Malaika Arora Khan's Father SECRETS Revealed!

अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही है तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वो 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वो गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट में कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे से रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी सा ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वो बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है व उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप बता रहे हैं कि वो मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वो अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो आता है वो 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का व गस नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वो दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे अ मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट में कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर माम यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लग आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वो सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वो उठे जो उनके जीवन की वो आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस वुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि य सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वो अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वो अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वो आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स है जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 23 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वो गॉसिप नहीं होता बहु सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं ये गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वो दूसरे के साथ नहीं नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट में कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप प के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश् उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वो सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि ये जो कंट्रोवर्सी है वो शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वो उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है कि ये सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं उन्होंने कहा कि नहीं वो अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोग की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आए कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स है जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरी से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या अ पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे अ मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खास का जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं प् के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे ये तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज के जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वोह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वो उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मनः स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बात शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है किय सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने ये कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वो अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल ्र हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मला ने खुद ये कंफर्म किया कि ये मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स है जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बात हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट हैं उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप येय मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर ब आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि ये कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत ब बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वो उठे जो उनके जीवन की वो आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है किय सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वो अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल ा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जान चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वो अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं ये गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो व दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या अ पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे अ मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट हैं उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि य गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर आपको क्या क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि ये कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे ये तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वो उठे जो उनके जीवन की व आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है कि ये सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं व अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कन्फर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने पपजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वो गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं ये गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वोह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट हैं उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप ये मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जानले सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आप से पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे ये तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा ब बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वो उठे जो उनके जीवन की वोह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सब से करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ऑब् वियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का ये कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही है तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल ा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपरा जीी जो है उनके आस पास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स है जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं ये गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्हों ने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मनः स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और और वो अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वो बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है कि ये सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलाइका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वो अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इग्रा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपरा जीी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं ये गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट हैं और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलायका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले व अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वो उठे जो