दो दिन के बाद आज से दो दिन के बाद मैं सीएम की कुर्सी से इस्तीफा देने जा रहा हूं और मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे मैं जनता के बीच में जाऊंगा गली-गली में जाऊंगा घर-घर में जाऊंगा और जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे केजरीवाल ईमानदार है तब तक मैं सीएम की कुर्सी के ऊपर नहीं बैठूंगा भारत माता की जय भारत माता की जय इंकलाब जिंदाबाद वंदे मातरम वंदे मातरम [संगीत] ंग जीतेंगे ंगे जीतेंगे जीतेंगे मंच पे बैठे हुए मेरे [संगीत] सभी शुक्रिया मंच पर बैठे हुए मेरे आम आदमी पार्टी के सभी साथी गण नेतागण आज यहां पर इतनी बड़ी में आए हुए सभी भाइयों बहनों और जो टीवी के माध्यम से इस वक्त देश भर में लोग देख रहे हैं उन सभी भाइयों बहनों माताओं बुजुर्गों बच्चों आप सब लोगों को मेरा नमस्कार सबको मेरा प्रणाम आई लव यू टू सबसे पहले मैं ऊपर वाले का शुक्रिया अदा करता हूं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं जिनकी हमेशा हम लोगों के ऊपर बहुत कृपा रहती है बहुत आशीर्वाद रहता है भगवान का भोलेनाथ का हनुमान जी का बहुत आशीर्वाद रहता है इसी वजह से इतनी बड़ी-बड़ी मुसीबतों से निकल के हम लोग हैं इतने बड़े-बड़े सामने हमारे दुश्मन है जिनसे लड़ के हम लोग सफल होते हैं एक छोटी सी पार्टी जिसने इस देश की राजनीति बदल के रख दी मैं इसीलिए सबसे पहले ऊपर वाले का पूरे सम्मान के साथ शुक्रिया अदा करता हूं और आशीर्वाद चाहता हूं जिंबा मैं उन लाखों लाखों लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने हम लोगों के लिए जब हम लोग जेल में थे मैं मनीष सिसोदिया जी संजय सिंह जी विजय नायर जी अभी सतिंद्र जैन जी है अमानतुल्ला खान है उनको वह भी जल्दी आएंगे मैं उम्मीद करता हूं जिन जिन लोगों ने हमारे लिए दुआएं की मन्नतें मांगी मंदिर मस्जिद गिरजे गुरुद्वारे गए उन सब लोगों का मैं तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं [प्रशंसा] छूट छूट ग जेल में काफी वक्त मिला सोचने का पढ़ने का और कई किताबें पढ़ी पॉलिटिकल किताबें पढ़ी अपने स्वतंत्रता के आंदोलन की किताबें पढ़ी गीता कई बार पढ़ी रामायण पढ़ी महाभारत पढ़ी आज मैं अपने साथ एक किताब लेकर आया हूं य यह भी मैंने कई बार पढ़ी भगत सिंह की जेल डायरी आप लोगों ने पढ़ी है पढ़ना इसको जरूर खरीद लेना खरीद के इसको पढ़ना भगत सिंह की जेल डायरी जब भगत सिंह जेल में थे आज से 995 साल पहले उन्होंने जेल के अंदर अपने लेख लिखे थे व लेख इसमें है और जेल के अंदर से उन्होंने बाहर कई लोगों को खत लिखे थे उन्होंने अपने क्रांतिकारी साथियों को खत लिखे थे उन्होंने देश के युवाओं के नाम खत लिखे थे बलिदान से पहले साथियों को अंतिम पत्र 22 मार्च 1931 यह खत उन्होंने जेल से लिखा और उनके साथियों तक पहुंचाया अंग्रेजों ने बटुकेश्वर दत्त की बहन प्रमिला को पत्र बचपन के दोस्त जयदेव गुप्ता को पत्र वाइस रॉय को पत्र यह सारे पत्र अंग्रेजों ने भगत सिंह के पहुंचाए