यह सेब कैसा है छोटा है या बड़ा और यह कैसा है आपने कभी पेड़ पर जाकर देखे एक ही पेड़ पर सेब होते हैं कुछ छोटे होते हैं और कुछ इसमें दरख्त का कसूर है या फल का कसूर है एक ही पेड़ पर दोनों सेब है एक छोटा और एक और जब माली फ्रूट को उतारने के लिए जाता है व बडे बे सेब ला ले तो छोटे हो टंगे आ ब फेर लावा ता इसी तरह से कुछ लोग हमारी लाइफ के अंदर है उही टंगे रने खुदा उन कभी भी नहीं लादा लेकिन जो बड़ जाते खुदा उनको उतारता है और मार्केट में भेजता है और उनकी कीमत होती है कुछ लोग टंगे रही देने और ू जम ने कर्जे टंगे आज भी पूछो तो आज भी कर्जे टंगे इको ही काटन च कट के उन्न अलग अलग कर देता है अ आ 300 ते आ सर हम में से ही लोग उठाता है खुदा उनको अलग करता है और कहता है यह कीमती बंदा है यह मेरा खाद बनेगा और बाकी छोटे के छोटे ही रह जाते आपको कॉल पर काम नहीं करना आता इसलिए हम छोटे के छोटे ही रह गए