Teachers Day 2024: शिक्षक दिवस पर विशेष : शिक्षा को सुलभ और समावेशी बनाया जाए

Published: Sep 04, 2024 Duration: 00:04:40 Category: News & Politics

Trending searches: teachers day india
[संगीत] जिस शैक्षिक संस्थान ने आपका बचपन संवारा हो उसके लिए इससे बड़ी सम्मान की बात और क्या हो सकती है कि आप उसी जगह पर वापस लौटे और दूसरे बच्चों के लिए वही सब करें अमर ज्योति स्कूल में समावेशी शिक्षा के लिए यही काम प्रीति कर रही है जब मैं धीरे पड़ी ग किया और मैं निकली तो जब मैं निकली फैमिली के साथ जा थी तो उस टाइम लोग मुझे बहुत घर देखते थे इक्ट मुझे मतलब बनि नाटी य सब वर्ड्स बोलती थी बा द ग्रस ऑ गड मुझे े हिम्मत आई तो मैंने अ च स्कूल से अपना स्पेशल एशन डीएड इन स्पेशल एमआर में किया प्रीति दिल्ली के अमर ज्योति इंस्टिट्यूट ऑफ फिजियोथेरेपी के पांच पूर्व छात्रों में से एक हैं जो अब एक शिक्षक के रूप में वापस यहां लौटे हैं ताकि वह इस संस्थान को वो सब लौटा सके जो इस संस्थान ने उन्हें दिया मुझे एक दिन इसी स्कूल अम जुति स्कूल से उमा मैम का कॉल आता है कि आप प्रीति राजू आप यहां पर आइए तो फिर मैं के पास गई मैम ने बोला कि बेटा आप कल से आ जाइए मेरी बहुत बड़ी अचीवमेंट थी कि कि आप जिस कैंपस में पढ़ते हो और वही की आपके डायरेक्टर आपको कॉल करके बुलाती है और विदाउट इंटरव्यू आपको सिर्फ बोलती है कि आपको सिर्फ जवाइन करना है वो मेरे बहुत गोल्डन मूमेंट था कि यहां तो मैं फिर नेक्स्ट डे से मैं आई और तब से लेकर अब तक मैं य पढ वो इस संस्थान के फिलोसोफी को सच साबित करते हैं कि शिक्षा का मतलब साक्षरता से कहीं बढ़कर होना चाहिए इसका उद्देश्य क्लासरूम से अलग एक बेहतर जीवन जीने में मदद करना होना चाहिए माय इंस्पिरेशन बिहाइंड दिस वाज एटिट्यूड ऑफ पीपल इन सोसाइटी टुवर्ड्स पर्सन विद डिसेबिलिटी एज एन एजुकेटर आई थॉट द बेस्ट वे टू चेंज दिस एटिट्यूड इज थ्रू एजुकेशन एंड हेंस आई थॉट ऑफ इंक्लूसिव एजुकेशन च वुड हैव बीन इनकंप्लीट इफ वी डिड लुक एट इट एज अ होलिस्टिक अप्रोच आई पर्सनली फील फॉर दिस स्पेशल एजुकेटर्स आर वेरी वेरी इंपोर्टेंट अमर ज्योति के स्पेशल एजुकेटर्स हर दिन इस सिद्धांत का पालन करते हैं वो इनोवेटिव टीचिंग सिस्टम के साथ हर बच्चे के स्किल को उनकी विशेष दिव्यांगता के आधार पर निखारने की कोशिश करते हैं फिर चाहे वो उनकी फाइन मोटर स्किल हो और ध्यान क्षमताओं को बढ़ाने में उनकी मदद करना हो या फिर शिक्षण का समर्थन करने वाली असिस्ट तकनीकें हो या शारीरिक और संचार बाधाओं को दूर करने के लिए दी जाने वाली चिकित्सा सेवाएं हो [संगीत] यह एक उदार प्रोत्साहन देने वाला सुलभ समावेशी और समग्र शिक्षा तंत्र है जिसे समर्थ बाय [संगीत] द्वारा भी सराही गई जो हर बच्चे को मिलने वाली समावेशी शिक्षा के मुख्य स्तंभ हैं शिक्षण एक नौकरी से कहीं बढ़कर है यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है आइए इस शिक्षक दिवस पर अपने सभी स्पेशल एजुकेटर्स को धन्यवाद देना ना भूलें जिन्होंने अपने सभी छात्रों के लिए एक सहायक स्वीकार्य और समावेशी शिक्षण अनुभव बनाया उन्हें उनकी क्षमता तक पहुंचने में मदद की और उन्हें सशक्त बनाया क्योंकि हम में से कुछ लोगों की कि दिव्यांगता को ये परिभाषित नहीं करना चाहिए कि हम क्या कर सकते हैं और क्या नहीं अपने सभी टीचर्स का दिल से धन्यवाद कहना चाहूंगा

Share your thoughts