युवाओं के लिए जो पत्र लिखा वह पत्र बकायदा युवाओं के एक सम्मेलन में पढ़कर सुनाया गया भगत सिंह की शहादत के 95 साल बाद आजाद भारत के अंदर एक क्रांतिकारी मुख्यमंत्री जेल गया मैं अभी जेल गया मैंने जेल से एक ही पत्र लिखा था एलजी साहब को 15 अगस्त था देश का स्वाधीनता दिवस था देश के आजादी के दिवस के ऊपर दिल्ली का मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार की तरफ से झंडा फहराता है मैंने एलजी साहब को तीन दिन पहले चिट्ठी लिखी 15 अगस्त के तीन दिन पहले कि एलजी साहब मैं चकि की जेल में हूं मेरी जगह आतिशी जी को झंडा फहराने की इजाजत दी जाए कुछ गलत तो नहीं लिखा वह चिट्ठी मेरी एलजी साहब तक नहीं पहुंचाई गई मुझे चिट्ठी वापस करी गई और मेरे को यह वार्निंग जारी की गई है वार्निंग भी लेकर आया हूं जिंदगी भर साथ रखूंगा यह मेरी मेरे को वार्निंग दी गई कि दूसरी बार अगर आपने एलजी साहब को चिट्ठी लिखने की हिम्मत करी तो आपके साथ जो फैमिली मुलाकात होती है हर हफ्ते वह फैमिली मुलाकात बंद कर दी जाएगी मैं मन में सोच रहा था अंग्रेजों ने भी नहीं सोचा था कि आजाद भारत के अंदर 95 साल के बाद अंग्रेजों से ज्यादा क्रूर और अत्याचारी शासक इस देश के ऊपर आएगा आपने सुना होगा बटुकेश्वर और भगत सिंह ने असेंबली में एक बम फेंका था या सुना सब लोगों ने तो दोनों को जेल हुई दोनों को एक ही जेल में रखा गया बगल बगल वाली कोठरी में रखा गया यह मैं चिट्ठी पढ़कर सुना रहा हूं आपको भगत सिंह की जो उन्होंने प्रमिला को बटुकेश्वर दत्त की बहन को लिखा कल रात भट्टू को किसी दूसरी जेल में भेज दिया गया है तब तक वह उनके साथ ही था भगत सिंह के यह चिट्ठी 17 जुलाई 1930 की है उनकी जुदाई मेरे लिए असहाय हो रही है भगत सिंह लिख रहे हैं बटुकेश्वर दत्त की बहन को कि बटुकेश्वर दत्त की जुदाई मेरे लिए असहनीय हो रही है आज पहला दिन है जब मैं अपने को पूरी तरह उद्विग्न पा रहा हूं और मेरे लिए हर मिनट एक बोझ बन गया है एक मित्र से जुदा होना सचमुच सगे भाई से भी ज्यादा प्रिय थे मेरे को बटुकेश्वर तो दोनों साथ रहते थे 95 साल के बाद मनीष सिसोदिया और केजरीवाल एक ही केस में जेल जाते हैं मनीष सिसोदिया को अलग जेल में रखते हैं मेरे को अलग जेल में रखते हैं साथ मिलने की इजाजत नहीं दी [प्रशंसा] जाती आजादी की लड़ाई जब हुई जवाहरलाल नेहरू जेल गए महात्मा गांधी जेल गए बाबा साहेब अंबेडकर जेल गए चंद्रशेखर आजाद जेल गए अशफाक उल्ला जेल गए कितने स्वतंत्रता सेनानी जेल गए कई कई सालों तक जेल गए जब वो जेल जाते थे उनसे मुलाकात के लिए उनके साथी उनसे मिलने जाया करते थे उनके घर के लोग जाते थे उनके रिश्तेदार उनसे मिलने जाते थे और जब वह मिलने के लिए जाते थे वह उनसे पॉलिटिकल बातें करते थे वह उनसे बातें करते थे कि कैसे अंग्रेजों को उखाड़ के फेंकना है जब मिलने के लिए जेल में जाते थे जब मैं जेल में था एक दिन संदीप पाठक मेरे से मिलने के लिए आया मैं भी पॉलिटिकल आदमी हूं वो भी पॉलिटिकल हमारी