गुजर्ता रोज अमेरिक महकमा खजा ने इस बात का ऐलान किया कि जो रूस है वो अमेरिका के अंदर होने वाले सदार की इंतखाब के अंदर डोनाल्ड ट्रंप की सपोर्ट कर र है अब उसे अगले दिन ही जो रूस के प्रेसिडेंट प्यूटन उन्होंने यह स्टेटमेंट दाग दी कि उसके जितने भी अमेरिका के अंदर हिमायती हैं वो डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमाला हारिस की सपोर्ट करें क्योंकि पहले वो जो बाइड की सपोर्ट कर रहे थे मगर वो चूंकि इस दौर से बाहर हो चुके हैं तो अब उसके जितने भी हामी है वो कमाल हरस की सपोर्ट करें दरअसल यह कि 2016 के इलेक्शन के अंदर रूस ने डोनाल्ड ट्रंप की सपोर्ट की थी क्योंकि जो डोनाल्ड ट्रंप है वो रूस के खासकर प्यूटन के जो हैं वो काफी करीब समझे जाते हैं अब अमेरिका का जो पेंटागन है वो चाहता है जो अमेरिका की बेसिकली एस्टेब्लिशमेंट है वो चाहते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप जो हैं वो प्रेसिडेंट ना बने क्योंकि अगर ये बने तो ये रूस के करीब समझे जाते तो इन्होने यूक्रेन डील करवा देनी है जिससे जंग का खात्मा हो जाएगा जब के जो अमरकी एस्टेब्लिशमेंट है वो जंग का हाथ में नहीं चाहती यही वजह कि प्यूटन ने ये एक नई चाल चली उसने यह ऐलान कर दिया कि अब अमेरिका के अंदर वो जिस उम्मीदवार की हिमायत करने जा रहे हैं वो कमाल हारिस हैं अब इनडायरेक्टली उन्होंने यहां पे जो है वो डोनाल्ड ट्रंप की ही सपोर्ट कर दी क्योंकि अमेरिका में रूस को अमेरिका का बहुत बड़ा दुश्मन समझा जाता है अब जो रूस की सपोर्ट करेगा तो अमेरिका के यहां ऐसे जैसे पाकिस्तान के अंदर किसी इंडियन की सपोर्ट करने वाले को गद्दार समझा जाता है अब क्योंकि प्यूटन ने कमाला हरस की सपोर्ट कर दिया है तो अमेरिक आवाम फिर यही समझेगी कि ये जो है ये रशियन एजेंट है तो इनडायरेक्टली जो है प्यूटन ने अपने दोस्त डोनाल्ड ट्रंप का फायदा कर दिया और डोनाल्ड ट्रंप जो पहले भी एक भारी लीड से जीते हुए नजर आ रहे हैं अब उनकी कामयाबी के इमका त मजीद रोशन हो चुकी हैं