उनके जीवन की वो आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है व यह है किय सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वो अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इग्राम हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल ये आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वो मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आस पास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट हैं उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप यह मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करें जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हमें जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपोर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करें क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वो बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वो बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है किय सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके के पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इग्रा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड हैं और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके फादर है फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 2 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वोह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुईस जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप यह मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि य गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज के जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वो शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मनः स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ऑब् वियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि यह सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इग्राम हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि ये उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो जो शख्स है जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वोह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि ये गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि ये गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करें जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे ये तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है किय सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी व वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वोह मलायका के पिता है तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई ले न घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल ा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर व मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स है इनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट हैं उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट में कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मा को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि य गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूरणीय क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं किय कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करें जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है ये यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वो सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलायका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वह उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल तो वो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वो अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि ये उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स है जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो व अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप मानक चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट में कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि ये कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करें जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार हैं वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का एक कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलाइका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल ा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स है जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वो मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोग ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वोह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उ पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है व यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वह उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि य गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूरणीय क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपने जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह व उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन व बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मला का इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वह उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता मलायका अरोरा के ऑफिशियल इग्राम हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बार क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 27 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं ये गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो व अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वो बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सर नेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता है तो उन्होने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका के ऑफिशियल ्र हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब दे नहीं देना वो आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप येय मानकर चलिए कि वो मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओ को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम दी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वोह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आईम स एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वो बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है किय सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही है तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वो अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल ा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वो आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अन है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो व अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वो मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जनल सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट में कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूरणीय क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वो सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुभाह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वो बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जा जाच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वो आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछ पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो ये मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है व 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट हैं उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप यह मानकर चलिए कि वो मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवाल को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीज से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह व उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि यह सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल में लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वो आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्ट कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगे कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट हैं उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप यह मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि के पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना य हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे ये तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वह भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तो मलायका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन व बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वो बॉलीवुड जो हमें ब जाता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मान कर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वह उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जनरलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वोह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वो आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि ये कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना ये हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वह भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि य सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने ये कहा उनसे पूछा रिपोर्ट कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल ा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वो आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1970 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए ला आजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट हैं उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप यह मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी खबर नहीं तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि य गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी झन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद व सब से गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी रहा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृ हुई क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इग्रा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि ये मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक अगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवाल लो को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वो गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं ये गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या अ पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ ये तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट हैं उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो हम अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि ये कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे ये तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप हां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वो हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि म मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वो अनिल रोर है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता है तो उन्होने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल ा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो हैं उनके आसपास घूमते हैं वो अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वो आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बात हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वो गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं ये गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पाव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट में कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करें जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वोह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोग लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुभाह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुभाह वो उठे जो उनके जीवन की वो आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि य सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका का पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने ये कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इग्राम हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है वह 73 आता तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वो गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वो चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो व अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करें जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे यह तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वो सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वोह भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका अरोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वह उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना 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पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वो अनिल मेहता है तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इा हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद यह कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना यह तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स हैं जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है व 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ वह चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वह दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वो अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो ये जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि यह गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं य पर बैठकर कि आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि यह कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे ये तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम एक जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वोह हो गया अब वो पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रह गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वो उठे जो उनके जीवन की वह आखिरी सुबह थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घर वालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मन स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वो यह है कि ये सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वह वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा है क्योंकि आप यह बता रहे हैं कि वह मलायका के पिता हैं तो उन्होंने कहा कि नहीं वह अनिल मेहता तो यहां से एक सवाल शुरू हुआ फिर इसको लेकर लगातार दो दिनों तक बातें चलती रही लेकिन कहीं से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया कोई कंफर्मेशन नहीं आई लेकिन घटना की शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट आता है मलायका अरोरा के ऑफिशियल इग्राम हैंडल से जिसमें लिखा है पूरा नाम अनिल कुलदीप मेहता यानी एक तरह से मलायका ने खुद य कंफर्म किया कि