पार्टी का संगठन मंत्री है आके उसने मेरे से पॉलिटिकल बातें करी और क्या करता रोमांटिक बातें थोड़ी करता पॉलिटिकल आदमी वह पॉलिटिकल आदमी मैं मैंने उससे पूछा देश में क्या चल रहा है उसने देश की पॉलिटिकल हालत बताई मैंने उससे पूछा पार्टी में क्या चल रहा है उसने संदीप पाठक को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया उसके बाद मेरे से मिलने नहीं दिया गया भगत सिंह जब फांसी पर चढ़े उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था ऐसा भारत होगा आज से 95 साल के बाद इस देश के अंदर इतनी क्रूर अत्याचारी सरकार आएगी कि अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ देगी दोस्तों मुझे जेल क्यों भेजा इन लोगों ने ऐसा नहीं कि केजरीवाल ने को भ्रष्टाचार र किया व इनको भी पता है मेरे को भी पता है आपको भी पता है इन्होंने जेल क्यों भेजा मेरे को इनका मकसद था आम आदमी पार्टी को तोड़ना इनका मकसद था केजरीवाल के हौसले को तोड़ना केजरीवाल की हिम्मत को तोड़ना इन्होंने फार्मूला बना रखा है आप देख रहे हो किस तरह से एमएलए तोड़ दो एमएलए खरीद लो ईडी भेज के डरा दो सीबीआई भेज के डरा दो फर्जी केस कर दो जेल में डाल दो पार्टी तोड़ दो महाराष्ट्र में कैसे उन्होंने दो दो राष्ट्रीय पार्टियां तोड़ दी पार्टी तोड़ दो सरकारें गिरा दो और अपनी सरकार बना लो इनको यह लग रहा था केजरीवाल को जेल भेज देंगे तो दिल्ली में इनकी पार्टी टूट जाएगी दिल्ली में बीजेपी की सरकार बना लेंगे इनको लग रहा था पंजाब की सरकार तोड़ के पंजाब में हम अपनी सरकार बना लेंगे इनके एमएलए तोड़ लेंगे लेकिन हमारी पार्टी नहीं टूटी हमारे एमएलए नहीं टूटे हमारे एमएलए तो छोड़ो कार्यकर्ता भी नहीं टूटे इनकी बड़ी-बड़ी साजिशों के खिलाफ बड़े-बड़े षड्यंत्र के खिलाफ केवल आम आदमी पार्टी में ताकत है जो आज इनका सामना कर इनको लगा केजरीवाल के हौसले तोड़ देंगे आज मैं आपके सामने खड़ा हूं और मैं पूरे विश्वास के साथ कह रहा हूं कि जेल के इन 1 स 200 दिन जो मैं जेल में रहा इन दिनों ने मेरे को मेरे हौसले को और 100 गुना बढ़ा दिया है कम करने की [संगीत] बजाय यह लोग पूछते हैं कि केजरीवाल जब जेल में था इसने इस्तीफा क्यों दिया क्यों नहीं दिया जेल में से सीएम के पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया मैंने इस्तीफा इसलिए नहीं दिया क्योंकि मैं देश के जनतंत्र को बचाना चाहता था इन् जो इतने फार्मूले बना रखे हैं एमएलए तोड़ दो पार्टियां तोड़ दो एमएलए खरीद लो डरा दो अब एक फार्मूला और इन्होंने नया बनाया है जहां जहां यह चुनाव हारे वहां वहां के मुख्यमंत्री पर फर्जी केस करके उसको गिरफ्तार कर लो और उसकी सरकार गिरा दो अगर मैं इस्तीफा दे देता अगर मैं हेमंत सुरेन साहब ने इस्तीफा दिया मैं भी इस्तीफा दे देता इन्होंने सीतारमैया पर भी अभी केस किया है सीतारमैया साहब के ऊपर इन्होंने पिनारा विजन के ऊपर भी केस कर रखे हैं ममता दीदी के ऊपर केस कर रखे हैं यह एक अपोजिशन