Government's Strict Decision: Telegram to Be Blocked in India | Will Telegram App Stop Working?

[संगीत] नमस्कार एक बार फिर से मैं आप सभी के सामने उपस्थित हूं बेहद महत्त्वपूर्ण टॉपिक के साथ टॉपिक इंपॉर्टेंट हो जाता है क्योंकि जैसे कि आपने न्यूज़ सुनी थी कि आज मॉर्निंग में टेलीग्राम के जो सीईओ थे उनको गिरफ्तार किया गया और शाम को न्यूज़ आती है कि भारत में टेलीग्राम को बैन किया जा सकता है भारत का गृह मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना मंत्रालय मिलकर के इसकी जांच कर रहा है और इस पर लिंग का आरोप लगाया गया है यदि बात की जाए भारत में इसके यूजर्स कितने हैं तो 5 मिलियन से ज्यादा लोग हैं वर्तमान में जो उसमें 5 10000 के पेपर आपके हैं या नहीं है चलो अब इसको डिटेल में एनालिसिस कर लेते हैं आखिर इन पर आरोप क्या लगाए गए हैं और क्यों भारत सरकार इसको बैन करने की बात कर रही है क्योंकि जैसे ही सुबह देखा आपने कि इनको गिरफ्तार किया गया और शाम को ये इंडिया में बैन होने जा रहा है चलो अब देखते हैं टेलीग्राम टू बी बैंड इन इंडिया कंपनी बीइंग प्रोब्ड रिपोर्ट क्लेम्म जिंग प टेलीग्राम की जांच कर रही है जांच इनकी शुरू हो गई थी जब से ये गिरफ्तार हुए थे तभी से चलो क्योंकि उसे संदेह है कि इसका इस्तेमाल जबरन वसूली और जुए जैसी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है जांच के परिणाम इस पर प्रतिबंध लगा सकते हैं जैसे ही आपका जांच का परिणाम आता है यह आपका बैन हो जाएगा अब इसकी जांच कौन कर रहा है यह देख लेते हैं तो इसकी जांच गृह मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिक मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र आई फरसी द्वारा की जा रही है ठीक है अब इसमें यदि जांच में पाया जाता है कि ये गैलिंग के आरोप में और वसूली के आरोप में पूरी तरीके से संलिप्त हैं और यह पूरी तरीके से प्रूफ हो जाएगा तो इंडिया में यह बैन हो जाएगा क्योंकि इंडिया क्या करती है अपनी गाइडलाइंस के यह इनका कहना था कि यह मीटिंग की सभी गाइडलाइंस जो हैं उसको फॉलो कर रहे हैं इसीलिए इंडिया ने क्या है इनको यहां पर रख रखा था अगर यह इंडिया की गाइडलाइंस का उल्लंघन करेंगे जो कि भारत सरकार की गाइडलाइंस हैं तो यह क्या होंगे फाइनली बैन हो जाएंगे तो वैसा ही कुछ होने होता हुआ हमें यहां दिखेगा यह घटना टेलीग्राम के संस्थापक और सीईओ पावेल कारण गिरफ्तार किया गया था जिसमें कथिकी गतिविधियों को रोकने में विफलता शामिल है ठीक है टेक अरबपति एलन मस्क और विल्स ब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन ने इनकी गिरफ्तारी की आलोचना भी करी थी कि इनको इस तरीके से जो गिरफ्तार किया जा रहा है यह वाकई सही नहीं है आगे बात कर लेते हैं कि क्या भारत में सिद्ध हो जाती हैं चीजें तो 100% ठीक है चलो जिसके तहत प्लेटफार्म को एक नोडल अधिकारी एक मुख्य अनुपालन अधिकारी नियुक्त करना और मासिक अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करना आवश्यक हो जाता है चलो आगे बात कर लेते हैं भारत में 5 मिलियन से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर हैं टेलीग्राम के ठीक है लेकिन उन्होने कहा कि जांच में जो भी सामने आएगा उसके आधार पर फैसला लिया जाएगा हाल के वर्षों में t ग्रा और कुछ अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स आपराधिक गतिविधियों के लिए अनुकूल माहौल के रूप में उभरे हैं और यह बिल्कुल सही है ठीक है आगे बात करते हैं जिसके कारण नागरिकों को करोड़ों रुपए का नुकसान भी हुआ है बहुत ज्यादा फ्रॉड हो रहे हैं इनप और यह जिम्मेदारी बन जाती है यदि आप यहां पर क्राइम आसानी से किया जा सकता है क्योंकि पता ही नहीं है ना ज्यादा जानकारी भी नहीं है लेकिन जिनको जानकारी है तो व डिटेल में जानकारी लेकर के इसकी क्या कर देते हैं भाई ऐसी तैसी कर देते हैं और इसका यूज अलग तरीके से करने लगते हैं और ये वैसा ही है बिल्कुल चलो आगे देखते हैं ये यूजीसी नीट विवाद को लेकर टेलीग्राम चर्चा में रहा था देखिए तो हाल ही में यूजीसी नीट विवाद को लेकर के टेलीग्राम चर्चा में रहा जिसके कारण छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करने के लिए मजबूर भी कर दिया गया था बात करें अब मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तो यहां पर प्रश्न पत्र इसका लीक हुआ था और कथक तौर पर से पाया जाए उनको कैसे रेगुलेट किया जाए इस उद्देश्य से की गई थी और कब की गई थी तो अक्टूबर 2018 में इसकी स्थापना की गई थी चलो साइबर क्राइम से बेहतर तरीके से निपटने के लिए तथा 14 सी को समन्वित और प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए इस योजना को निम्नलिखित सात प्रमुख घटक में डिवाइड किया गया है ये आपके कौन-कौन से हैं तो नेशनल साइबर क्राइम थेट एनालिटिक्स यूनिट जो आपका देखता है इससे संबंधित कि कोई किसी को थ्रेट पहुंचा रहा है या इससे संबंधित कोई इश्यूज हो रहा है उसको देखता है नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल देखता है संयुक्त साइबर अपराध जांच दल के लिए एक मंच है राष्ट्रीय साइबर अपराध फॉरेंसिक प्रयोगशाला परसिक तंत्र राष्ट्रीय साइबर क्राइम प्रशिक्षण केंद्र के बारे में साइबर क्राइम इको इकोसिस्टम मैनेजमेंट यूनिट और साइबर अनुसंधान व नवाचार केंद्र ये इसके सात अंग हो जाते हैं जो सभी अपराध को कैसे रेगुलेट करना है देखना है जहां पर जिसके तहत होती है उस सेक्टर में उस अपराध को भेज दिया जाता है और जांच करी जाती है तो ऐसे ये आपका बेसिकली काम कर रहा है तो आ होप आपको चीजें समझ में आए होंगी कि क्यों इंडिया में टे ग्रा को बैन किया जा रहा है जब से इनकी गिरफ्तारी हुई है ठीक है तो मिलते हैं हम नेक्स्ट क्लास में तब तक के लिए धन्यवाद लाइक श सब्सक्राइब करना बिल्कुल भी ना भूले और साथ ही आपकी क्या राय है मुझे अवश्य बताएं थैंक यू सो मच [संगीत]

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