यह मेहता थे तो फिर एक सवाल यह आता है कि अरोरा सरनेम कहां से आ रहा है और अगर वह मिस्टर अरोरा इस दुनिया में है तो कहां है और अगर नहीं है तो हमने उनके बारे में क्यों नहीं सुना ये तमाम चीजें देखिए एक पब्लिक फिगर से जुड़ी जो चीजें होती हैं और जिसको लेकर पब्लिक का इंटरेस्ट होता है क्योंकि आप जब एक पब्लिक फिगर बनते हैं आप अगर फिल्मों में आते हैं टेलीविजन पर आते हैं आप लोगों से कनेक्ट होते हैं आप लोगों की यादों में बसते हैं लोग आपके बारे में जानना चाहते हैं जाहिर है इतने सारे पपराजी जो है उनके आसपास घूमते हैं वोह अपनी मर्जी से तो नहीं घूमते उन पपराजी को इशारा कहां से मिलता है पब्लिक की तरफ से कि पब्लिक देखना चाहती है और ऐसे में जब इतनी बड़ी घटना होती है तो लोग सवाल तो पूछेंगे जवाब देना नहीं देना वोह आपके हाथ में लेकिन पब्लिक तो सवाल पूछेगी क्योंकि आप पब्लिक से डायरेक्टली कनेक्टेड है और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अगर सच सामने नहीं आ रहा है तो डेफिनेटली इसको लेकर फिर कई और थ्योरी निकल कर आएंगी कुछ लोगों ने कहा कि कोई मिस्टर अरोरा पहले शख्स रहे होंगे यह उनकी दूसरी शादी थी उनकी मां की क्योंकि यह उनके स्टेप फादर हैं फिर यह भी कहा गया कि यह जो शख्स है जिनकी मृत्यु हुई है इनकी डेट ऑफ बर्थ बताई गई 22 फरवरी 1962 22 फरवरी 1962 इस हिसाब से तो यह मलायका से सिर्फ 11 साल बड़े हुए क्योंकि 1973 मलायका का डेट ऑफ बर्थ का जो ईयर आता है व 73 आता है तो यह सब क्या चल रहा था क्या था और कहां है मिस्टर अरोरा एक बड़ा सवाल उन तक कोई खबर नहीं पहुंची या उनकी खबर हम तक नहीं पहुंचाई गई यह भी बातें हैं दूसरा क्या है कि जब आप एक समाज में रहते हैं और एक समाज में ऐसी घटना होती है जो कि अनयूजुअल है ऐसा होता नहीं तो उस पर सवाल जनता पूछती है और सवालों को पूछे जाने का जो मकसद है पीछे का वह गॉसिप नहीं होता बहुत सारे लोग इसको गलत तरीके से भी ले लेते हैं कि यह गॉसिप है जी नहीं यह गॉसिप नहीं है बल्कि यह जानने की कोशिश है कि जो हमारे आसपास एक शख्स रह रहा था क्या उसके साथ कुछ गलत हो रहा था कुछ व चीजों को गलत तरीके से ले रहा था या उसके साथ कोई गलत व्यवहार हुआ या कुछ ऐसा जो नहीं होना चाहिए था यह स्थिति मानसिक शारीरिक स्वास्थ्य किसी को लेकर भी हो सकती है और ऐसे में चिंता करना इसलिए लाजमी है क्योंकि ऐसा कहीं पर नहीं लिखा है कि समाज में जो एक शख्स के साथ हो वो दूसरे के साथ नहीं हो सकता ऐसे में तमाम बातें हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है इन सारी बातों पर अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और देखिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी जो आई है उसमें जिस तरीके से कहा गया कि अंदरूनी चोट है तो वह अंदरूनी चोट किस तरह से लगी क्या पुश किया गया या खुद को उन्होंने गिराया या पांव स्लिप हुआ यह तमाम बातें हैं और इतना वक्त बीत जाने के बाद भी अगर अभी तक अरोरा और मेहता जैसे मामले पर कोई क्लेरिफिकेशन नहीं आया है तो यह जो बात है यह और भी ज्यादा उलझनों को जन्म देती है मेरी फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे लोगों से बात हुई खासकर जो बहुत सीनियर जर्नलिस्ट है उनके पास भी इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है और आप य मानकर चलिए कि वह मेन स्ट्रीम मीडिया में बैठे हुए बड़े लोग जो यह कहते हैं बड़े जर्नलिस्ट सो कॉल्ड बड़े जर्नलिस्ट मैं कहूंगा कि उनके पास हर खबर की खबर है उनके पास भी इसकी कोई खबर नहीं है तो कुल मिलाकर मामला यह है कि जब आप पब्लिक के बीच आते हैं पब्लिक के बीच रहते हैं तो कहीं ना कहीं आपसे पब्लिक का जुड़ाव होता है और आपके जीवन में अगर ऐसी घटना होती है तो पब्लिक इंटरेस्ट लेती है पब्लिक जानना चाहती है बहुत सारे लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले को कुछ बेवजह तूल दिया जा रहा है बहुत सारे लोगों ने कहा कि यह गॉसिप करने का विषय नहीं है तो मैं बताना चाहूंगा कि य गॉसिप नहीं हो रहा है यहां पर कुछ सवालों को तलाशने की कोशिश है और जब हम किसी उलझन में होते हैं तो अपने आसपास के लोगों से ही सवाल पूछते हैं कि मुझे ऐसा लगता है आपको क्या लगता है मैं आपसे पूछ रहा हूं यहां पर बैठकर आपको क्या लगता है निश्चित रूप से परिवार का जो अपूर्ण क्षति हुई है उसके लिए हम समझ सकते हैं कि ये कितना बड़ा दुख है कितना बड़ा दर्द है लेकिन एट द सेम टाइम क्या इसे रोका जा सकता था क्या कुछ ऐसा हो सकता था जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके ईश्वर ना करे जैसी घटना यह हुई है हो सकता है आने वाले समय में किसी और के साथ किसी और के घर परिवार में हो तो क्या हम उसे रोक पाएंगे ये तमाम चीजें हैं जिन पर प्रश्न उठते हैं और ऐसे प्रश्नों को अ जवाब देने का फर्ज हमारा बनता है ऐसे प्रश्नों को अगर हम एड्रेस नहीं करेंगे तो कहीं ना कहीं हम जो हमारी सोशल रिस्पांसिबिलिटी है हम उससे दूर भाग रहे हैं और आप जहां मुझसे मुखातिब है यह सोशल मीडिया है और सोशल मीडिया मतलब समाज की जिम्मेदारी तो समाज की जिम्मेदारी हम अगर समाज में घट रही चीजों से दूर भागकर निभाना चाहते हैं तो शायद वह सबसे गलत तरीका होगा ऐसे में मैं आप लोगों से भी जानना चाहता हूं कि इस तरह की घटना सामने आने के बाद आपके जहन में आपके मन में किस तरह के विचार चला करते हैं और आप इस पूरी घटना से क्या समझ रहे हैं जाहिर है आपके जो विचार है वो भी इंपॉर्टेंट है और मैं जानना चाहता हूं क्योंकि मैं अपने विचार आपके साथ साझा कर रहा हूं तो मैं चाहता हूं कि आप अपने विचार मेरे साथ भी शेयर करें मेरे इस वीडियो के नीचे कमेंट सेक्शन है यहां पर आप लिख सकते हैं मुझे आप लोगों के कमेंट्स पढ़ने का इंतजार रहेगा दोस्तों मलाइका रोरा के पिता के साथ जो होना था वह हो गया अब वो पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं लेकिन पीछे एक सवालों का एक बहुत बड़ा पुलिंदा रहे गया है और अब पुलिस और जांच एजेंसीज उनको धीरे-धीरे निकालने की कोशिश करेंगी क्योंकि यह जो कंट्रोवर्सी है वह शुरू होती है ठीक इस सवाल के साथ कि जिस सुबह उन्होंने अपनी जान दी जैसा कि कहा जा रहा है उससे ठीक एक रात पहले वह अपनी दोनों बेटियों से मिले थे उनके बीच क्या बात हुई थी साथ ही जिस सुबह वो उठे जो उनके जीवन की वो आखिरी सुबह थी थी उस सुबह उठने के बाद भी उन्होंने अपनी दोनों बेटियों से बात की और उन्हें अपनी मन स्थिति के बारे में बताया यानी एक शख्स जब एक रात पहले अपने बच्चों से मिलता है और अगली सुबह उठते ही उन्हें पहला फोन करता है और उनसे कहता है कि मैं बहुत परेशान हूं आई एम सिक एंड टायर्ड तो क्या यह संभव है कि घरवालों को बिल्कुल अंदाजा ही ना रहा हो कि उनकी मनः स्थिति क्या है क्योंकि एक रात पहले अगर आप किसी शख्स से मिल रहे हैं और अगली सुबह फिर आपको फोन करता है आपके सबसे करीबी है और वह अपनी व्यथा बता रहा है कि मैं परेशान हूं तो आप एक सीधा ओबवियस क्वेश्चन बनता है कि क्या हो गया क्या बात है क्या तकलीफ है लेकिन वह बॉलीवुड जो हमें अक्सर रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं वह बॉलीवुड जो हमें बताता रहा है कि रिश्ते क्या होते हैं फैमिली क्या होती है क्या उस बॉलीवुड में रिश्तों को इस तरह से लिया जाता है यह अपने आप में एक सवाल है और यहीं से एक सवाल एक और बड़ा खड़ा होता है जहां से एक बहुत बड़ी कंट्रोवर्सी जो अभी भी चल रही है और खासकर उनके जाने के बाद शुरू हुई और अभी तक चल रही है वह यह है कि यह सरनेम का क्या मामला है कुछ लोगों का यह कहना है कि मलायका अरोरा इस नाम से फेमस रही हैं तो जाहिर है अगर उनके पिता का जिक्र होगा तो लोग मानकर चलेंगे कि इनके पिता का सरनेम भी अरोरा है क्योंकि मलायका की जब शादी हुई थी अरबाज खान से तो उनका पूरा नाम हो गया था मलायका अरोरा खान यानी अरोरा जो जो है वो उनका मेड इन सरनेम है ऐसे में जब पहली बार लोगों को यह पता चला कि इनके पिता की मृत्यु हुई है तो उस बिल्डिंग में जो नेम प्लेट लगी हुई थी वो वहां पर अनिल मेहता के नाम से थी साथ ही एक जर्नलिस्ट एक पुलिस वाले से जब सवाल करता है जो कि वहां पर मौके की जांच के लिए आए हुए थे उन्होंने यह कहा उनसे पूछा रिपोर्टर ने कि जिनकी मृत्यु हुई है क्या वह अनिल अरोरा हैं

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