के मुख्यमंत्री को नहीं छोड़ते एक एक को पकड़ के फर्जी केस कर कर के उनको जेल में डाल देते और एकएक की सरकार गिरा देते मैं जेल में गया अभी 10 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच ने पूछा सरकार से कि जेल के अंदर से सरकार क्यों नहीं चल सकती बड़ा आप लोगों ने अखबार में सुप्रीम कोर्ट ने पूछा है केंद्र सरकार से कि जेल के अंदर से सरकार क्यों नहीं चल सकती तो जेल के अंदर से सरकार साबित कर दिया हमने अब मैं देश के सारे नॉन बीजेपी मुख्यमंत्रियों से हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं अब अगर प्रधानमंत्री जी हिम्मत करें आप पर फर्जी केस करके आपको जेल में डाले इस्तीफा मत देना किसी हालत में इस्तीफा मत देना जेल से सरकार चलाना हम सबको मिलकर ऐसा नहीं कि हम पद के लालसी है ऐसा नहीं कि मुख्यमंत्री पद हमारे लिए महत्त्वपूर्ण है इसलिए क्योंकि हमारे लिए हमारा संविधान जरूरी है हमारा देश जरूरी है जनतंत्र जरूरी है जनतंत्र को बचाना जरूरी है इतने भारी बहुमत से जीती हुई सरकार एक बार 70 में से 67 सीट आई एक बार 70 में से 62 सीट और आप पकड़ के जेल में डाल दोगे और कहोगे इस्तीफा दे मैं सारे मुख्यमंत्रियों से आज हाथ जोड़ के विनती करना चाहता हूं इनका यह नया फार्मूला भी आम आदमी पार्टी ने फेल कर दिया है जो इन्होंने नया फार्मूला बनाया करो आज इनकी हर षड्यंत्र हर साजिश से सामना करने की ताकत आम आदमी पार्टी में है क्यों क्योंकि हम ईमानदार हैं दिल्ली में सरकारी स्कूल थे गरीबों के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ने जाया करते थे सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब थी गरीबों के बच्चों का कोई भविष्य नहीं था 16 लाख बच्चे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ते थे टूटे फूटे टिन के स्कूल थे डिब्बे थे स्कूल क्या डिब्बे थे कोई पढ़ाई नहीं होती थी गरीबों के बच्चों का भविष्य खराब था उन गरीबों के बच्चों को पिछले 10 साल के अंदर 18 लाख बच्चों को हमने सरकारी स्कूल अच्छे बना के भविष्य दिया है हम यह कैसे कर पाए हम यह कर पाए क्योंकि हम ईमानदार हैं आज अगर किसी के घर में कोई बीमार हो जाए प्राइवेट में ले जाओ लाखों लाखों रुपए खर्च हो जाते हैं अगर थोड़ी सी सीरियस बीमारी हो छोटी सी बीमारी हो 10 15 हज रप कहीं नहीं गए इन बड़े-बड़े अस्पतालों में ले जाओ दिल्ली के अंदर हर सरकारी अस्पताल को शानदार बनाया नए नए सरकारी अस्पताल खोले गली गली में मोहल्ला क्लिनिक खोला लोगों की चाहे अमीर हो चाहे गरीब हो सबका इलाज सबकी दवाइयां सबके टेस्ट पूरा इलाज मुफ्त कर दिया क्यों क्योंकि हम ईमानदार हैं दिल्ली की महिलाएं जब बस में सफर करती हैं उनकी टिकट नहीं लगती बाकी देश की सरका घाटे में चल रही है दिल्ली की सरकार यह सब सुविधा देने के बावजूद फायदे में चल रही है क्यों क्योंकि हम इमानदार है आज दिल्ली के अंदर इतनी सुविधा 24 घंटे बिजली आती है आज दिल्ली में पहले आठ आ घंटे के