दिसंबर 24 1999 इंडिया एयरलाइन की एक फ्लाइट नेपाल के काटमांडू से दिल्ली आ रही थी और तभी पाकिस्तान के कुछ आतंकवादी हरकत उलम जाद इन ग्रुप के लोग इस प्लेन को हाईजैक कर लेते हैं फिर उसके बाद कुछ हाईजैकर पायलट कबि में घुसकर कैप्टन देवी शर के ऊपर गन तानकर कहते हैं कि प्लेन को सिर्फ वेस्ट साइड में उड़ाते रहो तो बेसिकली प्लेन की लैंडिंग उनको पाकिस्तान में करवानी थी वो प्लेन को छोड़ने के लिए इंडियन गवर्नमेंट के सामने दो डिमांड रखते हैं उनकी पहली डिमांड थी कि 200 मिलियन डॉलर दे दो हम तुम्हारे पैसेंजर छोड़ देंगे लेकिन उनकी दूसरी डिमांड बहुत बड़ी थी उन्होंने कहा था जो पाकिस्तान के आतंकवादी तुमने इंडियन जेल में कैद कर रखी हैं उन्हें रिहा कर दो फिर उसके बाद तुम्हारे पैसेंजर्स पूरे सही सलामत तुम्हारे पास होंगे और ये हाईजैकिंग पूरी एक हफ्ते तक चली फिर पाकिस्तान एयर कंट्रोलर ने इस प्लेन की लैंडिंग को होने से मना कर दिया फिर कैप्टन देवी शरण उन हाईजैकर से कहते हैं कि प्लेन में फ्यूल खत्म होते जा रहा है हमें कहीं ना कहीं तो लैंडिंग करवानी होगी और रिफ्यूल करना होगा फिर कैप्टन देवी शरण काफी कोशिशों के बाद उन हाईजैकर्स को मना लेते हैं फिर वो हाईजैकर कहते हैं कि चलो अमृतसर एयरपोर्ट में उतारो प्लेन को और वहां पे रिफ्यूल करो अब इंडिया के पास मौका था क्योंकि वो इंडिया का प्लेन ही हाईजैक हुआ है और वो इंडियन एयर y