जय शिवराय जय शंभु राज जय शिवराय जय शंभु राजी जय शिवराय जय शंभु राज जय शिवराय जय शंभु रापार भरे बादल गर गर तलवार उड़े बिजली ड़ के कर के बग धर दे जहा धती दूजे दूजे परन काल मरा ध मण जीते इ एक करके सब गढ जीते हर दुश्मन से लड़ रण जीते हिरे माथे सूरज सा छत्रपति वर शिवा चमके हे शेश तिलक तलवार शिवाजी हो शंभु रूप अवतार शिवाजी हुई धरा धन्य जड़ लाल शिवाजी राखी केसरिया की लाज शिवाजी सेत तिलक तलवार शिवाजी हो शंभू रूप अवतार शिवाजी हुई धरा धन्य जन लाल शिवाजी राखी केसरिया की लाज शि