पावर लगते थे हम यह कर पाए क्योंकि हम ईमानदार है आजली के लोगों को फ्री बिजली मिल रही है कैसे क्योंकि हम ईमानदार हैं आज दिल्ली में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लग गए स्ट्रीट लाइट्स लग रही है लोगों को तीर्थ यात्रा कराई जा रही है इतने कच्ची कॉलोनियों के अंदर पिछले 75 साल में इतनी सड़कें और गलियां नहीं बनी जितनी पिछले 10 साल के अंदर हमने सड़कें और गलियां बना दी 75 साल के अंदर दिल्ली में इतनी पानी की पाइपलाइन नहीं डली जितने पिछले 10 साल के अंदर पानी की पाइपलाइन डाल दी कहां से आया पैसा क्यों क्योंकि हम ईमानदार हैं यह हमारी ईमानदारी से डरते हैं यह हमारी ईमानदारी से डरते हैं यह बिजली फ्री नहीं कर सकते क्यों यह बेईमान है यह स्कूल ठीक नहीं कर सकते इनकी 30-30 साल से सरकारें चल रही है कई राज्यों के अंदर 252 साल से 15-15 साल से इनकी सरकारें चल रही हैं यह स्कूल ठीक नहीं कर सकते अस्पताल ठीक नहीं कर सकते यह फ्री इलाज नहीं दे सकते ये बिजली फ्री नहीं कर सकते ये 24 घंटे बिजली नहीं कर सकते क्यों बेईमान ये बेईमान है आज इन्होंने ईडी छोड़ दी इनकम टैक्स छोड़ दिया दिल्ली पुलिस छोड़ दी इतने केस कर दिए हमारे ऊपर और हम डट के खड़े हैं इनके खिलाफ इनका मुकाबला कर रहे हैं क्योंकि हम ईमानदार हैं इसलिए यह मेरे को बेईमान साबित करना चाहते हैं जो कभी हो यह मेरे को बेईमान साबित करना चाहते हैं मेरे ऊपर कीचड़ फेंक रहे हैं मेरे ऊपर लांछन लगा रहे हैं मुझे सुबह शाम गालियां देते हैं लेकिन मेरे लिए बीजेपी इंपॉर्टेंट नहीं है मेरे लिए आप लोग इंपॉर्टेंट हो अगर देश की जनता दिल्ली की जनता को लगता है केजरीवाल बेईमान है मैं एक मिनट के लिए सीएम की कुर्सी पर भी नहीं बैठूंगा एक मिनट के लिए मैं बैठने को तैयार नहीं मैंने अपने जीवन में कुछ नहीं कमाया मेरा बैंक अकाउंट खाली है हमारी पार्टी का बैंक अकाउंट खाली है मैंने जिंदगी में कुछ नहीं कमाया अपनी इज्जत और अपनी ईमानदारी के सिवा मेरे पास कुछ नहीं आया इनकम टैक्स में कमिश्नर की नौकरी करता था 2000 में नौकरी छोड़ के सन 2000 से 2010 तक 10 साल मैंने दिल्ली की झुग्गियों के अंदर बिताए हैं कुछ महीने दिल्ली की झुग्गियों में जाकर रहा मैं झुग्गी के अंदर नंदनगरी सुंदर नगरी की झुग्गियों के अंदर मैंने गली-गली में खाक छानी है कि गरीब आदमी रहता कैसे है उसके घर का गुजारा कैसे चलता है अगर पैसे कमाने हो तो इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी बुरी नहीं थी और जब मैंने नौकरी छोड़ी थी तब कोई पार्टी नहीं थी कुछ नहीं थी ऐसा नहीं था कि उस टाइम यह था मुख्यमंत्री बनने चला था या कोई पार्टी कुछ नहीं था कोई भविष्य नहीं था केवल देश के लिए जुनून था कि देश के लिए कुछ करना है देश के लिए कुछ करने आए 49 दिन की सरकार के बाद इस्तीफा दिया था अपने उसूलों के लिए इस्तीफा दिया था किसी ने इस्तीफा मांगा नहीं था अपने आप इस्तीफा दिया था आज के तारीख में आज के जमाने में कोई अपनी