइट टू डिफें इट सेल्फ एंड अकॉर्डिंग टू इंटरनेशनल लॉ दिस राइट ड नॉट एंड अ द बर्डर एक तरफ अमेरिका युद्ध को बढ़ाने के लिए अरबों डॉलर का फंड लगातार जारी कर रहा है तो दूसरी तरफ जेलेंस्की के पास लड़ने के लिए फौजी खत्म हो चुके हैं जेलेंस्की के युद्ध की प्लानिंग पेंटागन में हो रही है यह इल्जाम रूस लगातार लगाता रहा है और यही वजह है कि सरात में हुए हमले हो या फिर जेलेंस्की का ऑपरेशन कुरस्क यूक्रेन की तरफ से रूस के अंदर जो भी हमले हुए हैं उसमें खासतौर से पुतिन को बहुत बेइज्जत करने की कोशिश की गई है जेलेंस्की ने यह बार-बार साबित किया है कि उनकी फौज रूस के अंदर घुसकर मारने की ताकत रखती है इसीलिए ऐसे हमलों के बाद पुतिन भी प्रेशर में होंगे इससे भी इंकार नहीं किया जा [संगीत] सकता m

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