चपरासी की नौकरी नहीं छोड़ता मैंने मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ी थी अपने आप छोड़ी थी ना पद का लालच है ना दौलत का लालच है केवल देश के लिए कुछ करने का जुनून है देश के लिए कुछ कर करने के लिए आए हैं की जय मा की जय इन्होंने मेरे ऊपर आरोप लगाए मनीष जी के ऊपर आरोप लगाए हैं इस देश का जो सबसे कठोर कानून है ईडी का कानून पीएमएलए जिसमें बेल भी नहीं मिलती बेल मिलनी भी मुश्किल है उसके अंदर हमारे ऊपर तरह तरह के इन लोगों ने आरोप लगाए हैं कोर्ट से हमको बेल मिल गई उसके बावजूद आज की तारीख में आज जो स्थिति है इससे फालतू कोर्ट और कुछ नहीं कर सकता था जितना कोर्ट ने कर दिया हमारे पक्ष में हम कोर्ट के बहुत शुक्र गुजार हैं कोर्ट ने हमें बेल दे दी अभी बेल तक ही दे सकता था अब यह केस चलेगा मैंने वकीलों से पूछा मैंने कहा मेरा दिल कहता है कि जब तक ये मैं कोर्ट से बरी होकर ना आ जाऊं तब तक मैं सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा उन्होंने कहा जी ये 10 साल चलेगा के कोई कह रहा 15 साल चलेगा केस कोई कह रहा है 20 साल चलेगा केस तो केस य अभी लंबा चलेगा आज कोर्ट जितना कर सकता था कोर्ट ने हमारे पक्ष में निर्णय लिया है हमें बेल दे दी उन्होंने ऐसे कानून में जिसमें बेल मिलनी नामुमकिन होती है उन्होंने बेल दे दी आज मैं आपकी अदालत में आया हूं जनता की अदालत में आया आपसे पूछने के लिए आया हूं क्या आप केजरीवाल को ईमानदार मानते हो कि गुनहगार मानते [संगीत] हो मैं दिल्ली की जनता से पूछना चाहता हूं मैं देश की जनता से पूछना चाहता हूं कि क्या केजरीवाल ईमानदार है कि गुनाहगार [संगीत] [प्रशंसा] है दोस्तों दो दिन के बाद आज से दो दिन के बाद मैं सीएम की कुर्सी से इस्तीफा देने जा रहा हूं [प्रशंसा] [संगीत] और मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे मैं जनता के बीच में जाऊंगा गली गली में जाऊंगा घर घर में जाऊंगा और जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे कि केजरीवाल ईमानदार है तब तक मैं सीएम की कुर्सी के ऊपर नहीं बैठूंगा आज से कुछ महीने बाद चुनाव है दिल्ली के चुनाव में मैं जनता को निवेदन करना चाहता हूं अपील करना चाहता हूं अगर आपको लगता है केजरीवाल ईमानदार है मेरे पक्ष में वोट दे देना अगर आपको लगता है केजरीवाल गुनाहगार है मेरे को वोट मत देना आप अगर मेरे को आपका एक एक वोटरी ईमानदारी का सर्टिफिकेट होगा अगर आप मेरे को वोट देकर जिता होगे और अगर आप कहोगे कि केजरीवाल ईमानदार है तो चुनाव के बाद उसके बाद जाकर मैं सीएम की कुर्सी पर बैठूंगा तब तक मैं सीएम की कुर्सी पर नहीं [प्रशंसा] [संगीत] बैठूंगा आपको लग रहा होगा अभी अभी जेल से रिहा किया आया ये कैसा क्यों बोल रहा है अभी अभी जेल से रिहाई होके आई है आया है अब यह इस्तीफा क्यों दे रहा है इन्होंने मेरे ऊपर आरोप लगाया है इन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है इन्होंने आरोप लगाया है केजरीवाल भ्रष्टाचारी है इन्होने आरोप लगाया केजरीवाल ने भारत माता के साथ धोखा किया है यह करने के लिए नहीं आया था मैं सत्ता से पैसा और पैसे से सत्ता इस खेल के खेलने के लिए मैं नहीं आया था मैं देश के लिए कुछ करने के लिए आया था जब 14 साल के बाद जब 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे सीता मैया को अग्नी परीक्षा देनी पड़ी थी आज मैं जेल से आया हूं मैं अपनी अग्नि परीक्षा देने के लिए तैयार हूं [संगीत] सा ये कुछ लोग बोल रहे हैं सुप्रीम कोर्ट ने कुछ कंडीशंस लगाई है काम नहीं कर पाएंगे पिछले 10 साल में इन लोगों ने कंडीशन लगाने में कोई कसर छोड़ी थी एलजी साहब ने कंडीशन लगाने में कोई कसर छोड़ी थी केंद्र सरकार ने एक कानून दो कानून तीन कानून कानून पर कानून डाल के मेरी पावर छीन ली पर आपके काम बंद नहीं होने दिए मैंने यह कंडीशन हमारे लिए कोई वो नहीं रखती कोई हमारे लिए अड़चन पैदा नहीं करती यह कंडीशन इन कंडीशन को भी देख लेंगे लेकिन मेरे लिए जो मायने रखता है वह है मैंने अपनी जिंदगी में ईमानदारी कमाई है अगर आपको लगता है केजरीवाल ईमानदार है जम के वोट दे देना मेरे पक्ष में चुनाव के बाद सीएम की कुर्सी पर जाकर [प्रशंसा] बैठूंगा फरवरी में चुनाव है आज इस मंच से मैं मांग करता हूं कि ये चुनाव नवंबर में कराए जाए महाराष्ट्र के साथ कराए जाए तुरंत कराए जाए चुनाव और जब तक आपका फैसला नहीं आएगा तब तक मैं जिम्मेदारी नहीं संभालू और मैं जब तक चुनाव नहीं होते मैं अब मैंने जैसे बताया दो दिन के बाद में अपना इस्तीफा दूंगा जब तक चुनाव नहीं होते तब तक मेरी जगह आम आदमी पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री बनेगा अगले दो-तीन दिन के अंदर विधायक दल की मीटिंग होगी और विधायक दल की मीटिंग में अगले मुख्यमंत्री के नाम का तय किया जाएगा मैं मनीष जी से बात कर रहा था जो पीड़ा मेरे मन में है वह पीड़ा मनीष जी के मन में भी है इनके इनके लिए भी वही सब कहा गया जो मेरे लिए कहा गया है मनीष जी का भी कहना है कि यह दिल्ली के उप मुख्य और शिक्षा मंत्री और मंत्री का पद तभी संभालेंगे जब दिल्ली की जनता कहेगी कि मनीष सिसोदिया ईमानदार है तो मैं और मनीष सिसोदिया हम दोनों हम दोनों का फैसला आपके हाथ में है जनता के हाथ में है हम दोनों जनता की अदालत में जा रहे हैं गली गली जाएंगे जनता के बीच में जाएंगे और उनसे पूछेंगे अगर जनता कहेगी ईमानदार है तो हम आके इसकी कुर्सी पर बैठेंगे 2020 में आया था मैं में मैंने कहा था मैंने अगर काम किया हो तो मेरे को वोट देना और काम नहीं किया हो तो वोट मत देना कहा था कि नहीं कहा था आज मैं आपके बीच में आया हूं मैं कह रहा हूं अगर मैं ईमानदार हूं तो वोट देना अगर मैं बेईमान हूं तो वोट मत देना बिल्कुल मत भारत माता की भारत माता [प्रशंसा] की स्टे अहेड विथ आ कटिंग एज न्यूज प ली एक्सेस द लेटेस्ट शॉट्स इन जस्ट वन मिनट एंड ब्रेकिंग न्यूज इन जस्ट 50 वर्ड्स 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